898 898 8787

Obesity Meaning in Hindi? कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

Lifestyle

Obesity Meaning in Hindi? कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

author

Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Mar 3, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 3, 2025

share
Obesity Meaning in Hindi? कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
share

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मोटापा एक गंभीर समस्या बन चुका है। गलत खान-पान, व्यस्त जीवनशैली और शारीरिक गतिविधि की कमी के कारण लोग तेजी से मोटापे का शिकार हो रहे हैं। मोटापा केवल दिखने की समस्या नहीं है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है, जैसे कि डायबिटीज, हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर।

अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इस लेख में हम जानेंगे कि मोटापा क्या है, इसके कारण, लक्षण और इससे बचने के प्रभावी उपाय क्या हैं।

मोटापा क्या है?

मोटापा शरीर में अत्यधिक वसा के जमाव को कहते हैं, जिससे व्यक्ति का वजन उसकी लंबाई के अनुपात में अधिक हो जाता है। आमतौर पर, इसे मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स (BMI) का उपयोग किया जाता है।

  • BMI 18.5 - 24.9 = सामान्य वजन
  • BMI 25 - 29.9 = अधिक वजन
  • BMI 30 और उससे अधिक = मोटापा

अगर BMI 30 से अधिक हो जाए, तो व्यक्ति को मोटापे की समस्या होती है, जो आगे चलकर कई स्वास्थ्य जोखिमों को जन्म दे सकती है।

मोटापा बढ़ने के मुख्य कारण

मोटापा केवल अधिक खाने या कम व्यायाम करने से नहीं होता, बल्कि इसके कई अन्य कारण भी होते हैं। आइए जानते हैं इसके प्रमुख कारण:

1. गलत खान-पान की आदतें

आजकल लोग घर के भोजन की बजाय जंक फूड, पैकेज्ड फूड और अधिक कैलोरी युक्त चीजें ज्यादा खाने लगे हैं। फास्ट फूड में मौजूद ट्रांस फैट, शुगर और अत्यधिक नमक शरीर में वसा बढ़ाने का काम करते हैं।

2. शारीरिक गतिविधि की कमी

ऑफिस में घंटों बैठकर काम करना, घर में टीवी और मोबाइल स्क्रीन के सामने ज्यादा समय बिताना – ये सभी आदतें मोटापे को बढ़ावा देती हैं। जब शरीर को जितनी कैलोरी मिलती है, उतनी बर्न नहीं होती, तो वह फैट के रूप में जमा होने लगती है।

3. हार्मोनल असंतुलन

कुछ लोगों में मोटापा हार्मोनल बदलावों के कारण भी हो सकता है। जैसे थायरॉयड, इंसुलिन रेजिस्टेंस और पीसीओडी जैसी समस्याएं शरीर में वसा के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है।

4. मानसिक तनाव और अनियमित दिनचर्या

जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारा शरीर कोर्टिसोल हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे भूख बढ़ती है और मीठी चीजें खाने की इच्छा होती है। इसके अलावा, रात को देर तक जागने और कम सोने से भी शरीर का मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ता है।

5. आनुवंशिक कारण

अगर परिवार में माता-पिता या दादा-दादी को मोटापे की समस्या रही हो, तो अगली पीढ़ी को भी यह समस्या हो सकती है। हालांकि, सही लाइफस्टाइल अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

6. कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स

डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हार्मोनल समस्याओं की कुछ दवाइयां वजन बढ़ाने का कारण बन सकती हैं।

मोटापे के लक्षण

मोटापे के शुरुआती लक्षणों को पहचानना जरूरी है ताकि इसे समय रहते कंट्रोल किया जा सके। कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:

  • शरीर के अलग-अलग हिस्सों में चर्बी का बढ़ना, खासकर पेट, कमर और जांघों में
  • थोड़ी सी मेहनत में भी जल्दी थकान और सांस फूलना
  • ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर का बढ़ना
  • पीठ और जोड़ों में दर्द
  • सोने में परेशानी या स्लीप एपनिया
  • आत्मविश्वास की कमी और डिप्रेशन की संभावना

अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए, तो आगे चलकर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में बदल सकते हैं।

मोटापे से होने वाले स्वास्थ्य जोखिम

मोटापा सिर्फ शारीरिक बनावट को प्रभावित नहीं करता, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है।

1. हृदय रोग और हाई ब्लड प्रेशर

अधिक वसा के कारण रक्त धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे दिल तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।

2. टाइप-2 डायबिटीज

मोटापे के कारण शरीर में इंसुलिन का सही इस्तेमाल नहीं हो पाता, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

3. फैटी लिवर और पाचन संबंधी समस्याएं

शरीर में अधिक फैट जमा होने से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है, जिससे लीवर ठीक से काम नहीं करता और पाचन तंत्र पर असर पड़ता है।

4. हार्मोनल असंतुलन और पीसीओडी

मोटापा महिलाओं में पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) का खतरा बढ़ा सकता है, जिससे मासिक धर्म अनियमित हो जाता है और गर्भधारण में दिक्कतें आती हैं।

5. डिप्रेशन और मानसिक समस्याएं

अधिक वजन होने से आत्मविश्वास की कमी हो सकती है, जिससे व्यक्ति डिप्रेशन, चिंता और मानसिक तनाव का शिकार हो सकता है।

मोटापे से बचाव और नियंत्रण के उपाय

मोटापे से बचने के लिए सही जीवनशैली अपनाना बहुत जरूरी है। यहां कुछ आसान और असरदार उपाय दिए गए हैं:

1. संतुलित आहार लें

  • अपनी डाइट में हरी सब्जियां, फल, प्रोटीन और फाइबर को शामिल करें।
  • अधिक तली-भुनी और मीठी चीजों से बचें।
  • खाने में कम कैलोरी और ज्यादा पोषक तत्व लें।

2. नियमित व्यायाम करें

  • रोजाना कम से कम 30-45 मिनट वॉक या योग करें।
  • दौड़ना, साइकिलिंग और स्विमिंग जैसी गतिविधियां वजन कम करने में मदद करती हैं।

3. पर्याप्त नींद लें

  • रोजाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लें, ताकि मेटाबोलिज्म सही तरीके से काम कर सके।

4. तनाव कम करें

  • ध्यान, योग और मेडिटेशन से तनाव को नियंत्रित करें।
  • अपने पसंदीदा शौक अपनाकर रिलैक्स करें।

5. पानी अधिक पिएं

  • दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलें और वजन नियंत्रित रहे।

6. डॉक्टर की सलाह लें

अगर वजन तेजी से बढ़ रहा है या कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और सही इलाज करवाएं।

निष्कर्ष

मोटापा केवल शारीरिक बनावट की समस्या नहीं है, बल्कि यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आदतों को अपनाकर इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर सही समय पर ध्यान दिया जाए, तो मोटापे से बचना और एक स्वस्थ जीवन जीना संभव है।

आपकी सेहत आपके हाथ में है, इसलिए आज से ही सही कदम उठाएं!

Leave a comment

Consult Now

Share MyHealth Blog