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Kidney Kharab Hone Ke Lakshan - जाने कारण ,महत्व, और उपचार

Health

Kidney Kharab Hone Ke Lakshan - जाने कारण ,महत्व, और उपचार

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Oct 17, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Oct 16, 2025

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मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है किडनी सोचिये अगर आपकी किडनी खराब हो जाए तो आपकी लाइफ कैसी होगी, सोच कर ही मन घबराने लगता है,

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, लगभग 850 मिलियन लोग किडनी की बीमारी से प्रभावित हैं, और भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख लोग किडनी फेल्योर का सामना करते हैं। इसी तरह, 2.5 लाख भारतीयों को हर साल किडनी फेल्योर के कारण डायलिसिस की आवश्यकता होती है। शुगर और उच्च रक्तदाब किडनी रोग के प्रमुख कारण हैं, जो लगभग 70% किडनी फेल्योर मामलों का कारण बनते हैं।

ऐसा नहीं है की किडनी अचानक खराब हो जाती है किडनी खराब होने से पहले कुछ लक्षण दिखाई देते है जिससे हम पता लगा सकते है की हमारी किडनी खराब हो रही है, और इन लक्षणों का पता लगने पर हम चिकित्सक से उचित समय पर इलाज करवा सकते है, 

किडनी खराब होने के लक्षण निम्न प्रकार के होते है जिसका हम इस ब्लॉग में विस्तार से वर्णन करेंगे तथा इसके बचाव क्या है इलाज क्या है आदि के बारे में जानेंगे ।

किडनी का महत्व तथा कार्य ( Importance and function of kidney )

विषाणु संरक्षण

किडनी विषाणुओं और अन्य कीटाणुओं को शरीर से निकालने का कार्य करती है, जो आपके शरीर को संक्रमणों से बचाती है।

शरीर के तत्व संतुलन

किडनी रक्त में पाए जाने वाले पानी, इलेक्ट्रोलाइट्स, और अन्य विषाणुओं का संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। यह शरीर के उपादानिक संरचना और क्रियाओं को बनाए रखने में भी अहम् भूमिका निभाती है।

रक्तचाप नियंत्रण

किडनी वासोप्रेसिन और रेनिन के रूप में हार्मोन उत्पन्न करके रक्तचाप को नियंत्रित करती है, जिससे शरीर के रक्तचाप को संतुलित रखती है।

विषाणु सृजन

किडनी जीवनुओं के लिए महत्वपूर्ण विषाणु सृजन करती है जो रक्तचाप और आरबी से संबंधित होते हैं।

विषाणु एलिमिनेशन

किडनी विषाणुओं और अन्य कषारत्वक को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे विषाणु संघटन और विषाणु एलिमिनेशन होता है।

फ्ल्यूइड बैलेंस

किडनी शरीर के पानी-इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे शरीर का तापमान और शरीर के कार्यों का संतुलन बने रहता है।

रेड ब्लड सेल का निर्माण

किडनी आपके शरीर में रक्त को तैयार करने में मदद करती है, जिससे रक्तदाब और शरीर की ताजगी को बनाए रखती है।

विषैले पदार्थों को निकालना

किडनी में नेफ्रॉन नामक छोटे यूनिट्स होते हैं जो मूत्र निर्माण करते हैं। ये यूनिट्स खून में मौजूद अतिरिक्त पानी, एल्कोहल, विषैले धातुएं, और अन्य अपचय उत्पादों को हटाकर मूत्र बनाते हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से, किडनी शरीर को स्वस्थ और संतुलित रखती है।

खून को संतुलित करना 

किडनी खून को संतुलित करने का भी महत्वपूर्ण कार्य करती है। यह विषैले पदार्थों, अतिरिक्त तत्वों और अनुपयोगी धातुओं को हटाकर खून को शुद्ध करती है। साथ ही, यह आवश्यक पोषक तत्वों जैसे कि प्रोटीन, सोडियम, पोटेशियम आदि को भी संतुलित करती है।

रक्तचाप का नियंत्रण करना

 किडनी रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है। यह रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए रक्त में मौजूद विषैले पदार्थों को हटाकर और उचित मात्रा में वायु, पानी और अन्य पोषक तत्वों को बनाए रखकर कार्य करती है।

विटामिन D का संशोधन

किडनी विटामिन डी को एक एक्टिव रूप में परिवर्तित करने का कार्य करती है। विटामिन डी शरीर के कैल्शियम और फॉस्फेट के संतुलन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है,इन उपरोक्त कार्यों के अलावा, किडनी शरीर में रक्तकोशिकाओं की उत्पत्ति को नियंत्रित करती है, अम्लीयता को संतुलित करती है, और अवधिक वायु निकालती है। इन सभी कार्यों के माध्यम से, किडनी शरीर के सामान्य कार्यों और उत्पादन का पालन करती है और उसे स्वस्थ रखने में मदद करती है।

मैटाबोलिज्म का संरक्षण

किडनी विषूक्त पदार्थों को शरीर से हटाकर मैटाबोलिज्म को स्वस्थ बनाने में मदद करती है।

ब्लड प्रेशर का नियंत्रण

किडनी ब्लड प्रेशर को संरक्षित रूप से नियंत्रित करती है और रक्त दबाव को बनाए रखने में मदद करती है।

रेड ब्लड सेल्स की उत्पत्ति

किडनी रेड ब्लड सेल्स की उत्पत्ति में मदद करती है जिससे शरीर को ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद मिलती है।

एलेक्ट्रोलाइट संतुलन

किडनी विभिन्न इलेक्ट्रोलाइटों को संरक्षित रूप से नियंत्रित करती है, जैसे कि सॉडियम, पोटैसियम, और कैल्शियम।

एसिड -बेस संतुलन

किडनी एसिड -बेस संतुलन को बनाए रखने में मदद करती है, जिससे शरीर का pH स्तिर रहता है।

यदि किडनी कार्य में कोई खराबी होती है, तो इन कार्यों में असमर्थता आ सकती है जिससे शरीर के विभिन्न प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए, किडनी के स्वस्थ कार्य रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है और किडनी स्वास्थ्य की देखभाल का ध्यान रखना आवश्यक है।

किडनी के लिए 5 लाभकारी फूड्स ( 5 Beneficial Foods for Kidneys )

1- सेब

सेब में फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं और शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होते हैं।

2. ब्रोकोली

ब्रोकोली में विटामिन K, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। यह किडनी की कार्यक्षमता को बढ़ावा देने में मदद करता है और सूजन को कम करता है।

3. गाजर

गाजर विटामिन A, C और फाइबर से भरपूर होती है। यह किडनी के लिए फायदेमंद होती है और शरीर में विषाक्त पदार्थों के निष्कासन में सहायता करती है।

4. सैल्मन

सैल्मन मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक समृद्ध स्रोत है, जो किडनी की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करता है और सूजन को कम करता है।

5. अंडे

अंडे उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन का स्रोत होते हैं। इनमें आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो किडनी के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।

किडनी खराब होने के लक्षण ( Kidney kharab hone ke lakshan )

किडनी के खराब होने पाए निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते है। जैसे की - 

  • अत्यधिक थकान महसूस करना (Excessive fatigue)
  • त्वचा में सूखापन और खुजली होना (Dry and itchy skin)
  • ठीक से नींद ना आना ( Insomnia (inability to sleep properly)
  • बार-बार पेशाब लगना (Frequent urination)
  • पेशाब से खून आना ( Blood In Urine 
  • पेशाब से झाग आना ( Foamy Urine )
  • पेशाब का रंग बदल जाना। (Change in urine color)
  • रात के समय पेशाब ज्यादा होना (Increased nighttime urination)
  • आंखों के आसपास सूजन (Swelling around the eyes)
  • पैरों और टखनों में सूजन (Swelling in the feet and ankles)
  • भूख न लगना (Loss of appetite)
  • मांसपेशिययों में ऐंठन (Muscle cramps)
  • हीमोग्लोबिन कम हो जाना ( Low hemoglobin levels)
  • वजन बढ़ना ( Unexplained weight gain)
  • पेट में दर्द होना (Abdominal pain)
  • सास लेने में दिक्क्त (Breathing difficulties)
  • पीठ में दर्द ( Back pain)
  • सीने में दर्द (Chest pain, and so on.) 

किडनी खराब होने के कारण ( Causes of kidney failure )

अभी तक हमने देखा की किडनी खराब होने के लक्षण क्या क्या हो सकते है अब हम बात करेंगे की आखिर हमारी किडनी खराब क्यों होती है। और इसको ठीक करने के उपाय क्या है।

किडनी खराब होने के पीछे बहुत से कारण हो सकते है जैसे की - 

  1. डायबिटीज: डायबिटीज के मरीजों में खराब किडनी के खतरे बढ़ जाते हैं। उच्च रक्तचाप डायबिटीज के कारण भी हो सकता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है.
  2. उच्च रक्तचाप: उच्च रक्तचाप किडनी के लिए हानिकारक होता है और यह किडनी को बिगाड़ सकता है.
  3. अपशिष्यता: अपशिष्यता या पुरानी गुर्दे की बीमारी भी किडनी को खराब कर सकती है.
  4. धूम्रपान: धूम्रपान करने वालों में किडनी की समस्याएं हो सकती हैं.
  5. अधिक मात्रा में दवाओं का सेवन: अधिक मात्रा में दवाओं का सेवन करना किडनी को प्रभावित कर सकता है.
  6. खाद्य में उच्च मात्रा में नमक: बहुत ज्यादा नमक का सेवन किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है.
  7. खराब आहार: अपूर्ण आहार, फास्ट फूड, और प्राकृतिक खाने की कमी किडनी के लिए हानिकारक हो सकती है.
  8. नसों के रुकावट: किडनी को रक्त पहुंचाने वाली नसों में किसी तरह की रुकावट किडनी की समस्याओं का कारण बन सकती है.
  9. खून में इंफेक्शन: खून में इंफेक्शन किडनी को प्रभावित कर सकता है.

किडनी समस्याओं के संकेत होने पर चिकित्सक से संपर्क करना बेहद महत्वपूर्ण है।

किडनी ( खराब ) फेलियर के चरण 

किडनी फेलियर के मुख्यतः ५ स्टेज होते हैं, जिन्हें "किडनी डाइसीज" या "नेफ्रोपैथी" के नाम से जाना जाता है।

स्टेज 1: किडनी की GFR लेवल 90 से अधिक होती है, लेकिन किडनी में कुछ समस्याएँ दिखाई नहीं देती हैं।

स्टेज 2: किडनी की GFRलेवल 60 से 89 के बीच होती है, और थोड़ी समस्याएँ दिखाई देने लगती हैं।

स्टेज 3: किडनी की GFRलेवल 30 से 59 के बीच होती है, और किडनी कामकाज में माद्य के असामान्य आयाम के साथ समस्याएँ होने लगती हैं।

स्टेज 4: किडनी की GFR लेवल 15 से 29 के बीच होती है, और सीवीएफ कमी के कारण गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ होने लगती हैं।

स्टेज 5: यह आकर्षित सीवीएफ ग्रेड होता है जिसे किडनी फेल्योर के सबसे गंभीर स्टेज के रूप में जाना जाता है, और यह अंतिम स्टेज होती है, जिसमें किडनी कामकाज पूरी तरह से बंद हो जाती है।

किडनी फेलियर के इन स्टेजों के आधार पर उपचार और प्रबंधन किया जाता है।

किडनी खराब होने से कैसे बचाए ? ( How to prevent kidney failure? )

किडनी की स्वस्थता को बनाए रखने के लिए निम्नलिखित कुछ महत्वपूर्ण उपायों को अपना कर किडनी को खराब होने से बचाया जा सकता है जैसे की - 

स्वस्थ आहार स्वस्थ आहार खाना किडनी के लिए महत्वपूर्ण है। फल, सब्जियां, दाल, पूरे अनाज, प्रोटीन और हाइड्रेशन की दिनभर की मात्रा को बनाए रखें।

पानी की मात्रा: प्रतिदिन काफी पानी पिएं 

नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करने से सिर्फ आपकी सारिरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती है, बल्कि किडनी के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में मदद मिलती है।

धूम्रपान और शराब की तरह कुपोषणकारी वस्तुओं से बचें: धूम्रपान और शराब का सेवन किडनी के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए इनका सेवन कम से कम करें या बिल्कुल छोड़ दें।

दवाओं का सही तरीके से उपयोग करें: किडनी के विकार के समय, डॉक्टर द्वारा प्रेस्क्राइब की गई दवाओं का सही तरीके से उपयोग करें और किसी भी तरह की खुदाई का निर्देश मानें।

नियमित चेकअप: नियमित रूप से डॉक्टर से मेडिकल चेकअप करवाने से किडनी के स्वास्थ्य की निगरानी रखने में मदद मिलती है।

रक्तदान: रक्तदान करने से आपके शरीर में रक्त की सुधार हो सकती है, जिससे किडनी के स्वास्थ्य को भी लाभ मिलता है।

किडनी समस्याओं के साथ, आपको अपने चिकित्सक की सलाह और निर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। आपके चिकित्सक के साथ सम्पर्क में रहें और उनके सुझावों का पालन करें।

खराब किडनी के उपचार 

डायलिसिस

गंदगी और अतिरिक्त पानी को शरीर से बाहर करने के लिए डायलिसिस की आवश्यकता हो सकती है।

किडनी ट्रांसप्लांट

यदि किडनी की स्थिति गंभीर है और अन्य उपचारों से उपचार नहीं हो रहा है, तो किडनी ट्रांसप्लांट किया जाता है ।

दवाओं का उपयोग

डॉक्टर आपको दवाओं का सुझाव देंगे, जो किडनी के स्वास्थ्य को सुधार सकती हैं।

आहार

खराब किडनी के मरीजों को आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। वे अपने आहार में प्रोटीन, फॉस्फेट, और पोटैशियम की मात्रा को नियंत्रित रखने के लिए डाइटिशियन की सलाह ले सकते हैं।

व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली

स्वस्थ जीवनशैली की पालना करना, अधिक पानी पीना, नियमित व्यायाम करना, और तंबाकू और अधिक शराब का सेवन न करना किडनी स्वास्थ्य को सुधार सकता है।

ध्यान रखे 

  • किडनी के खराब होने के लक्षण दीखते ही चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
  • खराब किडनी का इलाज सम्भव है इसलिए घबराए नहीं। 
  • व्यक्ति एक किडनी के साथ भी कुछ समय तक जीवित रह सकता है।
  • किडनी खराब होने की दशा में पेशाब के रंग में परिवर्तन देखा जा सकता है 
  • किडनी को सुरक्षित रखने के लिए सही खान - पान तथा उचित जीवनशैली बहुत महत्वपूर्ण है।
  • डॉक्टर्स से सम्पर्क जरूर करे तथा उनके द्वारा दिए गए सलाहों का पालन करे।

Faqs 

1. किडनी खराब होने का पहला संकेत क्या होता है?

किडनी खराब होने के पहले संकेत में पेशाब में बदलाव, थकान, उल्टी, और पेट में दर्द हो सकता है।

2. किडनी खराब होने पर कहाँ दर्द होता है?

किडनी खराब होने पर पीठ के निचले हिस्से में या पेट के पीछे दर्द हो सकता है.

3. क्या खराब किडनी ठीक हो सकता है?

खराब किडनी बेहद संभावना है कि ठीक हो सकती है लेकिन समय पर परीक्षण और उपचार आवश्यक होता है।

4. किडनी का लास्ट स्टेज क्या है?

किडनी की आख़री स्टेज में डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की आवश्यकता होती है.

5. किडनी फेल होने पर आप कितने दिन तक जी सकते हैं?

किडनी फेल होने पर जीवन की अवधि अनुभाग और उपचार की गुणवत्ता पर निर्भर होती है.

6. किडनी के लिए सबसे अच्छा फल कौन सा है?

किडनी के लिए सबसे अच्छा फल तरबूज, केला, और सीताफल होता है, क्योंकि वे पानी की आपूर्ति करते हैं और पोटैशियम की मात्रा कम होती है.

7. किडनी ट्रांसप्लांट में कितना खर्च आता है?

किडनी ट्रांसप्लांट का खर्च विभिन्न क्षेत्रों और देशों में भिन्न हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह लाखों रुपये तक हो सकता है.

8. किडनी टेस्ट कब करवाना चाहिए?

किडनी के स्वास्थ्य की जांच जब डॉक्टर या मेडिकल प्रॉब्लम्स की जांच करने की सलाह देते हैं, व्यक्ति की आयु, स्वास्थ्य इतिहास, और अन्य कारकों पर निर्भर करती है।

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4 Comments

  • Manjit kaur

    Sep 24, 2024 at 9:21 AM.

    Thanks for your information

    • Myhealth Team

      Sep 26, 2024 at 8:09 AM.

      You're Welcome! Feel free to ask any further questions. Thankyou

  • Manoj Kumar

    Jul 10, 2024 at 3:22 PM.

    Urine me blood aa rha hai

    • MyHealth Team

      Jul 11, 2024 at 4:45 PM.

      Urine mein blood aana ek samasya ho sakti hai, aur iska karan alag-alag ho sakta hai. Kuch mukhya karan ho sakte hain:

      1. Urinary Tract Infection (UTI): Urinary tract me infection hone se urine mein blood aana ek common lakshan ho sakta hai.

      2. Kidney Stones: Gurde ki pathri hone se bhi kabhi kabhi urine mein blood aata hai.

      3. Bladder Infection or Inflammation: Masane ki sankraman ya sujan se bhi urine mein blood aana ho sakta hai.

      4. Prostate Problems: Mardon mein prostate ki samasya hone se bhi urine mein blood aana ho sakta hai.

      Yadi aapke papa ko urine mein blood aa raha hai, to unhe jald se jald ek urologist ya doctor se milna chahiye. Doctor urine ka test karke aur anya jaruri jaanch karke sahi karan ka pata lagayenge aur uska samadhan batayenge. Is samasya ko ignore nahi karna chahiye aur turant ilaj ki zarurat hoti hai.

  • Ditaram Solanki

    Mar 29, 2024 at 4:22 PM.

    किडनी में सुजन है

    • Myhealth Team

      Apr 4, 2024 at 2:57 PM.

      Hi, किडनी में सुजन कई कारणों से हो सकती है, जैसे कि इन्फेक्शन, गुर्दे की पथरी, या गुर्दे की बीमारी। यदि आपको किडनी में सुजन की शिकायत है, तो आपको जल्दी से डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी जांच करेंगे और सही उपचार का सुझाव देंगे। यदि आपके पास किडनी संबंधी किसी अन्य लक्षण भी हैं, तो डॉक्टर को इसके बारे में सूचित करें। Thankyou

  • Gopi machhuwa

    Mar 21, 2024 at 12:07 AM.

    Apke sujhaw ,upchar,nidan bahut badhiya h Eske liye bahut dhanyaad.

    • Myhealth Team

      Apr 12, 2024 at 7:35 AM.

      Hi, We appreciate your comment. Thannkyou

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