मनुष्य के शरीर में हीमोग्लोबिन (hemoglobin) कितना होना चाहिए
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Meenakshi
on Feb 24, 2023
Last Edit Made By Meenakshi
on Mar 18, 2024
खून जीवन का एक ज़रूरी आधार है जो हमारे शरीर मे हार्मोन (hormone), पोषक तत्व(nutrients), और ऑक्सीजन(oxygen) पहुँचता है और पीएच (pH) और तापमान (temperature) को नियंत्रित (control) करता है| यह हमारे शरीर से वेस्ट (waste) मैटेरियल (material) को बाहर निकालता है| इंसान के शरीर मे लगभग ४ से ५ (4-5) लीटर खून होता है और यह चार सेल्स (cells) से बनता है: रेड ब्लड सेल्स (red blood cells), व्हाइट ब्लड सेल्स (waste blood cells), प्लेटलेट्स( platelets) और ब्लड प्लाज्मा( blood plasma)|
हीमोग्लोबिन, खून मे एक प्रोटीन (protein) होता है जो रेड ब्लड सेल्स में पाया जाता है| यह शरीर मे ऑक्सीजन (oxygen) देने और कार्बन डाइऑक्साइड (carbon dioxide) लाने के लिए जिम्मेदार होता है |कम हीमोग्लोबिन की मात्रा से कई कार्य मुश्किल हो जाते हैं और आपको कई तरह की बीमारिया हो सकती हैं| इसलिए बहुत ज़रूरी है की आपके खून मे हीमोग्लोबिन की सही मात्रा होनी चाहिए|
पुरुषों में सामान्य हीमोग्लोबिन 13.5-17.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर (gm/dL) होना चाहिए और महिलाओं मे इसकी मात्रा 12.0 - 15.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर होनी चाहिए| अगर आपके शरीर मे मात्रा इससे कम है तो आपको थकान, एनीमिया (anemia), सांस लेने मे तकलीफ और कई बीमारिया हो सकती हैं | औरतों मे पीरियड्स (periods) और प्रेग्नेंसी (pregnancy) की वजह से हीमोग्लोबिन की कमी अक्सर हो जाती है|
खून मे हीमोग्लोबिन की कमी के लक्षण हैं :
- सांस लेने मे दिक्कत
- चक्कर आना
- सर और शरीर मे दर्द होना
- त्वचा (skin) का पीला या सफ़ेद होना
- कमज़ोरी होना
- थकावट
- शरीर मे सूजन आना
- दिल की धड़कन असामान्य होना
कम हीमोग्लोबिन के कारण
शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने से काफी परेशानियां हो सकती है। जानिये किन स्थितियां मे हीमोग्लोबिन का स्तर कम होता है।
- आयरन (iron) की कमी
- लिंफोमा (lymphoma)
- सिरोसिस (cirrhosis)
- विटामिन की कमी
- एड्स ( AIDS)
- कैंसर
- पेट में अल्सर (ulcer)
- मल्टीपल मायलोमा (multiple myeloma)
- सिकल सेल एनीमिया (sickle cell anemia)
- हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism)
- रक्तदान करना
- पीरियड्स में अधिक ब्लीडिंग होना
- पेशाब मे खून आना
ऊपर दिए गए कारणों का ध्यान रखें और शरीर मे हीमोग्लोबिन के खतरे को कम करें|
कम हीमोग्लोबिन से समस्याएं :
शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी से काफी समस्याएं हो सकती हैं जैसे:
- सर मे दर्द
- सीने (chest) मे दर्द होना
- ठंड लगना
- खून की कमी
- हाथ और पैर मे अकड़न और दर्द होना
- दिल की बीमारियां
- लिवर और किडनी की बीमारियां
- पीरियड्स के समय अधिक दर्द
हीमोग्लोबिन को कैसे जांचे?
अगर आपके शरीर मे कम हीमोग्लोबिन है तो डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री (medical history), बीमारी, बुरी आदतों और दूसरे सामान्य प्रश्न (questions) पूछेगें| फिर आपको डॉक्टर ब्लड टेस्ट कराने के लिए कहते हैं जैसे:
- पेशाब का परीक्षण (analysis)
- कम्पलीट ब्लड काउंट (complete blood count)
- खून मे आयरन की कमी के लिए टेस्ट
- विटामिन बी 9 और बी 12 की जांच
- खून की दूसरी जांच
इन सब टेस्ट के बाद ही डॉक्टर आपको हीमोग्लोबिन की कमी का कारण बता सकते हैं | इन रिपोर्ट्स की जांच के बाद ही वह इलाज शुरू होता है|
हीमोग्लोबिन की कमी का क्या उपचार है?
डॉक्टर हीमोग्लोबिन की कमी का उपचार आपके मेडिकल इस्थिति के हिसाब से करते हैं:
- शरीर मे आयरन की कमी मे, डॉक्टर आपको आयरन सप्लीमेंट (supplement) दे सकते हैं|
- हीमोग्लोबिन की कमी मे, डॉक्टर आपको विटामिन का इंजेक्शन (injection) और दवाई लेने के लिए बोलते हैं|
- विटामिन बी 12 की कमी मे, आपको बी 12 के इंजेक्शन लेने के लिए कहा जाता है|
- गर्भवस्था मे हीमोग्लोबिन की कमी से आपको आयरन युक्त पोषक भोजन करने के लिए कहा जाता है, डॉक्टर आपको आयरन सप्लीमेंट भी दे सकता है जिसे आपके अजन्मे (unborn) बच्चे को जेनेटिक (genetic) डिफेक्ट्स (defects) से बचाया जा सके|
- अगर हीमोग्लोबिन की कमी आपके खाने की कमी की वजह से है तो आपको विटामिन और आयरन से युक्त खाना लेने की सलाह दी जाती है|
आप कैसे हीमोग्लोबिन की मात्रा बड़ा सकते हैं?
नियमित व्यायाम और खानपान मे बदलाव से आप हीमोग्लोबिन की मात्रा को बड़ा सकते हैं | दौड़ने से, पैदल चलने से, जॉगिंग (jogging) और स्विमिंग (swimming) से आप अपने आप को एक्टिव (active) रख सकते हैं| आप कॉफ़ी (coffee), कोल्ड ड्रिंक्स, चाय, और शराब का कम सेवन करें|
क्या खाने से आप हीमोग्लोबिन की कमी को दूर कर सकते हैं :
- डॉक्टर आपको हरी सब्ज़ियाँ और पालक खाने के लिए कहते हैं|
- आप गाजर,चुकंदर, अनार, केला और सेब का सेवन करें |
- अंडा, मछली और चिकन भी हीमोग्लोबिन की मात्रा बड़ा सकता है|
- बादाम, खजूर और किशमिश के सेवन से आपका हीमोग्लोबिन और ज़्यादा हो सकता है|
खून मे उचित हीमोग्लोबिन की मात्रा का होना बहुत ज़रूरी है| इसकी कमी से काफी बीमारियां हो सकती हैं जैसे ल्युकेमि (leukemia) , ब्लीडिंग (bleeding), ह्य्पोथयरॉइड (hypothyroid), किडनी और लिवर की बीमारी | इसलिए आप नियमित जांच कराएं, व्यायाम करें और पौष्टिक भोजन करें| अगर आपको थकावट, एनीमिया और सांस लेने मे मुश्किल आती है तो आप डॉक्टर के पास जाएं और वे आपको सही उपचार और टेस्ट कराने की सलाह देंगे|