898 898 8787

पुरुषों और महिलाओं में हल्दी के सेवन के 20 महत्वपूर्ण फायदे - MyHealth

Hindi

पुरुषों और महिलाओं में हल्दी के सेवन के 20 महत्वपूर्ण फायदे

author

Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Prekshi Garg
on May 24, 2022

Last Edit Made By Prekshi Garg
on Mar 18, 2024

share
20+ Benefits of Turmeric in Men and Women According to Research
share

 ट्रेडिशनल भारतीय मसाला, हल्दी (जिसे गोल्डन मसाला या भारतीय केसर भी कहा जाता है) को हाल के दिनों में काफी पॉपुलैरिटी मिली है। ऐसा इसलिए है क्योंकि करक्यूमिन (हल्दी का एक्टिव इंग्रेडिएंट ) ह्यूमन  हेल्थ को असंख्य (innumerable) लाभ प्रदान करता है। हल्दी को मसाले के रूप में भोजन में जोड़ा जा सकता है या हल्दी को पानी या दूध में मिलाकर लिया जा सकता है, जो वर्तमान में हल्दी के लट्टे(latte) या सुनहरे दूध के लट्टे (latte)के रूप में चलन(trend) में है। इस आर्टिकल में, जानिए पुरुषों और महिलाओं में हल्दी के प्रमुख लाभों के बारे में।

पुरुषों और महिलाओं में हल्दी के 20 फायदे 

1. हल्दी एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में (Turmeric as an Antioxidant)

एंटीऑक्सिडेंट कंपाउंड्स का एक समूह है जो आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। फ्री रेडिकल्स ऑक्सीडेटिव डैमेज का कारण बन सकते हैं जो उम्र बढ़ने और अन्य बीमारियों का कारण बनते हैं। करक्यूमिन रिएक्टिव ऑक्सीजन स्पेसीज (आरओएस) जैसे हाइड्रोजन पेरोक्साइड, सुपरऑक्साइड और नाइट्रिक ऑक्साइड की स्केवेंजिंग करके सर्कुलेटिंग फ्री  रेडिकल्स के स्तर को कम करता है।

2. हल्दी एक एंटी -इंफ्लेमेटरी के रूप में (turmeric as an anti-inflammatory) 

विभिन्न शोध अध्ययन के अनुसार, हल्दी के प्रॉबेब्ल इफेक्ट्स को एक एंटी -इंफ्लेमेटरी कंपाउंड के रूप में दिखाते हैं, अर्थात यह फॉरेन सुब्स्टेन्सेस (foreign substances) से लड़ने में मदद करता है और शरीर की रिपेयरिंग में भी कंट्रिब्यूशन देता है। पुरानी सूजन को कम करके, हल्दी अप्रत्यक्ष रूप (indirectly) से हृदय रोग, मेटाबोलिक सिंड्रोम , कैंसर, देगेनेरेटिवे  कंडीशंस (degenerative conditions) और अल्जाइमर रोग (Alzheimer's disease) को भी नियंत्रित करने में मदद करती है।

3. हल्दी एक न्यूरोप्रोटेक्टर के रूप में (turmeric as   neuroprotector)

अध्ययनों के अनुसार, हल्दी अल्जाइमर रोग (Alzheimer's disease), डेमेंटिया (dementia) , पार्किंसंस रोग (Parkinson's disease), हंटिंगटन रोग (Huntington's disease) और मल्टीपल स्केलेरोसिस (multiple sclerosis) जैसे विभिन्न न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स के लिए पोटेंशियल थेराप्यूटिक एजेंट (potential therapeutic agent)  के रूप में कार्य कर सकती है। यह ज्यादातर करक्यूमिन के एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-प्रोटीन एग्रीगेटिंग (anti-protein aggregating) गुणों के कारण होता है।

4. कैंसर के इलाज में (turmeric in cancer treatment)

कैंसर में बढ़ते शोध के साथ, कैंसर के इलाज में हल्दी के  इफ़ेक्ट का व्यापक(widely) अध्ययन किया गया है। हल्दी के प्रभाव का व्यापक रूप से  ब्रैस्ट कैंसर, सिर और गर्दन के कैंसर,  पैंक्रिअटिक  कैंसर (pancreatic cancer), पेट (colon)के कैंसर, फेफड़ों (lungs)के कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर (prostate cancer) और अन्य में अध्ययन किया गया है। करक्यूमिन एक एंटीकैंसर एजेंट के रूप में काम करता है:

  • नई  ब्लड  वेसल्स के विकास को प्रभावित करना (एंजियोजेनेसिस- Angiogenesis)
  • कैंसर कोशिकाओं (cells)के विकास को रोकना
  • कैंसर कोशिकाओं(cells) के मेटास्टेसिस (metastasis) को दबाना
  • कैंसर कोशिकाओं में एपोप्टोसिस को प्रेरित करना

5. हल्दी एक हेपेट्रोप्रोटेक्टिव एजेंट के रूप में (turmeric as hepatoprotective) 

करक्यूमिन लीवर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। यह लिवर को फाइब्रोसिस (fibrosis), नॉन-अल्कोहलिक लिवर डिजीज (non-alcoholic liver disease), नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (non- alcoholic steatohepatitis), , एक्यूट और क्रॉनिक लीवर इंजरी (acute and chronic liver injury) और सिरोसिस(cirrhosis) से भी बचाता है। दवाओं, शराब, प्रदूषकों, डाइटरी कंपोनेंट्स  और परजीवियों (parasites)जैसे कई एजेंट्स के संपर्क में आने के कारण ये स्वास्थ्य स्थितियां लीवर में दिखाई देती हैं।

6. कार्डियोप्रोटेक्टर के रूप में (turmeric as a cardioprotector)

विभिन्न शोध अध्ययनों के अनुसार, करक्यूमिन हृदय रोगों से प्रभावी रूप से रक्षा कर सकता है। इन हृदय रोगों में कार्डियक हाइपरट्रॉफी, एथेरोस्क्लेरोसिस, दिल की विफलता(failure), स्ट्रोक, एओर्टिक अनुरिस्म, मायोकार्डियल  इन्फार्क्शन  और डायबिटिक कार्डियोवैस्कुलर(cardiac hypertrophy, atherosclerosis, heart failure, stroke, aortic aneurysm, myocardial infarction, and diabetic cardiovascular) कॉम्प्लीकेशन्स शामिल हैं। करक्यूमिन एंडोथेलियल (endothelial) स्तर में सुधार करता है जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता करता है, जिससे हृदय रोग के विकास के जोखिम(risk) को कम करता है।

7. ऑस्टियोआर्थराइटिस में  ( turmeric in Osteoarthritis)

कर्क्यूमिन को ऑस्टियोआर्थराइटिस (OA) के लिए एक सुरक्षित और इफेक्टिव लॉन्ग टर्म ट्रीटमेंट विकल्प माना जा सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, मेरिवा के रूप में जाना जाने वाला एक नेचुरल करक्यूमिनोइड मिक्सचर (curcuminoid mixture)आठ महीने तक सेवन करने पर शारीरिक कार्य और जोड़ों की कठोरता में महत्वपूर्ण सुधार प्रदान करता है।

8. डायबिटीज  के उपचार के रूप में करक्यूमिन (Curcumin as a treatment for diabetes)

शोध के अनुसार, करक्यूमिन डायबिटीज और इससे जुड़े एसोसिएटेड डिसऑर्डर्स  जैसे डायबिटीज नेफ्रोपैथी  के ट्रीटमेंट  और रोकथाम(प्रिवेंशन) में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। करक्यूमिन अपने एंटीऑक्सिडेंट (antioxidant) और एंटी -इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory)  प्रॉपर्टीज के माध्यम से डायबिटीज को रोकता है और हाई ब्लड शुगर , इंसुलिन रेसिस्टेंस (insulin resistance) और हाइपरलिपिडिमिया (hyperlipidemia) जैसे डायबिटीज  में योगदान करने वाले अन्य फैक्टर्स  को सुधारने में भी सहायता कर सकता है।

9. एक एंटीडिप्रेसेंट के रूप में ( turmeric as an antidepressant)

हल्दी में BDNF के स्तर को बढ़ाने की स्पष्ट क्षमता होती है, जो शरीर में  लो कंसन्ट्रेशन्स  में मौजूद होने पर अवसाद(depression) का मुख्य कारण होता है। शोध अध्ययनों ने वैज्ञानिकों को इस निष्कर्ष पर पहुँचाया कि कुछ मेजर  डिप्रेसिव  डिसऑर्डर्स (depressive disorders) के लिए करक्यूमिन एक सुरक्षित और प्रभावी उपचार विकल्प हो सकता है।

10. रूमेटाइड अर्थराइटिस के इलाज में ( turmeric in treatment of rheumatoid arthritis) 

अनुसंधान ने रूमेटाइड अर्थराइटिस   के उपचार में करक्यूमिन के प्रोमिसिंग इफेक्ट्स दिखाए हैं। यह एक पुरानी सूजन संबंधी विकार है जो जोड़ों को प्रभावित करता है और फेफड़ों, आंखों, त्वचा, रक्त वाहिकाओं (blood vessels) और हृदय जैसे अन्य क्षेत्रों में फैल सकता है। करक्यूमिन जोड़ों में कोमलता और सूजन में सुधार करके आरए (RA)  के इलाज में मदद करता है। यह विभिन्न अध्ययनों द्वारा आरए के लिए सेफ ट्रीटमेंट ऑप्शन  के रूप में निष्कर्ष निकाला गया है।

11. त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार करने में हल्दी (Turmeric in improving skin health)

हल्दी का उपयोग लंबे समय से एक नेचुरल  स्किन क्लीन्ज़र के रूप में किया जा रहा है जो त्वचा को चमक प्रदान करता है। यह शादी से पहले एक रिलीजियस सेरेमनी का भी एक हिस्सा है, जिससे दूल्हा और दुल्हन की त्वचा को प्राकृतिक चमक मिलती है। शोध अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हल्दी त्वचा की विभिन्न समस्याओं जैसे सोरायसिस, मुंहासे, एक्जिमा और फोटोएजिंग के इलाज में मदद कर सकती है।

12. एंटी-एजिंग सप्लीमेंट के रूप में (turmeric as an anti-aging supplement)

शोध के अनुसार, करक्यूमिन को इसके एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों और मस्तिष्क के विकास और अन्य उम्र से संबंधित बीमारियों में देरी करने की क्षमता के कारण एक प्रभावी एंटी-एजिंग सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

13. आँखों की रौशनी में (Turmeric in eye degeneration)

एक शोध अध्ययन के अनुसार, करक्यूमिन का अनुप्रयोग आंखों को ङीजनरेशन  से बचाने में मदद कर सकता है। हालांकि अधिक ठोस प्रमाण के लिए करक्यूमिन के इस पहलू में और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।

14. पाचन में  (Turmeric in digestion)

हल्दी को पाचन विकारों जैसे सूजन, गैस और सूजन आंत्र रोग में मदद करने के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। यह करक्यूमिन के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण के कारण होता है।

15. हल्दी एक एंटीवायरल एजेंट के रूप में ( turmeric as an antiviral agent)

करक्यूमिन में  इम्यूनसिस्टम को एक्टिव करने और एंटीबॉडी प्रतिक्रिया को बढ़ाने की क्षमता भी होती है। वर्तमान महामारी की स्थिति में, हल्दी के उपयोग को इसके एंटी -इंफ्लेमेटरी  प्रॉपर्टीज के कारण COVID-19 के लक्षणों को कम करने के लिए देखा गया था।

16. दर्द निवारक के रूप में (Turmeric as a painkiller)

प्राचीन काल से हल्दी का उपयोग प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में किया जा रहा है। किसी भी प्रकार की चोट या सर्जरी के कारण होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए दूध में हल्दी मिला कर (जिसे हल्दी लट्टे के नाम से जाना जाता है) दी जाती है।

17. इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार में  (Turmeric in treatment of erectile dysfunction)

इरेक्टाइल डिसफंक्शन के उपचार में हल्दी की भूमिका को पुरुषों में हल्दी के सबसे बड़े लाभों में से एक माना जाता है। चूंकि इरेक्टाइल डिसफंक्शन सूजन के कारण होता है, हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory ) गुण इस स्थिति के उपचार में लाभ उठा सकते हैं।

18. वजन घटाने में  (Turmeric in weight loss)

हल्दी एक अच्छा नेचुरल ऑप्शन हो सकता है जो वजन घटाने में मदद कर सकता है और मेटाबोलिक सिंड्रोम के मैनेजमेंट  में मदद कर सकता है। 2018 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, करक्यूमिन वजन घटाने, बॉडी मास इंडेक्स, लेप्टिन के स्तर और वेट सरकमफेरेंस  में प्रभावी रूप से मदद कर सकता है।

19. पुरुष लीबीदो (libido) में सुधार करने में (Turmeric in improving male libido)

हल्दी को रक्त प्रवाह को बढ़ाकर पुरुष लीबीदो (libido)में सुधार करने के लिए भी जाना जाता है जो मांसपेशियों की मजबूती में योगदान देता है और टेस्टोस्टेरोन के  प्रोडक्शन  को बढ़ाता है। इससे पुरुषों में सेक्स ड्राइव भी बढ़ती है।

20. मानसिक स्वास्थ्य में (Turmeric in mental health)

हल्दी ,एंग्जायटी ,नेगेटिविटी ,डिप्रेशन ( anxiety, negativity, and depression)की भावनाओं को सुधारने के लिए भी दिखाया गया है। हल्दी शरीर में कोर्टिसोल(Cortisol) के स्तर को कम करती है। कोर्टिसोल हार्मोन और सूजन दोनों ही शारीरिक और मनोवैज्ञानिक(psychological ) तनाव का कारण बनते हैं। ऐसे में हल्दी लोगों का मूड अच्छा करने में मदद कर सकती है।

निष्कर्ष

हल्दी भारत में एक घरेलू मसाला है। यह  गोल्डन मसाला शरीर के सभी ऑर्गन  सिस्टम्स जैसे इम्यून सिस्टम  और पाचन(digestive) सिस्टम को लाभ पहुंचाता है। हल्दी के फायदे असंख्य हैं और अब जब आप पुरुषों और महिलाओं में हल्दी के विभिन्न लाभों को जानते हैं, तो इसे अपने डाइट में मसाले के रूप में शामिल करें, या पानी या दूध के साथ मिलाकर देखें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

1. क्या हल्दी का मस्तिष्क पर कोई प्रभाव पड़ता है?

जी हां, हल्दी वयस्कों में मूड और याददाश्त (memory) में सुधार करके मस्तिष्क को प्रभावित करती है। यह न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स(neurological disorders)  को रोकने और नियंत्रित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

2. क्या हल्दी के कोई साइड इफेक्ट्स  हैं?

आमतौर पर हल्दी का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। कुछ मामलों में, यह पेट खराब, चक्कर आना, मतली (nausea)या दस्त का कारण बन सकता है।

3. क्या मैं रोज हल्दी ले सकता हूँ?

हां, आप रोजाना शरीर के वजन के प्रति पाउंड लगभग 1.4 मिलीग्राम हल्दी का सेवन कर सकते हैं।

Leave a comment

Consult Now

Share MyHealth Blog