लिवर का रामबाण इलाज: प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रखें अपना लिवर

Medically Reviewed By
Dr. Mayanka Lodha Seth
Written By Komal Daryani
on Apr 7, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Apr 7, 2025

लिवर सिर्फ भोजन पचाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह रक्त से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने का भी काम करता है। यह शरीर में पोषक तत्वों को आवश्यक रसायनों में बदलकर ऊर्जा उत्पन्न करता है और जरूरत के हिसाब से अंगों तक पहुंचाता है। लिवर में संक्रमण कई कारणों से हो सकता है – जैसे अस्वस्थ खान-पान, वायरल संक्रमण, शराब का अत्यधिक सेवन आदि। आइए जानते हैं, लिवर में सूजन के लक्षण और इसके उपाय क्या हैं, साथ ही कमजोर लिवर के लक्षण क्या हो सकते हैं।
लिवर को खराब करने के मुख्य कारण
अत्यधिक शराब का सेवन- शराब लिवर की कोशिकाओं को नष्ट कर उसे कमजोर बना देती है।
ज्यादा तली-भुनी और जंक फूड- वसायुक्त और प्रोसेस्ड फूड लिवर में फैट जमा करता है, जिससे फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
इम्यूनिटी सिस्टम- इम्यूनिटी सिस्टम के कमजोर होने पर इम्यून सिस्टम शरीर के अंगों पर अनजाने में हमला करने लगता है, जिसे ऑटोइम्यून स्थिति कहा जाता है। यह स्थिति लिवर फेल्योर तक पहुंचा सकती है।
इन्फेक्शन- इन्फेक्शन होने पर लिवर में सूजन आ सकती है, जिससे उसकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है। इनमें सबसे आम वायरस हेपेटाइटिस होते हैं, जैसे – हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी।
मोटापा और डायबिटीज- इन स्थितियों में लिवर पर वसा जमा होने लगती है, जिससे उसकी कार्यप्रणाली प्रभावित होती है।
अनुवांशिक- कुछ लोगों में लिवर की समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी चली आती है, जिसे अनुवांशिक कारण माना जाता है।
फैटी लिवर- फैटी लिवर की समस्या तब होती है जब लिवर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है, जिससे लिवर में सूजन और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
लिवर को स्वस्थ रखने वाले रामबाण घरेलू उपाय
आंवला का सेवन करें
आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है और लिवर की सूजन को कम करता है। रोजाना सुबह खाली पेट 2-3 आंवला खाने से लिवर को मजबूती मिलती है।
लहसुन और प्याज का सेवन
लहसुन और प्याज में मौजूद एमिनो एसिड लिवर से हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। इनका नियमित सेवन लिवर में फैट जमा होने से रोकता है, जिससे लिवर मजबूत बना रहता है।
हल्दी का सेवन करें
हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन (Curcumin) लिवर को सूजन और इंफेक्शन से बचाने में सहायक होता है। हल्दी का दूध या हल्दी पानी पीने से लिवर की कोशिकाएं पुनर्जीवित होती हैं। रोजाना सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
नीम और तुलसी का रस
नीम और तुलसी दोनों में एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो लिवर को इन्फेक्शन और विषाक्त पदार्थों से बचाते हैं। रोज सुबह 5-6 तुलसी की पत्तियां और 2-3 नीम की पत्तियों का रस पीने से लिवर स्वस्थ रहता है।
लिवर डिटॉक्स के लिए आयुर्वेदिक उपाय
त्रिफला चूर्ण का सेवन
त्रिफला में आंवला, हरड़ और बहेड़ा शामिल होता है, जो पाचन को सुधारने और लिवर को साफ करने में मदद करता है। रोज रात में 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लेने से लिवर डिटॉक्स होता है।
भृंगराज का काढ़ा
भृंगराज को आयुर्वेद में लिवर टॉनिक कहा जाता है। यह लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और हेपेटाइटिस जैसी समस्याओं से बचाव करता है। 1 चम्मच भृंगराज पाउडर को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर पीने से लिवर को मजबूती मिलती है।
कुटकी का सेवन
कुटकी आयुर्वेद में लिवर के लिए सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटी मानी जाती है। यह लिवर को डिटॉक्सिफाई करती है और उसकी क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को ठीक करती है। 1 चम्मच कुटकी पाउडर को शहद या गुनगुने पानी के साथ लेने से लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है।
पपीते के बीज का रस
पपीते के बीज लिवर के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं। इनमें मौजूद एंजाइम्स लिवर को डिटॉक्स करते हैं और फैटी लिवर की समस्या को कम करते हैं। 1 चम्मच पपीते के बीज का रस शहद के साथ मिलाकर पीने से लिवर की कार्यक्षमता बढ़ती है।
लिवर को स्वस्थ रखने वाले योगासन
योग और प्राणायाम लिवर को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
भुजंगासन- लिवर में रक्त संचार को बेहतर करता है और विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
कपालभाति-यह पेट की सफाई करके लिवर को डिटॉक्स करता है।
धनुरासन- लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करता है और पाचन में सुधार करता है।
खानपान में बदलाव से लिवर की देखभाल
लिवर को स्वस्थ रखने के लिए खानपान पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
हरी सब्जियां और फल खाएं
ब्रोकली, पालक, मेथी, गाजर और चुकंदर जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ लिवर को साफ करते हैं।
फाइबर युक्त आहार लें
फाइबर युक्त अनाज जैसे जई, ज्वार और बाजरा लिवर की चर्बी को कम करने में मदद करते हैं।
ग्रीन टी का सेवन करें
ग्रीन टी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को डिटॉक्स करते हैं और फैटी लिवर की समस्या को कम करते हैं।
प्रोबायोटिक्स का सेवन बढ़ाएं
दही, छाछ और किण्वित खाद्य पदार्थ लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
लिवर को मजबूत करने वाली जीवनशैली
शराब से दूरी बनाएं
शराब का अत्यधिक सेवन लिवर के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इसे पूरी तरह से छोड़ देना ही बेहतर है।
धूम्रपान से बचें
धूम्रपान से लिवर में विषैले तत्व जमा होते हैं, जिससे लिवर की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है।
वजन नियंत्रित रखें
मोटापा लिवर पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे फैटी लिवर और सिरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
नियमित व्यायाम करें
हफ्ते में कम से कम 5 दिन 30 मिनट की एक्सरसाइज लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
लिवर को डिटॉक्स करने के विशेष पेय
नींबू और शहद का पानी
रोज सुबह खाली पेट नींबू और शहद का गुनगुना पानी पीने से लिवर साफ होता है और पाचन में सुधार होता है।
एलोवेरा जूस
एलोवेरा का रस लिवर की सूजन को कम करता है और उसकी कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है।
चुकंदर और गाजर का जूस
चुकंदर और गाजर का रस लिवर की कोशिकाओं को डिटॉक्स करता है और पाचन में सुधार करता है।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
यदि लगातार लिवर में दर्द, पीलिया, थकान या भूख में कमी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लिवर से जुड़ी समस्याओं में देरी घातक साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
अनियमित जीवनशैली और अस्वस्थ खान-पान के कारण लिवर में इंफेक्शन होना आम समस्या बन गई है। लेकिन समय रहते इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है, क्योंकि लापरवाही करने पर यह जानलेवा साबित हो सकता है। लिवर संक्रमण के लक्षणों में भूख न लगना, उल्टी आना, कमजोरी महसूस होना, त्वचा में खुजली, पेट में दर्द और पेशाब के रंग में बदलाव शामिल हैं। इसके मुख्य कारणों में अत्यधिक शराब का सेवन, कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम, फैटी लिवर, इंफेक्शन और दवाओं का अधिक सेवन शामिल हैं।