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Depression Symptoms in Hindi - डिप्रेशन के लक्षण की पहचान क्यों महत्वपूर्ण है?

Health

Depression Symptoms in Hindi - डिप्रेशन के लक्षण की पहचान क्यों महत्वपूर्ण है?

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Sep 30, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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Depression Symptoms in Hindi - डिप्रेशन के लक्षण की पहचान क्यों महत्वपूर्ण है?
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आजकल के समय में, डिप्रेशन एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। यह मानसिक बीमारी व्यक्ति को उसके अस्तित्व की कमी महसूस कराती है और उन्हें निराश और उदास बना सकती है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम डिप्रेशन के लक्षणों के बारे में विस्तार से बात करेंगे, ताकि इस समस्या के संकेत मिलते ही आप  सही समय पर पहचान सकें और उपचार करवा सके। 

डिप्रेशन के लक्षण 

1 उदासी और अवसाद (Sadness and Depression) -  डिप्रेशन का सबसे प्रमुख लक्षण है 'आव्वल' यानि उदासी और अवसाद की भावना। डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति का मन हमेशा उदास रहता है और वह अपने जीवन में खुशियों को महसूस नहीं करता। वे अकेलापन का सामना करते हैं और अपने आस-पास के दुनियाई माहौल को नकारत्मक देखते हैं।

2 नींद की कमी ( Lack of sleep)  - डिप्रेशन के पेशेवर लक्षणों में से एक यह भी हो सकता है कि आपको नींद नहीं आ रही है या फिर बहुत ज्यादा नींद आ रही है। रात को जागने की समस्या भी आ सकती है, और व्यक्ति अपने दिनचर्या में अच्छी नींद की कमी की ओर बढ़ सकता है।

3. खुद को दुनिया से अलग महसूस करना ( feeling disconnected from the world ) -  

डिप्रेशन के कारण, व्यक्ति अकेलापन का सामना करता है और वह अपने आस-पास के लोगों से दूरी बनाने की कोशिश करता है। उन्हें दुनिया से अलग महसूस होता है और वे अकेलापन की भावना का सामना करते हैं जिसका कोई निर्दिष्ट कारण नहीं होता। वे आपसी संबंधों में समस्याएं पैदा कर सकते हैं और साथ ही वे सामाजिक गतिविधियों से दूर रहने की प्रतिबद्ध हो सकते हैं।

4. भूलने और ध्यान केंद्रित करने में समस्या (The problem of forgetting and difficulty in focusing.) - डिप्रेशन के दौरान, लोग अक्सर भूलने और ध्यान केंद्रित नहीं रह पाते हैं। वे अपने कामों में संकेतात्मकी देख सकते हैं और याददाश्त में कमी हो सकती है। यह लक्षण व्यक्ति की दिनचर्या में काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे उनके कार्यक्षेत्र में कमी आ सकती है।

5. शारीरिक समस्याएं ( Physical issues) - डिप्रेशन के कारण शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि सिरदर्द, पेट दर्द, थकान, और आत्महत्या की चिंता। शारीरिक समस्याएं डिप्रेशन के साथ आती हैं और इसे और भी कठिन बना सकती है।

6. खानपान में बदलाव (Changes in diet) - डिप्रेशन के दौरान, खानपान में बदलाव भी हो सकता है। कुछ लोगो को भूख नहीं लगती जबकि वही कुछ लोग अधिक खाने लग सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप, वजन में बदलाव भी हो सकता है, जो व्यक्ति की शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

7. नकारात्मक विचार ( negative thoughts ) - डिप्रेशन के दौरान, आपके दिमाग में नकारात्मक विचार आ सकते हैं। आपको लग सकता है कि आप अनगिनत गुस्से, निराशा, और निर्ममता के साथ रहते हैं। यह विचार आपके मानसिक स्वास्थ्य को और भी खराब कर सकते हैं और आपको आत्म-समर्पण की ओर ले जा सकते हैं।

8. जीवन में रुचियां खो देना ( losing interest in life ) - डिप्रेशन के कारण आप वो रुचियां खो सकते हैं जो आपको पहले पसंद थीं। आपकी रूचि और उत्साह कम हो सकता है और आप उन गतिविधियों में रुचि नहीं रखते जो आपको खुश करती थीं।

9. स्वास्थ्य  पर ध्यान ना देना ( neglecting health) - डिप्रेशन के दौरान, आप अपने स्वास्थ्य की लापरवाही कर सकते हैं। आपका आहार, व्यायाम, और नियमित चेकअप कर्मचारी द्वारा ध्यान नहीं दिया जा सकता है। इसका परिणाम हो सकता है शारीरिक स्वास्थ्य में समस्याएं जैसे कि ओबेसिटी और दिल की बीमारियों का विकास।

10. आत्महत्या का विचार (Thoughts of suicide) - डिप्रेशन के दौरान, आत्महत्या की चिंता भी हो सकती है। अगर आपके पास ऐसे विचार हैं या आपके पास किसी और के पास ऐसे विचार हैं, तो तुरंत मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सहायता लेना चाहिए। आत्महत्या की चिंता एक गंभीर समस्या है और उसे तुरंत देखभाल की आवश्यकता होती है।

11. आत्म-हानि और खुदकुशी के ख्याल ( Self-harm or self-injury.) - डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य इस तरह से प्रभावित हो सकता है कि वह आत्म-हानि और खुदकुशी के ख्यालों का शिकार हो सकता है। वे अपने आप को नकारात्मक तरीके से देखते हैं और अपने आप को गिराने की कोशिश कर सकते हैं, जिससे उन्हें खतरनाक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है।

12. उत्साह की कमी ( lack of enthusiasm ) -   डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति अक्सर अपने जीवन से उत्साह हार जाते हैं और उन्हें लगता है कि उनके जीवन का कोई महत्वपूर्ण मकसद नहीं है। वे अपने जीवन की मानदंड नीति को खो देते हैं और अपने उद्देश्यों को खो देते हैं।

13. सामाजिक दूरीकरण ( social distance ) - डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति को अकेलापन की भावना का सामना करते हुए सामाजिक दूरीकरण का सामना करना पड़ सकता है। वे आपसी संबंधों में समस्याएं पैदा कर सकते हैं और साथ ही वे सामाजिक गतिविधियों से दूर रहने की प्रतिबद्ध हो सकते हैं।

14. अपने आपको दोषी मानना ( To blame oneself ) - डिप्रेशन के दौरान, व्यक्ति अपने आपको दोषी मानता है और खुद को अपने दुखों का कारण मानता है। वह अपने आप को आलोचना करता है और खुद को गिराने की कोशिश करता है, जिससे उन्हें आत्म-समर्पण की ओर ले जा सकते हैं।

15. आपसी संबंधों में समस्याएं ( issues in interpersonal relationships) -  डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति के आपसी संबंधों में समस्याएं भी हो सकती हैं। वे अपने परिवार और मित्रों के साथ कम रहने का आलंब बना सकते हैं और अपने संबंधों में खतरनाक दूरी का सामना कर सकते हैं।

डिप्रेशन के लक्षण की पहचान क्यों महत्वपूर्ण है?

डिप्रेशन के लक्षणों की पहचान क्यों महत्वपूर्ण है? इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे की - 

1. सही डागनोसिस ( correct diagnosis ) -  - डिप्रेशन के लक्षणों को पहचाना जाना महत्वपूर्ण है ताकि सही डागनोसिस हो सके। डिप्रेशन के लक्षणों को अनदेखा करने से इसका सही इलाज हो सकता है.

2. सही इलाज ( correct treatment ) - - सही लक्षणों की पहचान के बाद, व्यक्ति को सही इलाज मिलता है। डिप्रेशन के इलाज में दवाओं, प्राकृतिक उपचार, और मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का संयोजन किया जा सकता है.

3. स्वास्थ्य सुधारना ( health improvement ) - - डिप्रेशन के समय सही इलाज से, व्यक्ति की आत्मिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह उन्हें उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव करने की क्षमता प्रदान कर सकता है.

4. सामाजिक समर्थन ( social support) -  - डिप्रेशन के लक्षणों की पहचान से, परिवार और दोस्त व्यक्ति के साथ और समय तक सहानुभूति और सामाजिक समर्थन प्रदान कर सकते हैं, जिससे व्यक्ति का सामना करना आसान हो सकता है।

5. आत्महत्या रोकना ( suicide prevention) -   - डिप्रेशन से प्रभावित व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य की सख्ती से देखभाल करने से आत्महत्या की संभावना को कम किया जा सकता है।

6. स्वास्थ्य जीवनशैली ( healthy lifestyle ) - - डिप्रेशन के सही इलाज से, व्यक्ति को स्वास्थ्य जीवनशैली की ओर बढ़ने का मार्ग प्राप्त हो सकता है।

7. स्वास्थ्य और सुखद जीवन ( healthy and happy life ) -  - सही इलाज के बाद, व्यक्ति को स्वास्थ्य और सुखद जीवन का अवसर मिलता है जो उनके आत्मिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है।

इसलिए, डिप्रेशन के लक्षणों की पहचान करना महत्वपूर्ण है ताकि उन्हें सही समय पर सही इलाज मिल सके और वे अपने आत्मिक स्वास्थ्य को सुधार सकें।

Read More- https://redcliffelabs.com/myhealth/health/depression-meaning-in-hindi/

संक्षेप में

डिप्रेशन के लक्षण व्यक्ति के आत्मिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं और उनके दैनिक जीवन को कठिन बना सकते हैं। डिप्रेशन के लक्षणों की पहचान करना महत्वपूर्ण है ताकि सही समय पर सही इलाज मिल सके और व्यक्ति का आत्मिक स्वास्थ्य सुधार सके। अगर आपको या किसी और को डिप्रेशन के लक्षण मिलते हैं, तो आपको मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से सहायता लेनी चाहिए ताकि आप या वह सही इलाज प्राप्त कर सकें और आत्मिक स्वास्थ्य को सुधार सकें।

डिप्रेशन के बारे में और भी जानकारी प्राप्त करने के लिए, आप मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क कर सकते हैं और उनकी सलाह और सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

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2 Comments

  • Jaspreet Kaur

    Apr 13, 2024 at 4:45 AM.

    Mujhe same all symptoms hai bus apni life ka kush importance nhi hai buss mrne ke khyaal aate hai gussa bhut ataa hai mai kya kru

    • Myhealth Team

      Apr 15, 2024 at 5:17 PM.

      Hi, You need to think about positives in your life. Be active, Be with your family. FInd a hoby. And also consult with your doctor.

  • ishpreet kaur gill

    Oct 3, 2023 at 3:51 AM.

    Good

    • Myhealth Team

      Oct 7, 2023 at 7:33 AM.

      Great! If you have any more questions or need assistance in the future, feel free to reach out. Have a wonderful day!

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