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Amylase Test in Hindi: एमाइलेज़ टेस्ट क्या, कब, और क्यों किआ जाता है

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Amylase Test in Hindi: एमाइलेज़ टेस्ट क्या, कब, और क्यों किआ जाता है

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Medically Reviewed By
Dr Sohini Sengupta

Written By admin
on Mar 2, 2024

Last Edit Made By admin
on Mar 18, 2024

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Amylase Test in Hindi
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जब किसी बीमारी का सामान्य रूप से पता नहीं चलता है, तब डॉक्टर बीमारी का पता लगाने के लिए कई तरह के टेस्ट करने की सलाह देते हैं। इन टेस्ट में एमाइलेज टेस्ट का नाम भी शामिल हैं। एमाइलेज टेस्ट कैसे और किस लिए किया जाता है, इस संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दे रहें हैं।

एमाइलेज एक एंजाइम है, जो एक प्रकार का प्रोटीन होता है और यह आपके शरीर में कार्बोहाइड्रेट को तोड़ने में मदद करता है। आपके मुंह में लार ग्रंथियां और पैंक्रियाज़ एमाइलेज बनाती हैं।

आपके ब्लड और यूरिन में आमतौर पर थोड़ी मात्रा में एमाइलेज होता है। लेकिन एमाइलेज लेवल के ज्यादा या कम होने पर पैंक्रियाज़ या लार ग्रंथि की समस्या या किसी अन्य बीमारी का संकेत हो सकता है।

इस टेस्ट के दूसरे नाम हैं एमी टेस्ट, सीरम एमाइलेज, यूरिन एमाइलेज है। 

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एमाइलेज़ टेस्ट क्या है?

एमाइलेज़ टेस्ट, जो कई बार एमाइलेज़ लेवल टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है, अमाइलेज़ नामक एक एंजाइम के लेवल को मापने के लिए किया जाता है। यह एंजाइम पैंक्रिएटिक ड्राइव (पेट की ग्लैंड) द्वारा उत्पन्न किया जाता है और आहार को पचाने में मदद करता है।

एमाइलेज़ टेस्ट का उपयोग मुख्य रूप से पेट की समस्याओं की जाँच करने में किया जाता है, जैसे कि पैंक्रिएटाइटिस (पैंक्रिएटिक सूजन), पेट की दर्द, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग, या अन्य पाचन संबंधी समस्याएं। यह टेस्ट डॉक्टर को यह देखने में मदद करता है कि क्या पेट की समस्या उत्पन्न हो रही है और क्या इसमें पैंक्रिएटिक अंग की कोई समस्या है।

यदि ब्लड में एमाइलेज का लेवल 30 -110 यूनिट प्रति लीटर है तो नार्मल माना जाता है।

एमाइलेज़ टेस्ट कब किया जाता है?

एमाइलेज़ टेस्ट कई समस्याओं की जाँच करने के लिए किया जाता है, जैसे कि:

  • पैंक्रिएटाइटिस (पैंक्रिएटिक सूजन): जब पैंक्रिएटिक सूजन होता है, तो एमाइलेज़ लेवल बढ़ जाता है। इसलिए, एमाइलेज़ टेस्ट पैंक्रिएटाइटिस की जाँच के लिए जरूरी होता है।
  • पेट की समस्याएं: अन्य पेट संबंधी समस्याओं जैसे कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग या पेट की दर्द के मामले में भी एमाइलेज़ टेस्ट किया जा सकता है।
  • पाचन संबंधी समस्याएं: जब व्यक्ति को पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, तो डॉक्टर एमाइलेज़ टेस्ट करने की सलाह देते हैं।

एमाइलेज टेस्ट कौन करता है?

एमाइलेज टेस्ट को आमतौर पर जनरल प्रैक्टीशनर द्वारा किया जाता है। कई बार सामान्य डॉक्टर भी इस टेस्ट को कर सकते हैं।

एमाइलेज़ टेस्ट की तैयारी कैसे करें?

आपके हेल्थकेयर डॉक्टर आपसे आपके सभी पेशाब को 24 घंटे के अंतराल में कलेक्ट करने का सुझाव दे सकते हैं। इसका कारण है कि यूरिन की एमाइलेज सामग्री दिनभर में बदलती रहती है। ऐसा करके, आपके डॉक्टर को आपके एमाइलेज लेवल की अधिक सटीक जानकारी मिल सकती है। इस टेस्ट के लिए घर पर नमूना लेने के लिए आपको एक कंटेनर और खास इंस्ट्रक्शनमिलते हैं, इसलिए आपको सभी इंस्ट्रक्शंस को मनाना चाहिए।

आमतौर पर, आपको टेस्ट से 8 से 12 घंटे तक कुछ भी न खाने की सलाह भी दी जा सकती है, जिसका मतलब है कि आपको पानी के अलावा कुछ भी नहीं खाना-पीना चाहिए। शराब या अन्य नशे आदि से 24 घंटे पहले से ही बचना भी आवश्यक है।

अगर आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं उसकी जानकारी डॉक्टर को दें, क्योंकि कुछ दवाओं का प्रयोग आपके एमायलेज टेस्ट के रिजल्ट को प्रभावित कर सकता है। इसमें एस्पिरिन, कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स, Water pill, इंडोमेथेसिन, ओपियोइड्स, और मौखिक गर्भ निरोधक शामिल हो सकते हैं।

एमाइलेज़ टेस्ट की तैयारी करने के लिए निम्नलिखित कदम अनुसरण किए जा सकते हैं:

  • डॉक्टर के साथ बातचीत: सबसे पहले, अपने डॉक्टर से उनके सुझाव और दिशा निर्देश पूछें। वे आपको इस टेस्ट के बारे में सभी आवश्यक जानकारी प्रदान करेंगे और आपकी तैयारी में मदद करेंगे।
  • खानपान की देखभाल: एमाइलेज़ टेस्ट के पहले, डॉक्टर आमतौर पर आपको अपने खानपान में कुछ बदलाव करने की सलाह देंगे, जैसे कि रोजाना पानी पीना और हेल्दी भोजन लेना शामिल हैं।
  • निर्देशों का पालन: डॉक्टर के द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का पालन करें, जैसे कि परीक्षण से पहले निर्देशित भोजन की सीमाएं।
  • इलाज और दवाओं का संभाल: यदि आपको कोई निर्देशित इलाज या दवाइयाँ लेनी हैं, तो उन्हें समय पर लें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
  • टेस्ट के दिन की तैयारी: टेस्ट के दिन, सुनिश्चित करें कि आपने पूरी तरह से खाना नहीं खाया है (जैसा कि डॉक्टर ने कहा हो) और सभी आवश्यक डॉक्यूमेंट्स और रिपोर्ट्स ले लें।
  • चिंता मुक्त रहें: एमाइलेज़ टेस्ट के बारे में चिंता न करें। यह एक साधारण और सुरक्षित प्रक्रिया है, और अधिकांश मामलों में बहुत तेजी से संपन्न हो जाती है।

एमाइलेज रक्त परीक्षण के दौरान मुझे क्या अपेक्षा करनी चाहिए?

एमाइलेज ब्लड टेस्ट के दौरान, आप निम्नलिखित चीजों की उम्मीद कर सकते हैं:

  • रक्त नमूना: इस टेस्ट में लिए डॉक्टर रक्त का सैंपल लेते हैं। रक्त को अक्सर हाथ के बांह से लिया जाता है। रक्त को कलेक्ट करके लब में परिक्षण के लिए भेजा जाता हैं।
  • टेस्ट की प्रक्रिया: एमाइलेज रक्त टेस्ट के दौरान, डॉक्टर या अन्य चिकित्सक आपके रक्त का नमूना लेते हैं। यह प्रक्रिया आमतौर पर बहुत तेजी से होती है और आपके लिए असहजता का कारण नहीं बनती है।
  • दर्द या असहजता: रक्त लेने के बाद, कुछ लोगों को हल्का दर्द या असहजता महसूस हो सकती है। यह नियमित है और सामान्यतः छोटी-मोटी होती है।
  • संपर्क में रहना: आपके डॉक्टर के सलाह के अनुसार, आपको रक्त लेने के बाद भी उनसे संपर्क में रहने की सलाह दी जा सकती है।
  • अतिरिक्त निर्देश: डॉक्टर आपको रक्त टेस्ट के बाद कुछ अतिरिक्त निर्देश भी दे सकते हैं, जैसे कि कुछ समय तक व्यायाम या अतिरिक्त देखभाल के लिए।

एमाइलेज़ टेस्ट के जोखिम क्या हैं?

एमाइलेज़ टेस्ट के कुछ जोखिम निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • दर्द- एमाइलेज़ टेस्ट के दौरान सुई चुभाने पर कुछ लोगों को दर्द महसूस हो सकता है। खासकर उस जगह पर जहाँ एलेक्ट्रॉड लगे होते हैं।
  • खून बहना- एमाइलेज़ टेस्ट के दौरान रक्तस्राव की संभावना हो सकती है, खासकर एलेक्ट्रोड्स के स्थान पर चोट लगती है।
  • संक्रमण- यदि प्रोड के संपर्क के जगह को अच्छे से साफ़-सफाई की देखभाल न की गई हो, तो इन्फेक्शन की संभावना हो सकती है।
  • विशेष परिस्थितियाँ- कुछ विशेष परिस्थितियाँ, जैसे कि शारीरिक अक्षमता, संयमित होने की क्षमता, या न्यूरोलॉजिकल विकार, EMG परीक्षण को कठिन बना सकती हैं और परीक्षण के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।

एमाइलेज़ टेस्ट को डॉक्टर की सलाह पर कराए और डॉक्टर द्वारा बताए गए बातों को ध्यान में रखें। साथ ही एमाइलेज़ टेस्ट के बारे में अधिक जानने के लिए redcliffe लैब से संपर्क कर सकते हैं।

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