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दिल की धड़कन तेज होने पर घरेलू उपाय: कारण, लक्षण और समाधान

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दिल की धड़कन तेज होने पर घरेलू उपाय: कारण, लक्षण और समाधान

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Medically Reviewed By
Prof. Ashok Rattan

Written By Komal Daryani
on Jan 27, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Jan 27, 2025

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दिल की धड़कन तेज होने पर घरेलू उपाय: कारण, लक्षण और समाधान
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दिल की धड़कन का तेज होना (हृदय गति बढ़ना) एक आम समस्या है, जिसे कई बार घबराहट, तनाव, ज्यादा कैफीन, शारीरिक मेहनत या किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या की वजह से महसूस किया जा सकता है। सामान्य रूप से, एक वयस्क व्यक्ति का हृदय 60 से 100 बार प्रति मिनट धड़कता है, लेकिन जब यह गति 100 से अधिक हो जाती है, तो इसे टैचीकार्डिया (Tachycardia) कहा जाता है।

अगर यह समस्या कभी-कभी होती है और जल्द ही सामान्य हो जाती है, तो चिंता की बात नहीं होती। लेकिन अगर दिल की धड़कन बार-बार तेज होती है, लंबे समय तक बनी रहती है या इसके साथ चक्कर आना, कमजोरी, पसीना आना या सांस लेने में दिक्कत होती है, तो यह किसी गंभीर हृदय रोग का संकेत हो सकता है।

जानिए दिल की धड़कन तेज होने के कारण क्या हैं, इसके लक्षण क्या हो सकते हैं, और इसे नियंत्रित करने के लिए कौन-कौन से घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं।

दिल की धड़कन तेज होने के कारण

अगर आपका दिल तेजी से धड़कता है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। कुछ कारण साधारण होते हैं, जबकि कुछ मामलों में यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है।

1. मानसिक तनाव और चिंता

अगर आप बहुत ज्यादा तनाव में रहते हैं या चिंता करने की आदत है, तो यह सीधे हृदय गति को प्रभावित कर सकता है। तनाव के दौरान शरीर में कॉर्टिसोल और एड्रेनालाईन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है।

2. कैफीन और शराब का अधिक सेवन

चाय, कॉफी और एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन होता है, जो हृदय को उत्तेजित करता है और धड़कन बढ़ा सकता है। अधिक मात्रा में शराब पीना भी हृदय गति को असंतुलित कर सकता है।

3. हाई ब्लड प्रेशर और लो ब्लड प्रेशर

अगर आपका ब्लड प्रेशर असामान्य रूप से ज्यादा या कम रहता है, तो यह हृदय गति को प्रभावित कर सकता है। लो ब्लड प्रेशर की स्थिति में हृदय को शरीर में रक्त पहुंचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे धड़कन तेज हो सकती है।

4. एनीमिया (खून की कमी)

जब शरीर में आयरन की कमी होती है, तो हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। इससे ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होती है और हृदय को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे धड़कन तेज हो सकती है।

5. शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन)

अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होता, तो रक्त गाढ़ा हो सकता है और हृदय को उसे पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे दिल की धड़कन तेज हो सकती है।

6. थायरॉइड की समस्या

थायरॉइड ग्रंथि हार्मोन का उत्पादन नियंत्रित करती है। अगर यह ज्यादा सक्रिय हो (हाइपरथायरायडिज्म), तो दिल की धड़कन तेज हो सकती है।

7. धूम्रपान और तंबाकू का सेवन

सिगरेट और तंबाकू में मौजूद निकोटीन हृदय को उत्तेजित करता है और इसकी गति को बढ़ा सकता है।

8. कोई अन्य हृदय रोग या संक्रमण

अगर आपको पहले से कोई हृदय रोग है या शरीर में किसी तरह का संक्रमण है, तो यह भी हृदय गति बढ़ने का कारण हो सकता है।

दिल की धड़कन तेज होने के लक्षण

अगर दिल की धड़कन अचानक तेज हो जाए, तो इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी महसूस हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • छाती में हल्का दर्द या दबाव महसूस होना
  • सिर हल्का लगना या चक्कर आना
  • सांस लेने में तकलीफ या घबराहट
  • पसीना आना और शरीर में कमजोरी
  • कभी-कभी बेहोशी या धुंधला दिखाई देना

अगर ये लक्षण बार-बार हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

दिल की धड़कन तेज होने के घरेलू उपाय

अगर यह समस्या गंभीर नहीं है और कभी-कभी होती है, तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

1. गहरी सांस लें और रिलैक्स करें

जब भी आपको लगे कि दिल की धड़कन तेज हो रही है, तो तुरंत बैठ जाएं और गहरी सांस लेने का अभ्यास करें

क्या करें:

  • चार सेकंड तक धीरे-धीरे गहरी सांस लें।
  • फिर चार सेकंड तक सांस रोककर रखें।
  • इसके बाद धीरे-धीरे आठ सेकंड तक सांस छोड़ें।
  • इसे 5 से 10 बार दोहराएं।

यह तरीका तुरंत तनाव को कम करता है और दिल की धड़कन को सामान्य करने में मदद करता है।

2. ठंडा पानी पिएं या चेहरा धोएं

ठंडा पानी पीने से शरीर की नसों को आराम मिलता है और हृदय गति सामान्य होती है।

क्या करें:

  • एक गिलास ठंडा पानी धीरे-धीरे पिएं।
  • ठंडे पानी से चेहरा धोएं या गर्दन पर ठंडे पानी का स्प्रे करें।
  • बर्फ के टुकड़े को मुंह में रखने से भी आराम मिल सकता है।

3. इलेक्ट्रोलाइट युक्त भोजन लें

हृदय की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाए रखने के लिए पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम और सोडियम जरूरी होते हैं।

क्या खाएं:

  • केला, नारियल पानी, खजूर और पालक
  • दूध, दही और छाछ
  • ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम और अखरोट

4. चाय और कैफीन कम करें

अगर आपको बार-बार यह समस्या हो रही है, तो चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और एनर्जी ड्रिंक्स से बचें। इनमें मौजूद कैफीन हृदय को उत्तेजित करता है और धड़कन बढ़ा सकता है।

5. प्राणायाम और योग करें

योग और प्राणायाम करने से दिल की धड़कन नियंत्रित होती है और तनाव कम होता है।

क्या करें:

  • अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम करें।
  • शवासन और वज्रासन करें, जिससे शरीर रिलैक्स होता है।
  • नियमित ध्यान (मेडिटेशन) करने से भी हृदय गति संतुलित रहती है।

6. लहसुन और शहद का सेवन करें

लहसुन और शहद हृदय को मजबूत बनाते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को सुधारते हैं।

क्या करें:

  • रोज सुबह खाली पेट एक कली लहसुन खाएं।
  • एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं।

7. गुनगुने पानी में तुलसी और अदरक डालकर पिएं

तुलसी और अदरक दिल को शांत रखने में मदद करते हैं और हृदय गति को नियंत्रित रखते हैं।

क्या करें:

  • एक कप पानी में तुलसी की 4-5 पत्तियां और थोड़ा सा अदरक उबालें।
  • इसे हल्का गुनगुना करके पिएं।

निष्कर्ष

अगर दिल की धड़कन कभी-कभी तेज होती है, तो यह सामान्य हो सकता है, लेकिन अगर यह बार-बार हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। घरेलू उपायों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

अगर आप अपनी हृदय गति की जांच करवाना चाहते हैं, तो Redcliffe Labs में अपॉइंटमेंट बुक करें। सही समय पर जांच करवाने से आप अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं और किसी गंभीर समस्या से बच सकते हैं।

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