छाती के बीच में दर्द होना क्या कारण है: जानिए लक्षण और इलाज

Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Komal Daryani
on Apr 17, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Jul 19, 2025

कभी-कभी छाती के बीचों-बीच अचानक दर्द महसूस होता है, जिससे हमें डर लगने लगता है कि कहीं यह कोई गंभीर समस्या तो नहीं है। हालांकि, जरूरी नहीं कि हर बार यह दिल की बीमारी का संकेत हो। लेकिन इस तरह के दर्द को नजरअंदाज करना कभी-कभी खतरनाक भी साबित हो सकता है।
आइए इस ब्लॉग के माध्यम से जानने की कोशिश करते हैं कि छाती के बीच में दर्द होना क्या कारण है । साथ ही, यह भी समझने की कोशिश करेंगे कि इससे कौन-कौन सी बीमारियों की आशंका हो सकती है और यदि छाती के बीच में दर्द हो तो क्या करना चाहिए।
हमारा यही उद्देश्य है कि हम आपको स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सही समाधान बता सकें, जिससे आपका स्वास्थ्य हमेशा अच्छा बना रहे। तो चलिए, शुरू करते हैं।
छाती के बीच में दर्द होना क्या कारण है ?
छाती के बीच में दर्द होना एक आम लेकिन गंभीर लक्षण हो सकता है। यह सिर्फ गैस या एसिडिटी की वजह से नहीं होता, बल्कि कई बार यह दिल से जुड़ी समस्या का संकेत भी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके कुछ कारण:
गैस या अपच (Acidity / Indigestion)
बहुत से मामलों में छाती के बीच में जलन या दर्द का कारण गैस या एसिडिटी होता है। खासकर तले-भुने या मसालेदार भोजन के बाद यह दर्द महसूस हो सकता है।
गैस्ट्रोएसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
इस स्थिति में पेट का एसिड ऊपर की ओर आकर सीने में जलन या दर्द पैदा करता है। यह दर्द खाने के बाद या लेटते समय बढ़ सकता है।
दिल से जुड़ी समस्याएं (Heart Problems)
अगर दर्द दबाव जैसा है और साथ में पसीना, चक्कर या सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो यह हार्ट अटैक का संकेत भी हो सकता है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
मांसपेशियों में खिंचाव (Muscle Strain)
कभी-कभी ज्यादा भारी सामान उठाने या गलत पोजिशन में सोने से छाती की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है, जिससे दर्द होता है।
एंग्जायटी या पैनिक अटैक
तनाव या पैनिक अटैक के दौरान भी छाती में दर्द, सांस फूलना और दिल की धड़कन तेज होना जैसे लक्षण नजर आते हैं।
फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं
निमोनिया, फेफड़ों में सूजन या सांस की अन्य बीमारियों की वजह से भी छाती के बीच में दर्द हो सकता है।
अगर छाती के बीच में दर्द हो तो कौन-कौन सी बीमारियों की आशंका हो सकती है?
इसलिए यह जानना ज़रूरी है कि छाती के बीच का दर्द किन-किन बीमारियों से जुड़ा हो सकता है:
हृदय संबंधी समस्याएं (Heart-related issues)
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दिल का दौरा (Heart Attack): अचानक और तेज़ दर्द जो बाएं हाथ, गर्दन या जबड़े तक फैल सकता है।
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एंजाइना (Angina): हृदय में ब्लड सप्लाई कम होने से होने वाला दबाव या जलन जैसा दर्द।
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कार्डियोमायोपैथी: हृदय की मांसपेशियों की दुर्बलता के कारण दर्द।
गैस्ट्रिक समस्याएं (Digestive issues)
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एसिडिटी या गैस: पेट में गैस बनने से छाती में जलन या दबाव जैसा महसूस हो सकता है।
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गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD): खाना निगलने में तकलीफ और सीने में जलन।
फेफड़ों से जुड़ी बीमारियाँ (Lung-related diseases)
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निमोनिया: बुखार के साथ सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई।
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पल्मोनरी एम्बोलिज़्म: फेफड़ों की नस में ब्लड क्लॉट, जो जानलेवा हो सकता है।
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प्लूरिसी: फेफड़ों की झिल्ली में सूजन से तेज़ दर्द।
मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी समस्याएं
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मसल स्ट्रेन: अधिक व्यायाम या खिंचाव से सीने की मांसपेशियों में दर्द।
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कॉस्टोचोंड्राइटिस: पसलियों और छाती की हड्डियों के जोड़ में सूजन।
मानसिक कारण (Psychological causes)
एंग्ज़ायटी या पैनिक अटैक: तनाव या डर के कारण दिल की धड़कन तेज़ होना और सीने में दर्द।
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छाती के बीच में दर्द हो तो क्या करना चाहिए?
छाती के बीच में दर्द होना कभी भी सामान्य नहीं माना जाना चाहिए। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर दर्द हृदय संबंधी समस्याओं से जुड़ा हो। अगर आपको छाती के बीच में दर्द महसूस हो तो निम्नलिखित कदम उठाना चाहिए:
दर्द का प्रकार और तीव्रता समझें
यदि दर्द अचानक और तीव्र है, या धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, तो यह दिल से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
अगर दर्द हल्का और अस्थायी है, तो यह गैस, ऐसिडिटी या मांसपेशियों के खिंचाव से भी हो सकता है।
सांस लेने में कठिनाई है तो तुरंत सहायता लें
यदि दर्द के साथ सांस लेने में दिक्कत हो, तो यह दिल के दौरे या फेफड़ों से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में तत्काल मेडिकल सहायता लें।
आराम करें और शारीरिक गतिविधियों से बचें
छाती में दर्द होने पर ज्यादा शारीरिक गतिविधि से बचें और आराम करें। यदि दर्द जारी रहता है या बढ़ता है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें।
दवाइयों का सेवन करें (अगर डॉक्टर ने कहा हो)
गैस या एसिडिटी की समस्या के कारण दर्द हो तो एंटासिड्स ले सकते हैं, लेकिन किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
चिकित्सा जांच करवाएं
दर्द लगातार या बढ़ते हुए महसूस हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर से मिलकर उचित जांच करवाएं। डॉक्टर आवश्यक जांच जैसे ECG, रक्त परीक्षण, या एक्स-रे कर सकते हैं।
मनोबल बनाए रखें
अगर यह मानसिक तनाव या एंग्ज़ायटी का कारण है तो शांत रहने की कोशिश करें। गहरी सांसें लें और तनाव को कम करने के उपाय अपनाएं।
सामान्य गैस या एसिडिटी से जुड़ा दर्द हो तो घरेलू उपाय करें
हल्का गैस्ट्रिक दर्द होने पर आप गुनगुना पानी पी सकते हैं, अदरक या शहद का सेवन कर सकते हैं, या हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधि से राहत पा सकते हैं।



