बुखार उतारने के घरेलू उपाय – आसान और असरदार तरीके

Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta
Written By Komal Daryani
on Mar 24, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 24, 2025

मौसम बदलना शुरू हो गया है, और इसके साथ ही बीमारियों की समस्या भी बढ़ने लगी है। इनमें से फ्लू, वायरल आदि आम समस्याएँ हैं, जो मौसम बदलते ही तेजी से फैलने लगती हैं। हमारे शरीर का सामान्य तापमान 97-99 डिग्री फारेनहाइट के बीच रहता है, लेकिन जब यह 100 डिग्री से ऊपर पहुँच जाता है, तो इसे बुखार कहा जाता है।
वैसे तो बुखार कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन सही समय पर इलाज न कराने या लंबे समय तक बुखार रहने से शरीर में कमजोरी आ सकती है। यह आरबीसी और प्लेटलेट्स की संख्या को भी कम कर सकता है। यदि आपका बुखार सामान्य है, तो यह घर पर भी ठीक हो सकता है।
इस ब्लॉग के माध्यम से हम बुखार के लक्षण, कारणों और बुखार उतारने के घरेलू उपाय के बारे में जानकारी देने की कोशिश करेंगे।
बुखार के मुख्य 10 लक्षण ( Top 10 symptoms of fever )
बुखार को नज़रअंदाज़ करना खतरनाक हो सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है।
शरीर का तापमान बढ़ना ( Increased body temperature )
बुखार का सबसे पहला संकेत शरीर के तापमान का बढ़ना होता है। सामान्य तापमान 98.6°F (37°C) होता है, लेकिन जब यह 100.4°F (38°C) से अधिक हो जाता है, तो इसे बुखार माना जाता है।
सिरदर्द और भारीपन ( Headache and heaviness )
बुखार के दौरान सिर में तेज़ दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है। यह शरीर में जलन और दिमागी थकान के कारण होता है।
कंपकंपी और ठंड लगना ( Shivers and chills )
कई बार बुखार के दौरान ठंड लगने लगती है और शरीर कांपने लगता है। यह शरीर द्वारा तापमान को नियंत्रित करने की प्रक्रिया का हिस्सा होता है।
अत्यधिक पसीना आना ( sweating profusely )
बुखार के उतरने के दौरान या बढ़ने के दौरान अत्यधिक पसीना आ सकता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द ( muscle and joint pain )
शरीर में कमजोरी आने के साथ मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द हो सकता है। यह वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण हो सकता है।
भूख में कमी और स्वाद बदलना ( Loss of appetite and change in taste )
बुखार के दौरान अक्सर भूख कम हो जाती है और खाने का स्वाद अजीब लगने लगता है।
आंखों में जलन और कमजोरी ( Burning sensation and weakness in the eyes)
आंखों में भारीपन, जलन, और थकान महसूस होती है। यह शरीर की गर्मी बढ़ने के कारण होता है।
चिड़चिड़ापन और बेचैनी ( irritability and restlessness)
बुखार के कारण शरीर में असहजता होती है, जिससे व्यक्ति चिड़चिड़ा महसूस कर सकता है और मन अशांत हो सकता है।
अत्यधिक थकान और कमजोरी ( Extreme fatigue and weakness )
बुखार के कारण शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है और व्यक्ति हर समय थका हुआ महसूस करता है।
नींद में परेशानी (अनिद्रा) ( Trouble sleeping (insomnia) )
बुखार की वजह से नींद नहीं आती या बार-बार बीच में नींद खुल जाती है, जिससे मानसिक और शारीरिक थकान बढ़ सकती है।
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बुखार के 10 कारण ( 10 Causes of Fever )
आइए जानते हैं बुखार के प्रमुख कारण।
वायरल संक्रमण ( Viral Infection )
फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, कोरोना वायरस जैसी बीमारियों में बुखार सामान्य लक्षण होता है। यह वायरस के शरीर में प्रवेश करने और इम्यून सिस्टम के सक्रिय होने के कारण होता है।
बैक्टीरियल संक्रमण ( Bacterial Infections )
टाइफाइड, टॉन्सिलिटिस, निमोनिया, यूरिन इंफेक्शन (UTI) और टीबी जैसी बीमारियां बैक्टीरिया के कारण होती हैं, जिससे तेज़ बुखार आ सकता है।
फंगल और पैरासिटिक संक्रमण ( Fungal and parasitic infections )
मलेरिया, डेंगू और लीशमैनियासिस जैसी बीमारियां परजीवी संक्रमण के कारण होती हैं, जिससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है।
शरीर में जलन या चोट ( Burns or injuries to the body )
अगर शरीर के किसी अंग में जलन या अंदरूनी चोट हो, तो बुखार हो सकता है।
ऑटोइम्यून रोग ( Autoimmune Diseases)
रूमेटाइड अर्थराइटिस, ल्यूपस, या अन्य ऑटोइम्यून बीमारियों में भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
दवाओं का दुष्प्रभाव ( Side effects of medicines )
कुछ दवाओं, जैसे एंटीबायोटिक्स या हाई ब्लड प्रेशर की दवाएं, के कारण भी बुखार हो सकता है।
अत्यधिक थकान और डिहाइड्रेशन ( Extreme fatigue and dehydration )
बहुत अधिक शारीरिक मेहनत करने, गर्मी में ज्यादा समय बिताने या पानी की कमी होने पर भी शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
ट्यूमर या कैंसर ( Tumor or cancer )
कुछ मामलों में कैंसर या ट्यूमर की वजह से भी लंबे समय तक हल्का बुखार बना रह सकता है।
टीकाकरण के बाद बुखार ( Fever after vaccination )
कुछ वैक्सीन (जैसे कोविड, हेपेटाइटिस, टाइफाइड) लेने के बाद हल्का बुखार आ सकता है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की प्रतिक्रिया होती है।
एलर्जी या इम्यून सिस्टम का ओवररिएक्शन ( Allergies or an overreaction of the immune system )
कभी-कभी शरीर किसी एलर्जी या बाहरी कारक पर ज्यादा प्रतिक्रिया देता है, जिससे बुखार आ सकता है।
खार उतारने के घरेलू उपाय
हल्का बुखार आमतौर पर खुद ही ठीक हो जाता है, लेकिन सही देखभाल जरूरी होती है।
गीली पट्टियां (Cold Compress)
माथे, गर्दन, बगल और पैरों पर ठंडे पानी की पट्टियां रखने से शरीर का तापमान जल्दी कम होता है।
गुनगुने पानी से स्नान करें
बहुत ज्यादा गर्म पानी से न नहाएं, बल्कि गुनगुने पानी से स्पंज बाथ लें। यह शरीर की गर्मी कम करने में मदद करता है।
खूब पानी और तरल पदार्थ पिएं
बुखार के दौरान शरीर जल्दी डिहाइड्रेट हो जाता है, इसलिए हाइड्रेट रहना जरूरी है।
तुलसी की चाय पिएं
तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो बुखार को तेजी से कम करने में मदद करते हैं।
धनिया पानी
धनिया के बीज शरीर को ठंडक देते हैं और इम्यूनिटी मजबूत करते हैं।
अदरक और शहद का मिश्रण
अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालते हैं।
दालचीनी और शहद
दालचीनी शरीर में गर्मी को संतुलित करती है और बैक्टीरियल संक्रमण से बचाती है।
नींबू और शहद का काढ़ा
नींबू में विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।
लहसुन का सेवन करें
लहसुन शरीर की गर्मी को नियंत्रित करता है और संक्रमण से लड़ता है।
आराम करें और हल्का भोजन लें
बुखार के दौरान शरीर को अधिक आराम की जरूरत होती है। साथ ही हल्का और सुपाच्य आहार जैसे खिचड़ी, दलिया, और सूप लें।