शरीर से सुस्ती और थकान दूर करने के उपाय: अपनाएं ये आसान टिप्स

Medically Reviewed By
Dr. Mayanka Lodha Seth
Written By Sheena Mehta
on Oct 27, 2025
Last Edit Made By Sheena Mehta
on Oct 27, 2025

लगातार काम का बोझ या बैठे-बैठे रहने की आदत (Inactive Lifestyle) अक्सर शरीर में सुस्ती और थकान बढ़ा देती है। यह स्थिति अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो शरीर कमजोर पड़ने लगता है और व्यक्ति जल्दी चिड़चिड़ा हो जाता है। आप भी अगर हर समय थके हुए महसूस करते हैं, कुछ आसान और असरदार उपाय जानकर आप अपने शरीर से सुस्ती और थकान को दूर सकते हैं।
शरीर में सुस्ती और थकान होने के कारण
शारीरिक गतिविधि की कमी भी सुस्ती का बड़ा कारण है। जो लोग दिनभर बैठे रहते हैं, उनके शरीर की एनर्जी लेवल धीरे-धीरे कम हो जाती है। इसके अलावा तनाव, खून की कमी (एनीमिया), थायरॉइड समस्या, या विटामिन बी12 और डी की कमी भी लगातार थकान का कारण बन सकती है।
- नींद पूरी न होना
- तनाव या मानसिक दबाव
- शारीरिक गतिविधियों की कमी
- अत्यधिक मेहनत या ओवरवर्क
- लगातार काम करना बिना ब्रेक के
- उदासी या मानसिक थकान
अगर सुस्ती और थकान लंबे समय तक बनी रहे, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। डॉक्टर से सलाह लेकर ब्लड टेस्ट करवाना जरूरी है ताकि असली वजह पता चल सके।
शरीर में सुस्ती से जुड़ी संभावित समस्याएं:
कई बार लगातार सुस्ती रहना केवल थकान नहीं, बल्कि किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है, जैसे-
- क्रोनिक थकान सिंड्रोम- यह स्थिति लंबे समय तक चलने वाली थकान से जुड़ी होती है, जो आराम करने से भी ठीक नहीं होती। इसका सही कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह व्यक्ति के दैनिक जीवन और कामकाज पर गंभीर असर डालती है।
- एनीमिया (खून की कमी)- जब शरीर में ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, तो शरीर की मांसपेशियों और ऊतकों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुँच पाती। इससे लगातार कमजोरी और थकान महसूस होती है।
- स्लीप एपनिया- यह एक नींद से जुड़ा विकार है, जिसमें नींद के दौरान सांस लेने में रुकावट आती है। इससे नींद पूरी नहीं हो पाती और दिन में लगातार थकान महसूस होती है। नींद की गुणवत्ता खराब होने से शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिल पाता।
- थायरॉइड विकार- थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन नहीं बनाती तो शरीर की ऊर्जा उत्पादन प्रक्रिया धीमी हो जाती है। इससे मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है और व्यक्ति को सुस्ती, वजन बढ़ना और ठंड लगने जैसी समस्याएं होती हैं।
- मधुमेह- ब्लड शुगर का असंतुलन, चाहे वह बहुत ज्यादा हो या बहुत कम, दोनों ही स्थितियाँ शरीर को थका सकती हैं। ब्लड शुगर अस्थिर होने पर शरीर को ऊर्जा उत्पादन के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
- हृदय रोग- दिल की बीमारियों में थकान एक आम लक्षण है, क्योंकि हृदय की कमजोरी के कारण शरीर को पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। इससे रोज़मर्रा के काम करने में भी कमजोरी महसूस होती है।
- अवसाद और चिंता- मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएँ भी थकान का कारण बनती हैं। अवसाद और चिंता की स्थिति में व्यक्ति का मन हमेशा तनाव में रहता है, जिससे शरीर और दिमाग दोनों थक जाते हैं।
सुस्ती और थकान दूर करने के उपाय
अगर आपको बार-बार सुस्ती और थकान महसूस होती है, तो कुछ आसान और भरोसेमंद उपाय अपनाकर आप अपने शरीर को फिर से एनर्जी से भर सकते हैं। आइए इन उपायों को अच्छे तरीके से समझते हैं:
1. अच्छे से नींद लें
अधूरी नींद या बार-बार नींद टूटने से शरीर और दिमाग को आराम नहीं मिल पाता, जिससे सुस्ती महसूस होती है। हर दिन 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लें। सोने से पहले मोबाइल और टीवी से दूरी रखें और कोशिश करें कि सोने का समय रोज एक जैसा रहे। नींद अच्छी होती है तो अगला दिन भी एनर्जेटिक रहता है।
2. धूप की रोशनी लें
सुबह (8 से 10 बजे) की धूप से शरीर में ऊर्जा और ताज़गी आती है, जिससे सुस्ती और थकान कम होती है। इससे दिनभर मानसिक और शारीरिक ताजगी बनी रहती है। साथ ही, सुबह की धूप विटामिन डी का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है और मेटाबोलिज्म सुधारता है। इसलिए रोजाना 20-30 मिनट सुबह की धूप लेना सुस्ती कम करने का असरदार तरीका है।
3. संतुलित और पौष्टिक आहार लें
शरीर को सही ऊर्जा देने के लिए खाना जरूरी है। ताजे फल, हरी सब्ज़ियां, दालें, मछली, अंडे, अंकुरित अनाज, और दूध-दही से शरीर को जरूरी विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं। जंक फूड, तली-भुनी चीज़ें और मीठा कम लें। अगर आपके आहार में पोषक तत्वों की कमी है तो थकान और कमजोरी बनी रहती है।
4. शरीर को हाइड्रेटेड रखें (पानी खूब पिएं)
पानी शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालने और ऊर्जा का स्तर पे बनाए रखने में मदद करता है। हल्का डिहाइड्रेशन भी सुस्ती और थकान की बड़ी वजह हो सकता है। रोज कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं और गर्मियों में शरबत या ओआरएस जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स वाले ड्रिंक भी ले सकते हैं।
5. नियमित व्यायाम करें
रोजाना कुछ मिनट टहलना, योग या हल्का व्यायाम करने से शरीर में ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचती है और एनर्जी लेवल बढ़ता है। कई अध्ययनों से भी यह पता चलता है कि शारीरिक गतिविधि करने से थकान को कम करने में मदद मिलती है। इसलिए एक छोटा वॉक, स्ट्रेचिंग, या योग आपकी दिनचर्या में शामिल करें।
6. तनाव कम करना सीखें
ज्यादा तनाव सुस्ती और थकान बढ़ाता है। मेडिटेशन, गहरी साँस लेना, या मनपसंद संगीत सुनना तनाव कम करने के लिए अच्छे उपाय हैं। ध्यान का अभ्यास करना थकान के मानसिक असर को कम करने में मददगार माना जाता है, खासकर छात्रों और नौकरी करने वालों के लिए।
7. ब्रेक लें और रूटीन बदलें
लगातार एक ही काम करना भी सुस्ती बढ़ाता है। हर थोड़ी देर में ब्रेक लें, थोड़ा टहलें, स्ट्रेच करें या किसी दूसरी एक्टिविटी में ध्यान दें। इससे दिमाग भी फ्रेश रहता है और शरीर को नया उत्साह मिलता है।
8. डॉक्टर से सलाह लें
अगर ऊपरी उपायों के बाद भी सुस्ती और थकान कम नहीं होती, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। थकान के पीछे थायरॉइड, एनीमिया या विटामिन बी12 की कमी जैसी मेडिकल समस्या भी हो सकती है, जिनका सही इलाज जरूरी है।
शरीर में सुस्ती और थकान शरीर का संकेत है कि उसे आपकी देखभाल की ज़रूरत है। थोड़ी नींद पूरी करना, पौष्टिक भोजन लेना, धूप में कुछ वक्त बिताना और मन को शांत रखना ये छोटे-छोटे बदलाव आपके जीवन में बड़ा फर्क ला सकते हैं। अगर आप आज से ही इन उपायों को अपनाते हैं, तो आने वाले दिनों में आपका हर सुबह ताज़गी और नई ऊर्जा से भरा होगा। लेकिन अगर थकान लगातार बनी रहे तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें हो सकता है आपके शरीर को चिकित्सक उपचार को जरूरी हो।



