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विटामिन B12 टेस्ट (Vitamin B12 Test in Hindi): आवश्यकता और क्यों करना चाहिए

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Vitamin B12 Test in Hindi: आवश्यकता और क्यों करना चाहिए

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Jun 1, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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Vitamin B12 Test in Hindi
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एक स्वस्थ शरीर के लिए,  शरीर में विटामिन B12 का स्तर नियंत्रित होना आवश्यक है। विटामिन B12, 8 बी विटामिन्स में से एक, जल में घुलनशील विटामिन है। विटामिन B12 शरीर को सुचारू रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह शरीर के तंत्रिका कोशिकाओं (Nerve cells) और रक्त कोशिकाओं (Blood cells) को  अच्छी तरह से काम करने में सहायता करता है। डीएनए (DNA) के निर्माण में भी विटामिन B12 सहायक होता है।

विटामिन B12 को कोबालमिन(Cobalamin) के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसमें कोबाल्ट धातु भी पाई जाती है।

हमारे शरीर में विटामिन B12 का निर्माण नहीं होता है। यह पशु द्वारा प्राप्त खाद्य पदार्थों से मिलता है, इसलिए ज्यादातर लोगों में इस विटामिन की कमी देखने को मिलती है। विटामिन B12 की शरीर में कमी का गहरा प्रभाव तंत्रिका प्रणाली (Nervous System) और लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells) की कार्यप्रणाली पर पड़ता है और इसकी कमी के कारण एनीमिया (Anaemia), मस्तिष्क आघात (Brain Damage) और यहां तक कि अल्जाइमर्स (Alzheimer’s) जैसे रोग के होने का खतरा भी बढ़ जाता है।

विटामिन B12 टेस्ट:

विटामिन B12 की जांच द्वारा हम शरीर में इस विटामिन के स्तर का पता लगा सकते हैं और समय रहते इस बीमारी की कमी से होने वाले दुष्परिणामों से बच सकते हैं।

विटामिन B12 टेस्ट दो तरह से किया जाता है: रक्त जांच (Blood Test) और मूत्र परीक्षण (Urine Test)

रक्त जांच: इस टेस्ट में शरीर की नसों में से खून का नमूना (sample) लिया जाता है | जिसके द्वारा विटामिन B12 की कमी से होने वाले रोग जैसे एनीमिया या मेगालोब्लास्टिक एनीमिया और माइक्रोसाइटिक एनीमिया का उपचार करने में सहायता मिलती है। यह टेस्ट किसी भी वक्त कराया जा सकता है। इस टेस्ट के लिए खाली पेट होने की आवश्यकता नहीं होती है।

मूत्र परीक्षण: इस टेस्ट में एक कप में पेशाब का नमूना लिया जाता है, जिसका लैब में परीक्षण किया जाता है। मूत्र परीक्षण करने का एक तरीका और भी है। यह जांच, घर पर ही मूत्र जांच पट्टी (Urine Test strips) से की जाती है। मूत्र जांच पट्टी को पेशाब के नमूने में भिगोया जाता है, जिससे तुरंत ही परिणाम मिल जाता है। मूत्र जांच में मिथाइल मेलोनिक एसिड( Methylmalonic acid) की मात्रा का पता चलता है जिसका संबंध विटामिन B12 की कमी की आरंभिक अवस्था से है।

विटामिन B12 टेस्ट को कुछ अन्य नामों से भी जाना जाता है, जो इस प्रकार हैं: कोबालामिन टेस्ट, साइनोकोबालामिन टेस्ट, मेथिलकोबालामिन टेस्ट।

विटामिन B12 टेस्ट कराना क्यों आवश्यक है?

विटामिन B12 की शरीर में कमी होने पर विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। जैसे:

मांसपेशियों में कमजोरी, संतुलन का खोना, हाथ और पैरों की झुनझुनी या सुन्नता या दोनों होना, मस्तिष्क में झुनझुनी, याददाश्त कमजोर, डिप्रेशन, विचलित दृष्टि, ओरल अल्सर, भ्रम, सांस फूलना, थकान तथा त्वचा पीली पड़ना।

इस तरह का कोई भी लक्षण दिखने पर विटामिन B12 टेस्ट कराना आवश्यक हो जाता है। यह टेस्ट कराना कुछ निम्न स्थितियों में भी आवश्यक है।

१)  विटामिन B12 की कमी या जिनके परिवार में पहले से ही कोई एनीमिया का मरीज हो। पेट या आंतों की सर्जरी होने पर तथा छोटी आंत संबंधी समस्या होने पर भी एनीमिया होने का खतरा होता है, तो ऐसे लोगों को भी यह टेस्ट कराना आवश्यक है।

२)  अट्रॉफिक गैस्ट्राइटिस (Atrophic Gastritis) की जांच कराने पर पर्निसियस एनीमिया की जांच कराने के लिए यह टेस्ट किया जाता है।

३)  कुपोषण के लक्षण दिखने पर भी विटामिन B12 अन्य टेस्टों के साथ किया जाता है। यह टेस्ट लिवर के रोग से पीड़ित, गैस्ट्रिक कैंसर या शराब की लत से पीड़ित व्यक्ति का भी किया जाता है।

४)  जिन व्यक्तियों का विटामिन B12 का उपचार चल रहा हो, उनके लिए भी यह टेस्ट विटामिन B12 का स्तर जानने के लिए भी बार-बार कराया जाता है।

विटामिन B12 की कमी की जांच तथा इलाज कराना आवश्यक हो जाता है, नहीं तो इसका काफी बुरा असर हमारे मस्तिष्क की कार्य क्षमता और साथ ही पूरे शरीर पर भी पड़ता है।

विटामिन B12 से भरपूर खाद्य पदार्थ:

दूध से बने उत्पाद, अंडा, चिकन, मीट, मछली तथा समुद्री खाद्य पदार्थ, विटामिन B12 के अच्छे स्रोत हैं | इसके अलावा, फोर्टीफाइड सीरियल्स, सप्लीमेंट्स तथा इंट्रा मस्कुलर इंजेक्शन द्वारा विटामिन B12 की कमी को पूरा किया जाता है।

विटामिन B12 की कमी से होने वाली बीमारियां:

विटामिन B12 की कमी से जूझ रहा व्यक्ति शरीर में खून की कमी, जिसे एनीमिया कहते हैं के साथ तंत्रिका आघात, और संज्ञानात्मक बधिरता (Cognitive Impairment) से भी पीड़ित हो सकता है।

विटामिन B12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल कर तथा एक स्वस्थ दिनचर्या अपनाकर हम अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं | लेकिन विटामिन B12 की कमी से होने वाले लक्षणों को भी हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत ही इसका परीक्षण कराने से हम आने वाली घातक बीमारियों से बच सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q: विटामिन B12 टेस्ट क्या है?

A: विटामिन B12 टेस्ट एक परीक्षण है जिससे शरीर में विटामिन B12 की मात्रा की जांच की जाती है। यह टेस्ट आपके डॉक्टर को विटामिन B12 की कमी या उच्चता के बारे में सूचित करता है।

Q: विटामिन B12 की कमी के क्या लक्षण होते हैं?

A: विटामिन B12 की कमी के कुछ लक्षण शामिल हो सकते हैं, जैसे कि थकान, श्वासनली में अशांति, चक्कर आना, त्वचा की सूखापन, पेट में समस्याएं और मनोविज्ञानिक समस्याएं।

Q: विटामिन B12 टेस्ट के लिए कैसे तैयारी करें?

A: विटामिन B12 टेस्ट के लिए आपको डॉक्टर की सलाह पर तैयारी करनी चाहिए। आमतौर पर, आपको रोगी की कोशिकाओं को जांचने के लिए रक्त की एक सैंपल देनी होगी। आपके डॉक्टर आपको इस टेस्ट के लिए सही निर्देश देंगे।

Q: विटामिन B12 की सामान्य सीमा क्या होती है?

A: विटामिन B12 की सामान्य सीमा आदर्श रूप से 200-900 पिकोग्राम प्रति लीटर (pg/mL) होती है। यह सीमा व्यक्ति के उम्र, लिंग और अन्य परामर्शों पर भी निर्भर कर सकती है।

Q: विटामिन B12 की कमी का इलाज क्या हो सकता है?

A: विटामिन B12 की कमी के इलाज के लिए आपका डॉक्टर आपको आपकी स्थिति के अनुसार संशोधित आहार योजना, विटामिन B12 के उपयोगकर्ता, या इंजेक्शन की सलाह देंगे।

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1 Comments

  • Divyanshu Singh

    Apr 13, 2024 at 11:23 AM.

    How much time does it takes to get the test result for vitamin b12 test?

    • Myhealth Team

      Apr 15, 2024 at 5:13 PM.

      Hi With Redcliffe Labs you can get the reports within 12 Hours. To book the test call on 8988988787.

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