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HIV Symptoms in Men in Hindi - पुरुषो मे एचआईवी लक्षणों के बारे मे जाने

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HIV Symptoms in Men in Hindi - पुरुषो मे एचआईवी लक्षणों के बारे मे जाने

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Jul 31, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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HIV Symptoms in Men
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एचआईवी (HIV)  एक तरह का वायरस है, जो इंसान के इम्यून सिस्टम पर हमला करके उसे कमजोर बना देता है। यही आगे चलकर एड्स (AIDS) का कारण बन जाती है। बात करें एड्स की तो ये एक लाइलाज बीमारी है, यानी कि इसका कोई असरदार इलाज मौजूद नहीं है | इसलिए एचआईवी का पता चलते ही उचित दवा और हेल्दी जीवन शैली को अपनाकर एड्स की स्टेज तक पहुंचने से बचना जरूरी हो जाता है।  

सही समय पर सही मेडिकल केयर की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। और ऐसा तभी हो सकता है, जब लोगों में इस वायरस के प्रति जागरूकता होगी। इस वायरस से खुद को बचाने के लिए लोगों को एड्स और एचआईवी एड्स के, कारण और बचाव के तरीकों के बारे में पता होना बहुत जरूरी है।

एचआईवी क्या होता है? (What is HIV?)

एचआईवी एक ऐसा वायरस है जो इंसान के इम्यून सिस्टम पर अटैक करके उसे कमजोर कर देता है। जिसकी वजह से एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति का शरीर इन्फेक्शन और बीमारियों से लड़ नहीं पाता। जब एचआईवी शरीर के इम्यून सिस्टम पर अटैक करता है, तो वह CD4 सेल्स पर हमला करता है। इन CD4 सेल्स को, T सेल्स के नाम से भी जाना जाता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को इन्फेक्शन से बचाने में मदद करता हैं।

अगर सही समय पर इसका इलाज न किया जाये तो एचआईवी T सेल्स को नष्ट करता रहता है। जिसकी वजह से इंसान के शरीर को कई तरह के इन्फेक्शन और वायरस होने का खतरा रहता है। समय के साथ, यह T सेल्स पूरी तरह से खत्म होने लगते हैं। तब हमारा शरीर किसी भी तरह से इन्फेक्शन से लड़ने की शक्ति को भी खोने लगता है। जिसकी वजह से शरीर में इंफेक्शन बढ़ने लगते हैं और ये एड्स का कारण भी बन जाता  है।

एड्स क्या होता है ? (What is AIDS?)

एड्स को अक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम (Acquired immunodeficiency syndrome) के नाम से भी जाना जाता है। एड्स, एचआईवी इन्फेक्शन की सबसे खतरनाक और लास्ट स्टेज होती है। एड्स किसी भी बीमारी की वजह से नहीं होता, बल्कि ये एचआईवी इंफेक्शन के पॉजिटिव होने का रिजल्ट है। 

एचआईवी इंफेक्शन के लास्ट स्टेज में शरीर का इम्यून सिस्टम पूरी तरह से फेल हो जाता है। इसी कंडीशन को एड्स कहा जाता है। 

एचआईवी एड्स के लक्षण (Symptoms of HIV AIDS)

जब भी बात एचआईवी के इन्फेक्शन की होती है, तो बहुत से लोग इसके शुरुआती लक्षण को नजरअंदाज कर देते हैं। आमतौर पर एचआईवी एड्स की शुरुआत फ्लू और कॉमन कोल्ड से होती है। यह लक्षण इन्फेक्शन होने के 2 से 6 वीक्स में दिखने लगते हैं। फ्लू होने के साथ साथ, किसी इंसान में  कुछ सामान्य लक्षण भी देखने को मिलते है, जैसे-

  • बुखार या ठंड लगना 
  • मांसपेशियों में दर्द
  • रात को पसीना आना 
  • थकान होना 
  • ज्वाइंट्स में दर्द होना
  • नींद ना आना
  • वजन कम होना

वैसे तो पुरुष और महिलाओं में एचआईवी के लगभग एक जैसे लक्षण होते हैं। लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं जो केवल पुरुषों में ही एचआईवी होने पर नजर आते हैं, जैसे-

  • टेस्टिकल्स में दर्द महसूस होना 
  • प्रोस्टेट ग्लैंड में सूजन आना
  • पेनिस एरिया में सूजन आना
  • इनफर्टिलिटी की दिक्कत
  • रेक्टम और टेस्टिकल्स की थैली में दर्द होना
  • हाइपोगोनैडिज्म के लक्षण नजर आना

एचआईवी एड्स टेस्ट कब कराएं? (When Should You Opt For HIV Test?)

एचआईवी टेस्ट यह पता लगाने के लिए किया जाता है कि आप एचआईवी से इन्फेक्टेड हैं या नहीं। अगर आपके शरीर में एचआईवी एड्स के कोई भी लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत एचआईवी एड्स का टेस्ट कराएं। 

आमतौर पर एचआईवी संक्रमण के लगभग 12 हफ्ते के बाद ही रक्त की जांच से मालूम होता है कि यह वायरस शरीर में घर कर चुका है, ऐसे इंसान को एच.आई.वी. पॉजिटिव कहते हैं। एच.आई.वी. पॉजिटिव इंसान कई सालों तक (6 से 10 साल) तक नॉर्मल जैसा दिखता है और सामान्य जीवन बिता  सकता है, लेकिन ये दूसरों में बीमारी फैलाने में सक्षम होते हैं।

इस एचआईवी वायरस का पता लगाने के लिए, सीडी 4 टेस्ट भी किया जाता है। यह सीडी 4 सेल काउंट करना जरूरी है, क्योंकि ये मरीजों की इम्यूनिटी को मापने का काम करता है। अगर शरीर में सीडी 4 की संख्या 500 से कम होती है, तो इंसान में इन्फेक्शन  की चांसेस ज्यादा होते है। यानी कि सीडी4 जितना ज्यादा होगा, रोगी उतना ही स्वस्थ होगा।

एचआईवी एड्स के कारण (Reasons Behind HIV)

एचआईवी वायरस कभी भी हवा, पानी या खाने के वजह से नहीं फैलता है। इसके साथ ही एचआईवी वायरस से इन्फेक्टेड  इंसान के साथ उठने-बैठने, हाथ-मिलाने से एक साथ भोजन करने,  एक ही घड़े  का पानी पीने,  एक ही बिस्तर और कपड़ों का इस्तेमाल करने से, एक ही कमरे या घर में रहने, एक ही शौचालय, स्नानघर प्रयोग में लेने से,  बच्चों के साथ खेलने से या फिर मच्छरों या खटमलों के काटने से यह रोग नहीं फैलता है।

दरअसल HIV वायरस व्यक्ति की DNA कोशिकाओं, यानी सेल्स में चला जाता है। इस तरह से ये वायरस किसी इंसान के साथ धीरे-धीरे करके एक मजबूत संबंध बना लेता है। एक बार ऐसा होने के बाद, इंसान के शरीर पर कोई दवा या वैक्सीन काम भी नहीं करती है।

लोगों में एचआईवी वायरस होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे-

  • एक से ज्यादा लोगों से यौन संबंध रखने वाले व्यक्ति में यह फैलता है।
  • कई बार ड्रग्स के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सिरिंज को शेयर करने से भी एचआईवी फैलने का खतरा होता है। इसलिए हमेशा साफ और नई नीडल ही इस्तेमाल करें।
  • माता या पिता के एचआईवी संक्रमण के बाद पैदा होने वाले बच्चों में भी यह वायरस होता है।
  • खून की जरूरत होने पर एड्स से पीड़ित व्यक्ति से खून लेने की वजह से भी एचआईवी वायरस हो सकता है। 

एचआईवी एड्स को कैसे रोकें  (How to Prevent HIV?)

एचआईवी वायरस धीरे-धीरे बढ़ने वाला वायरस है| इसलिए समय रहते ही और एचआईवी टेस्ट के लक्षण दिखते ही, एचआईवी टेस्ट कराएं और बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से इसका इलाज कराएं।

  • एचआईवी के मामले में दवाइयां लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर कोई इंसान इस वायरस की खुराक छोड़ देता है, तो उसके इलाज में रुकावट आ सकती है। इसलिए अपनी दवा की खुराक जरूर लें।
  • एचआईवी से बचने के लिए, एक से ज्यादा पार्टनर के साथ संबंध न बनाएं। इसके साथ ही एचआईवी से बचाव के लिए, संबंध बनाते समय सुरक्षित उपायों का इस्तेमाल भी ज़रूर करें।
  • एचआईवी से पीड़ित लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए नियमित रूप से व्यायाम और सेहतमंद आहार यानी डाइट भी जरूर लें।
  • ड्रग्स या नशीली दवाइयों का सेवन न करें और धूम्रपान करने से भी बचें। इसके साथ ही समय समय पर अपने डॉक्टर से मिलते रहें और अपनी जांच कराते रहें।
  • एड्स पीड़ित महिलाएं गर्भधारण न करें, क्योंकि उनसे पैदा होने वाले शिशु को यह रोग लग सकता है।
  • रक्त की आवश्यकता होने पर अनजान व्‍यक्ति का रक्त न लें, और सुरक्षित रक्त के लिए एच.आई.वी. जांच किया रक्त ही ग्रहण करें।

एचआईवी से बचने के लिए समय-समय पर, खुद की जांच करवाते रहना बहुत जरूरी है। क्योंकि जितनी जल्दी इस बीमारी का इलाज शुरू किया जायेगा, उतनी ही जल्दी इसे आगे बढ़ने से भी रोका जा सकता है। 
एचआईवी टेस्ट कराने के लिए, HIV टेस्ट और एचआईवी एंटीबॉडी टेस्ट के साथ बाकी कई टेस्ट कराये जा सकते हैं। साथ ही इसके इलाज के लिए, एक अच्छे डॉक्टर के पास जरूर जाएं। क्योंकि एक डॉक्टर ही इस वायरस को बढ़ने से रोकने में मदद और इसे एड्स में बदलने से रोक सकता है।

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1 Comments

  • Charanjeet singh

    Dec 26, 2023 at 1:04 PM.

    Koi aadami positive hai aur dusra uske sath sex karen to vah bhi positive hoga kya Abhi

    • Myhealth Team

      Dec 28, 2023 at 11:06 AM.

      Haan, agar koi vyakti HIV positive hai aur unprotected sex karta hai, toh uske partner ko bhi risk ho sakta hai HIV hone ka. Always use protection to reduce the risk.

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