टॉन्सिल को जड़ से खत्म करने का उपाय जानें लक्षण, कारण

Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta
Written By Kirti Saxena
on Mar 5, 2025
Last Edit Made By Kirti Saxena
on Jul 19, 2025

क्या आपको कभी बदलते मौसम या ठंड के कारण गले में दर्द या जलन महसूस हुई है? शायद वह टॉन्सिल हो सकता है। उससे पहले हम यह जान लेते हैं कि टॉन्सिल होता क्या है।
टॉन्सिल या टॉन्सिलिटिस एक प्रकार का संक्रमण है, जो गले के अंदरूनी हिस्से में होता है। यह कई कारणों से हो सकता है, जैसे मौसम का अचानक बदल जाना या अधिक सर्दी लगना। गला शरीर का एक संवेदनशील हिस्सा होता है, और इसमें हल्का सा भी संक्रमण हो जाए तो यह बहुत अधिक दर्द और तकलीफ दे सकता है। इससे खाना निगलने या पानी पीने में भी परेशानी हो सकती है।
आइए जानते हैं टॉन्सिल के लक्षण, टॉन्सिल के कारण और टॉन्सिल को जड़ से खत्म करने के उपाय। इन सभी प्रश्नों के उत्तर इस ब्लॉग के माध्यम से देने की कोशिश करेंगे।
टॉन्सिल के 9 लक्षण ( 9 Symptoms of Tonsils )
टॉन्सिल संक्रमण को सही समय पर पहचानना जरूरी है ताकि समय पर इलाज किया जा सके। इसके कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं:
गले में तेज दर्द और सूजन ( Severe pain and swelling in the throat )
टॉन्सिल में सूजन होने के कारण गले में तेज दर्द होता है। खासतौर पर जब आप कुछ खाते या निगलते हैं, तो यह दर्द और ज्यादा बढ़ जाता है। यह दर्द कभी-कभी कान तक भी पहुंच सकता है।
बुखार आना ( Fever )
टॉन्सिल संक्रमण से शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे हल्का या तेज बुखार हो सकता है। अगर टॉन्सिल का संक्रमण बैक्टीरिया के कारण हुआ है, तो बुखार ज्यादा बढ़ सकता है।
गले में खराश और खांसी ( Sore Throat and Cough )
संक्रमण के कारण गले में लगातार खराश बनी रहती है और खांसी भी आ सकती है। ज्यादा खांसी होने पर गले में जलन और दर्द बढ़ जाता है।
सिरदर्द और बदन दर्द ( Headache and Body Pain)
टॉन्सिलाइटिस के दौरान कई लोगों को सिर में दर्द और शरीर में कमजोरी महसूस होती है। इसका कारण शरीर में हो रही सूजन और बुखार हो सकता है।
मुंह से बदबू आना ( Bad smell from mouth )
टॉन्सिल पर बैक्टीरिया और मरे हुए कोशिकाएं जमा हो सकती हैं, जिससे सांसों से बदबू आने लगती है।
आवाज में बदलाव आना ( Change in voice )
गले में सूजन के कारण आवाज भारी या बदल सकती है। कुछ मामलों में, व्यक्ति को बोलने में परेशानी भी हो सकती है।
कान में दर्द ( Ear pain )
गले और कान की नसें आपस में जुड़ी होती हैं, इसलिए टॉन्सिल में सूजन होने पर कान में भी दर्द महसूस हो सकता है।
टॉन्सिल के कारण: जानिए इसकी मुख्य वजहें ( Causes of tonsils: Know its main reasons )
टॉन्सिल गले के दोनों ओर स्थित छोटे मांसल ऊतक होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। लेकिन कई बार इनमें सूजन और संक्रमण हो जाता है, जिसे टॉन्सिलिटिस कहा जाता है। टॉन्सिल होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
वायरल संक्रमण ( Viral Infection )
ज़्यादातर मामलों में टॉन्सिल का कारण वायरस होते हैं, जैसे कि कॉमन कोल्ड (सर्दी-खांसी) या फ्लू वायरस।
बैक्टीरियल संक्रमण ( Bacterial Infections )
स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया (Streptococcus) के कारण स्ट्रीप थ्रोट (गले का संक्रमण) होता है, जो टॉन्सिल की समस्या का बड़ा कारण है।
ठंडा और तला-भुना खाना ( Cold and fried foods )
अत्यधिक ठंडे पेय पदार्थ, आइसक्रीम और जंक फूड का सेवन टॉन्सिल की समस्या को बढ़ा सकता है।
कमज़ोर इम्यून सिस्टम ( Weak immune system )
यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, तो बैक्टीरिया और वायरस जल्दी असर कर सकते हैं।
धूल, धुआं और एलर्जी ( Dust, smoke and allergens)
प्रदूषण, धूल-मिट्टी और धुएं के संपर्क में आने से गले में जलन होती है, जिससे टॉन्सिल प्रभावित हो सकते हैं।
बार-बार सर्दी-खांसी होना ( Frequent cold and cough)
लगातार गले में इन्फेक्शन या बार-बार सर्दी-खांसी होना टॉन्सिल की समस्या को जन्म देता है।
टॉन्सिल को जड़ से खत्म करने के उपाय ( Ways to get rid of tonsils completely )
गुनगुने पानी से गरारा करें ( Gargle with lukewarm water )
नमक मिले गुनगुने पानी से गरारा करने से टॉन्सिल में जमी बैक्टीरिया और सूजन को कम करने में मदद मिलती है। दिन में 2-3 बार ऐसा करने से राहत मिलती है।
हल्दी वाला दूध पिएं ( Drink turmeric milk )
हल्दी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो टॉन्सिल की सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। रोज रात को हल्दी दूध पीने से यह समस्या दूर हो सकती है।
तुलसी और शहद का सेवन करें ( Consume Tulsi and Honey )
तुलसी के पत्तों को पानी में उबालकर उसमें शहद मिलाकर पीने से टॉन्सिल इंफेक्शन तेजी से ठीक होता है। यह गले की खराश और सूजन को भी कम करता है।
अदरक और शहद का मिश्रण ( Ginger and honey mixture )
अदरक का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करने से टॉन्सिल के बैक्टीरिया खत्म होते हैं और गले को आराम मिलता है।
भाप लेना (स्टीम थेरेपी) ( Steam Therapy )
गर्म पानी में विक्स या पुदीना तेल डालकर भाप लेने से गले में जमा कफ साफ होता है और टॉन्सिल की सूजन कम होती है।
लहसुन और शहद का सेवन करें ( Eat Garlic and Honey )
लहसुन में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो टॉन्सिल को जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं। लहसुन का टुकड़ा चबाने या इसका रस शहद के साथ लेने से फायदा होता है।
सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)
गुनगुने पानी में सेब का सिरका मिलाकर गरारा करने से टॉन्सिल का संक्रमण जल्दी ठीक होता है।
हाइड्रेटेड रहें ( Stay Hydrated )
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना जरूरी है। गुनगुना पानी पीने से गले की सूजन कम होती है और टॉन्सिल का दर्द भी धीरे-धीरे खत्म होता है।
ठंडी और तली-भुनी चीजों से बचें ( Avoid cold and fried foods )
टॉन्सिल की समस्या होने पर ठंडे पेय, आइसक्रीम और जंक फूड से बचना चाहिए क्योंकि यह गले में जलन और संक्रमण को बढ़ा सकते हैं।



