पोस्ट-प्रैंडियल ब्लड शुगर (पीपीबीएस): यह क्या है, सामान्य सीमा और कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां

Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Srujana Mohanty
on Jun 9, 2022
Last Edit Made By Srujana Mohanty
on Jan 8, 2025

पोस्ट-प्रांडियल ब्लड शुगर लेवल भोजन के बाद किसी व्यक्ति के शुगर लेवल को दर्शाता है। यह आपके संपूर्ण ग्लाइसेमिक नियंत्रण (overall glycemic control) को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसको आम तौर पर भोजन करने के 2 घंटे बाद कॅल्क्युलेट किया जाता है जब आपके ब्लड में मौजूद ब्लड शुगर का स्तर अपने चरम (peak)पर होता है। इस आर्टिकल में, हम आपके शरीर में पोस्ट-प्रैन्डियल ब्लड शुगर, इसके महत्व और इसकी सामान्य सीमा का परिचय देंगे।
Let's talk about a few symptoms. Are you feeling thirsty a lot? Do you have a frequent urge to urinate? Have you gained or lost weight suddenly? If you answered yes, chances are that your blood glucose levels might be abnormal. Schedule a post-prandial blood sugar and fasting blood sugar testing to confirm the suspicions. Don't take the clinical signs for granted.
पोस्ट प्रांडियल ब्लड शुगर (पीपीबीएस) क्या है? (What is Post Prandial Blood Sugar (PPBS)?)
पोस्ट-प्रैन्डियल ब्लड शुगर (पीपीबीएस)टेस्ट एक ग्लूकोज टेस्ट है जो भोजन करने के लगभग 2 घंटे बाद आपके ब्लड में मौजूद शुगर के स्तर को निर्धारित करता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन (एडीए-ADA) के अनुसार, फास्टिंग और पोस्ट-प्रैन्डियल ब्लड शुगर के स्तर की प्रतिदिन जांच की जानी चाहिए, खासकर उन मामलों में जहां एचबीए1सी टेस्ट (Hb1Ac test) रिपोर्ट में ब्लड शुगर के स्तर में वृद्धि या कमी दिखाई गई है। आम तौर पर, डायबिटीज नहीं होने वाले लोगों के लिए पोस्टप्रैन्डियल ब्लड शुगर का स्तर 140 मिलीग्राम / डीएल से कम है और डायबिटीज वाले लोगों के लिए 180 मिलीग्राम / डीएल से कम है।
पीपीबीएस का महत्व क्या है? (What is the importance of PPBS?)
पीपीबीएसटेस्ट डायबिटीज मैनेजमेंट में एक महत्वपूर्ण पैरामीटर है। आमतौर पर खाना शुरू करने के 10 मिनट बाद ब्लड शुगर लेवल बढ़ना शुरू हो जाता है और यह आपके खाने के लगभग 2 घंटे बाद अपने चरम (peak) पर होता है। पीपीबीएस ब्लड टेस्ट डॉक्टरों को यह एनालाइज करने में मदद करता है कि आपका शरीर आपके द्वारा सेवन की जाने वाली चीनी और स्टार्च के प्रति कैसे रेस्पॉन्ड करता है। पीपीबीएस का स्तर यह मूल्यांकन करने में मदद करता है कि आप अपने डायबिटीज को कितनी अच्छी तरह मैनेज करने में सक्षम हैं। इससे यह भी पता चलता है कि भविष्य में शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए क्या उपाय करने चाहिए। पीपीबीएस दीर्घकालिक लक्ष्यों (long-term goals)को प्राप्त करने में मदद करता है। यह विभिन्न हृदय रोगों के लिए एक इंडिपेंडेंट रिस्क फैक्टर के रूप में भी कार्य करता है।
पीपीबीएस की सामान्य सीमा क्या है? (What is the normal range of PPBS?)
पीपीबीएस की सामान्य सीमा प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग होती है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप डायबिटीज के रोगी हैं या नहीं। औसत सामान्य रक्त शुगर के स्तर को नीचे दिए गए चार्ट में संक्षेपित किया गया है:
क्र.सं. | ग्रुप | पोस्ट-प्रैन्डियल ब्लड शुगरलेवल (mg/dL)
खाने के ठीक बाद | खाने के 2 घंटे बाद |
1. | नार्मल | 170 – 200 | < 140 |
2. | शीघ्र डायबिटीज | 190 – 230 | 140 – 200 |
3. | डायबिटीज | 230 – 300 | > 200 |
पीपीबीएस का सामान्य स्तर भी आपकी उम्र पर निर्भर करता है। डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति की आयु के अनुसार ब्लड शुगर का स्तर नीचे संक्षेप में दिया गया है:
क्र.सं. | आयु(age) | सामान्य पीपीबीएस स्तर (मिलीग्राम/डीएल) |
1. | < 6 साल | ~ 180 |
2. | 6-12 साल | Up to 140 |
3. | 13-19साल | Up to 140 |
4. | > 20 साल | < 180 |
निष्कर्ष (take away)
पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर के स्तर की निगरानी(monitor) के लिए अत्यंत आवश्यक है। अब जब आप पीपीबीएस के महत्व और व्यक्तियों में पीपीबीएस के सामान्य स्तर को उनकी उम्र और डायबिटीज की स्थिति के अनुसार जानते हैं, तो आप डायबिटीज, हृदय रोग और अन्य सिस्टमिक कंडीशंस के अपने जोखिम(risk) का बेहतर एनालिसिस कर सकते हैं जो शुगर के स्तर के असंतुलन (imbalance)के कारण हो सकते हैं। आप टेस्ट रिपोर्ट के आधार पर अपने डायबिटीज को एफ्फिसेंटली(efficiently)मैनेज भी कर सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू) (Frequently Asked Questions (FAQs)
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1.मैं अपने पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर लेवल की जांच कैसे करवा सकता हूं?
आप रेडक्लिफ लैब्स में अपने पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर टेस्ट को आसानी से बुक कर सकते हैं। अपने टेस्ट की बुकिंग के लिए, आपको बस हमारे सेंटर पर कॉल करना होगा या आप इसे हमारी ऑफिशियल वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं। हम एक निःशुल्क सैंपल कलेक्शन सर्विसेज प्रदान करते हैं, जिसमें हमारा एक फ़्लेबोटोमिस्ट आपके सैंपल कलेक्शन के लिए आप तक पहुंचेगा।
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2.क्या पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर का स्तर फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर से कम हो सकता है?
हां, पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर का स्तर फास्टिंग ब्लड शुगर के स्तर से कम हो सकता है।
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3.मुझे पीपीबीएस टेस्ट कब करवाना चाहिए?
अगर आपको डायबिटीज है तो आपको पीपीबीएस टेस्ट करवाना चाहिए। अन्य कारण जिनके लिए आपका डॉक्टर पीपीबीएसटेस्ट को रिकमेंड कर सकता है, वे हैं बार-बार पेशाब आना, धुंधली दृष्टि, असामान्य प्यास, थकान, तलवे जो धीरे-धीरे ठीक होते हैं, और बार-बार संक्रमण।(frequent urination, blurred vision, unusual thirst, tiredness, soles that heal slowly, and repeated infections)
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4.पोस्टप्रांडियल ब्लड शुगर टेस्ट कैसे किया जाता है?
पोस्टप्रैन्डियल शुगर टेस्ट एक साधारण ब्लड टेस्ट है जिसमें आपके हाथ की नस से ब्लड का सैंपल एकत्र किया जाता है। दोपहर का भोजन करने के लगभग 2 घंटे बाद ब्लड का सैंपल लिया जाता है। एकत्र किए गए सैंपल को आपके शरीर में ग्लूकोज के स्तर का एनालाइज करने के लिए लेबोरेटरी में भेजा जाता है।