Pregnancy me Kya Khana Chahiye? स्वस्थ आहार सुझाव
Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma
Written By Komal Daryani
on Jul 9, 2024
Last Edit Made By Komal Daryani
on Jul 9, 2024
गर्भावस्था एक ऐसा महत्वपूर्ण समय होता है जब महिलाओं को अपने आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही पोषण न केवल माँ के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए भी आवश्यक है।
आइए जानते हैं गर्भावस्था के दौरान क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए जिससे आप और आपका बच्चा स्वास्थ्य रहे।
गर्भावस्था/प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए? (Pregnancy Diet in Hindi)
1. फोलिक एसिड
फोलिक एसिड गर्भावस्था के शुरुआती हफ्तों में बच्चे के मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।
खाद्य स्रोत: पालक, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियाँ, संतरा, चुकंदर
2. आयरन
आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है, जो माँ और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक है। आयरन गर्भावस्था के दौरान रक्त की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है।
खाद्य स्रोत: मांस, मछली, अंडे, नट्स, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियाँ
3. कैल्शियम
कैल्शियम बच्चे की हड्डियों और दांतों के विकास के लिए आवश्यक है। साथ ही यह माँ के हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद करता है।
खाद्य स्रोत: दूध, दही, पनीर, टोफू, बादाम
4. प्रोटीन
प्रोटीन बच्चे की कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों के विकास के लिए आवश्यक है। गर्भवती महिलाओं को प्रति दिन अतिरिक्त प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
- खाद्य स्रोत: अंडे, चिकन, मछली, दूध, पनीर, दालें, नट्स
5. ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड बच्चे के मस्तिष्क और आंखों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
खाद्य स्रोत: मछली (विशेषकर सैल्मन), चिया सीड्स, अखरोट, फ्लैक्ससीड्स
6. फाइबर
फाइबर कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है, जो गर्भावस्था में एक आम समस्या होती है।
खाद्य स्रोत: फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, दलिया, बीन्स
7. विटामिन डी
विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है और माँ और बच्चे दोनों की हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
खाद्य स्रोत: धूप, दूध, फोर्टिफाइड अनाज, मछली का तेल
8. हाइड्रेशन
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना गर्भावस्था के दौरान बहुत महत्वपूर्ण है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
खाद्य स्रोत: पानी, ताजे फलों का रस, नारियल पानी, सूप
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प्रेगनेंसी/गर्भावस्था के दौरान क्या न खाएं ?
गर्भावस्था के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से बचना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
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कच्चे अंडे
कच्चे अंडे में साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया हो सकता है जो खाद्य जनित बीमारियों का कारण बन सकता है।
बचें: अधपके अंडे, होममेड मेयोनेज़, कच्चे अंडे वाली मिठाइयाँ
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कैफीन
अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन गर्भावस्था में समस्याएं पैदा कर सकता है। प्रति दिन 200 मिलीग्राम से अधिक कैफीन का सेवन न करें।
बचें: अधिक कॉफी, चाय, सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स
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अल्कोहल
अल्कोहल बच्चे के विकास को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है और जन्म दोषों का कारण बन सकता है।
बचें: शराब, बीयर, वाइन
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अनपाश्चरीकृत डेयरी उत्पाद
इनमें हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं जो खाद्य जनित बीमारियों का कारण बन सकते हैं।
बचें: अनपाश्चरीकृत दूध, पनीर
निष्कर्ष
गर्भावस्था के दौरान सही आहार का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। सही आहार न केवल माँ के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास को भी समर्थन देता है। अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपने आहार को संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर बनाए रखें। इससे आपको एक स्वस्थ और सुरक्षित गर्भावस्था का अनुभव होगा।
FAQ
1. गर्भावस्था में पानी का सेवन कितना होना चाहिए?
गर्भावस्था के दौरान दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीना चाहिए। पर्याप्त पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और यह अम्नीओटिक फ्लूइड के उत्पादन में मदद करता है।
2. क्या गर्भावस्था में वजन बढ़ना सामान्य है?
हाँ, गर्भावस्था में वजन बढ़ना सामान्य है। आपके डॉक्टर आपको आपके वजन बढ़ने के बारे में उचित दिशा-निर्देश देंगे ताकि आपका और आपके बच्चे का स्वास्थ्य सही बना रहे।
3. क्या गर्भावस्था में फास्ट फूड का सेवन करना ठीक है?
फास्ट फूड से बचना चाहिए क्योंकि इनमें उच्च मात्रा में वसा, नमक और शुगर होती है, जो गर्भावस्था के दौरान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। बजाय इसके, घर का बना पौष्टिक भोजन खाना बेहतर होता है।
4. क्या गर्भावस्था में शुगर या डायबिटीज़ के मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए?
हाँ, गर्भावस्था में शुगर या डायबिटीज़ के मरीजों को विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे मामलों में, डॉक्टर द्वारा निर्देशित आहार योजना का पालन करना और नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच करना आवश्यक है।