Fibroid Meaning in Hindi - लक्षण, कारण, प्रकार, बचाव तथा इलाज
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Komal Daryani
on Oct 3, 2023
Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024
गर्भाशय फाइब्रॉएड, जिसे रसौली भी कहा जाता है, महिलाओं के गर्भाशय में होने वाली एक सामान्य समस्या है। यह एक प्रकार की गर्भाशय की गांठ होती है, जो महिलाओं के गर्भाशय के भीतर विकसित होती है। इस ब्लॉग में, हम गर्भाशय फाइब्रॉएड के बारे में जानेंगे, इसके लक्षण, कारण, प्रकार, बचाव तथा इलाज के बारे में बात करेंगे।
Symtomes of Fibroid - गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) के लक्षण
गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) के लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर ये सभी महिलाओ के अंदर नहीं देखे जाते इसलिए इन लक्षणों के दीखते ही आपको अपने चिकित्सक से तुरंत सम्पर्क करना चाहिए जैसे की -
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- पेट का बढ़ना या मोटा दिखना
- पीरियड्स में ज्यादा रक्तस्राव, जिसमे थक्के शामिल हैं।
- पेशाब का बार बार आना या दर्द होना
- यौन संबंध बनाने में दर्द होना
- पीरियड्स का सामान्य से अधिक दिनों तक चलना।
- प्राइवेट पार्ट से खून आना।
- कमजोरी महसूस करना
- पैरो में दर्द होना
- एनिमिआ
- नाभि के नीचे पेट में दर्द या पीठ के निचले हिस्से में दर्द होना।
- पीरियड्स के दौरान अहसनीय दर्द होना
- बार-बार गर्भपात होना
- गर्भधारण करने में समस्या
- कब्ज़ की शिकायत आदि होना।
अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण लम्बे समय तक दीखते है तो आप अपने चिकित्सक से अभी सलाह ले।
Causes of Fibroid - गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) के कारण
आमतौर पर गर्भाशय फाइब्रॉएड के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं जैसे की -
- हॉर्मोनल परिवर्तन: गर्भाशय फाइब्रॉएड के विकास में हॉर्मोनल परिवर्तन का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। विशेषकर, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन्स के स्तर में परिवर्तन फाइब्रॉएड के विकास को प्रोत्साहित करता है।
- आनुवांशिक कारण: आनुवांशिक कारण: गर्भाशय फाइब्रॉएड के आनुवंशिक कारण भी हो सकते है जैसे की परिवार में किसी व्यक्ति का पहले से ग्रसित होना आदि।जिससे यह गतिविधि ज्यादा हो सकती है।
- शारीरिक वजन: व्यक्ति की आहार और जीवनशैली भी इसके विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उच्च मोटापा, अधिक कैलोरी की खपत, और कम फाइबर युक्त आहार इसके विकास को बढ़ा सकते हैं।
- जीवनशैली - सिगरेट पीना, अधिक शराब पीना, और तनाव से भरपूर जीवनशैली फाइब्रॉइड के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
- आयु - गर्भाशय फाइब्रॉएड का एक कारण आयु भी हो सकता है 30 वर्ष की महिलाओ में गर्भाशय फाइब्रॉएड होने के खतरे ज्यादा होते है।
गर्भाशय फाइब्रॉएड के कारण कई प्रकार के हो सकते हैं, और यह व्यक्ति की स्तिथि और आयु पर निर्भर करता है। इसलिए एक प्रमुख कारण निर्धारित करने के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करे।
Types of Fibroid - गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) के प्रकार -
गर्भाशय फाइब्रॉइड मुख्यतः 4 प्रकार के होते है -
1 सुबसेरोसल फाइब्रॉइड (Subserosal Fibroids):
- ये फाइब्रॉइड गर्भाशय के बाहरी भाग में होते हैं।
- इन्हें आधिकारिकत: यह बड़े होते हैं और गर्भाशय के बाहर फैलते हैं।]
2 इंट्रामुरल फाइब्रॉइड (Intramural Fibroids):
- ये फाइब्रॉइड गर्भाशय के मांसपेशियों के बीच में होते हैं।
- इन्हें आधिकारिकत: यह गर्भाशय की दीवार में होते हैं और गर्भाशय को दबा सकते हैं।
3 सबमुकोसल फाइब्रॉइड (Submucosal Fibroids):
- ये फाइब्रॉइड गर्भाशय की अंदरूनी भाग में होते हैं।
- इन्हें आधिकारिकत: यह गर्भाशय के अंदर फैलते हैं और गर्भाशय की गुफा को प्रभावित कर सकते हैं।
4 पेडुंकुलेटेड फाइब्रॉइड (Pedunculated Fibroids):
- ये फाइब्रॉइड गर्भाशय की ख़ड्डी या ड़ाल के साथ बढ़ते हैं।
- इन्हें आधिकारिकत: ये एक स्टॉक के ऊपर या गर्भाशय के अंदर होते हैं और एक पेड़ की तरह जुड़े होते हैं।
ये फाइब्रॉइड के प्रमुख प्रकार होते हैं और इनमें से हर प्रकार के फाइब्रॉइड के लक्षण व्यक्ति के लिए विभिन्न हो सकते और गंभीर समस्याओं का कारण बन सकते हैं इसलिए किसी भी स्तर पर फाइब्रॉइड के संकेत या लक्षण दिखने पर अपने चिकित्सक से परामर्श ले।
Fibroid Prevention - गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) से बचाव
गर्भाशय फाइब्रॉएड (रसौली) से बचाव के लिए हमें निम्न बातो को ध्यान में रखना चाहिए जैसे की -
- रेगुलर चेकअप : गर्भाशय फाइब्रॉएड के बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम है नियमित डॉक्टर की जाँच करवाना। डॉक्टर आपके स्वास्थ्य स्थिति को मॉनिटर करेंगे और उपयुक्त उपायों को सुझावित करेंगे।
- स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार लेना गर्भाशय फाइब्रॉएड के बढ़ते हुए आकार को कम करने में मदद कर सकता है। आपको फाइबर-रिच खाद्य पदार्थों, फलों, सब्जियों, पूरी अनाजों, और प्रोटीन-रिच आहार का सेवन करना चाहिए।
- व्यायाम: नियमित व्यायाम करना आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है और फाइब्रॉएड के बढ़ते हुए आकार को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। डॉक्टर के सुझावों के मुताबिक व्यायाम करें।
- दवाओं का सेवन: डॉक्टर के परामर्श के बाद, आपको किसी तरह की दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जा सकती है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
कृपया ध्यान दें कि इस विषय में डॉक्टर के सलाह के बिना कोई भी कदम न उठाएं, क्योंकि हर व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति अलग हो सकती है और बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी कदम उठाना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकरक हो सकता है।
Treatment of Fibroids - गर्भाशय फाइब्रॉएड ( रसौली ) का इलाज
गर्भाशय फाइब्रॉएड्स (रसौली) का इलाज कई तरीकों से किया जाता है जैसे की -
1 दवाओं का उपयोग - कुछ मामलों में, फाइब्रॉएड्स के लिए दवाइयाँ दी जाती हैं जो उनको बढ़ने को रोकती हैं और लक्षणों को कम करती हैं। ये दवाइयाँ गर्भाशय के अंदर की ब्लड सप्लाई को कम करने में मदद करती है।
2 शल्यचिकित्सा (सर्जरी): बड़े या लक्षणग्रस्त फाइब्रॉएड्स के मामले में, शल्यचिकित्सा एक विकल्प हो सकता है। शल्यचिकित्सा के द्वारा, फाइब्रॉएड्स को निकाला जा सकता है, जिसे माइोमेक्टोमी कहा जाता है। इसके अलावा, हस्पताल में ह्यस्टेरेक्टोमी भी किया जा जाता है, जिसमें गर्भाशय को पूरी तरह से निकाल दिया जाता है।
3 इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी: इस तकनीक में, गर्भाशय की ब्लड सप्लाई को रोकने के लिए केटरीज़ का उपयोग किया जाता है, जिससे फाइब्रॉएड्स कम हो सकते हैं।
4 गर्भाशय एम्बोलीज़ेशन: इस तकनीक में, गर्भाशय की ब्लड सप्लाई को रोकने के लिए गर्भाशय के वास्तविक इलाज के बजाय गर्भाशय के फीडिंग आर्टरी को बंद करने का प्रयास किया जाता है।
घरेलू उपचार: कुछ लोग घरेलू उपचार भी आजमाते हैं, जैसे कि योग, आहार में पोषक तत्वों का सही रूप से सेवन, और आयुर्वेदिक दवाइयाँ।
फाइब्रॉएड्स का इलाज किसी विशिष्ट स्थिति के आधार पर निर्भर कर सकता है, इसलिए यदि आपको फाइब्रॉएड्स की समस्या है, तो आपको एक ज़रूरी जाँच के लिए अपने चिकित्सक से मिलना चाहिए। वह आपके लक्षणों और गर्भाशय के स्वास्थ्य के आधार पर सही इलाज की सलाह देंगे।
ध्यान दे
- क्या आप जानते हैं की अधिकतर परिस्थितियों में महिलाओं को रसौली के लक्षण महसूस नहीं होते? इस वजह से कई परिस्थितियों में इनकी पहचान नहीं हो पाती|
- फायब्रॉइड्स गर्भाशय में बनने वाले ट्यूमर्स हैं
- 10 हजार में से फायब्रॉयड के किसी एक ही मामले में कैंसर का खतरा होता है
- जिन स्त्रियों में एस्ट्रोजन अधिक होता है, उनमें फायब्रॉइड यूट्रस और कैंसर दोनों का खतरा ज़्यादा होता है।
- फायब्रॉयड 35 वर्ष की आयु की लगभग 30 % महिलाओ को होता है जबकि 50 वर्ष की महिलाओ में 20% से 80% तक प्रभावित करता है।
- अधिक वजन वाली महिलाओं में फाइब्रॉइड की संभावना अधिक होती है।
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1 Comments
Kavita Kumari
Oct 22, 2024 at 10:48 AM.
Mera v fibroids hai. Dr se salah liya hai. Kuchh exercise bataye nd khana me kya parhej kare Please bataye
Myhealth Team
Oct 30, 2024 at 3:46 PM.
Fibroids ke liye yoga (Pavanmuktasana, Supta Baddha Konasana) aur 30 minutes walking karein. Diet mein processed foods aur refined sugar se bachein; fiber-rich fruits aur vegetables lein. Healthy fats jaise avocado aur nuts shamil karein, aur red meat aur alcohol se door rahein. Dr. ki salah lena na bhulein.