898 898 8787

Infertility Meaning in Hindi - बांझपन: लक्षण, कारण, तथा उपचार - MyHealth

Health

Infertility Meaning in Hindi - बांझपन: लक्षण, कारण, तथा उपचार

author

Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Komal Daryani
on Nov 21, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 17, 2024

share
Infertility Meaning in Hindi
share

बच्चों की प्रतीक्षा करना, सपनों को हकीकत में बदलना, यह हर जोड़े का सपना होता है। लेकिन, कुछ जोड़े इस सपने को पूरा करने में समर्थ नहीं होते हैं। इस समस्या को हम 'बांझपन' कहते हैं, आजकल इनफर्टिलिटी अथवा बांझपन एक आम समस्या बन चुकी है  पारम्परिक रूप से बांझपन की समस्या को अक्सर महिलाओ के साथ जोड़ के देखा जाता है, हालाँकि ऐसा नही है । अगर कोई जोड़ा निरंतर 12 माह या अधिक समय से संतान प्राप्ति हेतु प्रयास करने पर भी विफल होता है, तो यह इनफर्टिलिटी की समस्या की और संकेत करता है। इस ब्लॉग में हम  इनफर्टिलिटी (बांझपन) क्या होता है तथा इसके कारण क्या है और इसके लक्षण तथा उपचार आदि के बारे में बात करेंगे।  

बांझपन क्या है? - What is Infertility

बांझपन, जिसे अंग्रेजी में "infertility" कहा जाता है, एक मेडिकल शब्द है जिसका अर्थ होता है कि एक व्यक्ति या एक साथी जो आदमी या महिला हो सकता है, नियमित यौन संबंध बनाने के बाद भी संतान पैदा करने में समस्या या बाधा का सामना कर रहा है। यह एक गर्भाधान क्षमता की कमी हो सकती है, जिससे गर्भावस्था में सफलता हासिल करना मुश्किल होता है । 

बांझपन के लक्षण - Symptoms of Infertility 

बांझपन या नपुंसकता के लक्षण व्यक्ति के लिए विभिन्न हो सकते हैं और इनमें से कुछ लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

नियमित संबंध और गर्भावस्था में कठिनाइयां: बांझपन का सबसे सामान्य लक्षण है नियमित संबंध के बावजूद गर्भधारण करने  में सफल नहीं हो पाना। यदि एक जोड़ा नियमित और सुरक्षित संबंध बना रहा है और फिर भी गर्भधारण करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हो तो इसे बांझपन के लक्षण के रूप में देखा  जाता है।

अनियमित मासिक धर्म: महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म भी बांझपन का एक संकेत हो सकता है। यदि महिला के मासिक धर्म अनियमित होते हैं, तो इसका कारण बांझपन हो सकता है।

दर्द या सूजन: बांझपन के कुछ कारणों में, शुक्राणु नाश या गर्भाशय में समस्या के कारण दर्द या सूजन हो सकता है। यदि यह लक्षण होता है, तो व्यक्ति को चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

अंडाणु संबंधित समस्याएं: पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या, गति और स्वस्थता के संबंध में समस्याएं बांझपन के लक्षण हो सकती हैं। इसमें शुक्राणुओं की कमी, शुक्राणुओं की मौत या शुक्राणुओं की कमजोरी शामिल हो सकती है।

प्रजनन समस्याएं: गर्भावस्था के दौरान या उससे पहले होने वाली प्रजनन समस्याएं बांझपन का कारण बन सकती हैं। इसमें गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याएं, गर्भाशय या शुक्राणुओं की समस्याएं शामिल हो सकती हैं।

हॉर्मोनल समस्याएं: हॉर्मोन की सही मात्रा में कमी या अधिकी भी बांझपन का कारण बन सकती है। इसमें शरीर में असमान हॉर्मोन स्तर, उच्च प्रोलैक्टिन स्तर, और अन्य हॉर्मोनल समस्याएं शामिल हो सकती हैं।

अतिरिक्त वजन या ओबेसिटी: अतिरिक्त वजन या ओबेसिटी भी बांझपन का कारण बन सकते हैं, क्योंकि इससे हॉर्मोनल स्तर में बदलाव हो सकता है और गर्भाधारण क्षमता पर असर कर सकता है।

ये सभी बांझपन के कुछ आम लक्षण होते है इसके आधार पर, यदि किसी को बांझपन की समस्या है, तो उसे अपने चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।

बांझपन के कारण - Causes of Infertility 

 पुरषो और और महिलाओ में बांझपन के  अलग-अलग कारण होते हैं, हालंकि कुछ कारण दोनों में एक जैसे हो सकते हैं। जैसे की 

बांझपन (इनफर्टिलिटी) के सामान्य कारण 

  1. उम्र 35-40 से अधिक (Age over 35-40): महिलाओं के साथ, उम्र के साथ-साथ गर्भाधान की क्षमता में कमी हो सकती है, जो बांझपन का कारण बन सकती है.
  1. डायबिटीज की शिकायत (Complaints of diabetes): डायबिटीज का होना फर्टिलिटी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है, खासकर महिलाओं के लिए.
  1. शराब और सिगरेट का अत्याधिक सेवन (Excessive consumption of alcohol and cigarettes): ये दोनों बीमारियों को बढ़ा सकते हैं और फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं.
  1. अत्याधिक व्यायाम करना (Excessive exercise): अधिक मात्रा में व्यायाम करना भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है, खासकर महिलाओं के लिए.
  1. रेडिएशन थेरेपी या अन्य कैंसर उपचार (Radiation therapy or other cancer treatments): इन चिकित्सा प्रक्रियाओं का फर्टिलिटी पर सीधा असर हो सकता है.
  1. यौन संचारित बीमारियां (Sexually transmitted diseases): कुछ संचारित रोग फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं.
  1. मोटापा या वजन अत्याधिक कम होना (Obesity or being significantly underweight): अत्यधिक मोटापा या बहुत कम वजन भी फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकता है.

 महिलाओं में बांझपन (इनफर्टिलिटी) के कारण :

  1. फैलोपियन ट्यूब बंद होना (Blocked Fallopian Tubes): यह गर्भाशय तक अंडाणु का पहुंचने को रोक सकता है.
  1. एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis):  गर्भाशय की बाहरी परत में ऊतक बढ़ जाते हैं जो गर्भाशय को प्रभावित कर सकता है.
  1. ओवुलेशन विकार (Ovulation Disorders): अंडाणु का सही समय पर उत्पन्न नहीं होना.
  1. एंडोक्राइन विकार (Endocrine Disorders): हार्मोनल स्तरों में असंतुलन, जो बांझपन का कारण बन सकता है.
  1. उम्र (Age):उम्र के साथ, गर्भधारण क्षमता में कमी हो सकती है.
  1. तनाव (Stress): तनाव, और मानसिक परेशानियां भी बांझपन का कारण बन सकती हैं.
  1. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance): शरीर में हार्मोनों की अनियमितता.
  1. यूटेराइन फाइब्रॉइड्स (Uterine Fibroids):गर्भाशय की एक प्रकार की गांठें जो गर्भाधारण को प्रभावित कर सकती हैं.
  1. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (Autoimmune Disorder):  शरीर की रोग प्रतिक्रिया के कारण आत्म-संग्रहण.
  1. पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (Pelvic Inflammatory Disease):  गर्भाशय और आसपासी संरचनाओं की सूजन.
  1. गर्भाशय का असामान्य आकार (Abnormal Uterine Shape):गर्भाशय का अव्यावहारिक आकार.
  1. पोलिप्स (Polyps):  गर्भाशय या फैलोपियन ट्यूब्स में असामान्य गांठें.
  1. योनि में इंफेक्शन (Vaginal Infections): योनि संक्रमण भी बांझपन का कारण बन सकता है.

इन कारणों में से किसी एक या एक से अधिक के संयुक्त प्रभाव के कारण महिलाएं बांझ हो सकती हैं।

पुरुषों में में बांझपन (इनफर्टिलिटी) के कारण :

  1. शुक्राणु की कम संख्या (Low Sperm Count):: शुक्राणुओं की कमी, जिसे ओलिगोस्पर्मिया कहा जाता है.
  1. जन्मजात असामान्यताएं (Congenital Abnormalities): जन्म से ही उत्पन्न रोग या असामान्यताएं.
  1. एंडोक्राइन असामान्यताएं (Endocrine Abnormalities):  हार्मोन स्तरों में असंतुलन, जो शुक्राणुओं की सही विकास और कार्य में बाधा डाल सकता है.
  1. आनुवंशिक असामान्यताएं (Genetic Abnormalities):परिवार में बांझपन की समस्या होना जो आनुवंशिक हो सकता है.
  1. शुक्राणु की गति धीमी होना (Slow Sperm Motility):  शुक्राणुओं की सही गति न होना, जिससे गर्भाधारण की संभावना कम हो सकती है.
  2. वैरीकोसेल की समस्या (Varicocele Issue):  सीमेन बनने में कठिनाई 
  3. गुप्तांगों में संक्रमण (Genital Infections): शुक्राणुओं को प्रभावित करने वाले संक्रमण का होना.
  1. लंबे समय तक तनाव से ग्रसित होना (Chronic Stress):  अधिक तनाव और चिंता शुक्राणुओं के उत्पन्न होने की क्षमता को कम कर सकते हैं.
  1. सिगरेट और शराब का सेवन (Smoking and Alcohol Consumption): धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन शुक्राणुओं को प्रभावित कर सकता है.
  2. मोटापा यानी वजन अत्याधिक होना (Obesity or Excessive Weight): अत्यधिक वजन शुक्राणुओं की संख्या और कार्य को प्रभावित कर सकता है.

बांझपन का उपचार - Treatment of Infertility

बांझपन का उपचार उसके कारणों तथा व्यक्ति की चिकित्सा जरूरतों पर निर्भर करता है. यदि कोई व्यक्ति बांझपन की समस्या झेल रहा है तो उसे चिकित्सक द्वारा निम्न सुझाव दिए जाते है जैसे - 

दवाएं (Medications): कुछ दवाएं ओवुलेशन (अंडानुरूप) बढ़ा सकती हैं या गर्भाशय की कोणों को सुधार सकती हैं.

IVF (In Vitro Fertilization): इसमें शुक्राणु और अंडानुरूप को एक साथ प्रजनन केंद्र में प्रतिष्ठित किया जाता है.

IUI (Intrauterine Insemination): इसमें शुक्राणु को गर्भाशय में सीधे डाला जाता है ताकि गर्भाशय के अंदर बेहतर गर्भाधान हो सके.

उपचार सहायक तकनीकें (Assisted Reproductive Technologies - ART): इसमें IUI, IVF, ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection), आदि जैसी तकनीकें शामिल है।  

चिकित्सा सर्जरी: कई स्त्री और पुरुषों के बांझपन के कारण चिकित्सा सर्जरी की जा सकती है, जैसे कि शुक्राणु नाली की सुधार, गर्भाशय की समस्याएं, आदि.

वैज्ञानिक तथा योग (Scientific and Holistic Approaches): कुछ लोग वैज्ञानिक उपचारों के साथ-साथ योग और प्राकृतिक चिकित्सा का समन्वय करते हैं ताकि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों में सुधार हो सके.

निष्कर्ष 

बांझपन का उपचार सम्भव है तथा यह व्यक्ति की नैतिक, शारीरिक, और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर तय किया जाता है. बांझपन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह लेना बहुत अहम् होता है, ताकि समय रहते  सही निदान और उपचार की शुरुआत की जा सके.

ध्यान रखे : 

ध्यान रखे :   इनफर्टिलिटी (बांझपन ) का नाम सुनकर घबराए नहीं क्योकि बांझपन की समस्या से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए आजकल विभिन्न  असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्निक मौजूद है जिनसे गर्भधारण किया जा सकता है जैसे आई यु आई (IUI), आई वी एफ (IVF), आई सी एस आई (ICSI) आदि। 

FAQS 

1. बांझपन क्या है?

 बांझपन एक मेडिकल स्थिति है जिसमें एक व्यक्ति या एक साथी जोड़ा संतान पैदा करने में सक्षम नहीं होता है।

2. बांझपन के कारण क्या हो सकते हैं?

रोग या समस्याएं: शुक्राणु या अंडाणु संबंधित समस्याएं, पीसीओएस, गर्भाशय में बंदिश, इत्यादि।

आयु और सामग्री का प्रभाव: बढ़ती आयु, धूम्रपान, शराब, और अन्य अनसुखद आदतें।

अनियमित जीवनशैली: स्थायी रूप से अनियमित आहार, तनाव, और अपर्याप्त नींद।

3. बांझपन के लक्षण क्या हैं?

 अनियमित मासिक धर्म, या बहुत ज्यादा या कम bleeding।

4. आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) क्या है?

आईवीएफ (In Vitro Fertilization - IVF): यह एक प्रयोगशाला प्रक्रिया है जिसमें शुक्राणु और अंडाणु को बाहरी तरीके से मिलाया जाता है और प्राकृतिक गर्भाधान के लिए रखा जाता है।

5. बांझपन किसकी कमी के कारण होता है?

शुक्राणु या अंडाणु की कमी: यह सबसे सामान्य कारण है।

पीसीओएस या गर्भाशय में समस्याएं: हार्मोनल असंतुलन और गर्भाशय की समस्याएं।

6. क्या महिलाओं में बांझपन ठीक हो सकता है?

इलाज की संभावनाएं शुक्राणु या अंडाणु संबंधित समस्याओं के आधार पर होती हैं।

IVF: आईवीएफ जैसी प्रक्रियाएं भी सहायक हो सकती हैं।आपातकालीन सेवा: कई बार यह समस्या आपातकालीन चिकित्सा सेवा की आवश्यकता पर निर्भर करती है।

Leave a comment

Consult Now

Share MyHealth Blog