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TLC परीक्षण: संक्षिप्त जानकारी और महत्व - MyHealth

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TLC परीक्षण: संक्षिप्त जानकारी और महत्व

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Oct 15, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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TLC परीक्षण
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टीएलसी टेस्ट का मतलब है टोटल ल्यूकोसाइट्स काउंट और हमारे शरीर के सफ़ेद ब्लड सेल्स को ल्यूकोसाइट्स कहते हैं। ये हमारे इम्यून सिस्टम का अहम् हिस्सा है जो किसी इन्फेक्शन या बीमारी से लड़ने में सहायता करता है। शरीर में TLC का बढ़ा होना सामान्यतः किसी इन्फेक्शन की निशानी है।

टीएलसी टेस्ट क्या है? (TLC Test in Hindi)

टीएलसी टेस्ट एक सामान्य ब्लड टेस्ट है। इस टेस्ट से रक्त में ल्यूकोसाइट्स (सफेद रक्त कोशिकाओं) की संख्या का पता लगाया जाता है। इसे डब्ल्यूबीसी काउंट ( WBC count) नाम से भी जाना जाता है। सफेद ब्लड सेल्स हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधक का काम करते हैं और तरह-तरह के वायरस, बैक्टीरिया तथा रोगाणुओं से लड़ते हैं। साथ ही, ये किसी भी प्रकार के इन्फेक्शन और सूजन आदि को ठीक करने में मदद करती हैं। 

सफ़ेद ब्लड सेल्स के पांच भाग होते हैं -

  1. न्यूट्रोफिल 
  2. इओसिनोफिल्स 
  3. बासोफिल्स 
  4. लिम्फोसाइट्स 
  5. मोनोसाइट्स 

ये पांचों मिलकर ल्यूकोसाइट्स या सफ़ेद ब्लड सेल्स बनाते हैं।

टीएलसी टेस्ट क्यों आवश्यक है? (Why TCL Test is Important?)

यह टेस्ट आपके रक्त में लिम्फोसाइटों की संख्या बताता है जो कि आपके रोगों से लड़ने की क्षमता को जांचने में मदद करता है। इस टेस्ट से आपके शरीर में रहने वाले जर्म्स जैसे वायरस (Virus), बैक्टीरिया (bacteria) तथा रोगाणु का पता लगाया जा सकता है। जिससे सूजन, इम्यून डेफिसिएंसी या ब्लड कैंसर जैसे रोगों का उपचार करने में आसानी होती है। इसके अलावा, टीएलसी टेस्ट से आपके शरीर में तरह-तरह के रोगों द्वारा हो रहे बदलावों को भी ट्रैक करने में मदद मिलती है। 

यदि टीएलसी टेस्ट के रिजल्ट असामान्य हैं, तो ये इसके संकेत देता है कि शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कमजोर है और किसी भी बीमारी से बहुत जल्दी इन्फेक्टेड हो सकता है।

टीएलसी टेस्ट कैसे किया जाता है? (How TLC Test is Done?)

इस टेस्ट को करने के लिए पैथोलॉजिस्ट आपके बांह की नस में सुई डालकर रक्त का एक नमूना लेते हैं। इसे लाल रंग के ट्यूब में कलेक्ट किया जाता है इसके बाद इस नमूने का प्रयोगशाला में भेजकर लिंफोसाइट्स की संख्या को जांचा जाता है। 

कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी) करने के बाद यदि सफेद ब्लड सेल्स की संख्या के बारे में गहन जानकारी प्राप्त करनी होती है, तो “फ्लो साइटोमेट्री” प्रक्रिया को अपनाया जाता है। इस तरीके से बढ़े हुए लिंफोसाइट्स के रिस्पॉन्स और व्यवहार का पता लगाया जाता है।

टीएलसी टेस्ट के लिए बरती जाने वाली सावधानियां: (Precautions Needs to be Taken For TLC Test)

  1. नमूना लेते समय स्वस्थ्य कर्मी को अपने हाथों को सैनिटाइज़ करने की जरुरत होती है। इससे इन्फेक्शन का खतरा नहीं होता।
  2. टीएलसी टेस्ट का नमूना सही समय पर लिया जाना चाहिए क्योंकि लिम्फोसाइटों की संख्या बदल सकती है। इसलिए डॉक्टर के कहने पर आपको नमूना देना चाहिए।
  3. टेस्ट से पहले तनाव और भारी व्यायाम करना बंद करें क्योंकि ऐसा करने से टीएलसी संख्या पर प्रभाव डाल सकते हैं।
  4. टेस्ट के पहले विशेष तरह खाने-पीने के नियमों का पालन करें क्योंकि भोजन आपके टीएलसी टेस्ट के रिजल्ट पर असर डाल सकते हैं। डॉक्टर के परामर्श के अनुसार अपने आहार पर नियंत्रण रखें।
  5. यदि आपको पहले से कोई बीमारी है या कोई दवाई ले रहें है, तो उसे डॉक्टर के साथ साझा कीजिए और उनके दिए हुए निर्देशों का पालन करें।

टीएलसी टेस्ट का परिणाम: (TLC Test Results)

टीएलसी की नार्मल वैल्यू 4000 माइक्रो लीटर से 11000 माइक्रो लीटर होती है और वयस्कों के मुकाबले बच्चों में यह संख्या अधिक होती है।

टीएलसी टेस्ट की सीमा (normal range):

बच्चे, 2 वर्ष से ऊपर और वयस्क5000 – 10,000/mm3
बच्चे, 2 वर्ष से कम6200 – 17000/mm3
नवजात शिशु9,000 – 30,000mm3

लिंफोसाइट्स:

लिंफोसाइट्स तीन प्रकार के होते हैं टी सेल, बी सेल और एनके सेल। टी लिंफोसाइट सेल्स का उपयोग कैंसर सेल्स को मारने के लिए किया जाता है, बी लिंफोसाइट सेल शरीर में एंटीबॉडी बनाती है, एनके सेल्स प्राकृतिक हत्यारे होते हैं और ये सेल्स वायरस के साथ ही साथ, कैंसर सेल्स को भी मार सकते हैं। वहीं, एनके सेल्स इन्फेक्शन को पहचान कर उसे ख़त्म कर देती है।

किन परिस्थिति में टीएलसी बढ़ता या घटता है: (In Which Conditions TLC may Increase or Decrease)

टीएलसी बढ़ सकता है -

  1. जब आपके शरीर में इन्फेक्शन होता है, तो लिम्फोसाइटों की संख्या बढ़ सकती है। यदि व्यक्ति किसी वायरल, फंगल, बैक्टीरिया या आघात द्वारा संक्रमण, सूजन, आमवाती गठिया, यूरिन इन्फेक्शन, गाउट से जूझ रहा हो, तब टीएलसी की मात्रा शरीर में बढ़ जाती है।
  2. कुछ दवाओं के सेवन से भी टीएलसी संख्या बढ़ा सकती है। जैसे कीमोथेरेपी की दवाइयां और स्टेरॉयड।

 टीएलसी घट सकता है -

  1. साँस के इन्फेक्शन से, जैसे- जिका वायरस, एचआईवी या एड्स के कारण 
  2. लिम्फोमा जैसे कैंसर के कारण भी टीएलसी घट सकती है 
  3. बढ़ती उम्र के साथ भी टीएलसी की संख्या में कुछ मात्रा में गिरावट आ सकती है .

टीएलसी को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक जानकारी: (Tips to Control TLC Levels)

टीएलसी को नियंत्रण में रखने के लिए अच्छी स्वास्थ्य संबंधी आदतों को अपनाना आवश्यक है। अच्छे खानपान के साथ मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखना, वजन पर नियंत्रण रखना तथा दिल की सेहत का ध्यान रखना भी आवश्यक है।

टीएलसी डाइट प्लान अपनाकर डायबिटीज, मोटापा और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को भी नियंत्रित किया जा सकता है।

टीएलसी डाइट प्लान: (Diet Plan for TLC)

वैसे तो टीएलसी कंट्रोल में रखने का कोई खास डाइट प्लान नहीं होता, क्योंकि टीएलसी शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली के लिए जिम्मेदार होता है और आपके आहार प्लान से इसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता, परंतु कुछ सामान्य सुझाव हैं जो आपके रोग प्रतिरोधक प्रणाली को स्वस्थ रख सकते हैं -

  1. अपने आहार में फल और सब्जियों को शामिल करें जो पौष्टिकता से भरपूर हो और जिसमें विटामिन C और विटामिन A और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं।
  2. प्रोटीन सेहतमंद लिम्फोसाइट्स के लिए फायदेमंद होता है | ध्यान दें, आप अपने आहार में पौष्टिक प्रोटीन जैसे दूध, मछली, मांस, दालें, दही, अंडे आदि को शामिल करना न भूलें | 
  3. हरी पत्तियों और हरी चाय में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स और पौष्टिक तत्व आपके रोग प्रतिरोधक प्रणाली को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। 
  4. पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें। नमक का सेवन कम करें, शारीरिक व्यायाम करें और वजन को नियंत्रण में रखें।

यदि जांच के परिणाम में ल्यूकोसाइट्स की गिनती अधिक या कम है तो इसका अर्थ यह बिल्कुल नहीं है कि व्यक्ति बताई गई बीमारियों से ग्रस्त है। यह संकेत है किसी असामान्य जटिलता का जो तनाव या अन्य कारण से भी हो सकती है। लेकिन इस पर ध्यान देना आवश्यक है और किसी डॉक्टर से परामर्श लेना भी आवश्यक है।

शरीर में हो रहे असामान्य लक्षणों को नजरअंदाज न करें, डॉक्टर के परामर्श पर टीएलसी का परीक्षण करवा कर हम आगे आने वाली बीमारियों के खतरे से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं

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2 Comments

  • Prashant jain

    May 4, 2024 at 2:35 PM.

    Mera tlc level bda hua hi 11800 hi muje puri body me bahut pain hota hi Kya Kia jaaye

    • Myhealth Team

      May 5, 2024 at 5:20 PM.

      आपका TLC स्तर बढ़ा हुआ है और आपको शरीर में बहुत दर्द हो रहा है। डॉक्टर से संपर्क करें और उनसे सलाह लें। वे आपके लिए उपयुक्त उपचार की सलाह देंगे।

    • Myhealth Team

      May 5, 2024 at 5:20 PM.

      आपका TLC स्तर बढ़ा हुआ है और आपको शरीर में बहुत दर्द हो रहा है। डॉक्टर से संपर्क करें और उनसे सलाह लें। वे आपके लिए उपयुक्त उपचार की सलाह देंगे।

  • Priyanka

    Apr 18, 2024 at 4:45 PM.

    Mere bacche ki Tlc control nhi ho rhi kya kre HR bar bdhi hui ati h akela testing krai h 17500 ayi h kya krna chaiye

    • Myhealth Team

      Apr 20, 2024 at 6:42 AM.

      Bacche ke TLC ka constant badhna chinta ka vishay hai. 17500 TLC bahut uchit nahi hai aur ek baravla TLC prasaran ke asamanya parinam ho sakte hain. Aapka bachha chikitsak se paramarsh prapt karein, vah sambhavit rogon ya paristhitiyon ka nidan karne ke lie aur uchit ilaj ka sujhav dene ke lie. Bachche ka bhojan aur pratidin ke jivan shaili par dhyan dena bhi mahatvapurn hai, jaise ki poshtik aahar, prakritik pratirodhak, aur upayukt vyaayam.

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