यूरिन में पस सेल्स: इनकी नार्मल रेंज क्या है और इनका स्तर क्या इंडिकेट करता है, और इसे डायग्नोसिस कैसे करे
Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma
Written By Srujana Mohanty
on May 25, 2022
Last Edit Made By Srujana Mohanty
on Mar 18, 2024
पस सेल्स का पता लगाने के लिए यूरिन एनालिसिस एक महत्पूर्ण प्रकिया है
प्रयोगशाला जांच के मामले में, यूरिन एनालिसिस चिकित्सकों द्वारा सलाह दी जाने वाली तीसरी प्रमुख जांच है। यह एनालिसिस आम तौर पर किसी व्यक्ति में होने वाली सामान्य और असामान्य शारीरिक प्रक्रियाओं के परिणामस्वरूप यूरिन के माध्यम से निकलने वाले विभिन्न बायप्रोडक्टस का पता लगाने और उनकी जांच करने के लिए किया जाता है। यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण के डायग्नोसिस के लिए चिकित्सक ज्यादातर इसकी सलाह देते हैं। इसके अलावा, यह इसलिए रिकमेंड किया जाता है क्योंकि यह आसानी से कम समय में किया जा सकता है।
यूरिन डीटेल्ड रिपोर्ट, जिसे चिकित्सकों द्वारा यूरिन डी/आर भी कहा जाता है, कई रोगों की जांच के लिए एक महत्वपूर्ण और प्रारंभिक लैबोरेट्री इन्वेस्टिगेशन है। यूरिन डी/आर भी संदिग्ध लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट लक्षण (एलयूटीएस) या उंडिगनोसेड फिबरायल बीमारियों वाले रोगियों के लिए एक प्रारंभिक और बेसिक एसेसमेंट है। यूरिन एनालिसिस में पस सैल्स की उपस्थिति को प्यूरिया कहते हैं। प्यूरिया को बैक्टीरियूरिया भी कहा जाता है। यह प्यूरिया या पस सेल्स की उपस्थिति एसिंप्टोमेटिक हो सकती है या यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण (यूटीआई) का संकेत दे सकती है। प्यूरिया को महत्वपूर्ण माना जाता है यदि पस सैल्स की संख्या हाय फील्ड माइक्रोस्कोप द्वारा यूरिन के एक सेंट्रीफ्यूज सैंपल में 4 से अधिक पाई जाती है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, प्यूरिया का लोअर यूरिनरी ट्रैक्ट मे मिलना, यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के रूप में देखा जाता है। एक और दिलचस्प शब्द स्टेराइल प्यूरिया है, जो यूरिन कल्चर के बाद उसमें पस सैल्स की उपस्थिति को इंडिकेट करता है। चिकित्सक अन्य प्रयोगशाला और डायग्नोस्टिक इंटरवेंशंस के संदर्भ में इस तरह के एनालिसिस की जांच करते है।
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यूरिन में पस सेल्स की नार्मल रेंज
यूरिन मे पस सैल्स की नार्मल रेंज 0-5 है। 8-10 पस सेल्स की उपस्थिति बैक्टीरियल इन्फेक्शन का संकेत देती है, जिसे ज्यादातर यूरिन ट्रैक्ट इनफेक्शन (यूटीआई) के रूप में डायग्नोस किया जाता है। चिकित्सक एक और सलाह देते हैं कि प्रभावी एंटीबायोटिक दवाओं का निर्णय लेने के लिए यूरिन का एक कल्चर टेस्ट जी करवा लेना चाहिए।
यूरिन में पस सेल्स और उसका वयस्कों में संकेत
वयस्कों में यूरिनरी ट्रैक्ट के संक्रमण के डायग्नोसिस में यूरिन पस सेल्स की उपस्थिति ≥ 5 प्रति एचपीएफ (हाई पावर फील्ड माइक्रोस्कोप) होना।
यूरिन में पस सेल्स और उसका बच्चों में संकेत
यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन (यूटीआई) माइक्रोब्स से होने वाला संक्रमण है, यह सबसे अधिक संभावित डायग्नोसिस है जो चिकित्सक यूरिन में पस सैल्स से प्राप्त करते हैं। बच्चों के मामले में, यदि बैक्टीरियल इंफेक्शन का पता चलता है, तो चिकित्सक तरल पदार्थों का अधिक सेवन करने का सुझाव देते हैं। ये बैक्टीरिया ऐसे जीव हैं जो माइक्रोस्कोप के बिना देखे जाने के लिए बहुत छोटे हैं, इसलिए उन्हें एक हाई फील्ड माइक्रोस्कोप द्वारा देखा जाता है। ज्यादातर मामलों में, यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन बैक्टीरिया के कारण होता है लेकिन फंगल और वायरल इंफेक्शन भी देखे गए हैं। ऐसे केसिस में चिकित्सक एंटीबायोटिक लेने और ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं जोकि 3•5 ली/डे होता है।
यूरिन में पस सेल्स और उसका गर्भवती महिलाओं में संकेत
गर्भवती महिलाओं में यूरिनरी ट्रैक्ट में फिजियोलॉजिकल और एनाटॉमिकल परिवर्तन होते हैं जिसके परिणामस्वरूप बैक्टीरिया का विकास होता है जो सिंप्टोमेटिक या एसिंप्टोमेटिक हो सकते हैं। यह ध्यान दिया जाता है कि गर्भावस्था के दौरान गर्भ में भ्रूण के कारण प्लाज्मा की मात्रा में शारीरिक वृद्धि यूरिन में कमी का कारण बन सकती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं में ग्लूकोसुरिया भी यूरिन में बैक्टीरिया के विकास के महत्वपूर्ण कारणों में से एक है। एसिंप्टोमेटिक बैक्टीरियूरिया, जिसे यूरिन और यूरिन कल्चर में 105 बैक्टीरिया/एमएल के रूप में भी जाना जाता है, लेकिन क्योंकि कोई लक्षण दिखाई नहीं देते इसलिए उसे एसिंप्टोमेटिक बोला जाता है। ऐसे में यूरिन में पस सैल्स की उपस्थिति यूटीआई को इंडिकेट करती है, और चिकित्सक क्लीनिकल कॉन्टैक्ट के बेसिस पर ट्रीटमेंट निर्धारित करते हैं।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि गर्भवती महिलाओं में एसिंप्टोमेटिक बैक्टीरियूरिया का व्यापक प्रचलन है। यह रेंज 1.6-86% के बीच होती है। यह अनुमान लगाया गया है कि लगभग 30-40% गलत तरीके से डायग्नोसिस और अनुपचारित गर्भवती महिलाओं में एसिंप्टोमेटिक बैक्टीरियूरिया होने की संभावना है। गर्भावस्था के अंतिम चरण में तीव्र पाइलोनेफ्राइटिस विकसित होने की संभावना है। पाइलोनेफ्राइटिस गर्भावस्था के दौरान मां और बढ़ते भ्रूण दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए, चिकित्सकों के अनुसार बैक्टीरियूरिया की शीघ्र जांच और उपचार के लिए नियमित यूरिन एनालिसिस करें। भले ही लक्षण बने न रहें, यह गर्भावस्था में किसी भी जटिलता को दूर करने में मदद करेगा।
यूरिन में अन्य रोग और पस सेल्स
यूटीआई के अलावा कुछ संक्रमणों के कारण पेशाब में पस सैल्स दिखाई देने लगते हैं। इसमें ट्यूबरक्लोसिस, ऑटोइम्यून रोग, गुर्दे की बीमारियां आदि शामिल हैं।
निष्कर्ष
यूरिन एनालिसिस यूरिन के नमूने में पस सेल्स की उपस्थिति या अनुपस्थिति की रिपोर्ट करता है। प्रारंभिक जांच के एक भाग के रूप में चिकित्सक द्वारा यूरिन एनालिसिस की रिकमेंडेशन की जाती है। उच्च श्रेणी में पस सैल्स का पता लगाना बैक्टीरिया, फंगस या वायरल संक्रमण का संकेत है। चिकित्सक रिपोर्ट के क्लीनिकल महत्व के अनुसार उपचार निर्धारित करते हैं।
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4 Comments
Abdul Haleem khan
Sep 18, 2024 at 1:13 PM.
Puss cell 20-30 hdf ha , kya kare ?
Myhealth Team
Sep 23, 2024 at 8:31 AM.
Pus cells (20-30 per high-power field) in urine may indicate a urinary tract infection (UTI) or inflammation. Consult a doctor for diagnosis and possible urine culture to identify infection. Stay hydrated and monitor for symptoms like burning during urination or fever. Follow your doctor's recommendations for treatment.
Om prakash
Aug 24, 2024 at 8:25 AM.
2-3 pus cells urine test me show kar raha. Kya karna chahiye
MyHealth Team
Aug 24, 2024 at 6:37 PM.
2-3 pus cells का मतलब हो सकता है कि कोई संक्रमण है। अधिक पानी पिएं और डॉक्टर से जांच और उचित इलाज के लिए संपर्क करें।
Deepika Jaiswal
Aug 10, 2024 at 1:40 PM.
Pus cell 5_10 ho to iska kya matlab h
MyHealth Team
Aug 17, 2024 at 12:04 PM.
Pus cells 5-10 in the urine generally indicate mild inflammation or an infection, such as a urinary tract infection (UTI). It’s best to consult your doctor to determine the exact cause and get appropriate treatment if needed.
Sneha Kumari
Dec 27, 2023 at 3:05 PM.
Micro exam......._NSD ka mtlb kya hota h
Myhealth Team
Dec 28, 2023 at 10:56 AM.
NSD in a micro exam likely means "No Significant Defects" or "No Specific Findings."