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CPK Test in Hindi - CPK परीक्षण के उपयोग , प्रकार, महत्व, परिणाम

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CPK Test in Hindi - CPK परीक्षण के उपयोग , प्रकार, महत्व, परिणाम

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Sep 20, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Jan 23, 2025

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CPK Test in Hindi - CPK परीक्षण के उपयोग 

मांसपेशियों की स्वस्थता एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण है। क्या आपको पता है कि आपके मांसपेशियों की स्वस्थता को मापने का एक अच्छा तरीका CPK परीक्षण है? इस ब्लॉग पोस्ट में, हम आपको CPK परीक्षण के बारे में सब कुछ बताएंगे, जैसे कि यह क्या होता है, कैसे किया जाता है, और इसके महत्व के बारे में।

CPK क्या होता है?

CPK का मतलब Creatine Phosphokinase होता है, और यह एक एंजाइम होता है जो हमारे मांसपेशियों में पाया जाता है। यह एंजाइम मांसपेशियों के ऊपर की तनाव की स्थिति को मापने में मदद करता है। जब मांसपेशियों को चोट लगती है, या जब वे किसी प्रकार के दर्द या चोट के प्रति प्रतिक्रिया देते हैं, तो CPK का स्तर बढ़ सकता है।

CPK टेस्ट के प्रकार

CPK के तीन प्रमुख प्रकार होते हैं, जिन्हें CPK-MB, CPK-MM, और CPK-BB कहा जाता है:

CPK-MM (मास्टिक टाइप): यह प्रकार स्केलेटल मसल्स में पाया जाता है और अकाईटिस की जांच के लिए महत्वपूर्ण होता है।

CPK-MB (हृदय टाइप): यह प्रकार हृदय मांसपेशियों में पाया जाता है और हृदय से संबंधित समस्याओं की जांच के लिए महत्वपूर्ण होता है, जैसे कि हृदय अटैक।

CPK-BB (मस्तिष्क टाइप): यह प्रकार मस्तिष्क में पाया जाता है और मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं की जांच के लिए उपयोगी होता है, जैसे कि मस्तिष्क के कैंसर।

CPK परीक्षण का महत्व

CPK परीक्षण का महत्वपूर्ण भूमिका होता है जब किसी व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य की जांच की आवश्यकता होती है। यह जांच निम्नलिखित स्थितियों की पहचान के लिए उपयोगी होती है:

हृदय समस्याएं: CPK-MB के स्तर की माप जब किसी को हृदय अटैक होता है, तो उसके स्तर में वृद्धि हो सकती है। यह हृदय समस्याओं की पहचान में मदद करता है और डॉक्टर को उपचार की सबसे उपयुक्त योजना तय करने में मदद करता है।

मस्तिष्क समस्याएं: CPK-BB के स्तर की माप जब किसी को मस्तिष्क से संबंधित समस्या होती है, तो उसके स्तर में वृद्धि हो सकती है। यह मस्तिष्क के कैंसर और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं की पहचान में मदद कर सकता है।

स्केलेटल मसल्स की चोटें: CPK-MM के स्तर की माप चोट लगने पर उचित इलाज की योजना बनाने में मदद कर सकती है।

CPK परीक्षण कैसे होता है?

CPK परीक्षण एक साधारण ब्लड टेस्ट होता है जिसे आपके वेन से लिया जाता है। इस प्रक्रिया में निम्नलिखित कदम होते हैं:

आवश्यक तैयारी: परीक्षण के लिए कोई विशेष तैयारी की आवश्यकता नहीं होती है। आपको आमतौर पर रोज़ की तरह आवश्यक रुप से पानी पीना है।

ब्लड लेना: डॉक्टर या मेडिकल लैब टेक्नीशियन आपके वेन से ब्लड लेंगे। इसके लिए एक सिरिंज और नीडल का उपयोग किया जाता है। ब्लड की नमूना लेने का कोई बड़ा दर्द नहीं होता है, लेकिन थोड़ी चुभन या दर्द की संभावना हो सकती है।

परीक्षण के लिए नमूना भेजना: एक बार ब्लड का नमूना लिया जाता है, यह लैब में भेजा जाता है जहां CPK के स्तर की माप की जाती है।

परिणाम और विश्लेषण: परीक्षण के नतीजे आपके डॉक्टर या मेडिकल पेशेवर के पास भेजे जाते हैं, और वे उन्हें विश्लेषित करते हैं।

CPK परीक्षण के परिणाम

CPK परीक्षण के परिणाम आपके स्वास्थ्य की स्थिति को मापते हैं और किसी विशेष बीमारी या समस्या की पहचान में मदद करते हैं। CPK के स्तर को आमतौर पर इकाई में यूनिट्स प्रति लीटर (U/L) में मापा जाता है।

सामान्य स्तर: स्वस्थ व्यक्ति के CPK के स्तर की सामान्य रेंज 10 से 120 U/L के बीच होती है।

उच्च स्तर: CPK के स्तर में वृद्धि कई प्रकार की समस्याओं का संकेत हो सकता है, जैसे कि हृदय अटैक, स्केलेटल मसल्स की चोटें, मस्तिष्क से संबंधित समस्याएं, और किसी प्रकार की मस्तिष्क की कमजोरी।

कम स्तर: CPK के स्तर की कमी भी कुछ समस्याओं का संकेत हो सकती है, जैसे कि न्यूरोमस्कुलर समस्याएं या किसी प्रकार की मस्तिष्क की असमर्थता।

CPK परीक्षण के उपयोग

हृदय समस्याओ  की पहचान: CPK-MB के स्तर की माप हृदय अटैक की पहचान में महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि हृदय के मांसपेशियों के नुकसान के साथ इसका स्तर वृद्धि कर सकता है।

मस्तिष्क समस्याओ  की पहचान: CPK-BB के स्तर की माप मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं की पहचान में मदद कर सकती है, जैसे कि मस्तिष्क के कैंसर या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं।

स्केलेटल मसल्स की चोटें की पहचान: CPK-MM के स्तर की माप मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं के अलावा चोटें और चोटें के चिकित्सीय प्रबंधन में भी मदद कर सकती है।

किसी और बीमारी की पहचान: CPK परीक्षण कई अन्य बीमारियों की पहचान में भी मदद कर सकता है, जैसे कि अकाईटिस, डर्माटोमायोसाइटिस, और अन्य बीमारियाँ।

अन्य लक्षण हैं जिनके तहत  क्रिएटिन फॉस्फोकाइनेज परीक्षण का आदेश दिया जाता है। जैसे की 

  • नजर की दिक्कत या नजर में बदलाव
  • बोलचाल में दिक्कत (slurred speech)
  • सीने में दर्द या दबाव
  • संदेह
  • बेहोशी
  • मांसपेशियों में दर्द
  • मांसपेशियों में जकड़न
  • पैरालिसिस
  • शरीर के किसी हिस्से में अंधापन या कमजोरी की अनुभूति
  • चक्कर आना
  • सांस लेने में कठिनाई
  • पसीना बहाना
  • अत्यधिक कमजोरी
  • हृदय गति में वृद्धि
  • उल्टी, अपच या वमन
  • बिना कारण पसीना आना
  • निगलने में परेशानी
  • हाथ या जबड़े में फैले दर्द
  • चलने-फिरने या दौड़ने में कठिनाई
  • असामान्य चलने की तरीका
  • गहरा रंग का पेशाब आदि। 

इन लक्षणों के दिखने पे डॉक्टर आपको सीपीके परीक्षण का आदेश दे सकते है। 

ध्यान दे - 

डॉक्टर के सुझाव पर अमल करें:

खानपान के निर्देशों का पालन करें।

प्राकृतिक घरेलू नुस्खे ना अपनाये।  

स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ संपर्क करे।  

CPK परीक्षण के परिणामों को समझने के बाद, यदि आपको किसी गंभीर समस्या की जानकारी मिलती है, तो आपको स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ संपर्क करके उपयुक्त उपचार करवाना चाहिए।

FAQs

1. CPK टेस्ट क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है?

CPK टेस्ट एक प्रकार की जाँच है जो क्रिएटिन फॉस्फोकिनेज (CPK) एंजाइम के स्तर को मापती है। यह एंजाइम हृदय और स्केलेटल मांसपेशियों में पाया जाता है और उनके क्षतिग्रस्त होने की निर्देशिका होता है।

2. CPK टेस्ट किस तरह से किया जाता है और इसकी प्रक्रिया क्या है?

CPK टेस्ट के लिए रक्त प्रमाण लिया जाता है और फिर उसमें CPK लेवल्स की माप ली जाती है। यह एक साधारण रक्त परीक्षण है और अस्पष्टता या असुविधा का कोई खतरा नहीं है।

3. CPK लेवल्स में वृद्धि या घटने के कारण क्या हो सकते हैं?

CPK लेवल्स में वृद्धि या घटने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे उच्च उपयोग के फिटनेस गतिविधियाँ, हृदय संकट, या मांसपेशियों के घातक घाव।

4. CPK टेस्ट के परिणामों को समझने के लिए कौन-कौन सी जानकारी दी जाती है?

CPK टेस्ट के परिणाम आमतौर पर आपके चिकित्सा पेशेवर द्वारा समझाए जाते हैं। वे आपके रोग का सही विश्लेषण करेंगे और आपको उचित उपचार का सुझाव देंगे।

5. CPK लेवल्स को नियंत्रित करने के लिए कौन-कौन सी उपायों को अपनाया जा सकता है?

CPK लेवल्स को नियंत्रित करने के लिए आपके चिकित्सा पेशेवर आपको उपयुक्त उपायों का सुझाव देंगे, जैसे व्यायाम, आहार और औषधियों का सही समय पर उपयोग।

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3 Comments

  • Phoolchandra

    Apr 17, 2025 at 4:23 PM.

    Cpk,193

    • Myhealth Team

      Apr 19, 2025 at 5:18 PM.

      CPK level of 193 U/L is slightly above normal, possibly due to muscle activity, minor injury, or certain medications. It's not usually serious but should be discussed with your doctor, especially if you have symptoms like muscle pain or weakness.

  • Nirmal jain

    Oct 20, 2024 at 3:40 PM.

    CPK level 300

    • Myhealth Team

      Oct 21, 2024 at 1:52 PM.

      A CPK (creatine phosphokinase) level of 300 U/L is elevated and may indicate muscle damage, inflammation, or stress. It's important to consider recent physical activity, trauma, or underlying health conditions that could affect this level. I recommend consulting with a healthcare professional for a thorough evaluation and to determine the cause of the elevation. They may suggest further testing or monitoring based on your individual health status.

  • पवन कुमार धाकड़

    Sep 3, 2024 at 6:48 AM.

    मेरे बच्चे का सीपी लेवल 1300 के ऊपर हो गया था अस्पताल में भर्ती रहा आराम हो गया लेकिन पेट दर्द व अपच बना रहता है

    • MyHealth Team

      Sep 5, 2024 at 3:16 PM.

      अगर आपके बच्चे का सीपी लेवल 1300 से ऊपर था और अस्पताल में भर्ती होने के बाद आराम हुआ है लेकिन पेट दर्द और अपच जारी है, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप एक बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। डॉक्टर आपकी स्थिति का मूल्यांकन करके उचित उपचार और आहार संबंधी सलाह प्रदान कर सकते हैं। पेट दर्द और अपच के कारणों की पहचान और प्रबंधन के लिए नियमित निगरानी आवश्यक हो सकती है।

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