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Heart Attack Symptoms in Hindi: पहचानें लक्षण, कारण, उपचार

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Heart Attack Symptoms in Hindi: पहचानें लक्षण, कारण, उपचार

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on May 29, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Apr 22, 2025

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(Heart Attack Symptoms in Hindi): जब इंसान के शरीर की नसों (veins) में खून की सप्लाई सही से नहीं हो पाती है, तो ऐसे में खून जमने की समस्या से ब्लड क्लॉटिंग होना शुरू हो जाती है। ऐसे में खून दिल तक नहीं पहुंच पाता है और दिल को ऑक्सीजन न मिलने की वजह से हार्ट अटैक आता है। मेडिकल भाषा में हार्ट अटैक को मायोकार्डियल इन्फार्क्शन (Myocardial infarction) भी कहा जाता है। एक हार्ट अटैक की स्थिति किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकती है, लेकिन अगर इसका तुरंत इलाज मिल जाए, तो व्यक्ति की जान को बचाया जा सकता है।

कॉमन हार्ट अटैक के लक्षण ( Common Heart Attack Symptoms in Hindi )

हर व्यक्ति में हार्ट अटैक के लक्षण अलग-अलग होते हैं। कुछ लोगों में हार्ट अटैक के समय काफी तेज दर्द होता है, वहीं कुछ लोगों को हार्ट अटैक के दौरान दर्द कम होता है। लेकिन हार्ट अटैक के पहले लोगों में यह कॉमन लक्षण देखने को मिलते हैं।

    सीने में दर्द (chest pain)

    यह सबसे आम और प्रमुख लक्षण है। दिल के पास सीने के बीचों-बीच भारीपन, दबाव या जलन जैसा महसूस हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द बाएं हाथ, गर्दन, जबड़े या पीठ तक भी फैल सकता है।

    जकड़न (Tightness)

    कुछ लोगों को सीने में दबाव, कसाव या जकड़न जैसा महसूस होता है, जैसे किसी ने रस्सी से कस कर बांध दिया हो। यह हार्ट की ओर खून की कमी की वजह से होता है।

    कंधों में दर्द (Shoulder pain)

    हार्ट अटैक के दौरान दर्द सिर्फ सीने में ही नहीं, बल्कि कंधों और खासकर बाएं कंधे में महसूस हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी गर्दन और जबड़े तक भी फैल सकता है।

    थकान होना (Tiredness)

    अगर आप बिना ज्यादा मेहनत किए जल्दी थक जाते हैं या अचानक कमजोरी महसूस होती है, तो यह भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है, खासकर महिलाओं में।

    सोने में दिक्कत (trouble sleeping)

    रात को बार-बार नींद खुलना, बेचैनी होना या सीने में भारीपन के कारण नींद न आना हार्ट से जुड़ी समस्या का लक्षण हो सकता है।

    दिल की धड़कन का तेज होना (fast heartbeat)

    अचानक दिल की धड़कन तेज हो जाना, जैसे दिल दौड़ रहा हो, यह संकेत देता है कि दिल पर जरूरत से ज्यादा दबाव है।

    सांस फूलना (breathlessness)

    थोड़ी सी चलने-फिरने या सीढ़ियाँ चढ़ने पर सांस फूलना या घुटन महसूस होना, हार्ट अटैक से पहले का संकेत हो सकता है।

      Heart attack signs

      आमतौर पर हार्ट अटैक आने से पहले लोगों के सीने में दर्द (chest pain) होता है। लेकिन ऐसा ज्यादातर पुरुषों के साथ ही होता है और महिलाओं के साथ नहीं। इसलिए महिलाओं को इन हार्ट अटैक के लक्षणों को मामूली समझ कर बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। 

      जानिए कुछ ऐसे संकेत जो दर्शा सकते है की महिलाओं में हार्ट अटैक आ सकता है

      जबड़े में दर्द होना (jaw pain):

          महिलाओं में हार्ट अटैक का पहला लक्षण है, जबड़े में दर्द होना। यह लक्षण पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा देखे जाते हैं ।

          शरीर के ऊपरी भाग में दर्द (pain in upper body):

              महिलाओं के सीने में और स्तन में दर्द (breast pain) होने के साथ शरीर के ऊपरी भाग में यानि गर्दन, पीठ, दांत, हाथ और कंधे की हड्डी में भी तेज़ दर्द होता है।

              बेचैनी और कमजोरी महसूस करना (restless and weakness):

                  शरीर में कमजोरी, चक्कर आना, सिर घूमना, जी मिचलाना, उल्टी होना और पेट खराब होना, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में ज्यादा दिखाई देते हैं। 

                   पसीना आना (sweating):

                      40 साल के बाद महिलाओं में हॉर्मोन्स के बदलाव की वजह से अचानक पसीना आना नॉर्मल होता है। लेकिन अचानक ज्यादा पसीना आना, ठंड लगना हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं।

                      पुरुषों में हार्ट अटैक आने से पहले के संकेत:

                      पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण लगभग समान पाए जाते हैं । हालांकि पुरुषों में हार्ट अटैक के यह दो मुख्य लक्षण होते हैं ।

                      खर्राटा लेना (snoring):

                          सोते समय लगातार खर्राटा लेना और ऑक्सीजन ना ले पाना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं । इसके अलावा, नींद पूरी न होना हार्ट अटैक के खतरे को और भी बढ़ा देता है। 

                          पैर और हाथ में दर्द (leg and arm pain):

                              टहलने पर पैरों में तकलीफ होना और पैरों में सूजन होना। साथ ही बाएं हाथ में दर्द होना भी हार्ट अटैक के कुछ लक्षणों में से एक है।

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                              माइनर अटैक के लक्षण?

                              माइनर अटैक (minor attack) को माइल्ड हार्ट अटैक कहा जाता  है। कई बार हार्ट अटैक आने से कुछ महीनों या फिर कुछ दिनों पहले, लोगों में माइनर हार्ट अटैक देखने को मिलता है। हालांकि माइनर हार्ट अटैक आने से मौत होने का खतरा कम रहता है। लेकिन फिर भी दिल का दौरा छोटा हो या बड़ा, यह बाद में गंभीर रूप ले सकता है। माइनर अटैक के कुछ मामूली लक्षण हैं  -

                              • सांस लेने में कठिनाई 

                              • सीने में दबाव महसूस होना 

                              • गर्दन, पीठ या पेट में दर्द 

                              • चक्कर आना

                              • जी मिचलाना

                              साइलेंट हार्ट अटैक 

                              साइलेंट हार्ट अटैक को साइलेंट मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन (silent myocardial infarction) भी कहा जाता है। इस तरह के हार्ट अटैक में सीने में दर्द नहीं होता है। हालांकि इसमें कुछ मामूली सिम्टम्स जरूर महसूस होते हैं।

                              साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलता है। क्योंकि साइलेंट हार्ट अटैक में लोग छाती में दर्द की बजाय जलन महसूस करते हैं । ऐसे में लोग इसे एसिडिटी, अपच, डिहाइड्रेशन समझकर नजरंअदाज कर देते हैं ।

                              Also read: https://redcliffelabs.com/myhealth/health/rigorous-exercise-and-increasing-heart-attacks-know-why-and-how-to-prevent/

                              हार्ट अटैक आने के कारण

                              हार्ट अटैक आने की वजह से नसों (veins) में खून जमा होने लगता है। इसके साथ-साथ हार्ट अटैक के कुछ और कारण भी होते हैं, जिनसे हार्ट अटैक की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है।

                                कोलेस्ट्रॉल (cholesterol)

                                  हार्ट अटैक के जोखिम से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल पर काबू रखना सबसे जरूरी है। अगर आप इस बीमारी से पीड़ित हैं, तो अपनी डाइट में फाइबर बढ़ाएं। इसके अलावा, रोजाना व्यायाम करने से भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है।

                                     डायबिटीज (diabetes)

                                      अगर डायबिटीज नियंत्रण में ना हो तो यह दिल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। क्योंकि डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर लेवल घटता और बढ़ता रहता है। और यह कंट्रोल नहीं होने पर यह हार्ट अटैक का मुख्य कारण बन सकता है।

                                        अधिक उम्र

                                          हार्ट अटैक का एक कारण अधिक उम्र भी हो सकती है। पुरुषों में 40 साल से अधिक और महिलाओं में 50 साल से अधिक की उम्र में हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। 

                                            धूम्रपान ( Smoking ) 

                                              जो लोग सिगरेट पीते हैं उनको हार्ट अटैक पड़ने की संभावना चार गुना तक और बढ़ जाती है। क्योंकि स्मोकिंग करने से हृदय तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और खून के थक्कों के बनने का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए समय रहते इसे छोड़कर हार्ट डिसीस और हार्ट अटैक के खतरे से खुद को दूर रखें।

                                                हाई ब्लड प्रेशर ( High Blood Pressure ) 

                                                  हाई ब्लड प्रेशर भी हार्ट अटैक का एक कॉमन रिस्क फैक्टर माना जाता है। क्योंकि जब रक्तचाप (blood pressure) बढ़ता है तो दिल को काम करने के लिए और ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। जिससे दिल की मांसपेशियों पर दबाव पड़ने से दिल का दौरा पड़ सकता है।

                                                    पारिवारिक इतिहास ( Family History ) 

                                                      अगर किसी के घर-परिवार के किसी सदस्य को पहले कभी हार्ट अटैक आया हो, तो ऐसे में अगली पीढ़ी के लोगों में हार्ट अटैक की संभावना काफी बढ़ जाती है। और आगे आने वाली पीढ़ियों की सेहत पर भी इसका असर पड़ता है। 

                                                      हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करे?

                                                      • हार्ट अटैक से बचने के लिए बैलेंस और अच्छी डाइट लें, और डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, अनाज और फिश को शामिल कर लें ।

                                                      • शरीर में दिख रहे किसी भी तरह के कोई भी लक्षण जैसे कि कभी भी छाती में जलन और असामान्य थकान को नज़रंदाज़ न करें।

                                                      • पहले से हृदय रोग की समस्या से जूझ रहे या फिर ज्यादा उम्र के लोगों को समय-समय से रेगुलर चेकअप कराने के साथ डॉक्टर की सलाह लेते रहनी चाहिए।  

                                                      • फिटनेस पर ध्यान दें। रोजाना व्यायाम और मेडिटेशन करें ।

                                                      हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करना चाहिए?

                                                      आजकल हार्ट अटैक एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या बन गई है, लेकिन सही जानकारी और उपायों से हम इसे काफी हद तक रोक सकते हैं। यदि आप अपना दिल स्वस्थ रखना चाहते हैं, तो निम्नलिखित टिप्स आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकते हैं:

                                                      1. स्वस्थ आहार का पालन करें

                                                      ताजे फल और सब्जियों को अपनी डाइट में शामिल करें।

                                                      2. नियमित व्यायाम करें

                                                      प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का मध्यम व्यायाम जैसे चलना, दौड़ना या तैराकी करें।

                                                      3. धूम्रपान और शराब से बचें

                                                      धूम्रपान से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है।

                                                      4. स्मोकिंग छोड़ें

                                                      धूम्रपान से दिल की धमनियों में रक्त संचार बाधित होता है, जो हार्ट अटैक का प्रमुख कारण हो सकता है।

                                                      5. तनाव को कम करें

                                                      मानसिक तनाव और चिंता से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। इसे कम करने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।

                                                      6. स्वस्थ वजन बनाए रखें

                                                      अधिक वजन या मोटापा दिल की सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। संतुलित आहार और व्यायाम से वजन को नियंत्रित रखें।

                                                      7. ब्लड प्रेशर और शुगर पर नजर रखें

                                                      उच्च रक्तचाप और डायबिटीज़ हार्ट अटैक के मुख्य कारण होते हैं। नियमित रूप से ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराएं और डॉक्टर की सलाह लें।

                                                      8. रोजाना पानी पिएं

                                                      शरीर को हाइड्रेट रखना दिल की सेहत के लिए जरूरी है। पानी पीने से खून का संचार बेहतर रहता है और दिल पर दबाव कम होता है।

                                                      9. हेल्थ चेकअप कराते रहें

                                                      नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कराना जरूरी है, ताकि समय रहते किसी भी बीमारी का पता चल सके और इलाज किया जा सके।

                                                      हार्ट अटैक आने पर क्या करें?

                                                      हार्ट अटैक आने पर लोगों को बचाव के केवल कुछ ही मिनट मिलते हैं। ऐसे में अगर पीड़ित को तुरंत अस्पताल नहीं पहुंचाया गया तो उसकी जान भी जा सकती है। इसलिए अगर आपको अपने आस-पास के किसी भी इंसान में हार्ट अटैक के सिम्पटम्स दिखे, तो आप तुरंत इमरजेंसी मेडिकल सर्विस को कॉल करें। 

                                                      ऐसी हालत में अगर मरीज होश में है, तो उसे तुरंत सीपीआर (CPR) दें। इसके अलावा, अगर आपके पास Disprin, या Aspirin है, तो इसे तुरंत रोगी को दें। क्योंकि यह दवाएं खून के Clotting को रोकती हैं ।

                                                      You May Also Read: https://redcliffelabs.com/myhealth/health/heart-attack-in-young-adults-how-common-is-it-in-india/

                                                      हार्ट अटैक का घरेलू इलाज (Home Remedies for Heart Attack)

                                                      हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसके लिए कुछ घरेलू उपाय भी हैं, जो दिल की सेहत को सुधारने और भविष्य में हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, हार्ट अटैक के दौरान तुरंत चिकित्सकीय सहायता लेना बहुत जरूरी है, फिर भी निम्नलिखित घरेलू उपाय दिल की सेहत को बनाए रखने में सहायक हो सकते हैं:

                                                      लहसुन (Garlic)

                                                      रोज़ाना 2-3 कच्चे लहसुन की कलियां खाने से दिल की सेहत में सुधार होता है और रक्तदाब नियंत्रित रहता है।

                                                      नींबू और शहद (Lemon and Honey)

                                                      एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू और एक चम्मच शहद डालकर सुबह के समय पीने से दिल की सेहत में सुधार होता है।

                                                      अदरक (Ginger)

                                                      अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो रक्त वाहिकाओं को साफ करने में मदद करते हैं और रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाते हैं।

                                                      अलसी के बीज (Flax Seeds)

                                                      एक चम्मच अलसी के बीज को रोज़ाना भोजन में शामिल करने से दिल की सेहत में सुधार होता है।

                                                      हल्दी (Turmeric)

                                                      हल्दी में कर्क्युमिन होता है, जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। यह रक्त के थक्के को बनने से रोकता है और हृदय की सेहत को बेहतर बनाता है।

                                                      पानी और सही हाइड्रेशन (Water and Hydration)

                                                      शरीर को हाइड्रेट रखना दिल के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि यह रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और दिल पर दबाव को कम करता है।

                                                      पाम कर्नेल ऑयल (Palm Kernel Oil)

                                                      पाम कर्नेल ऑयल में पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

                                                      मेथी दाना (Fenugreek Seeds)

                                                      मेथी के दाने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हृदय रोगों के खतरे को कम करते हैं।

                                                      ऑलिव ऑयल (Olive Oil)

                                                      ऑलिव ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स होते हैं, जो हृदय के लिए फायदेमंद होते हैं और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं।

                                                      अखरोट (Walnuts)

                                                      अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

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                                                      • Vineet Yadav

                                                        Sep 11, 2024 at 9:46 AM.

                                                        Mere Sine mein lambi upar ko sans khinchne mein dabav jaisa rahata hai kuchh dinon se. 1 mahine pahle left side mein halka Dard bhi hua tha,

                                                        • MyHealth Team

                                                          Sep 11, 2024 at 11:53 AM.

                                                          आपके सीने में लम्बी सांस खींचने पर दबाव जैसा महसूस होना और एक महीने पहले बाईं ओर हल्का दर्द होना चिंताजनक हो सकता है, खासकर अगर ये लक्षण लगातार बने रहें। यह हृदय, फेफड़े या मांसपेशियों से संबंधित समस्या हो सकती है। आपको जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलकर ECG, सीने का एक्स-रे या अन्य जरूरी जांच करवानी चाहिए ताकि सही कारण का पता लगाया जा सके। किसी भी प्रकार के सीने के दर्द को नजरअंदाज न करें, यह हृदय से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।

                                                      • dharmaram

                                                        Aug 30, 2023 at 11:06 PM.

                                                        मेरे छाती मे जलन रहती है कभी कभार दर्द हाथ और कन्धे मे चला जाता है चककर ओर बेहोशी आती रहती हैं थकान बहुत होती हैं

                                                        Consult Now

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