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मंकीपॉक्स: लक्षण और उपचार

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Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma

Written By Prekshi Garg
on Aug 31, 2022

Last Edit Made By Prekshi Garg
on Jan 7, 2025

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मंकीपॉक्स (Monkeypox ) भारत में एक दुर्लभ बीमारी (rare disease )है। बेनिन (Benin), मध्य अफ्रीकी गणराज्य (Central African Republic), कैमरून (Cameroon), कोटे डी आइवर (Côte d’Ivoire), गैबॉन (Gabon), कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (Democratic Republic of the Congo), लाइबेरिया (Liberia), कांगो गणराज्य (Republic of the Congo), नाइजीरिया (Nigeria), दक्षिण सूडान (South Sudan) और सिएरा लियोन (Sierra Leone) जैसी जगहों पर मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले सामने आए हैं।

इन स्थानों में से कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (Democratic Republic of the Congo),  के ग्रामीण क्षेत्रों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। बंदरों के एक समूह में पहली बार 1958 में एक प्रयोगशाला में मंकीपॉक्स (Monkeypox) रोग का उपचार किया गया था। मनुष्यों में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का मामला पहली बार 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (Democratic Republic of the Congo) में पाया गया था।

इस लेख में आइए बात करते हैं कि मंकीपॉक्स क्या है (what is monkeypox), मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं (symptoms of monkeypox), मंकीपॉक्स का इलाज कैसे किया जाता है (how is monkeypox treated), मंकीपॉक्स के खिलाफ चेचक के टीके (smallpox vaccine) का उपयोग, चेचक के टीके के दुष्प्रभाव और वायरस के फैलाव को कैसे रोका जा सकता है।

मंकीपॉक्स क्या है? (What is Monkeypox?)

मंकीपॉक्स (Monkeypox) एक दुर्लभ, जूनोटिक बीमारी है (zoonotic disease) जो कि पॉक्सविरिडे (Poxviridae) परिवार के एक सदस्य, ऑर्थोपॉक्सवायरस (Orthopoxvirus) के संक्रमण के कारण होती है। जूनोटिक बीमारियां (zoonotic disease) वे हैं जो जानवरों से इंसानों, इंसानों से जानवरों और यहां तक कि इंसान से इंसानों में भी फैल सकती हैं।

यह रोग चेचक रोग (smallpox) के सामान ही होता है। मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन (tropical rainforest) के क्षेत्रों में इस रोग के मामले अधिक पाये जाते है। यह रोग कुछ मामलों में घातक हो सकता है और युवा आबादी में मौतें ज्यादा आम बात हैं।

जब वायरस का संक्रमण जानवर से मनुष्यों में स्थानांतरित (Transfer) होता है तो इसे प्राथमिक संचरण (primary transmission) के रूप में जाना जाता है और जब संक्रमण मानव से मानव में स्थानांतरित (Transfer) होता है तो इसे द्वितीयक संचरण (secondary transmission) के रूप में जाना जाता है।

प्राथमिक संचरण आमतौर पर तब होता है जब आप शारीरिक तरल पदार्थ रक्त (bodily fluids), म्यूकोसल घाव (mucosal wounds) या संक्रमित जानवरों के त्वचीय घावों के संपर्क में आते हैं। अपर्याप्त रूप से पका हुआ मांस और अन्य पशु उत्पादों का सेवन भी जानवरों से मनुष्यों में वायरस के संचरण का कारण बन सकता है। द्वितीयक संचरण आमतौर पर तब होता है जब आप श्वसन स्राव (respiratory secretion) और संक्रमित व्यक्तियों या वायरस से दूषित वस्तुओं के त्वचा के घावों के संपर्क में आते हैं।

मंकीपॉक्स के लक्षण क्या हैं? (What Are the Symptoms of Monkeypox?)

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (Centers for Disease Control and Prevention i.e., CDC) के अनुसार, मंकीपॉक्स (monkeypox) और चेचक (smallpox) के लक्षण काफी हद तक समान हैं हालांकि पहले लक्षणों की गंभीरता, बाद की तुलना में कम होती है।

मंकीपॉक्स (monkeypox) और चेचक के लक्षणों के बीच एकमात्र अंतर यह है कि मंकीपॉक्स में लिम्फ नोड्स (lymph nodes) सूज जाते हैं जिससे लिम्फैडेनोपैथी (lymphadenopathy) हो जाती है। स्वस्थ व्यक्तियों में मंकीपॉक्स के लक्षण (monkeypox symptoms) दिखने में लगभग 5 से 21 दिन का समय लग सकता है। बीमारी लगभग 2-4 सप्ताह तक रह सकती है। मंकीपॉक्स (monkeypox) के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं:-

  • सिरदर्द
  • बुखार
  • पीठ दर्द
  • मांसपेशियों के दर्द
  • ठंड लगना
  • सूजी हुई लसीका ग्रंथियां (lymph nodes)
  • थकावट

बुखार होने के 1-3 दिनों के बाद विकसित होने वाले चकत्ते (Rashes)। ये चकत्ते (Rashes) अक्सर आपके चेहरे पर उभर आते हैं और फिर धीरे-धीरे आपके शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाते हैं।

घाव भी विकसित होते हैं जो ठीक होने से पहले पांच चरणों से गुजरते हैं। इन चरणों में मैक्यूल्स (macules), पैपुल्स (papules), वेसिकल्स (vesicles), पस्ट्यूल (pustules) और स्कैब्स (scabs) शामिल हैं।

मंकीपॉक्स के लिए क्या उपचार उपलब्ध है? (What treatment is available for monkeypox?)

वर्तमान समय में मंकीपॉक्स (monkeypox) का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। अच्छी बात यह है कि मंकीपॉक्स अपने आप में एक खुद को सीमित (self-limiting disease) करने वाली बीमारी है, यानी यह बिना किसी इलाज या दवा के समय के साथ ठीक हो जाती है।

हालांकि, आबादी वाले क्षेत्र बीमारी के फैलाव को नियंत्रित करने के लिए कुछ टीकों (vaccines) का उपयोग किया जाता है। चूंकि, मंकीपॉक्स (monkeypox) और चेचक (smallpox) एक दूसरे के समान हैं, इसलिए वर्तमान में चेचक के टीके वैक्सीनिया वैक्सीन (Vaccinia vaccine) का उपयोग मंकीपॉक्स के संचरण (transmission) को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।

शोध के अनुसार, जिन लोगों को पहले से ही चेचक का टीका लगाया जा चुका है, उनमें मंकीपॉक्स होने का खतरा अपेक्षाकृत कम होता है। रोग को नियंत्रित करने में मदद करने वाले अन्य तरीकों में वैक्सीनिया इम्यून ग्लोब्युलिन (vaccinia immune globulin.. i.e., VIG), और एंटीवायरल दवाएं (आमतौर पर जानवरों के मामले में उपयोग की जाती हैं और मनुष्यों के लिए नहीं) शामिल हैं। हाल ही में 2019 में एक वैक्सीन को मंजूरी दी गई है जो चेचक और मंकीपॉक्स दोनों से बचाव के लिए जानी जाती है। हालाँकि टीका (vaccine) अभी भी जनता के लिए उपलब्ध नहीं है।

टीका (Vaccination)

चेचक का टीका (smallpox vaccine) जो मंकीपॉक्स से भी सुरक्षा प्रदान करता है यह चेचक के प्रेरक एजेंट यानी पॉक्सवायरस (poxvirus) का उपयोग करके बनाया जाता है। ये तीनों वायरस (Monkeypox, Smallpox, Cowpox) एक ही परिवार के हैं जो पॉक्सवायरस (poxvirus) और इस प्रकार के वायरस एक-दूसरे से बहुत मिलते-जुलते हैं जिसके कारण एक ही टीका इन वायरस से सुरक्षा प्रदान कर सकता है।

काऊ पॉक्स (Cowpox) एक गाय का रोग है और मनुष्यों को संक्रमित नहीं करता है इसलिए मनुष्यों में इस वायरस का उपयोग करना सुरक्षित है। चेचक विकसित होने वाला पहला टीका है और 1796 में चेचक के खिलाफ चेचक के वायरस का उपयोग करने के लिए एडवर्ड जेनर (Edward Jenner's) का सुझाव था।

वैक्सीन के पीछे का आइडिया (The Idea Behind the Vaccine)

चेचक के टीके (smallpox vaccine) का आविष्कार एडवर्ड जेनर (Edward Jenner's) ने एक साधारण अवलोकन (general observation) द्वारा किया था। उन्होंने देखा कि उनके क्षेत्र की महिलाएं जो गायों का दूध निकालती थीं, उन्हें चेचक का संक्रमण नहीं हुआ जबकि यह वायरस अंग्रेजी ग्रामीण इलाकों में पूरी तरह फैल गया। 

इससे उन्हें लगा कि गाय में कुछ संक्रमण हो सकता है जो दूध निकालने के दौरान गायों के थन पर फफोले (blisters) के माध्यम से महिलाओं में स्थानांतरित हो सकता है। इस प्रकार इस अवलोकनन (observation) के साथ, उन्होंने गायों के फफोले (blisters) से प्राप्त द्रव को अपने क्षेत्र के लोगों में इंजेक्ट किया। इस प्रकार पहला टीका 1796 में विकसित किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 1980 में चेचक को एक उन्मूलन रोग (eradicable disease) घोषित किया था।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) (World Health Organization i.e., WHO) के अनुसार, मंकीपॉक्स के संचरण को नियंत्रित करने के लिए चेचक के टीके की प्रभावशीलता लगभग 85% है

मंकीपॉक्स के उपचार के दौरान क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं? (What Are the Possible Side-Effects During the Treatment of Monkeypox?)

चेचक के टीके (smallpox vaccine) के उपयोग से लोगों को मंकीपॉक्स (monkeypox) के संक्रमण से बचाया जाता है। कुछ साइड इफेक्ट होते हैं जो तब हो सकते हैं जब आपको टीका दिया जाता है, हालांकि इन दुष्प्रभावों की घटना बहुत कम होती है। जो दुष्प्रभाव हो सकते हैं उनमें शामिल हैं:-

  • दिल या दिल के आसपास के ऊतकों (tissues) में सूजन
  • छाती में दर्द
  • अनियमित या तेज़ दिल की धड़कन
  • सांस लेने में समस्या
  • रीढ़ की हड्डी या मस्तिष्क में सूजन
  • टीकाकरण होने पर टिके लगे स्थान पर बैक्टीरिया का संक्रमण
  • शरीर के अन्य भागों या अन्य लोगों में भी वायरस के फैलने की संभावना
  • एनाफिलेक्सिस (anaphylaxis) यानी गंभीर एलर्जी प्रतिक्रिया

ये दुष्प्रभाव आमतौर पर लोगों में प्रकट नहीं होते हैं। हालांकि, लोगों का एक निश्चित समूह है जो इन दुष्प्रभावों के विकास के लिए अधिक प्रवण (prone to developing) हैं। साइड इफेक्ट के विकास के उच्च जोखिम वाले लोगों में शामिल हैं:-

  • त्वचा रोग जैसे एट्रोपिक डार्माटाइटिस (atopic dermatitis i.e., eczema)
  • दिल की समस्याएं जैसे स्ट्रोक (stroke), कंजेस्टिव दिल की विफलता (congestive heart failure) और दिल का दौरा (heart attack)
  • दिल की समस्याओं का पारिवारिक इतिहास है
  • यदि आप नियमित या भारी धूम्रपान करने वाले हैं
  • उच्च रक्तचाप (high blood pressure)
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol)
  • उच्च रक्त शर्करा का स्तर, यानी मधुमेह (High blood sugar level, i.e., diabetes)
  • अगर आपकी उम्र 1 साल से कम है
  • गर्भावस्था (pregnancy) या स्तनपान का चरण (breastfeeding stage)
  • पॉलीमीक्सिन (polymyxin) या नियोमाइसिन (neomycin) जैसी कुछ दवाओं से एलर्जी की प्रतिक्रिया (reaction)

हम मंकीपॉक्स को फैलने से कैसे रोक सकते हैं? (How Can We Stop Monkeypox from Spreading?)

निवारण हमेशा इलाज से बेहतर है। इसलिए बेहतर होगा कि आप संक्रमित होने के बाद इलाज के विकल्प की तलाश करने के बजाय संक्रमण को रोकने के उपाय करें। इसके अलावा चूंकि मंकीपॉक्स (monkeypox) इलाज योग्य नहीं है, इसलिए बेहतर होगा कि आप संक्रमण को रोकने के उपाय करें। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनका पालन करके आप इन बीमारियों के संचरण (transmission) को रोक सकते हैं।

  • अपने हाथ साफ़ रखें। उन्हें नियमित अंतराल पर साबुन और पानी से धोएं
  • जहां हाथ धोने के लिए पानी नहीं है वहां सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
  • आवारा, जंगली, अस्वस्थ या मृत जानवरों के पास जाने से बचें क्योंकि यह संक्रमण जानवरों से मनुष्यों में प्रेषित किया जा सकता है
  • जंगली जानवरों के मांस (bush meat) का यानी जंगली जानवरों से बना भोजन का सेवन न करें
  • अपने बिस्तर या तौलिये को उन लोगों के साथ साझा न करें जिन्हें मंकीपॉक्स से संक्रमित (monkeypox infection) होने का संदेह है
  • मंकीपॉक्स (monkeypox) से संक्रमित लोगों के निकट संपर्क से बचें

निष्कर्ष (Conclusion)

मंकीपॉक्स (monkeypox) एक दुर्लभ बीमारी (rare disease) है हालांकि ऐसे संक्रमणों से सावधान रहना चाहिए क्योंकि वे आसानी से लोगो में फैल सकते हैं। अब जब आप बीमारी के लक्षणों को जान गए हैं तो सुनिश्चित करें कि यदि आप अपने आप में इन लक्षणों का अनुभव करते हैं तो आप डॉक्टर से परामर्श लें। 

जैसा कि पहले चर्चा की गई है रोकथाम इलाज से बेहतर है इसलिए सुनिश्चित करें कि आप एक स्वच्छ जीवनशैली का पालन करें और अस्वस्थ दिखने वाले जानवरों से दूर रहें। जहां तक इलाज का सवाल है मंकीपॉक्स (monkeypox) एक स्व-उपचार योग्य बीमारी (self-treatable disease) है। इसके अलावा चेचक का टीका (smallpox vaccine) रोग के संचरण का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसलिए इस तरह के वायरल संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए अपने आस-पास सावधान रहें।

सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्न (Mostly Asked Questions)

#1. क्या मंकीपॉक्स ठीक हो सकता है? (Can monkeypox be cured?)

मंकीपॉक्स एक स्व-उपचार योग्य रोग (self-treatable disease) है, अर्थात यह बिना किसी दवाई की आवश्यकता के कुछ समय में अपने आप ठीक हो जाता है।

#2. अगर आपको मंकीपॉक्स हो जाए तो क्या होगा? (What if you get monkeypox?)

यदि आप मंकीपॉक्स (monkeypox) से संक्रमित है, तो आपको निम्न लक्षणों का अनुभव हो सकता है:-

  • सिरदर्द
  • बुखार
  • पीठ दर्द
  • मांसपेशियों के दर्द
  • ठंड लगना
  • सूजी हुई लसीका ग्रंथियां (swollen lymph nodes)
  • थकावट
  • चकत्ते (rashes)
  • घाव
#3. एक व्यक्ति को मंकीपॉक्स कैसे होता है? (How does a person get monkeypox?)

यदि आप किसी ऐसे जानवर के निकट संपर्क में आते हैं जो अस्वस्थ है या किसी अन्य व्यक्ति जिसे मंकीपॉक्स का निदान किया गया है, तो आपको मंकीपॉक्स हो सकता है।

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