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क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण: समय रहते पहचानें और इलाज करें

Health

क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण: समय रहते पहचानें और इलाज करें

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Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta

Written By Komal Daryani
on Mar 4, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Jul 19, 2025

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क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण जानने से पहले यह समझना जरूरी है कि क्रिएटिनिन आखिर होता क्या है। क्रिएटिनिन एक प्रकार का वेस्ट प्रोडक्ट (अपशिष्ट पदार्थ) है, जो हमारी मांसपेशियों से बनता है। यह हमारे खून में मौजूद रहता है, और किडनी इसे फिल्टर करके पेशाब के माध्यम से बाहर निकालने में मदद करती है।

 यह शरीर में क्रिएटिन नामक प्रोटीन के टूटने से बनता है। क्रिएटिनिन का स्तर किडनी (गुर्दे) के स्वास्थ्य को दर्शाता है। यदि क्रिएटिनिन लेवल बढ़ता है, तो इसका मतलब है कि किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही। 

इस ब्लॉग के माध्यम से हम क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण, इसके बढ़ने के कारण और क्रिएटिनिन की नॉर्मल रेंज के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। इन सभी सवालों के जवाब आपको इस ब्लॉग में मिलेंगे, तो जुड़े रहें हमारे साथ!

क्रिएटिनिन बढ़ने के लक्षण ( Symptoms of Increased Creatinine )

आइए जानते हैं क्रिएटिनिन बढ़ने के प्रमुख लक्षण

थकान और कमजोरी ( Fatigue and Weakness )

शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ने पर मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं, जिससे व्यक्ति को बार-बार थकान महसूस होती है।

सूजन (एडिमा) Swelling (edema)

किडनी सही से फ़िल्टरिंग नहीं कर पाती, जिससे शरीर में पानी और सोडियम जमा होने लगता है। इससे पैरों, टखनों और चेहरे पर सूजन आ सकती है।

भूख न लगना और उल्टी ( Loss of appetite and vomiting )

क्रिएटिनिन बढ़ने पर शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जिससे भूख कम हो जाती है और जी मिचलाने या उल्टी की समस्या हो सकती है।

हाई ब्लड प्रेशर ( High Blood Pressure )

क्रिएटिनिन का बढ़ा हुआ स्तर किडनी पर दबाव डालता है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है और दिल से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

सांस लेने में दिक्कत ( Difficulty in breathing )

किडनी की समस्या के कारण शरीर में फ्लूइड जमा हो सकता है, जिससे फेफड़ों पर असर पड़ता है और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

स्किन प्रॉब्लम्स (खुजली और रैशेज़) ( Skin problem )

शरीर में टॉक्सिन्स के बढ़ने से त्वचा में खुजली, ड्राइनेस और चकत्ते हो सकते हैं।

क्रिएटिनिन बढ़ने के कारण ( Reasons for increased creatinine )

किडनी ठीक से काम नहीं करती या अन्य स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, तो शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ने लगता है। आइए जानते हैं क्रिएटिनिन बढ़ने के प्रमुख कारण।

क्रॉनिक किडनी डिज़ीज़ (CKD)

अगर किडनी धीरे-धीरे खराब हो रही है, तो वह सही से टॉक्सिन्स को फ़िल्टर नहीं कर पाती, जिससे क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ जाता है।

डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)

शरीर में पर्याप्त पानी न होने पर किडनी फ़िल्टरेशन सही तरीके से नहीं कर पाती, जिससे क्रिएटिनिन बढ़ सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़

हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ किडनी को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उसका फ़िल्टर करने की क्षमता कम हो जाती है और क्रिएटिनिन बढ़ने लगता है।

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बहुत अधिक प्रोटीन युक्त आहार

ज्यादा मात्रा में रेड मीट, डेयरी प्रोडक्ट्स, और हाई-प्रोटीन सप्लीमेंट लेने से क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है।

मांसपेशियों में चोट या अत्यधिक व्यायाम

अगर शरीर में मांसपेशियों की टूट-फूट ज्यादा होती है, तो अधिक मात्रा में क्रिएटिनिन बनता है, जिससे उसका स्तर बढ़ सकता है।

यूरीनरी ट्रैक्ट ब्लॉकेज

अगर किसी कारण से पेशाब रुक रहा है, जैसे कि किडनी स्टोन या प्रोस्टेट बढ़ने से, तो क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है।

कुछ दवाइयों का अधिक सेवन

पेनकिलर, एंटीबायोटिक्स, और स्टेरॉयड जैसी दवाइयां लंबे समय तक लेने से किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे क्रिएटिनिन बढ़ सकता है।

हार्ट डिजीज़

अगर दिल सही से पंप नहीं कर रहा है, तो किडनी को पर्याप्त ब्लड सप्लाई नहीं मिलती, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है और क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है।

क्रिएटिनिन की नॉर्मल रेंज ( Normal Range of Creatinine )

क्रिएटिनिन का स्तर व्यक्ति की उम्र और मांसपेशियों की बनावट पर निर्भर करता है। सामान्य रूप से, रक्त में क्रिएटिनिन की रेंज इस प्रकार होती है:

ब्लड (रक्त) में क्रिएटिनिन की नॉर्मल रेंज:

  • पुरुषों में: 0.7 से 1.3 mg/dL

  • महिलाओं में: 0.6 से 1.1 mg/dL

  • बच्चों में: 0.3 से 0.7 mg/dL

यूरिन (पेशाब) में क्रिएटिनिन की नॉर्मल रेंज:

24 घंटे के यूरिन टेस्ट में: 500 से 2000 mg प्रति दिन (व्यक्ति की मांसपेशियों और डाइट पर निर्भर करता है)

अगर क्रिएटिनिन का स्तर इससे अधिक होता है, तो यह किडनी की समस्या या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। सही कारण जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।

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क्रिएटिनिन का स्तर संतुलित रखने के उपाय

आइए जानते हैं क्रिएटिनिन को बैलेंस करने के असरदार तरीके।

पर्याप्त पानी पिएं

शरीर में पानी की कमी होने पर किडनी को टॉक्सिन फ़िल्टर करने में दिक्कत होती है, जिससे क्रिएटिनिन बढ़ सकता है। रोज़ाना 2-3 लीटर पानी पीना फायदेमंद होता है।

प्रोटीन की मात्रा संतुलित करें

ज्यादा मात्रा में रेड मीट, मछली और डेयरी उत्पाद लेने से क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है। हाई-प्रोटीन डाइट को सीमित करें और डॉक्टर की सलाह लें।

नमक का सेवन कम करें

ज्यादा नमक (सोडियम) लेने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। खाने में कम नमक का इस्तेमाल करें।

डेयरी उत्पादों का सेवन सीमित करें

ज्यादा दूध, दही और पनीर खाने से शरीर में प्रोटीन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे क्रिएटिनिन का स्तर भी प्रभावित हो सकता है।

तनाव कम करें

अत्यधिक तनाव और नींद की कमी किडनी पर नकारात्मक असर डाल सकती है। रोज़ाना 7-8 घंटे की नींद लें और ध्यान (मेडिटेशन) करें।

नियमित व्यायाम करें, लेकिन अत्यधिक न करें

हल्का योग और वॉकिंग फायदेमंद होती है, लेकिन अत्यधिक वर्कआउट करने से क्रिएटिनिन का स्तर बढ़ सकता है। संतुलित एक्सरसाइज करें।

डॉक्टर की सलाह लें

अगर क्रिएटिनिन का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है, तो तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं और उनकी बताई दवाइयों का सही तरीके से सेवन करें।

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1 Comments

  • Ritesh Kumar Sharma

    May 22, 2025 at 4:21 AM.

    Mera b.p high hey creatinine 2.14 hey

    • Myhealth Team

      May 22, 2025 at 8:57 AM.

      Aapka BP high hai aur creatinine 2.14, jo kidney problem ka sanket ho sakta hai. Isse control karne ke liye BP ko manage karna, namak aur protein kam lena, aur nephrologist se consult karna zaroori hai.

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