898 898 8787

पेट में इन्फेक्शन के 8 लक्षण: जानिए कारण और उपचार

Stomach

पेट में इन्फेक्शन के 8 लक्षण: जानिए कारण और उपचार

Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta

Written By Muskan Taneja
on Dec 3, 2024

Last Edit Made By Muskan Taneja
on Jan 28, 2025

share
पेट में इन्फेक्शन के 8 लक्षण: जानिए कारण और उपचार
share

पेट में इन्फेक्शन , जिसे अंग्रेजी में स्टमक इंफेक्शन कहा जाता है, एक आम समस्या है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में बाहर का तला-भुना खाना हमारे पाचन तंत्र को खराब करने का मुख्य कारण बनता है।

गलत खानपान, दूषित पानी और स्वच्छता की कमी इसके प्रमुख कारण हैं। इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है क्योंकि लंबे समय तक इसका प्रभाव रहने पर यह शरीर को कमजोर कर देता है। समय पर इलाज न कराने पर यह गंभीर समस्याएं भी पैदा कर सकता है। आमतौर पर इसे गैस्ट्रोएंटेराइटिस के नाम से जाना जाता है।

यह संक्रमण बैक्टीरिया (जैसे सैल्मोनेला), वायरस (जैसे रोटावायरस), या परजीवी (जैसे अमीबा) के कारण हो सकता है।

आइए जानते हैं पेट में इन्फेक्शन के लक्षण, उपचार, और इससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि कौन-से टेस्ट कराने चाहिए और संक्रमण होने पर क्या खाना चाहिए। इस ब्लॉग के माध्यम से इन सभी सवालों के जवाब देने की कोशिश करेंगे।

पेट में इन्फेक्शन के लक्षण ( Symptoms of Stomach Infection )

आइए जानते हैं पेट में इन्फेक्शन के सामान्य लक्षण:

1. पेट दर्द और ऐंठन (Abdominal Pain and Cramps)

पेट में तेज दर्द या मरोड़ पेट में इन्फेक्शन का सबसे आम लक्षण है। यह संक्रमण के कारण पेट में सूजन और गैस बनने से होता है।

2. डायरिया (दस्त)

डायरिया इन्फेक्शन का प्रमुख संकेत है। इसमें बार-बार पतले मल का आना या पानी जैसा मल हो सकता है।

3. उल्टी और मतली (Vomiting and Nausea)

पेट में इन्फेक्शन से मतली महसूस हो सकती है, और कुछ मामलों में उल्टी भी हो सकती है। यह शरीर से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने का तरीका है।

4. बुखार ( Fever )

संक्रमण के कारण शरीर का तापमान बढ़ सकता है। हल्का या तेज बुखार पेट के इन्फेक्शन के कारण हो सकता है। 

5. भूख न लगना ( Loss of appetite

पेट में सूजन और दर्द के कारण भूख कम हो जाती है। खाने की इच्छा बिल्कुल खत्म हो सकती है।

6. डिहाइड्रेशन (पानी की कमी)

डायरिया और उल्टी के कारण शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन हो जाता है। इसके लक्षण हैं– सूखी त्वचा, कमजोरी, और प्यास का अधिक लगना।

7. गैस और पेट फूलना ( Gas and flatulence )

इन्फेक्शन के कारण पेट में गैस बनना और पेट का फूला हुआ महसूस होना आम है।

8. थकान और कमजोरी ( Fatigue and weakness ) 

लगातार डायरिया और उल्टी के कारण शरीर कमजोर महसूस करता है और थकावट बढ़ जाती है।

पेट में इन्फेक्शन के दौरान क्या खाना चाहिए? ( What should one eat during stomach infection? )

पेट में इन्फेक्शन के दौरान आहार का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ दिए गए हैं जो पेट के इन्फेक्शन में फायदेमंद हो सकते हैं:

1. बनाना (केला)

केला हल्का, पचने में आसान और पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और डायरिया के दौरान पोटैशियम की कमी को पूरा करता है।

2. चावल और खिचड़ी

सादा सफेद चावल या हल्की खिचड़ी पेट के लिए सुरक्षित विकल्प है। यह पेट को आराम देता है और आसानी से पच जाता है। इसमें हल्दी और हींग डालने से एंटीबैक्टीरियल गुण बढ़ जाते हैं।

3. दही

दही में अच्छे बैक्टीरिया (प्रोबायोटिक्स) होते हैं, जो पेट के इन्फेक्शन को कम करने और पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करते हैं।

4. नारियल पानी

डिहाइड्रेशन से बचने के लिए नारियल पानी पीना सबसे अच्छा है। यह शरीर को हाइड्रेट करता है और इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करता है।

5. सब्जियों का सूप

हल्का और गर्म सब्जियों का सूप पेट को आराम देने के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करता है। इसमें गाजर, लौकी, और पालक जैसी सब्जियों का उपयोग करें।

6. सेब (एप्पल सॉस)

सेब को उबालकर या सॉस के रूप में सेवन करें। यह पाचन को बेहतर बनाता है और डायरिया को नियंत्रित करता है।

7. ओट्स

ओट्स हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन है। इसे पानी या दूध में पका कर खा सकते हैं।

8. अदरक की चाय

अदरक की चाय मतली और उल्टी को कम करने में मदद करती है। इसे हल्की मात्रा में पिएं।

9. टोस्ट और ब्रेड

सादा टोस्ट या ब्रेड पेट को आराम देता है और अतिरिक्त एसिड को सोखने में मदद करता है।

10. हल्दी वाला दूध

रात में हल्दी वाला गुनगुना दूध पीना संक्रमण को जल्दी ठीक करने में मदद करता है, क्योंकि हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

पेट में इन्फेक्शन के सही इलाज के लिए कौन से टेस्ट करवाने जरूरी होते हैं?

  1. CBC (Complete Blood Count) 
  2. CRP (C-Reactive Protein)
  3. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT Test )
  4. स्टूल टेस्ट (मल परीक्षण)
  5. यूरिन टेस्ट (मूत्र जांच)
  6. एंडोस्कोपी
  7. कल्चर टेस्ट
  8. वायरल एंटीबॉडी टेस्ट

पेट में इन्फेक्शन के उपचार (Treatment for Stomach Infection)

पेट में इन्फेक्शन का इलाज उस इन्फेक्शन के कारण (जैसे बैक्टीरिया, वायरस, या परजीवी) और लक्षणों के आधार पर किया जाता है। यहां पेट में इन्फेक्शन के उपचार के विभिन्न तरीकों के बारे में बताया गया है:

पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन

पेट में इन्फेक्शन के दौरान डायरिया और उल्टी के कारण शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। इसे ठीक करने के लिए ओआरएस (ORS) का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।

प्राकृतिक उपचार (Home Remedies)

अदरक में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अदरक की चाय पीने से पेट में राहत मिल सकती है और उल्टी कम हो सकती है।हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। रात में हल्दी वाला दूध पीने से आराम मिलता है।पुदीना के पत्तों से बनी चाय या पुदीने का पानी पेट की सूजन और दर्द को कम कर सकता है।

आंतों की सफाई (Gut Cleaning)

पेट में इन्फेक्शन से बचाव और उपचार के लिए फाइबर युक्त आहार जैसे कि उबली हुई सब्जियाँ और दलिया खाएं। यह आंतों की सफाई में मदद करता है।

आराम और निद्रा

पेट के इन्फेक्शन से उबरने के लिए भरपूर आराम और अच्छी नींद बहुत महत्वपूर्ण है। इससे शरीर को अपने आप को ठीक करने का समय मिलता है।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

यदि पेट में इन्फेक्शन के लक्षण गंभीर हों जैसे:

  • दस्त और उल्टी 48 घंटे से अधिक समय तक बने रहना
  • मल में खून आना
  • तेज बुखार होना
  • अत्यधिक कमजोरी और डिहाइड्रेशन के लक्षण

Leave a comment

1 Comments

  • Gurjeet Singh

    Mar 6, 2025 at 10:54 PM.

    Bar bar toilet aur toilet ka rang Thora black

    • Myhealth Team

      Mar 7, 2025 at 4:20 AM.

      बार-बार टॉयलेट आना और टॉयलेट का रंग थोड़ा काला होना पाचन तंत्र, ब्लीडिंग, डिहाइड्रेशन या इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। आयरन सप्लीमेंट्स या कुछ दवाओं से भी रंग बदल सकता है। अगर ब्लैक स्टूल टarry (चमकदार और चिपचिपा) हो तो यह आंतरिक ब्लीडिंग का संकेत हो सकता है, जिसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। ज्यादा पानी पिएं और सही खानपान अपनाएं। अगर समस्या बनी रहे या अन्य लक्षण (कमजोरी, पेट दर्द) हों तो डॉक्टर से जांच करवाएं।

Consult Now

Share this Blog