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Nimoniya ke Lakshan: कारण, बचाव, और उपचार - MyHealth

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Nimoniya ke Lakshan: कारण, बचाव, और उपचार

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By admin
on Feb 3, 2024

Last Edit Made By admin
on Jan 7, 2025

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जब बच्चो को निमोनिया होता है तो उनकी हालत बहुत गंभीर हो जाती है निमोनिया के कारण हर साल दुनिया भर में हजारो बच्चो की मृत्यु हो जाती है।  निमोनिया बच्चो के साथ-साथ वयस्कों में भी हो सकती है।  निमोनिया एक बहुत ही गंभीर बीमारी है जिसमे फेफड़ो में सूजन आ जाती है तथा पानी भर जाता है, यदि सही समय पर लक्षणों की पहचान तथा उपचार शुरू नहीं किया गया तो यह बीमारी जानलेवा हो जाती है।  तो अब सवाल यह है की क्या आप निमोनिया के लक्षणों के बारे में जानते है ? इसके बचाव तथा उपचार आदि से वाकिफ है, यदि नहीं तो इस लेख में हम आपके हर सवालों का जवाब देंगे, इस लेख के माध्यम से हम जानेगे की निमोनिया क्या है? इसके लक्षण क्या है ? तथा इसके बचाव और उपचार आदि क्या हो सकते है।  

निमोनिया क्या है – What is Pneumonia

निमोनिया फेफड़ों का संक्रमण है, यह तब उत्पन्न होता है जब किसी संक्रमण के कारण आपके फेफड़ों में हवा की थैली द्रव या मवाद से भर जाती है। इससे आपके रक्त प्रवाह में जाने के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन में सांस लेना मुश्किल हो सकता है। फेफड़ों का यह संक्रमण किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों में इसका खतरा अधिक होता है। इसका कारण यह है कि इन आयु समूहों में प्रतिरक्षा प्रणाली इस संक्रमण के खिलाफ सहानुभूति करने के लिए कमजोर होती है। निमोनिया एक या दोनों फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है। 

निमोनिया के प्रकार – Types of Pneumonia

  • बैक्टीरियल निमोनिया (Bacterial Pneumonia) यह प्रकार सबसे सामान्य है और स्ट्रेप्टोकॉकस पेनमोनिए, हेमोफिलस इन्फ्लूएंजा बैक्टीरिया, और माइकोप्लाज्मा प्नेयुमोनिया के कारण हो सकता है।
  • वायरल निमोनिया (Viral Pneumonia) वायरसों के कारण होने वाला यह प्रकार भी सामान्य है। इसमें इनफ्लूएंजा वायरस, रेस्पिरेटरी सिंसिटियल वायरस (RSV), और कोरोनावायरस शामिल हो सकते हैं।
  • फंगल निमोनिया ( Fungal Pneumonia) फंगस के कारण होने वाला यह प्रकार अधिकतर उन व्यक्तियों में देखा जाता है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जैसे कि एड्स रोगियों या ट्रांसप्लांट प्रतिग्रहण रोगियों में।
  • माइकोप्लाज्मा निमोनिया (Mycoplasma Pneumonia) माइकोप्लाज्मा निमोनिया एक बैक्टीरियल फेफड़ा संक्रमण है जो माइकोप्लाज्मा बैक्टीरिया के कारण होता है।
  • एस्पिरेशन निमोनिया (Aspiration Pneumonia) एस्पिरेशन निमोनिया आवर्तित हवा, भोजन या अन्य संदृश्य तत्वों के गले में चले जाने से होने वाली फेफड़ों की संक्रमण है।

निमोनिया के कारण – Causes of Pneumonia

निमोनिया एक संक्रामक रोग है जो हमारे फेफड़ों को प्रभावित करता है। निमोनिया के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

जीवाणु संक्रमण: निमोनिया का मुख्य कारण जीवाणु संक्रमण होता है। सबसे आम जीवाणु प्रकार है प्नेयमोकोकस प्नेयमोनिया, जो प्नेयमोकोकस बैक्टीरिया द्वारा होता है।

वायरल संक्रमण: कई बार निमोनिया वायरल संक्रमण से भी हो सकता है, जैसे कि इंफ्लुएंजा वायरस या कोविड-19 वायरस।

फंगल संक्रमण: कुछ मामलों में, फंगल संक्रमण भी निमोनिया का कारण बन सकता है। यह खासकर उन लोगों में होता है जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होती है, जैसे कि HIV/AIDS या ट्रांसप्लांट संगठन के रोगियों में।

अन्य कारण: निमोनिया के लिए अन्य कारणों में सिगरेट के धूम्रपान, वायुमंडलीय प्रदूषण, उच्च आयाम धूल, और श्वसन मार्ग में खांज या रुकावट शामिल हो सकते हैं।

यदि किसी को निमोनिया के संकेत जैसे खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ आदि होते हैं, तो वे चिकित्सक की सलाह ले।

निमोनिया के लक्षण – Symptoms of Pneumonia

निमोनिया के लक्षण इतने आम होते है की शुरुवाती चरणों में आपको पता ही नहीं चलेगा की आप निमोनिया से पीड़ित है, और कभी कभी यह इतना गंभीर रूप ले लेता है की आपको अस्पताल में भर्ती होना पड सकता है। निमोनिया से बचाव के लिए उसके लक्षणों के बारे में पता होना अनिवार्य है, तो आइये देखते है की निमोनिया के लक्षण  क्या होते है।   

  • खांसी (Cough) – दीर्घकालिक खांसी, ज्यादातर बलगम या मल साथ निकालने वाली।
  • बुखार (Fever) –  उच्च शरीर का तापमान, आमतौर पर शीतलता के साथ।
  • सांस लेने में तकलीफ (Shortness of Breath ) –  सांस लेने में कठिनाई, खासकर शारीरिक गतिविधि के दौरान या आराम करते समय।
  • छाती में दर्द( Chest Pain ) –  छाती में तीव्र या चुभने वाला दर्द, जो खांसने या गहरी सांस लेने पर बढ़ जाता है।
  • तेजी से सांस लेना ( Rapid Breathing ) – बढ़ी हुई सांस दर, जिसे तेज और अल्प गहरी सांसों के माध्यम से पहचाना जा सकता है।
  • थकावट ( Fatigue ) –  कम परिश्रम के बाद भी  असामान्य थकान या थकान की भावना
  • भ्रम ( Confusion) –  भ्रम या मानसिक अस्थिरता, विशेष रूप से वयस्कों में।
  • नीले रंग की परत ( Bluish Tint) – होंठ या नाखूनों में नीले रंग की परत का विकास हो सकता है, जो रक्त में ऑक्सीजन की कमी के कारण होता है।
  • पसीना (Sweating) –  बुखार के साथ अधिक पसीना आना।  
  • मांसपेशियों में दर्द (Muscle Aches) – मांसपेशियों में दर्द होना। 
  • सिरदर्द (Headache) –  दीर्घकालिक सिरदर्द, जो आमतौर पर अन्य लक्षणों के साथ होता है।
  • मतली और उल्टी (Nausea and Vomiting) –  कुछ व्यक्ति को मतली और उल्टी का अनुभव हो सकता है।
  • भूख की कमी ( Loss of Appetite) – खाने या पीने की इच्छा में कमी।
  • कमजोरी (Weakness ) –  सामान्य कमजोरी या शारीरिक थकान की भावना।
  • व्हीजिंग ( Wheezing) –  सांस लेते समय उच्च स्वर वाली सीटी की आवाज़, जो हवा मार्ग कीसंकोचन की संकेत कर सकती है।खांसने से हरा, पीला या लाल रंग का बलगम भी बन सकता है।

निमोनिया का निदान – Diagnosis of Pneumonia

निमोनिया का निदान चिकित्सक के द्वारा किया जाता है, चिकित्सक द्वारा उठाए गए कुछ कदम हो सकते है- 

  • रोगी जांच (Patient Examination) –  एक चिकित्सा पेशेवर रोगी के लक्षणों की जांच करेगा, जैसे कि बुखार, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, थकान, आदि।
  • शारीरिक जांच (Physical Examination) – जाँचकर्ता रोगी की श्वासदान, श्वास दर, पर्कशन, और सीने में दर्द के संकेतों का मूल्यांकन करेगा।
  • एक्स-रे या सीटी स्कैन ( X-ray or CT Scan)-  फुफ्फुस की छवियों की जांच एक्स-रे या सीटी स्कैन के माध्यम से की जाती है ताकि संक्रमण की उपस्थिति की पुष्टि हो सके।
  • रक्त परीक्षण ( Blood Test ) –  रक्त परीक्षण का आयोजन ग्लूकोज स्तर, संक्रमण सूचकांक, और संभावित कठिनाईयों के संकेतों की जांच के लिए किया जाता है।
  • बलगम परीक्षण ( Sputum Test) –  बैक्टीरियल या फंगल संक्रमण की पहचान के लिए बलगम नमूनों की जाँच की जाती है।

निमोनिया से बचाव – Prevention of Pneumonia

निमोनिया से बचाव के लिए निम्नलिखित नियमो का पालन करे- 

1. हाथ धोएं: समय-समय पर हाथ धोना निमोनिया जैसी संक्रमण से बचाव का एक सरल तरीका है। साबुन का उपयोग करें और अच्छे से हाथों को धोएं।

2. मास्क पहनें: विशेषकर जब आप स्वस्थ नहीं हैं या अपने आसपास किसी को बीमार देखते हैं, तो मास्क पहनें। यह आपको बाहरी कीटाणुओं से बचाव कर सकता है।

3. हाथ सैनिटाइज़र का उपयोग करें: हाथ सैनिटाइज़र का उपयोग करके अपने हाथों को साफ रखें, विशेषकर जब आप साबुन और पानी के साथ नहीं धो सकते हैं।

4. अच्छा स्वास्थ्य रखें: स्वस्थ रहना बहुत महत्वपूर्ण है। सही खानपान, पर्याप्त आराम और नियमित व्यायाम से आप अपनी रोगप्रतिरोधक्षमता को बढ़ा सकते हैं।

5. इम्यूनाइजेशन: निमोनिया के खिलाफ टीकाकरण करना महत्वपूर्ण है। यदि आपके राज्य या देश में निमोनिया के खिलाफ टीकाकरण का कार्यक्रम है, तो इसमें भाग लें।

6. स्वच्छता का ध्यान रखें: आपके आसपास की सफाई का ध्यान रखें, खासकर उन जगहों पर जो आम तौर से संदिग्ध होती हैं, जैसे कि सार्वजनिक ट्रांजिट और सार्वजनिक स्थानें।

7. धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब आपकी संरचना को कमजोर कर सकते हैं और आपको संक्रमण का सामना करना मुश्किल बना सकता है।

निमोनिया से बचाव के लिए टीके – Vaccines to prevent pneumonia

  • पीसीवी पॉलिवैलेंट निमोनिया टीका (PCV): यह टीका बच्चों को हेमोफिलस इन्फ्लूएंजा बैक्टीरिया के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • प्नेयुमोकोकल कन्ज्युगेट वैक्सीन (PCV13 और PPSV23): यह टीका वयस्कों और बच्चों के लिए उपलब्ध है और स्ट्रेप्टोकॉकस पेनमोनिए के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
  • इनफ्लुएंजा वैक्सीन: इस वैक्सीन से निमोनिया के कुछ प्रकारों के खिलाफ सुरक्षा हो सकती है, क्योंकि इनफ्लुएंजा इसके एक सामान्य कारण हो सकता है ।
  • हैमोफिलस इन्फ्लूएंजा बैक्टीरिया टाइप ब (Hib) वैक्सीन: बच्चों को हेमोफिलस इन्फ्लूएंजा बैक्टीरिया के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है।

निमोनिया का उपचार – Treatment of Pneumonia

निमोनिया का उपचार व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति, उम्र, और सामान्य तथा आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।

एंटीबायोटिक्स:

डॉक्टर द्वारा परीक्षण के बाद, यदि निमोनिया का कारण बैक्टीरिया है, तो एंटीबायोटिक्स दिया जा सकता है।

डॉक्टर द्वारा निर्धारित की गई दवा और खुराक का पूरा ध्यान रखना महत्वपूर्ण है।

ऑक्सीजन थेरेपी:

अगर निमोनिया के कारण ऑक्सीजन लेवल्स कम हो रहे हैं, तो ऑक्सीजन थेरेपी आपकी सहायता कर सकती है।

दर्द निवारक दवाएँ:

दर्द निवारक दवाएँ आपको आराम पहुंचा सकती हैं, क्योंकि निमोनिया के साथ जोड़ी जा सकती है।

उपयुक्त पर्याप्त पूर्ण आहार और पानी:

अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त पूर्ण आहार और पानी लेना महत्वपूर्ण है।

आराम और उपयुक्त देखभाल:

आराम करना और उचित देखभाल करना आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकता है।

निमोनिया एक गंभीर बीमारी हो सकती है, और सही समय पर उपचार ना करने पर यह जीवन खतरे का कारण बन सकती है। इसलिए, यदि आपको निमोनिया के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, चिकित्सक से संपर्क करे।  

निमोनिया के घरेलू उपचार – Pneumonia Home Remedies

गरम पानी और नमक: गरम पानी में नमक मिलाकर गरारे करना निमोनिया के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह गले की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है।

अदरक और शहद का सेवन: अदरक का रस और शहद मिलाकर पीना आपके श्वास तंतु को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है।

तुलसी का रस: तुलसी के पत्तों का रस निमोनिया में राहत प्रदान कर सकता है और फ्लू के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।

लौंग का तेल: लौंग का तेल एक शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल है, जो श्वास तंतु को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।

हल्दी और दूध: हल्दी को गरम दूध में मिलाकर पीना एक प्रमुख घरेलू उपाय है जो श्वास तंतु को सुरक्षित रख सकता है।

अदरक और दूध: अदरक का रस और होंठी दूध मिलाकर पीना भी श्वास तंतु को सुधारने में मदद कर सकता है।

पुदीना का रस: पुदीना का रस श्वास तंतु को शांति प्रदान करने में मदद कर सकता है और साँस लेने को आसान बना सकता है।

अंगूर का रस: अंगूर का रस पीना फेफड़ों के स्वास्थ्य को सुधार सकता है और निमोनिया के लक्षणों को कम कर सकता है।

डिस्क्लेमर –  यह लेख केवल सामान्य सुचना के लिए है, लेख में दिए गए किसी भी सुझाव का पालन करने से पहले या कोई भी बड़ा कदम उठाने से पहले अपने चिकित्सक से जरूर सम्पर्क करे।  

FAQS 

1. निमोनिया रोग किसकी कमी से होता है?

सामान्यत: निमोनिया वायरसों, बैक्टीरिया, या कई अन्य कारकों से हो सकता है।

2. निमोनिया होने से क्या होता है?

निमोनिया से श्वास कठिनाई, छाती में दर्द, बुढ़ापे में, बुखार, और खांसी जैसे लक्षण हो सकते हैं।

3. अगर निमोनिया हो जाए तो क्या करना चाहिए?

तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और उनके दिशा-निर्देशों का पालन करें। निमोनिया के उपचार के लिए अन्य मार्गों का भी सुझाव लिया जा सकता है।

4. निमोनिया कितने दिनों में ठीक हो जाता है?

निमोनिया का उपचार रोग के प्रकार और व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है, लेकिन आमतौर पर यह कुछ सप्ताहों में ठीक हो सकता है।

5. निमोनिया से कौन सा अंग खराब होता है?

निमोनिया सामान्यत: फेफड़ों और लंगों को प्रभावित करता है, जिससे श्वास लेने में कठिनाई हो सकती है।

6. क्या निमोनिया का इलाज घर पर किया जा सकता है?

निमोनिया का इलाज चिकित्सक की सलाह पर होना चाहिए, लेकिन उचित आहार, पूरा आराम और नियमित दवाओं का सेवन बहुत उपयुक्त हो सकता है।

7. निमोनिया को जड़ से खत्म कैसे करें?

सुरक्षित और प्रभावी रूप से निमोनिया का इलाज केवल चिकित्सक के परामर्श पर किया जा सकता है। वे आपको उचित दवाओं और उपायों की सलाह देंगे।

8. निमोनिया का सबसे बड़ा कारण क्या है?

निमोनिया का सबसे आम कारण बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण है, जो वायुमंडल के संपर्क में आने पर हो सकता है।

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