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Viral Fever Symptoms in Hindi - कारण, बचाव तथा उपचार

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Nov 30, 2023

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024

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वायरल फीवर एक आम स्वास्थ्य समस्या है जो वायरस के कारण होती है और इसमें शरीर में उच्चतम तापमान होता है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो आमतौर से मौसम के बदलने या वायरसों के प्रवेश के कारण हो सकती है। इस ब्लॉग में, हम वायरल फीवर के कारण, लक्षण, बचाव और उपचार पर चर्चा करेंगे।

वायरल फीवर के कारण:

वायरल फीवर के कारण कई हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य कारण हैं जो वायरल फीवर का कारण बन सकते हैं:

  1. वायरस संक्रमण: वायरल फीवर का प्रमुख कारण विभिन्न प्रकार के वायरस संक्रमण हो सकते हैं, जैसे कि डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, इत्यादि।
  1. मच्छर बोनी या कीटाणु संक्रमण: कुछ वायरल फीवर मच्छरों, कीटाणुओं, या अन्य कीटों के काटने से हो सकते हैं, जो विभिन्न बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
  1. संचरण माध्यमों के माध्यम से: वायरल फीवर व्यक्ति से व्यक्ति के बीच एक से दूसरे के संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है, जैसे कि संकरित मच्छर के काटने से डेंगू का संचरण हो सकता है।
  1. भोजन और पानी के माध्यम से: कुछ वायरल फीवर पानी या भोजन के माध्यम से फैल सकते हैं, जैसे कि जलवायु और स्थानीय समर्थन के कारण होने वाले मलेरिया के कुछ प्रकार।
  1. जीवाणु या पथोजनों के संपर्क से: किसी अन्य संक्रमण से होने वाले वायरल फीवर के कारण भी हो सकता है, जैसे कि डेंगू जीवाणु की संक्रमण के बाद उत्पन्न होने वाला डेंगू फीवर।

वायरल फीवर के लक्षण:

  • शरीर में दर्द ( Body pain)
  • भूख में कमी (Loss of appetite
  • सिर में दर्द - Headache
  • गाढ़ा पेशाब - Dark urine
  • उल्टियां (Vomiting) और दस्त (Diarrhea)
  • कब्ज की समस्या - Constipation
  • डिहाइड्रेशन - Dehydration
  • ठंड लगना - Feeling cold
  • मांसपेशियों तथा जोड़ो में दर्द - Muscle and joint pain
  • गले में खराश - Sore throat
  • नाक बहना - Runny nose
  • शरीर का तापमान 104 डिग्री तक जाना - Body temperature up to 104 degrees Fahrenheit
  • चेहरे में सूजन - Facial swelling
  • आंखों का लाल होना - Redness in the eyes
  • त्वचा पर लाल चकत्ते आदि - Red spots on the skin, etc.

वायरल फीवर से बचाव:

मच्छरों के काटने से बचाव: वायरल फीवर ज्यादातर मच्छरों के काटने से होता है। इसलिए, यह अहम है कि आप मच्छरों के काटने से बचने के लिए अच्छे क्षेत्र में रहें और मच्छरों के काटने से बचने के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट का उपयोग करें।

नियमित सफाई: अच्छे स्वछता अभ्यास अपनाएं ताकि पानी जमा न होने पाए और मच्छरों के बढ़ने के लिए स्थान न बने।

सुरक्षित पानी का सेवन: अगर आपके आसपास वायरल फीवर का प्रचार है, तो सुरक्षित पानी का सेवन करें। खासकर यह बच्चों और बूढ़ों के लिए महत्वपूर्ण है।

रोगी व्यक्ति से संरक्षण: यदि कोई व्यक्ति वायरल फीवर से पीड़ित है, तो उससे संरक्षण के लिए उचित उपाय अपनाएं। सावधानी से उनके साथ संपर्क करें और उनका सहारा करें।

अच्छी आदतें: हमेशा हैजा से बचने के लिए अच्छी आदतें अपनाएं, जैसे कि हाथ धोना, साफ सफाई करना, और साफ-सफाई को बढ़ावा देना।

रोगी को सुरक्षित रखना: वायरल फीवर से पीड़ित व्यक्ति को अलग रखने के लिए समर्थन करें ताकि रोग औरबढ़ने का खतरा कम हो।

सावधानी और जागरूकता: लोगों को वायरल फीवर के बारे में जागरूक करना महत्वपूर्ण है। सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रमों का हिस्सा बनें और लोगों को सही जानकारी प्रदान करें।

डॉक्टर की सलाह: यदि आपको वायरल फीवर के लक्षण आते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह का पालन करें।

ये सभी कदम आपको वायरल फीवर से बचने में मदद कर सकते हैं।

वायरल फीवर का घरेलू उपचार:

वायरल फीवर के घरेलू उपचारों में कुछ प्राकृतिक और सामान्य उपाय शामिल हो सकते हैं जो लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. यह उपचारों को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना हमेशा बेहतर होता है, खासकर अगर रोगी की स्थिति गंभीर है:

गर्म पानी और नमक: गरम पानी में एक छोटी सी चम्मच नमक मिलाकर गरारे करना गले के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है और थकान को दूर कर सकता है।

तुलसी (ओसिमम सैन्ट): तुलसी की पत्तियों का रस पीना फ्लू और वायरल इन्फेक्शन के खिलाफ इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान कर सकता है।

अदरक (जिंजर): अदरक का रस और शहद मिलाकर लेना गले के इर्रिटेशन को कम करने में मदद कर सकता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान कर सकता है।

आम पानी: आम पानी में नींबू का रस और ठंडा पानी मिलाकर पीना बुखार और उबारी को कम करने में मदद कर सकता है।

गरम पैड्स उपयोग: गर्मियों का उपयोग लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, जैसे कि गरम बैठकें या गरम पैड्स।

सही दिनचर्या का पालन करना : सही दिनचर्या का पालन करना, पर्याप्त सोना, सही खानपान, और सही हाइजीन रखना भी शारीरिक स्वास्थ्य को मजबूती प्रदान करता है तथा रोग के खिलाफ लड़ने में मदद करता है। 

ध्यान रहे कि ये उपाय लक्षणों को कम करने और सामान्य कष्टों को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ये रोग का पूर्ण उपचार नहीं हो सकते हैं। अगर रोगी की स्थिति गंभीर है या लक्षण बढ़ते हैं, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

FAQS 

1. वायरल फीवर कितने दिन रहता है?

वायरल फीवर की अवधि व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य, फ़ीवर के कारण, और उपचार की उपस्थिति पर निर्भर करती है. सामान्यत: यह कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रह सकता है.

2. वायरल बुखार की क्या पहचान है?

वायरल बुखार की पहचान उसके लक्षणों से की जा सकती है, जो मुख्यतः बुखार, शीतलता, थकान, सिरदर्द, शरीर में दर्द, और अन्य सामान्य बीमारी के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं.

3. वायरल फीवर में क्या नहीं खाना चाहिए?

वायरल फीवर में तेज मसालों और तीखे खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

4. क्या वायरल बुखार बिना दवा के ठीक हो सकता है?

कुछ वायरल फीवर खुद से ठीक हो सकते हैं, लेकिन इसका निरिक्षण और उपचार विशेषज्ञ चिकित्सक के साथ करना उचित है. दवाओं का सही समय पर उपयोग करना आवश्यक हो सकता है.

5. बुखार नहीं उतर रहा हो तो क्या करें?

यदि बुखार बना रहता है, तो व्यक्ति को विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. उचित चिकित्सा सामग्री, उपाय और परामर्श के माध्यम से यह समस्या सुलझाई जा सकती है.

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