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Piliya Ke Lakshan - कारण, बचाव, टेस्ट, तथा इलाज

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Nov 24, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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Women with yellow eyes
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पीलिया, जिसे वायरल हैपेटाइटिस या जोन्डिस (Jaundice)  भी कहा जाता है,एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की त्वचा और आंतरिक अंग पिले हो जाते है। यह सामान्य रूप से लिवर के कारण उतपन्न होने वाली समस्या है, जो नवजात शिशुओं में अधिकतर देखी जाती है, उसके अतिरिक्त यह बीमारी  किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है,  नाखूनों या आंखों के सफ़ेद भाग में अचानक पीलेपन का आभास पीलिया का संकेत हो सकता है तथा अगर उचित समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है, इसलिए पीलिया के लक्षण, कारण और बचाव को समझना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योकि आपका जीवन सिर्फ आपके लिए ही नहीं बल्कि आपके पूरे परिवार के लिए अनमोल है। 

पीलिया (Jaundice)  क्या होता है ? 

पीलिया (Jaundice) एक बीमारी है जिसमें शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे त्वचा और आँखों का पीला होना शुरू हो जाता है। बिलीरुबिन, जो लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने से उत्पन्न होता है, लिवर द्वारा फिल्टर होकर शरीर से बाहर निकलता है। परंतु, अगर यह बिलीरुबिन खून से लिवर में पहुंचने में या लिवर द्वारा फिल्टर होने में किसी कारण से कमी कर देता है, तो इसका स्तर बढ़ जाता है और यह पीलिया का कारण बनता है।

पीलिया के लक्षण - Symptoms of Jaundice

  • पीला रंग की आँखे और त्वचा
  • पेशाब का पीला रंग
  • त्वचा में खुजली
  • पेट में दर्द
  • बुखार और थकान
  • पित्त की आवृत्ति में वृद्धि
  • मल का पीला रंग
  • उबकाई या उल्टी
  • मूत्र संबंधित समस्याएं
  • भूख कमी आदि। 

पीलिया के कारण - 

हेपेटाइटिस: यह वायरस रोग है जो लिवर को प्रभावित करता है और बिलीरुबिन का उत्पादन बढ़ा सकता है।

लिवर समस्याएं: कई लिवर रोग जैसे कि सिरोसिस और लिवर कैंसर भी पीलिया का कारण बन सकते हैं।

रक्त में हेमोलिसिस: यह एक स्थिति है जिसमें रक्त की कोशिकाएं जल्दी टूट जाती हैं, जिससे बिलीरुबिन मुक्त हो जाता है और इसे शरीर के अन्य हिस्सों में फैला देता है।

गैलब्लैडर स्टोन्स: गैलब्लैडर में पथरी होने पर बिलीरुबिन की प्रवृत्ति बढ़ सकती है और इससे पीलिया हो सकता है।

गेल वेक्स रोग: यह एक जन्मजात रोग है जिसमें बिलीरुबिन का निर्माण सामान्य से अधिक होता है।

दवाओं का सेवन :कुछ दवाएं और उपचार भी पीलिया का कारण बन सकते हैं, जैसे कि कुछ एंटीबायोटिक्स और एंटीमैलेरियल दवाएं।

पीलिया से बचाव 

कुछ आम उपाय और सावधानियाँ हैं जो पीलिया से बचाव में मदद कर सकती हैं जैसे की - 

  • स्वच्छता: हमेशा हाथ धोना और साफ पानी पीना एक अच्छा तरीका है पीलिया से बचने का। इससे वायरसों और बैक्टीरिया का संरक्षण होता है।
  • साफ पानी: सुनिश्चित करें कि आप साफ और सुरक्षित पानी पी रहे हैं। अगर आप यात्रा पर हैं, तो बोतल का पानी पीने की कोशिश करें और बाजार से साबुन या हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
  • हाइजीनिक आहार: सही तरह से पकाए गए और स्वच्छ खाद्य पदार्थों का सेवन करें। खाद्य सामग्री को अच्छी तरह से धोकर और पकाकर खाएं।
  • सफाई का ध्यान रखें: जब भी आप कुछ खाते हैं या खोजते हैं, सुनिश्चित करें कि आपने सबसे पहले हाथ धो लिए हैं।
  • टीकाकरण: पीलिया के खिलाफ टीकाकरण करना भी एक अच्छा तरीका है। हड्डी और जेवारट्सी की टीकाएं पीलिया से बचने में मदद कर सकती हैं।

पीलिया के लिए टेस्ट - Tests For Jaundice

अगर आप पीलिया से ग्रसित है तो आपका  डॉक्टर आपको निम्नलिखित टेस्ट के लिए आदेश दे सकता है। जैसे की - 

पीलिया का इलाज - Treatment of Jaundice

पीलिया के इलाज का तरीका उसके कारणों और गंभीरता पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य तरीके हैं जिनका आमतौर पर पीलिया के रोगी को सलाह दी जाती है।  

आराम और परहेज़:

  • पहले बताए गए कारणों का इलाज करना हमेशा मुख्य होता है।
  • रेस्ट करें और शराब पीने से बचें।

पूरी तरह से हृदय और किडनी का समर्थन:

  • जॉन्डिस के कारण लाइवर की समस्या हो सकती है, इसलिए डॉक्टर के मार्गदर्शन में लीवर को सहारा देने के लिए दवाएं ली जा सकती हैं।
  • डॉक्टर की सलाह पर पानी और अन्य तत्वों का सही स्तर पर रखें।

उचित आहार:

  • हल्के आहार को पसंद करें, जैसे कि रोटी, दाल, सब्जियां, फल, और दूध।
  • तेल, मसालेदार और तले हुए खाद्य सामग्री से बचें।

संबंधित उपचार:

कुछ मामलों में, डॉक्टर विशेष चिकित्सा उपचार सुझा सकता है, जैसे कि अंटीवायरल या अंटीमैलेरियल दवाएं।

कारगर उपचार:

कुछ मामलों में, अंजन और कास्टोर तेल का उपयोग किया जा सकता है। यह लोकप्रिय आयुर्वेदिक उपचार हैं, लेकिन इससे पहले डॉक्टर से परामर्श करें।

इसके अलावा, यदि आपको जॉन्डिस के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह आपकी स्थिति का सही निदान कर सकें और उचित इलाज सुझा सकें।

FAQS 

1. पीलिया को जड़ से खत्म करने के लिए क्या करें?

डॉक्टर की सलाह लें और उनके निर्देशों का पालन करें। प्रचुर पानी पिएं और विश्राम करें।

2. पीलिया में सबसे ज्यादा क्या खाना चाहिए?

फल, सब्जियां, पौष्टिक आहार, और प्रचुर पानी पिएं। तेज़ और तली हुए चीजों से बचना चाहिए।

3. पीलिया रोग किसकी कमी से होता है?

यह रोग जिगर के सामान्य कारणों से होता है, जैसे कि हेपेटाइटिस बी या सी इन्फेक्शन, अल्कोहल का अत्यधिक सेवन, या अन्य जिगर संबंधित बीमारियों से।

4. पीलिया में कौन सा फल सबसे अच्छा होता है?

आम, केला, पपीता, नारियल, और अनार जैसे फल पीलिया के लिए फायदेमंद हो सकते हैं क्योंकि इनमें पौष्टिक तत्व होते हैं।

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