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TB Ke Lakshan - कारण, बचाव, इलाज तथा उचित आहार - MyHealth

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TB Ke Lakshan – कारण, बचाव, इलाज तथा उचित आहार

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Feb 3, 2024

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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TB ke lakshan
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ट्यूबरकुलोसिस, जिसे आमतौर पर टीबी (TB) क्षय रोग कहा जाता है, एक घातक बीमारी है जो मैकोबैक्टीरियम ट्यूबर्क्यूलोसिस (Mycobacterium tuberculosis) के कारण होती है। यह बीमारी आमतौर से फेफड़ों को प्रभावित करती है, लेकिन इससे शरीर के अन्य हिस्से भी प्रभावित हो सकते है , ट्यूबरक्लोसिस लंबे समय से सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या रही है। 1800 के समय में, यूरोप में लगभग 30% से अधिक लोगो की मृत्यु टीबी की वजह से हुई ,1940 के दशक की समाप्ति पर एंटीट्यूबरकुलोसिस एंटीबायोटिक्स दवाओं के आने के साथ, ऐसा लगा कि ट्यूबरक्लोसिस के खिलाफ़ जंग जीत ली गयी लेकिन अपर्याप्त सार्वजनिक स्वास्थ्य संसाधनों, HIV/एड्स के कारण प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में कमी, तथा दवा प्रतिरोध के विकास और दुनिया के कई हिस्सों में अत्यधिक गरीबी आदि  जैसे कारकों के कारण, आज भी ट्यूबरक्लोसिस(TB ) दुनिया भर में एक घातक बीमारी बनी हुई है,ट्यूबरकुलोसिस ,टीबी (TB ) से बचाव मुमकिन है अगर आप इसके लक्षणों की पहचान समय रहते कर ले, 

तो आइये जानते है की टीबी के लक्षण, कारण और बचाव क्या है तथा वो कौन कौन से आहार है जिनके सेवन से ट्यूबरकुलोसिस जैसी घातक बीमारी से बचा जा सकता है।  

टीबी क्या है? – What is TB? 

ट्यूबरकुलोसिस जिसे आम भाषा में टीबी कहते हैं। और इसे क्षय रोग के नाम  से भी जाना जाता है, एक आक्रामक रोग है जिसका मुख्य कारण Mycobacterium tuberculosis नामक बैक्टीरिया है। यह मुख्य तौर पर फेफड़ो को प्रभावित करती है लेकिन इससे शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते है।फेफड़ों में होने वाला टीबी सबसे आम प्रकार का होता है। ट्यूबरकुलोसिस का खतरा उन लोगो में ज्यादा होता है जिन्हे एड्स या डायबिटीज हो या या जिनका इम्युनिटी कमजोर हो , ट्यूबरकुलोसिस कोरोना की तरह ही खासी या छींक के द्वारा एक से दूसरे व्यक्ति में फ़ैल सकता है जिससे यह सांस लेने वाले व्यक्ति को और उनके आस-पास के लोगों को संक्रमित कर सकता है। यदि ट्यूबरकुलोसिस की पहचान और उपचार समय रहते ना किया जाए, तो यह गंभीर हो सकता है और जीवन को खतरे में डाल सकता है।

ट्यूबरक्लोसिस के प्रकार – Types of TB

ट्यूबरक्लोसिस (Tuberculosis) के कई प्रकार के होते हैं, 

पुल्मोनरी टीबी (Pulmonary Tuberculosis – TB of the Lungs): यह सबसे सामान्य प्रकार की टीबी है और यह अक्सर हमारी हड्डियों में होती है, जिससे हमारे लंग्स प्रभावित होते हैं।

एक्सट्रापल्मोनरी टीबी (Extrapulmonary Tuberculosis): इस प्रकार की टीबी मुख्य रूप से पुल्मोनरी टीबी के बाहर होती है और शरीर के अन्य हिस्सों को प्रभावित कर सकती है, जैसे कि किडनी, स्पाइन, लाइम्फ नोड्स या ब्रेन।

मिलिटरी टीबी (Miliary Tuberculosis): इसमें बैक्टीरिया रक्तसंचरण के माध्यम से शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैलते हैं, जिससे छोटे ग्रैन्युलोमा बनते हैं जो अनेक अंगों को प्रभावित कर सकते हैं।

लेटेंट टीबी इन्फेक्शन (Latent Tuberculosis Infection): इसमें व्यक्ति बैक्टीरिया के संपर्क में आता है, लेकिन व्यक्ति को कोई लक्षण नहीं होते हैं। इसे छिपा हुआ टीबी भी कहा जाता है और इस रूप में व्यक्ति अनुक्रमण में नहीं है, लेकिन भविष्य में यह सक्रिय हो सकता है।

ड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (Drug-Resistant Tuberculosis): टीबी बैक्टीरिया कुछ दवाओं के प्रति प्रतिरक्षा विकसित कर सकते हैं, जिससे ड्रग-रेसिस्टेंट टीबी हो सकती है। इसमें मल्टीड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (MDR-TB) और एक्सटेंसिव्ली ड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (XDR-TB) शामिल हो सकती हैं, जो और भी जटिल हो सकती हैं।

यह सभी प्रकार किसी को भी हो सकते हैं, और टीबी का सही समय पर पहचान और उपचार करना महत्वपूर्ण होता  है। टीबी का उपचार उपयुक्त और सटीक दवाओं का संयोजन होता है, जो कई महीनों तक चल सकता है।

TB Ke Lakshan –  Symptoms of TB

अगर कोई व्यक्ति TB से पीड़ित है तो उसके अंदर निम्न लक्षण दिखाई देते है जैसे की – 

  •  दीर्घकालिक खाँसी (Persistent Cough) – यह खांसी लंबे समय तक बनी रहती है और रक्त के साथ भी आ सकती है।
  • बुखार (fever ) – टीबी के मरीजों में अक्सर बुखार होता है जो दिन भर बना रहता है और उच्च तापमान पर रहता है।
  •  सीने में दर्द (Chest Pain) – टीबी  से पीड़ित व्यक्ति को  सीने में दर्द का आभास हो सकता है।  
  • खून उगलना (Coughing Up Blood) – कई मामलों में, टीबी के मरीजों को खूनी खांसी हो सकती है, जिसमें खून खांसी के साथ निकल सकता है।
  • थकान और कमजोरी (Fatigue and Weakness) – टीबी के मरीजों में अत्यधिक थकान महसूस हो सकती है, जिसमें ऊर्जा की कमी हो सकती है।
  • अनजाने में वजन कमी (Unintentional Weight Loss) – टीबी के मरीजों में अनुपातिक वजन कमी हो सकती है, जो कई हफ्तों या महीनों में दिख सकती है।
  • बुखार और रात की पसीने (Fever and Night Sweats) – टीबी से पीड़ित व्यक्ति को रात में सोते समय पसीने आ सकते है।  
  • भूख की कमी (Loss of Appetite) – यदि कोई व्यक्ति टीबी  से पीड़ित है तो उसे भूख की कमी हो सकती है।  
  •  सांस की तकलीफ( Shortness of breath) – फेफड़ों के प्रभावित होने के कारण, टीबी के मरीज धीरे-धीरे सांस लेने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं।

TB से पीड़ित व्यक्ति का इलाज समय रहते करवाना चाहिए नहीं तो यह घातक हो सकता है।

टीबी के कारण – Causes of Tuberculosis

टीबी के निम्न कारण हो सकते है जैसे की – 

इंफेक्शन : टीबी की संचरण मुख्यत: हवा में छोड़े गए संक्रमित कणों के साथ होता है, जो संक्रमित व्यक्ति की खासी या छींक से फैल सकता है।

संक्रमित व्यक्तियों से संपर्क: टीबी वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहने से फैल सकता है, जैसे कि घर के सदस्य, दोस्त या समूह के सदस्य।

कमजोर इम्यून सिस्टम :  व्यक्ति की कमजोर रोग प्रणाली और कमजोर आत्मरक्षा क्षमता वाले व्यक्ति को टीबी के होने का जोखिम बढ़ जाता है।

अधिकतम जनसंख्या और गरीबी: गरीब और जनसंख्या की अधिकता वाले क्षेत्रों में टीबी के प्रसार का खतरा अधिक होता है, क्योंकि यहां आधिकांश लोग स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच में कमी के कारण संक्रमित हो सकते हैं।

होशियारी और बचाव: संक्रमण से बचाव के लिए अगर व्यक्ति टीबी संक्रमित है, तो उसे उपचार के लिए तत्पर रहना चाहिए और अन्य लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।

टीबी से बचाव – TB Prevention 

टीबी (तपेदिक) से बचाव के लिए कई उपाय हैं जो आपको सुरक्षित रख सकते हैं। यहां कुछ मुख्य तरीके हैं जैसे की – 

टीबी के खिलाफ वैक्सीनेशन – बीएसजी (बीसीजी) टीका टीबी के खिलाफ एक प्रमुख बचाव है। यह टीबी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है।

टीबी से संरक्षण के लिए स्वास्थ्य देखभाल – यदि आपका कोई परिवार सदस्य टीबी से पीड़ित है, तो आपको उनसे दूर रहना चाहिए और उनके साथ समय बिताने से बचना चाहिए।

शीघ्र चिकित्सा – यदि आप महसूस करते हैं कि आपमें टीबी के संकेत हैं, तो तुरंत चिकित्सा लेना चाहिए। शीघ्र चिकित्सा से बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और आप दूसरों को इससे संक्रमित नहीं करेंगे।

स्वच्छता और हाथों का धोना – हाथों को स्वच्छ रखना और समय-समय पर हाथ धोना भी बीमारियों के प्रसार को रोक सकता है।

योग और सही आहार –  स्वस्थ आहार और नियमित योग आपकी रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ा सकते हैं जिससे आप टीबी जैसी बीमारियों से बच सकते हैं।

टीबी से बचाव के लिए उपयुक्त जानकारी प्राप्त करने के लिए अपने स्वास्थ्य पेशेवर से मिलकर बातचीत करना भी महत्वपूर्ण है। वह आपको आपकी स्थिति के आधार पर सही सलाह देंगे।

टीबी का इलाज – Treatment for Tuberculosis

टीबी का इलाज मुख्यतः एंटीबायोटिक्स का उपयोग करके किया जाता है, जो इन्फेक्शन्स को नष्ट करता है इसके अलावा निम्नलिखित सावधानियों का पालन करना भी महत्वपूर्ण है जैसे की –

  • नियमित रूप से दवाएं लेना और पूरे इलाज की पूरी दवाएं पूरी करना।
  • स्वस्थ और पोषणयुक्त आहार लेना।
  • अधिकतम आराम और पूरी नींद लेना।
  • अन्य लोगों से संपर्क में रहने पर मुखबिंदु रखना।
  • संवेदनशीलता बनाए रखना और डॉक्टर से नियमित रूप से संपर्क में रहना आदि।  

टीबी में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए – What to eat and what not to eat in TB

खाद्य समूहक्या खाएंक्या ना खाएं
उच्च प्रोटीनमांस, मछली, अंडे, दही, पनीर, सोया प्रोडक्ट्सअधिक तेली और तले हुए खाने न खाएं
फल और सब्जियां– अनार, सेब, अमरूद, गाजर, पपीता, तमातर, आम, आलू, गोभी, लौकी, तोरई, बैंगन, पालक, बथुआ, मेथी– अधिक तेज मसाले वाली और तले हुए खाने न खाएं
अनाज और धान्य– ब्राउन राइस, धूले चने, मक्का, जव, गेहूं, ओट्स, बाजरा, रागी– तेली और तले हुए अनाज न खाएं
दूध और दूध प्रोडक्ट्सदूध, छाछ, दही, पनीर– अधिक मिठाई, चॉकलेट और अन्य तेजी से मिठा न खाएं
द्रवियाणु युक्त आहार– दाल खाद्य, खीरा, धनिया, पुदीना, नींबू पानी, बेल पत्ती वाली चायतेजी से जल्दी बाहर खाने वाले खाद्य न खाएं

FAQS 

1. क्या ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) का परमानेंट इलाज संभव है?

हाँ, टीबी का पूर्ण इलाज संभव है, लेकिन इसमें नियमित और सही दवाओं का पूरा कोर्स पूरा करना महत्वपूर्ण है.

2. टीबी का इलाज कितने दिन चलता है?

टीबी का इलाज आमतौर पर 6 महीने से 9 महीने तक चल सकता है, लेकिन यह रोग के प्रकार और स्थिति पर निर्भर करता है.

3. टीबी की दवा कितने दिन में असर करती है?

दवाओं का प्रभाव व्यक्ति की स्थिति पर और टीबी के प्रकार पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्यत: दवाओं का प्रभाव कुछ हफ्तों में दिखना शुरू हो सकता है.

4. टीवी की शुरुआत कैसे होती है?

टीबी आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति से होने वाले संपर्क के माध्यम से हो सकती है, जो हवा के माध्यम से फैल सकती है.

5. टीबी की लास्ट स्टेज क्या है?

टीबी की लास्ट स्टेज में, रोग अधिक गंभीर हो जाता है और संगीतात जिस्म के अन्य हिस्सों में फैल सकता है, जिससे रोग का इलाज कठिन हो जाता है. समय पर इलाज लेना महत्वपूर्ण है ताकि रोग पूरी तरह से ठीक हो सके.

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