कैंसर के लक्षण और उपाय: जानिए कैसे पहचानें और सुरक्षित रहें
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Komal Daryani
on Feb 3, 2024
Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024
कैंसर, सुनते ही दिमाग में डर और सामने मृत्यु दिखने लग जाती है| दुनियाभर में सबसे ज्यादा हो रहे मौत की प्रमुख वजह कैंसर ही है| पर सही समय पर इसके लक्षण का पता हो तो इस बीमारी को मात दे सकते हैं| ये एक ऐसी बीमारी है जिसे पहचानना और समझना हमारे लिए बहुत जरूरी है, ताकि हम समय रहते इससे लड़ सकें।
WHO के मुताबिक भारत में कैंसर के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं | ये माना गया है कि भारत में हर 10 में से 1 आदमी अपने जीवन काल में कैंसर रोग से ग्रसित हो जाता है| ये बीमारी पूरी दुनिया में एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या का रूप ले चुकी है। इस ब्लॉग में हम कैंसर, इसके लक्षण और समय रहते इसकी पहचान करके इससे बचने के उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।
कैंसर क्या होता है?
कैंसर होने पर शरीर के सेल्स में असामान्य और खतरनाक वृद्धी होती है| इसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता | ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर के किसी भी भाग में सेल्स लगातार असाधारण तरीके से बढ़ती है और और गांठ बन जाती है। ये सेल्स अपनी नार्मल स्थिति से बहुत अलग होती हैं, जो समय के साथ और भी बड़े होते जाते हैं “ट्यूमर” का रूप ले लेते हैं। लेकिन ब्लड कैंसर के मामले में ट्यूमर नहीं होता, और आपकी जानकारी के ये बता दें कि सारे ट्यूमर कैंसर नहीं होते हैं|
कैंसर के लक्षण:
कैंसर के मरीजों में दिखाई देने वाले कुछ लक्षण
- वजन में कमी
अगर किसी इंसान के शरीर में बिना किसी एक्सरसाइज और डाइट के वजन में बदलाव दिखते हैं, तो ये एक कैंसर का लक्षण हो सकता है।
- थकान और कमजोरी
कैंसर के मरीजों को साधारण तरीके से थकान और कमजोरी का एहसास होता है, जिसमें वे नॉर्मल काम में भी थकान महसूस करते है।
- शरीर में गांठ बनना
शरीर में किसी भी भाग में गांठ कैंसर का एक जरूरी लक्षण हो सकता है। ये गांठ दर्द और सूजन के साथ हो सकती है।
- खून में कमी
कुछ तरह के कैंसर में खून की कमी दिखाई दे सकती है जैसे ‘एनीमिया’ इसमें देखा जा सकता है की कैसे त्वचा का रंग लाल पड़ जाता है थकान रहती है और शरीर में भारीपन का एहसास महसूस होता है।
- आँखों में घेरा होना:
कभी कभी आँखों के आस-पास सूजन या गांठ बन जाती है, जो दिखाई नहीं देती लेकिन छूने पर दर्द होता है।
- इसके अलावा अचानक वजन बढ़ना,
- स्किन का कलर बदल जाना,
- स्किन में गांठे पड़ जाना,
- आवाज बदल जाना,
- पाचन की समस्या जैसे कब्ज,
- भूख कम लगना,
- लिम्फ या नॉड्स में सूजन|
कैंसर के कारण क्या है?
- जेनेटिक फैक्टर्स(Genetic factors): कुछ लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है यदि उनके परिवार में कोई पहले से ही इससे पीड़ित है।
- वायरस और संक्रमण(Viruses and infections): कुछ वायरस और संक्रमण भी कैंसर का कारण बन सकते हैं, जैसे हेपेटाइटिस बी और सी जो 50 प्रतिशत तक लिवर कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं और ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) वायरस 99.9 प्रतिशत मामलों में सर्वाइकल कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- प्रदूषण (pollution): जो इंसान बड़ी मात्रा में प्रदूषण के संपर्क में रहता है, उसे कैंसर होने का खतरा हो सकता है।
- खान-पान और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली (Eating habits and unhealthy lifestyle): जंक फूड खाना, तंबाकू का सेवन, शराब पीना और एक्सरसाइज न करना भी कैंसर का कारण बन सकता है।
- विकिरण एक्सपोजर (Radiation exposure): विकिरण स्वयं बड़ी मात्रा में कैंसर का कारण बन सकता है, जैसे एक्स-रे (X-rays) या परमाणु विकिरण(Nuclear Radiation)।
- उम्र और लिंग (Age and gender): आम तौर पर, जैसे-जैसे लोगों की उम्र बढ़ती है बीमारियों का खतरा भी ज्यादा बढ़ता है और खास करके महिलाओं में, कुछ प्रकार के कैंसर अधिक आम होते हैं।
- हार्मोनल परिवर्तन (Hormonal changes): कुछ कैंसर हार्मोनल असंतुलन के कारण भी हो सकते हैं, जैसे स्तन(breast) और प्रोस्टेट कैंसर(Prostate Cancer)।
कैंसर के चार स्टेज:
ज्यादातर कैंसर में चार तरह के स्टेज होते हैं:-
- स्टेज I इनिशिएशन (Initiation):
इस स्टेज में कैंसर नहीं होता है, लेकिन शरीर में कुछ असाधारण सेल्स मौजूद हो सकते हैं जो कभी कैंसर की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
- स्टेज II प्रमोशन (Promotion):
इस स्टेज में आपके शरीर में कैंसर बढ़ जाता है लेकिन फैलता नहीं है।
- स्टेज III प्रोग्रेशन (Progression):
शरीर में कैंसर का आकार बड़ा हो जाता है और कैंसर की सेल्स अपने आस-पास के अंगों और लिम्फ नोड्स (Lymph Nodes) में फैलने लग जाते हैं।
- स्टेज IV इनवेस्टेशन (Metastasis):
इस स्टेज में कैंसर आपके शरीर के दूसरे हिस्सों में फैल जाता है, इस स्टेज को मेटास्टेटिक या एडवांस लेवल का कैंसर भी कहा जाता है।
कैंसर का इलाज क्या है?
कई बार लोगों के दिमाग में ख्याल आता है कि कैंसर का इलाज संभव है या नहीं। ये एक मुश्किल बीमारी है लेकिन इसका इलाज हो सकता है, खासकर तब जब कैंसर की पहचान और इलाज जल्दी होता है। यहां कैंसर के इलाज के तरीके हैं:-
- सर्जरी(Surgery):
इसमे कैंसर का शुरुआती इलाज होता है। डॉक्टर कैंसर को निकालने या सर्जरी का सुझाव दे सकते हैं।
- विकिरण चिकित्सा (Radiation Therapy) (X-Ray Therapy):
इसमे हाई-एनर्जी रेडिएशन का इस्तमाल किया जाता है जिससे कैंसर को खत्म किया जा सके या उसकी ग्रोथ को रोका जा सके।
- कीमोथेरेपी(Chemotherapy) (दवाइयों से इलाज):
कैंसर को कम करने के लिए दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है। ये आम तौर पर कैंसर सेल्स को निशाना बनाते हैं।
- इम्यूनोथेरेपी(Immunotherapy):
इसमे मरीज के खुद के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए दवाइयाँ दी जाती हैं, जिससे कैंसर के खिलाफ़ लड़ सके।
- हार्मोन थेरेपी(Hormone Therapy):
कुछ कैंसर के विकास में हार्मोन का बड़ा योगदान होता है। हार्मोन थेरेपी से ये हार्मोन कंट्रोल में रखे जा सकते हैं।
- लक्षित थेरेपी(Targeted Therapy):
इसमें कैंसर को निशाना बनाने वाले स्पेशल एलिमेंट्स का इस्तेमाल होता है, जिसमें सिर्फ कैंसर सेल्स पर असर हो और हेल्दी सेल्स पर नहीं।
- आयुर्वेदिक चिकित्सा और परम्परागत चिकित्सा(Ayurvedic medicine and traditional medicine):
कुछ लोग पारंपरिक चिकित्सा प्रोडक्ट्स का भी सहारा लेते हैं जैसे कि आयुर्वेद, होम्योपैथी और दूसरी पारंपरिक चिकित्सा प्रोडक्ट्स।
कैंसर से बचने के उपाय:
ये कुछ तरीके हैं जिससे कैंसर से बचने के उपाय हो सकते हैं :-
- नियमित चेकअप (Regular Checkups): शरीर में कहीं पर भी गांठ या कुछ अलग सा दिखे तो चिकित्सकीय जाँच और टेस्ट करवाएं।
- स्वस्थ आहार(Healthy Diet): नुट्रिशन्स से भरपूर आहार लें, और ज्यादा तेल, और शुगर से बचें।
- नियमित व्यायाम(Regular Exercise): योग और एक्सरसाइज रोज करें।
- तंबाकू और शराब का त्याग(Quit tobacco and alcohol): तंबाकू और शराब का सेवन कम करें या पूरी तरह से छोड़ें।
- स्वस्थ जीवनशैली(Healthy Lifestyle): हेल्दी और पॉजिटिव लाइफस्टाइल फॉलो करें, टेंशन को कम करें।
‘कैंसर’ एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसका सामना सही समय पर किया जा सके तो इसका इलाज मुमकिन है। इसलिए, अपने शरीर से जुड़ी हर परेशानी पर ध्यान दें साथ ही सही तरीके से इलाज और हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाएं।