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डेंगू के लक्षण: कारण, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए

Fever

डेंगू के लक्षण: कारण, क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए

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Medically Reviewed By
Prof. Ashok Rattan

Written By Komal Daryani
on Oct 8, 2024

Last Edit Made By Komal Daryani
on Oct 9, 2024

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डेंगू के लक्षण: कारण,  क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए
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एक श्रोत के अनुसार, 2024 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को 7.5 मिलियन से अधिक डेंगू के मामले मिले हैं, जिनमें से 3.2 मिलियन मामलों की पुष्टि हो चुकी है। यह आंकड़ा वैश्विक स्तर पर डेंगू के प्रसार की गंभीरता को दर्शाता है। 

डेंगू से निपटने के लिए लोगों को जागरूक करना, मच्छर-जनित बीमारियों से बचाव के उपायों को अपनाना और समय पर चिकित्सा सहायता लेना बेहद ज़रूरी है।

विशेषज्ञों के अनुसार, जलवायु परिवर्तन के कारण मच्छरों का प्रजनन बढ़ रहा है, जिससे डेंगू के मामलों में वृद्धि हो रही है। डेंगू गंभीर रूप से जानलेवा हो सकता है। 

आइए जानते हैं डेंगू के लक्षण, कैसे हम बच सकते हैं, किन वजहों से डेंगू हो सकता है, और डेंगू को पनपने से कैसे रोकें। आइए इन सभी प्रश्नों को हम विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे।

डेंगू के लक्षण ( Dengue Symptoms )

डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है। डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमित व्यक्ति के मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन बाद दिखाई देते हैं। यहां हम डेंगू के प्रमुख लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे:

1. तेज बुखार

डेंगू के मरीजों में अचानक तेज बुखार आता है, जो 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। यह बुखार सामान्यत: 2 से 7 दिनों तक रहता है। बुखार के साथ शरीर में ठंडक महसूस होना भी सामान्य है।

2. सिरदर्द

डेंगू से ग्रसित व्यक्ति को सामान्यत: तेज सिरदर्द का सामना करना पड़ता है, विशेषकर आंखों के पीछे। यह सिरदर्द इतना तीव्र हो सकता है कि सामान्य दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकता है।

3. पेशियों और जोड़ों में दर्द

इस बीमारी में मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द महसूस होता है, जिसे "ब्रेकबोन फीवर" भी कहा जाता है। मरीज इस दर्द को बहुत गंभीर मानते हैं, जिससे चलने-फिरने में भी कठिनाई हो सकती है।

4. त्वचा पर दाने

कुछ मरीजों में त्वचा पर लाल दाने (रैशेस) निकल सकते हैं, जो आमतौर पर बुखार के साथ दिखाई देते हैं। ये दाने धीरे-धीरे बढ़ सकते हैं और शरीर के विभिन्न हिस्सों में फैल सकते हैं।

5. थकान और कमजोरी

डेंगू के कारण व्यक्ति में अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है। यह कमजोरी कुछ दिनों तक बनी रह सकती है, जिससे रोज़मर्रा की गतिविधियों में बाधा आती है।

6. जी मिचलाना और उल्टी

कुछ मामलों में मरीजों को जी मिचलाने और उल्टी की समस्या भी हो सकती है। यह लक्षण डेंगू के अन्य लक्षणों के साथ जुड़कर स्थिति को और भी गंभीर बना सकता है।

7. रक्तस्राव

गंभीर मामलों में, डेंगू से ग्रसित व्यक्ति में रक्तस्राव (जैसे नाक या मसूड़ों से) हो सकता है। यह स्थिति डेंगू हेमोरेजिक बुखार (Dengue Hemorrhagic Fever) का संकेत हो सकती है, जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है।

8. अन्य लक्षण

  • भूख में कमी: मरीजों को भूख कम लगती है, जिससे उनका वजन घट सकता है।
  • आंखों में दर्द: कुछ मरीजों को आंखों के पीछे या अंदर दर्द महसूस हो सकता है।
  • नींद में व्यवधान: बुखार और दर्द के कारण नींद में परेशानी हो सकती है।

डेंगू की रोकथाम के लिए कौन-कौन से टेस्ट करवाना जरूरी है? ( What Tests Are Necessary for Dengue Prevention? )

यदि किसी व्यक्ति को डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उचित जांच करना आवश्यक है। यहां कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट दिए गए हैं जो डेंगू की पहचान और स्थिति का पता लगाने में मदद करते हैं:

1- डेंगू NS1 एंटीजन टेस्ट ( Dengue NS1 Antigen Test )

यह टेस्ट संक्रमण के पहले 1-7 दिनों में किया जाता है। यह डेंगू वायरस के प्रोटीन को पहचानता है और जल्दी परिणाम देता है।

  1. डेंगू IgM और IgG एंटीबॉडी टेस्ट ( Dengue IGG & IGM Antibody Test )

IgM एंटीबॉडी टेस्ट: यह टेस्ट डेंगू के संक्रमण के 5-7 दिन बाद किया जाता है। यह हालिया संक्रमण की पहचान करता है।

IgG एंटीबॉडी टेस्ट: यह टेस्ट संक्रमण के बाद शरीर में एंटीबॉडी के बनने की पहचान करता है और पुरानी या पुनः संक्रमण का संकेत देता है।

  1. CBC (Complete Blood Count) टेस्ट

डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो सकती है। CBC टेस्ट से खून में प्लेटलेट्स, हेमोग्लोबिन और अन्य महत्वपूर्ण मानकों की जांच की जाती है, जो डेंगू के लक्षणों की गंभीरता को दर्शाता है।

  1. प्लेटलेट काउंट टेस्ट

प्लेटलेट्स की संख्या डेंगू के दौरान महत्वपूर्ण होती है। यह टेस्ट विशेष रूप से उन मरीजों के लिए जरूरी है, जिनमें डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं।

  1. डेंगू PCR (Polymerase Chain Reaction) टेस्ट

यह टेस्ट डेंगू वायरस की जीन की पहचान करता है और संक्रमण की पुष्टि करता है। यह टेस्ट विशेष रूप से गंभीर मामलों में उपयोगी है।

डेंगू से बचने के लिए कौन सी सावधानियाँ अपनानी चाहिए? ( What precautions should be taken to prevent dengue? ) 

डेंगू खासतौर पर मानसून के मौसम में अधिक होती है। डेंगू से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ अपनाई जानी चाहिए:

  1. मच्छरदानी का उपयोग करें
    रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। यह आपको मच्छरों से सुरक्षित रखता है, खासकर जब आप खुले स्थान पर सोते हैं।
  2. स्वच्छता बनाए रखें
    घर के आस-पास जल जमाव न होने दें। मच्छर अंडे देने के लिए स्थिर जल की आवश्यकता होती है। गंदगी और कचरा साफ रखें।
  3. कीटनाशकों का उपयोग करें
    घर के भीतर और बाहर कीटनाशक स्प्रे का प्रयोग करें। यह मच्छरों को दूर रखने में मदद करता है।
  4. मच्छर रोधी क्रीम का इस्तेमाल करें
    मच्छर रोधी क्रीम या स्प्रे का उपयोग करें, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मच्छर अधिक होते हैं।
  5. खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें
    रात के समय खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें या उन पर जाली लगाएं ताकि मच्छर घर के अंदर न आ सकें।
  6. जल संचयन करें
    अगर आपके घर में पानी का टैंक या कंटेनर है, तो उसे ढक कर रखें। इससे मच्छर अंडे नहीं दे पाएंगे।
  7. नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं
    अगर आप डेंगू के लक्षण महसूस करते हैं, जैसे बुखार, सिरदर्द या मांसपेशियों में दर्द, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डेंगू होने के कारण ( Causes of Dengue )

डेंगू एक वायरल बुखार है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर आमतौर पर दिन के समय सक्रिय होते हैं, डेंगू के संक्रमण के कई प्रमुख कारण होते हैं:

  1. मच्छरों का प्रजनन: डेंगू फैलाने वाले मच्छर आमतौर पर ठहरे पानी में अपने अंडे देते हैं। अगर आपके आस-पास का वातावरण साफ नहीं है और पानी जमा हो रहा है, तो मच्छरों का प्रजनन तेजी से होता है।
  2. जलवायु परिवर्तन: गर्मी और बारिश के मौसम में डेंगू के मामलों में वृद्धि होती है। गर्मी मच्छरों की प्रजनन दर को बढ़ाती है, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ जाती है।
  3. अस्वच्छता: यदि आपके आसपास का वातावरण साफ नहीं है और कचरा या ठहरा पानी है, तो यह डेंगू के लिए अनुकूल स्थान बन सकता है।
  4. मच्छरों का काटना: जब एक संक्रमित मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो वायरस उस व्यक्ति में फैल जाता है।

डेंगू से कितनी RBC और WBC की संख्या गिर जाती है? (How Much Do RBC and WBC Count Decrease in Dengue?)

डेंगू बुखार के दौरान रक्त कोशिकाओं, विशेष रूप से रेड ब्लड सेल्स (RBC) और व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC) की संख्या में गिरावट देखी जा सकती है।

RBC (Red Blood Cells)

:डेंगू में प्लेटलेट्स के साथ-साथ RBC की संख्या में भी गिरावट हो सकती है। आमतौर पर, RBC की संख्या 10% से 30% तक गिर सकती है, लेकिन यह व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और बीमारी की गंभीरता पर निर्भर करता है।

WBC (White Blood Cells)

डेंगू के कारण WBC की संख्या में भी कमी आ सकती है। WBC की संख्या में सामान्यत: 20% से 50% की कमी देखी जा सकती है।

प्लेटलेट्स

प्लेटलेट्स की संख्या में सबसे अधिक गिरावट होती है, जो कभी-कभी 10,000 प्रति माइक्रोलीटर तक जा सकती है, जो कि गंभीर डेंगू की स्थिति में होता है। सामान्य स्तर 150,000 से 450,000 प्रति माइक्रोलीटर होता है।

डेंगू में क्या खाना चाहिए? ( What to Eat in Dengue? )

डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को सही आहार का चयन करना आवश्यक है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थों के बारे में बताया गया है जो डेंगू के दौरान खाने में मदद कर सकते हैं:

1. तरल पदार्थ

  • पानी: डेंगू में पानी की कमी हो सकती है। इसलिए, दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।
  • नारियल पानी: यह प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है और शरीर को हाइड्रेटेड रखता है।
  • फलों का जूस: संतरे, अनार, और नींबू का रस शरीर की प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है।

2. पत्तेदार सब्जियाँ

  • पालक और मेथी: ये हरी पत्तेदार सब्जियाँ आयरन और विटामिन से भरपूर होती हैं, जो खून की कमी को पूरा करती हैं।

3. फलों का सेवन

  • पपीता: पपीते के पत्ते डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करते हैं। पपीता खाना या उसका जूस पीना फायदेमंद हो सकता है।
  • केला: यह आसानी से पचने वाला फल है और ऊर्जा प्रदान करता है।

4. हल्का और पौष्टिक भोजन

  • दाल और चावल: दालें प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं और चावल आसानी से पचने वाला होता है।
  • उबली हुई सब्जियाँ: उबली हुई सब्जियाँ जैसे गाजर, ब्रोकोली और लौकी पोषण के लिए अच्छे विकल्प हैं।

डेंगू में क्या नहीं खाना चाहिए? (What Not to Eat in Dengue?)

कुछ खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें डेंगू में खाने से बचना चाहिए, क्योंकि ये स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें:

1. तला-भुना खाना

  • जंक फूड: पिज्जा, बर्गर, चिप्स आदि जैसे तले-भुने और तैलीय खाद्य पदार्थ पाचन में कठिनाई पैदा कर सकते हैं और शरीर की ऊर्जा को कम कर सकते हैं।

2. प्रोसेस्ड फूड

  • स्ट्रॉबेरी, डिब्बाबंद सब्जियाँ और फास्ट फूड: इन खाद्य पदार्थों में अक्सर प्रिजर्वेटिव्स और शर्करा होती है, जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।

3. अत्यधिक मीठा और नमकीन

  • ज्यादा मीठे खाद्य पदार्थ: जैसे मिठाईयाँ, चॉकलेट और शीतल पेय। ये इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं।
  • नमकीन: चिप्स और अन्य नमकीन खाद्य पदार्थों से बचें, क्योंकि ये शरीर में पानी की कमी कर सकते हैं।

4. डेयरी प्रोडक्ट्स

  • भारी डेयरी उत्पाद: जैसे पनीर और क्रीम। ये पाचन में भारी हो सकते हैं और शरीर को ज्यादा ऊर्जा नहीं देते।

5. कैफीन और अल्कोहल

  • चाय, कॉफी और शराब: ये पदार्थ शरीर को हाइड्रेटेड नहीं रखते हैं और इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं।

6. दर्द निवारक दवाएँ

  • एस्पिरिन और इबुप्रोफेन: ये दवाएँ डेंगू के मरीजों के लिए उचित नहीं हैं, क्योंकि ये प्लेटलेट्स को और कम कर सकती हैं। हमेशा डॉक्टर की सलाह लें।

FAQ 

1- डेंगू क्या है?

डेंगू एक वायरल संक्रमण है, जो डेंगू वायरस के कारण होता है। यह मुख्य रूप से एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है।

2- डेंगू कैसे फैलता है?

डेंगू वायरस संक्रमित एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। जब मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति को काटता है और फिर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वायरस फैलता है।

3- डेंगू से कैसे बचा जा सकता है?

डेंगू से बचाव के लिए ठहरे पानी को हटाना, मच्छर रोधक (repellents) का उपयोग करना और मच्छरदानी का प्रयोग करना महत्वपूर्ण है। स्वच्छता बनाए रखना भी आवश्यक है।

4- डेंगू का उपचार कैसे किया जाता है?

डेंगू का कोई विशेष एंटीवायरल उपचार नहीं है। आमतौर पर, बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल का उपयोग किया जाता है और शरीर में तरल की मात्रा बनाए रखने की सलाह दी जाती है।

5- क्या डेंगू से ठीक होने के बाद पुनः संक्रमण हो सकता है?

हाँ, एक व्यक्ति को डेंगू से ठीक होने के बाद दूसरी बार संक्रमित होने का खतरा होता है। लेकिन दूसरी बार का संक्रमण अक्सर अधिक गंभीर हो सकता है।

6- डेंगू के दौरान क्या खाना चाहिए?

डेंगू के दौरान हल्का और पौष्टिक भोजन, जैसे फल, सब्जियाँ, दलहन, और दालें खानी चाहिए। पर्याप्त तरल पदार्थ पीना भी आवश्यक है।

7- डेंगू का संक्रमण कितना समय रहता है?

डेंगू के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर के काटने के 4 से 10 दिन बाद प्रकट होते हैं और सामान्यतः 7 से 10 दिन में ठीक हो जाते हैं।

8- क्या डेंगू के संक्रमण का कोई घरेलू इलाज है?

हाइड्रेशन, आराम, और बुखार कम करने के लिए पैरासिटामोल जैसे ओवर-द-काउंटर दवाएं सामान्य घरेलू उपचार हैं।

9- क्या डेंगू बुखार में बुखार हमेशा होता है?

हाँ, डेंगू बुखार के सबसे सामान्य लक्षणों में तेज बुखार शामिल होता है, जो 38 से 40 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है।

10- डेंगू के लक्षण कब गंभीर हो सकते हैं?

डेंगू के लक्षण गंभीर हो सकते हैं यदि बुखार के 3 से 7 दिन बाद अचानक कमी आती है और फिर से लक्षण बढ़ते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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