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Bilirubin Test in Hindi: बिलीरुबिन टेस्ट नार्मल रेंज वैल्यू , कैसे बुक करें।

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Bilirubin Test in Hindi: बिलीरुबिन टेस्ट नार्मल रेंज वैल्यू , कैसे बुक करें।

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Prekshi Garg
on May 24, 2022

Last Edit Made By Prekshi Garg
on Mar 18, 2024

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Bilirubin Test Direct vs Indirect, Normal Range Values, High and Low Levels, How to Book the Test
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स्वस्थ लीवर व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। डैमेज्ड लिवर के क्वीकेस्ट इंडीकेटर्स में से एक है, स्टूल और यूरिन में बिलीरुबिन की वजह से रंग आना।

बिलीरुबिन एक पीले रंग का सब्सटांस है जो लीवर में मौजूद बाइल फ्लूइड में पाया जाता है जिसे पित्त (bile) कहा जाता है। यह बोन मेरो सैल्स में निर्मित होता है और लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs)के टूटने के कारण भी उत्पन्न होता है। पित्त की भूमिका भोजन के पाचन में सहायता करना है। आपका लीवर आपके रक्त से बिलीरुबिन लेता है और अपने केमिकल मेकअप में परिवर्तन करता है और यह आपके स्टूल के माध्यम से पित्त के रूप में बाहर निकल जाता है, जिससे आपके स्टूल को पीला रंग मिल जाता है (क्लीवलैंड क्लिनिक, 2022)।

बिलीरुबिन टेस्ट क्या है और सामान्य स्तर क्या हैं?

किसी व्यक्ति में असंयुग्मित (unconjugated)और संयुग्मित(conjugated) बिलीरुबिन की मात्रा को नापने के उद्देश्य से एक बिलीरुबिन टेस्ट का उपयोग किया जाता है। एनीमिया, आदि जैसे सेवेरल हेल्थ इशू के कारण का पता लगाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है।

 मरीज में बिलीरुबिन के स्तर की जांच के लिए रक्त, एमनियोटिक फ्लूइड और यूरिन का टेस्ट किया जाता है। बिलीरुबिन का उच्च स्तर लाल रक्त कोशिकाओं (RBC's) के असामान्य रूप से टूटने (हेमोलिसिस) या लीवर के इम्प्रॉपर फंक्शनिंग आदि को इंडीकेट करता है ।

बिलीरुबिन का सामान्य स्तर लगभग 0.2 - 1.2 mg/dL के बीच होता है। जब लीवर खराब हो जाता है, तो बिलीरुबिन रक्त में लीक हो जाता है, और इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। कभी-कभी, यह यूरिन के माध्यम से बाहर निकल जाता है और यूरिन के रंग को काला कर देता है। (मेयोक्लिनिक, 2022)।

डायरेक्ट और इनडायरेक्ट बिलीरुबिन के बीच अंतर

इनडायरेक्ट बिलीरुबिन के मॉडिफाई होने से डायरेक्ट बिलीरुबिन बनता है। इनडायरेक्ट बिलीरुबिन का कोवेलेंट मॉडिफिकेशन बिलीरुबिन की टॉक्सिसिटी को कम करने और इसकी घुलनशीलता(solubility)को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसकी घुलनशीलता को बढ़ाने से बिलीरुबिन का उत्सर्जन(excretion) काफी आसान हो जाता है। असंबद्ध(unconjugated) या इनडायरेक्ट बिलीरुबिन हीमोग्लोबिन के टूटने से मिलने वाला इमीडियेट प्रोडक्ट है। यह लिपिड में घुलनशील है और इसे लिपोफिलिक के रूप में जाना जाता है। यह पानी में घुलनशील नहीं है, इस प्रकार यह हाइड्रोफोबिक है। यह प्लाज्मा मेंम्बरेन को आसानी से पार करने के लिए जाना जाता है (2018 के बीच का अंतर)।

बिली टोटल का क्या मतलब है?

यह रक्त टेस्ट बिलीरुबिन नामक पदार्थ की मात्रा का मूल्यांकन करता है। इस टेस्ट का उपयोग लिवर फंक्शन की ऐफिकेसी (efficacy) का पता लगाने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट के पैनल का एक हिस्सा होता है जो लिवर फंक्शन को मापने के लिए आवश्यक होता है। आपके रक्त में बिलीरुबिन की थोड़ी मात्रा सामान्य है, लेकिन उच्च स्तर एक लिवर रोग का इंडिकेशन है (हैंडलबारोनलाइन, 2021)।

टेस्ट किसे करवाना चाहिए और किसे नहीं?

यदि आपको एनीमिया, पीलिया, दवाओं से रिएक्शन और सिरोसिस( cirrhosis) आदि है तो आपका डॉक्टर आपको बिलीरुबिन टेस्ट के लिए कह सकता है। यदि आप मतली, उल्टी, गहरे रंग का यूरिन ,थकान आदि जैसे लक्षणों के साथ उपस्थित हैं, तो आपके स्तर में असंतुलन हो सकता है। बिलीरुबिन (वेबएमडी, 2021)।

बिलीरुबिन ब्लड टेस्ट के बाद क्या होता है?

यदि आपका ब्लड टेस्ट बिलीरुबिन के ऊंचे स्तर को इंडिकेट्स करता है, तो अंडरलाइंग कॉज (underlying cause) का निदान करने के लिए डॉक्टर आगे के टेस्ट के लिए कह सकते हैं। एक बार उच्च बिलीरुबिन स्तर का कारण निर्धारित हो जाने के बाद, ट्रीटमेंट की ऐफिकेसी और प्रोग्नोसिस को ट्रैक करने के लिए आपको और टेस्ट से गुजरना पड़ सकता है। यदि आपके डॉक्टर को लगता है कि आपके लीवर या पित्ताशय की थैली(gallbladder) से संबंधित कुछ समस्याएं हो सकती हैं, तो वह आपको उसकी संरचना या स्थिति से संबंधित असामान्यताओं का पता लगाने के लिए इमेजिंग टेस्ट कराने के लिए कह सकता है।

निम्न और उच्च बिलीरुबिन स्तरों को समझना

कम बिलीरुबिन का स्तर कभी-कभी कुछ दवाओं जैसे कि, फेनोबार्बिटल (phenobarbital) थियोफिलाइन (theophylline) आदि के इन्टेक से जुड़ा होता है। वयस्कों में उच्च बिलीरुबिन का स्तर कई हेल्थ इश्यूज का इंडिकेशन है जैसे कि लाल रक्त कोशिकाओं का असामान्य टूटना, लिवर में सूजन (scarring and inflammation of liver), पित्त पथरी, पैंक्रियाज और पित्ताशय की थैली का कैंसर (pancreas or gallbladder cancer) आदि।

  • नवजात शिशुओं में बढ़े हुए बिलीरुबिन के स्तर का पता त्वचा पीलिया, दौरे, उनींदापन (drowsiness), एनीमिया आदि की उपस्थिति से लगाया जाता है। नवजात पीलिया के पीछे जन्म का आघात, मातृ दवा का सेवन, यकृत संक्रमण (birth trauma, maternal drug intake, liver infection) आदि हैं। फोटो थेरेपी, ट्रान्सफ्यूशन और इंट्रावेनस इम्युनोग्लोबुलिन सहायक है। नवजात शिशुओं में बिलीरुबिन के उच्च स्तर के उपचार में। आमतौर पर, एक बाल रोग विशेषज्ञ नवजात शिशुओं में बिलीरुबिन के स्तर के प्रबंधन की देखभाल करता है।
  • आम तौर पर, बढ़े हुए बिलीरुबिन के स्तर वाले वयस्कों को शराब और कंपाउंड्स से बचने के लिए कहा जाता है जो लिवर -स्ट्रेस पैदा करते हैं। हैल्थकेयर प्रोफेशनल्स यह निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि समस्या के मूल कारण के अनुसार बिलीरुबिन के स्तर को प्रबंधित करने के लिए क्या करना चाहिए (हेल्थलाइन, 2022)।

वयस्कों में बिलीरुबिन का खतरनाक स्तर क्या है?

5% के बिलीरुबिन स्तर को आम तौर पर खतरनाक स्तर माना जाता है औरअंडरलाइंग कॉज जानने के लिए इसका प्रॉपर तरीके से मूल्यांकन किया जाना चाहिए। रोगी की बांह की नस से रक्त की थोड़ी मात्रा निकाल ली जाती है, और यह रक्त एक ट्यूब में स्टोर करते है। नवजात शिशुओं में, एड़ी की त्वचा से रक्त लेने के लिए सुई का उपयोग किया जाता है।

बिलीरुबिन टेस्ट के परिणाम आने में कितना समय लगता है?

बिलीरुबिन टेस्ट के परिणाम प्राप्त करने में आमतौर पर 1-2 घंटे लगते हैं।

बिलीरुबिन टेस्ट की कॉस्ट कितनी है?

बिलीरुबिन टेस्ट की कॉस्ट डायग्नोस्टिक सेंटर्स के बीच भिन्न होती है। इसकी मूल कॉस्ट औसतन 1000 रुपये से अधिक है।

निष्कर्ष

बिलीरुबिन के स्तर का उच्च स्तर लाल रक्त कोशिकाओं के असामान्य रूप से टूटने ( हेमोलिसिस) या लीवर के इम्प्रॉपर फंक्शनिंग आदि को इंडीकेट करता है। यह निष्कर्ष निकाला गया कि बिलीरुबिन टेस्ट करने के लिए, रोगियों को टेस्ट से पहले कई घंटों तक फ़ास्ट करने के लिए कहा जाता है। उन्हें सलाह दी जाती है कि वे कठिन वर्कआउट न करें क्योंकि यह आमतौर पर बिलीरुबिन के स्तर को बढ़ाता है। इसके अलावा, कैफीन, सैलिसिलेट्स और पेनिसिलिन जैसी दवाओं को टेस्ट से पहले नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि वे बिलीरुबिन के स्तर को कम कर सकते हैं।

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3 Comments

  • BUDDIPRAKASH JATAV

    Apr 15, 2024 at 1:46 PM.

    क्या इनडायरेक्ट ब्लू रॉबिन 0.63 नॉर्मल है

    • Myhealth Team

      Apr 15, 2024 at 4:40 PM.

      0.63 इंडायरेक्ट बिलीरुबिन स्तर सामान्य हो सकता है, लेकिन इसे एक वैज्ञानिक परीक्षण और आपके चिकित्सक द्वारा परामर्श के साथ विश्लेषित किया जाना चाहिए।

  • Amitkumar Dhiman.

    Nov 9, 2023 at 9:36 PM.

    Liver damage ke bare mein bataen

    • Myhealth Team

      Nov 17, 2023 at 11:59 AM.

      Liver damage can result from alcohol, viruses, fatty liver disease, medications, and more. Symptoms include fatigue, jaundice, and abdominal pain. Consult a healthcare professional for evaluation and guidance.

  • गणेश सिंह

    Sep 14, 2023 at 8:00 AM.

    यह आर्टिकल अच्छा लगा

    • Myhealth Team

      Sep 20, 2023 at 11:21 AM.

      धन्यवाद!

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