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Low BP Symptoms in Hindi - बीपी कम होने के लक्षण, कारण, और उपाय

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Low BP Symptoms in Hindi - बीपी कम होने के लक्षण, कारण, और उपाय

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Jul 19, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on May 7, 2024

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Low BP Symptoms in Hindi
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लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप क्या है? ( What is low blood pressure or low blood pressure in Hindi )

लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप एक स्वाभाविक शरीरिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति के रक्तचाप का स्तर सामान्य से कम होता है। इस स्थिति में, रक्त ध्वजन दीवारों को प्रेशर नहीं प्रदान कर पाता है और इसके परिणामस्वरूप रक्तचाप का स्तर सामान्यतः 90/60 mmHg या इससे कम होता है। निम्न रक्तचाप के कुछ लोगों को किसी तरह की समस्या होती है, जैसे चक्कर आना, थकावट, भूख न लगना, और मतली। यह समस्याएं असंतुलित खान-पान, तनाव, या अन्य संबंधित कारणों से हो सकती हैं। परंतु कुछ मामूले से अधिक निम्न रक्तचाप की स्थिति को देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। ऐसे में, चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित होता है।

लो बीपी के लक्षण ( Low bp symptoms in Hindi )

लो ब्लड प्रेशर के सिम्पटम्स व्यक्ति के शरीर में रक्तचाप के कम होने के कारण होते हैं। कुछ लोगों में यह सिम्पटम्स अनुभव हो सकते हैं:

1. चक्कर आना या भ्रम:- 

चक्कर आना या भ्रम के पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे कम रक्तचाप, शुगर के लिए औषधि, अनिद्रा, तनाव, आँखों की बीमारी या अत्यधिक तापमान। इन समस्याओं के लक्षण को नजरअंदाज न करें, और अगर आप इसे बार-बार महसूस कर रहे हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

2. थकावट और आलस्य:- 

थकावट और आलस्य एक आम समस्या हैं जो अनियमित खान-पान, नियमित व्यायाम, और समय पर सोने की अभाव के कारण हो सकती हैं। यह समस्या से बचने के लिए आहार में पोषक तत्वों का सेवन करें, नियमित व्यायाम करें, और प्रतिदिन आवश्यक आराम लें।

3. भूख न लगना:- 

भूख न लगना के पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल परिवर्तन, उल्टी, या अन्य बीमारियाँ। संतुलित आहार और योगाभ्यास करें ताकि आपका शारीर स्वस्थ रहे और आपको भूख की अनुभूति हो।

4. मतली और उलटी:-

मतली और उलटी के पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं, जैसे वायुमंडलीय संक्रमण, खानपान की बिगड़त, गर्भावस्था, या अन्य रोग। समस्या के लक्षणों का पता करें और डॉक्टर की सलाह लें।

5. पसीना आना:-

पसीना आने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे तापमान की बढ़त, शारीरिक श्रम, तनाव, या रोग। पसीना आने से पानी पीएं और ठंडे पानी के स्नान से राहत मिलती है।

6. ठंडी और अशोभनीयता का अनुभव:-

ठंडी और अशोभनीयता के पीछे अनेक कारण हो सकते हैं, जैसे सर्दी-जुकाम, तापमान के उतार-चढ़ाव, या रक्तचाप के कम होने से हो सकता है। यदि आपको यह समस्या बार-बार हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

7. तेज धड़कन या दिल की धड़कन दिखाई देना:-

अगर आपको तेज धड़कन या दिल की धड़कन दिखाई दे रही है, तो इसके पीछे अनेक कारण हो सकते हैं जैसे कि तनाव, शारीरिक कमजोरी, रक्तचाप के कम होने, या दिल की बीमारियाँ। संतुलित खानपान और नियमित व्यायाम करने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

8. धीरे-धीरे संवेदनशील होना:- 

धीरे-धीरे संवेदनशील होने के पीछे भी कई कारण हो सकते हैं जैसे तापमान की बढ़त, तनाव, या खानपान की बिगड़त। इससे बचने के लिए नियमित ध्यानाभ्यास और शांति भरे वातावरण में समय बिताएं।

9. कमज़ोरी और घातकता का अनुभव:-

कमजोरी और घातकता का अनुभव होने के पीछे विभिन्न कारण हो सकते हैं जैसे खून की कमी, खान-पान की बिगड़त, या अन्य रोग। इससे बचने के लिए पौष्टिक आहार लें, प्रतिदिन व्यायाम करें, और नियमित आराम लें।

यदि आपको ये सिम्पटम्स अनुभव हो रहे हैं और इसके लिए चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेने की सलाह दी जाती है। लो ब्लड प्रेशर की वजह से होने वाले सिम्पटम्स को नजरअंदाज न करें और चिकित्सा के मार्गदर्शन में सही उपाय करें।

लो ब्लड प्रेशर के प्रकार? ( Types of low blood pressure )

लो ब्लड प्रेशर या निम्न रक्तचाप के कुछ प्रमुख प्रकार हैं:

1. प्राथमिक निम्न रक्तचाप (Primary Hypotension): यह निम्न रक्तचाप का सामान्यतः स्थायी कारण होता है और यह अधिक चिंता की बात नहीं होती है। इसमें व्यक्ति की सामान्य स्वास्थ्यवस्था पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता।

2. इधरें की निम्न रक्तचाप (Orthostatic Hypotension): यह स्थिति जब होती है जब व्यक्ति जल्दी से बैठने से या खड़े होने से पहले उठता है। इसमें चक्कर आने, कमजोरी, और कम ब्लड प्रेशर के सिम्पटम्स होते हैं।

3. सेकेंडरी निम्न रक्तचाप (Secondary Hypotension): यह निम्न रक्तचाप का कारण किसी अन्य विशेष स्थिति या बीमारी के कारण हो सकता है, जैसे दिल संबंधी समस्याएं, डायबिटीज, अनेमिया, थायरॉयड समस्याएं, और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं।

यदि आपको लो ब्लड प्रेशर के लिए कोई संबंधित समस्या है तो चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे सही निदान और उपचार के लिए आवश्यक जांच और परामर्श करेंगे।

लो ब्लड प्रेशर का भयानक परिणाम ( Consequences of Low Blood Pressure )

लो ब्लड प्रेशर का भयानक परिणाम या संभावित दुष्प्रभाव निम्न रक्तचाप से संबंधित हो सकता हैं, जिसमें निम्नलिखित समस्याएं शामिल हो सकती हैं:

1. चक्कर आना और भ्रम

2. थकावट और कमजोरी

3. भूख न लगना और उल्टी

4. तेज धड़कन या दिल की धड़कन में असामान्यता

5. पसीना आना और बेहोशी की अवस्था

6. मस्तिष्क या न्यूरोलॉजिकल समस्याएं

यदि किसी व्यक्ति को लो ब्लड प्रेशर से संबंधित इन तरह के सिम्पटम्स हों तो वह आवश्यक चिकित्सा सहायता लेने की आवश्यकता होती है। इसके बिना समस्या की स्थिति बिगड़ सकती है और गंभीर परिणाम हो सकते हैं। यदि आप इस समस्या से ग्रस्त हैं तो तुरंत चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क करना उचित होगा और उनके सुझाव का पालन करना आवश्यक होगा।

लो बी.पी. के कारण ( Cause of Low BP )

लो ब्लड प्रेशर (लो बी.पी.) के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

1. दिल संबंधी समस्याएं: हृदय से संबंधित रोग जैसे कि दिल की बीमारियां, दिल का पंप न कर पाना (हृदय पंप न कर पाना), हृदय अस्थमा आदि लो बी.पी. का मुख्य कारण बन सकते हैं।

2. अनेमिया: कम रक्त काउंट (हेमोग्लोबिन) वाले व्यक्ति को भी लो बी.पी. हो सकता है, क्योंकि कम रक्त काउंट रक्तचाप को कम कर सकता है।

3. डायबिटीज: डायबिटीज (मधुमेह) वाले व्यक्ति में भी बी.पी. की समस्या हो सकती है।

4. थायराइड असंतुलन: थायराइड ग्रंथि के असंतुलन के कारण भी लो बी.पी. हो सकता है।

5. रक्त स्राव में कमी: अनेक कारणों से रक्त स्राव में कमी हो सकती है, जैसे खून की निर्माण में कमी, दस्तावेज़ी रक्त का नुकसान, या अतिरिक्त खून का नुकसान (खून का अधिक बहना)।

6. दवाओं का सेवन: कुछ दवाएं भी लो बी.पी. का कारण बन सकती हैं, जैसे ब्लड प्रेशर नियंत्रक दवाएं, दिल की दवाएं, और बृहदारण्यकोपनिषद के कुछ दवाएं।

लो बी.पी. के कारण का निदान और उपचार चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा किया जाना चाहिए। अगर आपको लो बी.पी. से संबंधित समस्या है, तो आपको व्यावसायिक मेडिकल सलाह लेना उचित होगा।

लो बीपी (लो ब्लड प्रेशर) का परीक्षण ( Diagnosis of Low Blood Pressure in Hindi )

लो बीपी (लो ब्लड प्रेशर) का परीक्षण निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:

1. रोगी का इतिहास (Medical History): डॉक्टर पहले रोगी का पूरा मेडिकल इतिहास पूछता है जिसमें उन्हें रोगी के लक्षणों, उपचार के समय के विवरण, और किसी भी संबंधित समस्याओं के बारे में जानकारी मिलती है।

2. रक्तचाप अवलोकन (Blood Pressure Monitoring): रोगी के रक्तचाप को मापा जाता है जिससे उनके ब्लड प्रेशर का स्तर पता चलता है। यह उपचार योग्य लो बीपी के निदान में मदद करता है।

3. शारीरिक जांच (Physical Examination): डॉक्टर रोगी का शारीरिक जांच करते हैं, जिसमें उन्हें नाड़ी बनाना, डायल के पड़ने की गति, और हृदय की धड़कन जांचना होता है।

4. रक्त परीक्षण (Blood Tests): रक्त परीक्षण लो बीपी के कारण को निदान करने में मदद करता है। हेमोग्लोबिन स्तर, रक्त काउंट, और थायराइड फंक्शन टेस्ट आदि की जांच की जा सकती है।

5. इलेक्ट्रोकार्डियोग्राफी (ECG): ECG टेस्ट के द्वारा दिल की गति और धड़कन की गति की जांच की जा सकती है।

6. उपचार से संबंधित परामर्श: डॉक्टर रोगी के लो बीपी के निदान के आधार पर उपचार संबंधी सलाह देते हैं। इसमें आवश्यकता होने पर उन्हें और जांचें भी सलाह कर सकते हैं, जैसे कि दिल की जांच या शरीर के अन्य अंगों के साथ संबंधित जांच। लो बीपी के निदान के लिए संबंधित चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श करना व्यावसायिक माना जाता है, ताकि सही उपचार व्यवस्था की जा सके।

बीपी लो या कम कितना होता है? ( How much blood pressure is low in Hindi )

ब्लड प्रेशर (बीपी) लो होने पर व्यक्ति के रक्तचाप की मात्रा आयु, स्थिति और अन्य चिकित्सा संबंधित कारणों पर निर्भर करती है। हालांकि, आम तौर पर विभिन्न संगठनों ने लो ब्लड प्रेशर की मानक रेंज निर्धारित की है।

सामान्य रूप से, ब्लड प्रेशर के लिए स्वास्थ्य चिकित्सा विशेषज्ञ निम्नलिखित रेंज को लो ब्लड प्रेशर के रूप में गिनते हैं:

- सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (यानी अपर रक्तचाप) में, आम तौर पर लो बीपी की मानक रेंज कुछ लोगों में 90 या 100 मिमी हग्ग मर्करी (mmHg) से कम होती है।

- डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर (यानी निचला रक्तचाप) में, आम तौर पर लो बीपी की मानक रेंज कुछ लोगों में 60 मिमी हग्ग मर्करी (mmHg) से कम होती है।

यह जरूरी है कि ब्लड प्रेशर की यह रेंज व्यक्ति के आयु, स्थिति और चिकित्सा इतिहास के आधार पर निर्धारित की जाए, इसलिए लो बीपी के मामूले का निदान एक चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा किया जाना चाहिए। अगर आपको ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्या है, तो आपको एक चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श लेना उचित होगा।

लो ब्लड प्रेशर से बचाव ( Prevention of Low Blood Pressure in Hindi )

लो ब्लड प्रेशर से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय निम्नलिखित हैं:

1. प्रतियाशित रुप से पानी पिएं: प्रतियाशित रूप से पानी पीना ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है। रोजाना कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।

2. नमक की मात्रा कम करें: अधिक नमक खाने से ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। नमक की मात्रा को कम करें और स्वस्थ आहार लें।

3. नियमित खाने का ध्यान रखें: नियमित खाना खाना और भूखे न रहने से भी ब्लड प्रेशर कम हो सकता है। नियमित खाना खाने के साथ ध्यान रखें कि आपका आहार पूर्णतया और संतुलित हो।

4. ध्यान दें व्यायाम करने का: योग, ध्यान, या अन्य व्यायाम तकनीकों को अपनाकर ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। नियमित व्यायाम करें और तनाव को कम करने के लिए प्राकृतिक तकनीकों का उपयोग करें।

5. थकान के समय आराम करें: लो ब्लड प्रेशर के लिए आवश्यक है कि आप थकान के समय आराम करें और पर्याप्त नींद लें।

6. नकारात्मक तत्वों से बचें: तनाव, चिंता और नकारात्मक विचारों को कम करने के लिए पॉजिटिव तत्वों को अपनाएं। ध्यान और मेडिटेशन भी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।

7. नियमित चेकअप: यदि आपको लो ब्लड प्रेशर के लक्षण अनुभव हो रहे हैं, तो आपको नियमित चेकअप के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

यह सलाह दी गई नियमित और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करके आप ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रख सकते हैं और लो ब्लड प्रेशर से बच सकते हैं। यदि आपको लगता है कि आपको लो ब्लड प्रेशर हो सकता है, तो अपने चिकित्सक से परामर्श लेना और उनकी सलाह का पालन करना आवश्यक है।

लो ब्लड प्रेशर का इलाज - Low Blood Pressure Treatment in Hindi

लो ब्लड प्रेशर का इलाज निम्नलिखित उपायों से किया जा सकता है:

1. पानी पीना: प्रतिदिन अधिक से अधिक पानी पिएं ताकि रक्तचाप बना रहे। यह रक्तचाप को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

2. नमक की मात्रा बढ़ाएं: थोड़े से नमक के सेवन से रक्तचाप में बढ़ोतरी हो सकती है। नमक की मात्रा बढ़ाकर खाने के उपाय अपनाएं।

3. उपयुक्त आहार: स्वस्थ और उपयुक्त आहार लें। फल, सब्जियां, प्रोटीन और पूरी अनाज के उपयुक्त सेवन करें।

4. व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से रक्त संचार में सुधार हो सकता है। योग, ध्यान और प्राकृतिक व्यायाम आपको लो ब्लड प्रेशर से बचने में मदद कर सकते हैं।

5. स्ट्रेस कम करें: तनाव को कम करने के लिए मेडिटेशन, ध्यान और नियमित व्यायाम करें।

6. धीरे-धीरे उठें: बिस्तर से उठने के समय धीरे-धीरे उठें, झुके नहीं। बिस्तर से उठते समय धीरे-धीरे खड़े होने से चक्कर नहीं आता है।

7. चिकित्सा देखभाल: यदि आपको लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनके द्वारा बताए गए उपचार का पालन करें।

यह जरूरी है कि लो ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए आपको एक चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह और निर्देश का पालन करना चाहिए। अपने चिकित्सक के साथ सही इलाज योजना बनाएं और उन्हें अपनी स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या का संक्षेपण करें जो आपके लो ब्लड प्रेशर के कारण हो सकती हैं।

निम्न रक्तचाप के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ( FAQs for Low Blood Pressure )

1. बीपी लो होने पर तुरंत क्या करना चाहिए?

बीपी लो होने पर तुरंत पानी पिएं, आराम करें और सजग रहें। सीने में एक बढ़ती हुई पोजीशन में बैठें और चेहरे को थंडे पानी से धोएं। यदि समस्या बनी रहती है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ से संपर्क करें।

2. क्या ज्यादा सोचने से लो बीपी हो सकता है?

नहीं, ज्यादा सोचने से लो बीपी नहीं होता है। लेकिन तनाव, खानपान, रुचि के काम की चीजें आदि का सेवन करने से रक्तचाप प्रभावित हो सकता है।

3. अगर बीपी 90 60 है तो क्या होगा?

बीपी 90/60 होने पर यह नीचे आने वाला ब्लड प्रेशर माना जाता है। यह एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी सामान्य हो सकता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह संकेतक हो सकता है।

4. कितने लो बीपी खतरनाक होता है?

बीपी ज्यादा नीचे होने पर दिल की धड़कन बिगड़ सकती है, चक्कर आने लगते हैं, अचानक बेहोशी आ सकती है और गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए बीपी खतरनाक हो सकता है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

5. लो ब्लड प्रेशर में क्या नहीं खाना चाहिए?

लो ब्लड प्रेशर में नमकीन और तली हुई चीजें खाना अधिकतर नहीं चाहिए। ताजा फल, सब्जियां, प्रोटीन, अनाज और हेल्दी खाद्य पदार्थ खाने से लाभ होता है।

6. ब्लड प्रेशर सबसे कम कब होता है?

ब्लड प्रेशर सबसे कम रात के समय होता है, जब आप सोते हैं। इसे 'नाईट ड्रॉप' कहा जाता है और यह स्वस्थ व्यक्तियों में भी सामान्य हो सकता है।

7. लो ब्लड प्रेशर में कौन सा फल खाना चाहिए?

लो ब्लड प्रेशर में केले, सेब, नाशपाती, अनार और ग्रेपफ्रूट जैसे फल खाने से फायदा होता है। इनमें पोटैशियम और विटामिन सी की अधिक मात्रा होती है, जो रक्तचाप को संतुलित करने में मदद करते हैं।

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5 Comments

  • Mohan murari

    Apr 26, 2024 at 3:49 PM.

    Very useful knowladge

    • Myhealth Team

      Apr 26, 2024 at 5:46 PM.

      We are glad you have liked the information.

  • Kamlesh Katyal

    Apr 23, 2024 at 4:13 AM.

    Very informative Thanks lot Hope it helps my low BP

    • Myhealth Team

      Apr 23, 2024 at 6:08 AM.

      You're Welcome!

  • Inder chand jain

    Apr 10, 2024 at 10:06 AM.

    Good information

    • Myhealth Team

      Apr 11, 2024 at 5:59 AM.

      Glad you have liked it!

  • Ramlochsn prasad

    Mar 31, 2024 at 12:24 PM.

    1have taken high BP medicine Aten 25mg of atonal for controlling BP but sudden tomorrow I am feeling to run Bratton my hole body as just current but sir inform to you that time I have take a tobacco pan from panshopkeeper and after I have sleep about 4hrs and after batting and taken the meals and after one hour IHave check the my BP at home BP was founD108/90andplus 89 Sir IRequested to you kindly advise to me what I Can do to safe my life

    • Myhealth Team

      Apr 9, 2024 at 7:36 PM.

      Hi, Thankyou for your comment. It's important to seek immediate medical attention if you experience sudden symptoms like tingling or numbness in your body, especially if you have a history of high blood pressure (BP) or are taking medication for it. Additionally, tobacco use can have adverse effects on your cardiovascular health. We recommend you to please consult your doctor.

  • Manoj Panjeta

    Mar 26, 2024 at 9:23 AM.

    my wife are a low BP patient and i learn many things about BP threw this article. It's helpfull for any BP patient

    • Myhealth Team

      Apr 9, 2024 at 7:34 PM.

      Thankyou Manoj for your feedback

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