Urine Infection Symptoms in Hindi: यूरिन इन्फेक्शन के लक्षण
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Komal Daryani
on Feb 3, 2024
Last Edit Made By Komal Daryani
on Mar 18, 2024
हाल के वर्षों में यूरिन इन्फेक्शन और UTI बहुत आम हो गया है, जिसके हर साल हजारों मामले सामने आते हैं। यूटीआई किसी भी जेंडर और उम्र के लोगों को हो सकता है। लेकिन महिलाओं में उनके छोटे यूरेथ्रा (मूत्रमार्ग) के कारण यूटीआई होने का खतरा ज्यादा होता है। इससे बैक्टीरिया तेजी से ब्लैडर (मूत्राशय) तक पहुंच सकता है और इन्फेक्शन पैदा कर सकता है। लगभग 40-60% महिलाएं अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार यूटीआई का अनुभव करती हैं। ऐसे कई कारण हैं जो यूरिन इन्फेक्शन के लिए जिम्मेदार हैं जैसे कमजोर इम्यून सिस्टम, सेक्सुअल एक्टिविटी, कैथेटर का इस्तेमाल, आदि। सही डायग्नोसिस और जल्दी उपचार करने से राहत मिलेगी और आगे होने वाली बीमारी, सर्जरी या अन्य कॉम्प्लिकेशन से बचा जा सकेगा।
UTI क्या है
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूटीआई) यूरिनरी सिस्टम के किसी भी हिस्से में होने वाला इंफेक्शन है। यूरिनरी सिस्टम में यूरेथ्रा, किडनी/ गुर्दे, ब्लैडर/ मूत्राशय और यूरेटर/ मूत्रवाहिनी शामिल हैं। सबसे ज्यादा इंफेक्शन से ब्लैडर और यूरेथ्रा से संबंधित होते हैं।
UTI के प्रकार
तीन प्रकार के UTI होते हैं।
यूरेथ्राइटिस: यूरेथ्रा का एक इंफेक्शन है। यूरेथ्रा एक खोखली नली है जो यूरिन को ब्लैडर से शरीर के बाहर तक ले जाती है। ये आमतौर पर सेक्सुअली ट्रांसमिट होता है।
सिस्टाइटिस: जब बैक्टीरियल इंफेक्शन यूरेथ्रा से ब्लैडर की तरफ ऊपर चला जाता है तो ब्लैडर में इंफेक्शन होता है जिसे सिस्टाइटिस कहा जाता है। यह यूटीआई का बहुत सामान्य प्रकार है। इसके कारण मासिक धर्म, लंबे समय तक बैठे रहना, तनाव और सेक्सुअल एक्टिविटी हैं।
पायलोनेफ्राइटिस: यह किडनी का इंफेक्शन है और अन्य यूटीआई की तुलना में ज्यादा गंभीर है। यह तब होता है जब इन्फेक्शन यूरिनरी ट्रैक्ट में किडनी तक पूरा फैल जाता है या ट्रैक्ट में किसी रुकावट के कारण होता है। यूरिनरी ट्रैक्ट में रुकावट के कारण यूरिन वापस यूरेटर और किडनी में फ्लो होने लगती है।
UTI के लक्षण
यूरिन इन्फेक्शन के एकदम से लक्षण नहीं दिखाई देते। लेकिन आपको इनमें से कुछ का अनुभव हो सकता है।
● बार – बार यूरिन आना।
● कम मात्रा में यूरिन होना या ब्लैडर एक बार में खाली नहीं होना।
ब्लैडर इन्फेक्शन के लक्षणों में शामिल हैं:
● अलग रंग या खूनी यूरिन।
● यूरिन में गंदी या तेज़ गंध का आना।
● कुछ लोगों को यूरिनरी इन्फेक्शन से बुखार हो जाता है।
● यूरिन करते समय दर्द या जलन होना।
● पेट के निचले हिस्से या पीठ में दबाव या ऐंठन।
● आपको बार-बार बाथरूम जाने की आवश्यकता होती है, यहां तक कि पेशाब करने के तुरंत बाद भी।
यदि इंफेक्शन आपके किडनी तक फैलता है, तो लक्षणों में ये शामिल हो सकते हैं:
● ठंड लगना और कंपकंपी या रात को पसीना आना।
● थकान और सामान्य बीमार महसूस होना।
● 101°F (38.3°C) से ऊपर बुखार।
● बाजू, पीठ या कमर में दर्द।
● गर्म या लाल त्वचा।
● बूढ़े लोगों में मानसिक परिवर्तन या भ्रम।
● उल्टी होना।
● कभी- कभी गंभीर पेट दर्द होना।
यूरिन इन्फेक्शन के कारण
बहुत बार यूटीआई तब होता है जब बैक्टीरिया यूरिनरी ट्रैक्ट से यूरेथ्रा में प्रवेश करते हैं और ब्लैडर में फैलने लगते हैं।
- ब्लैडर इंफेक्शन– यह Escherichia coli (E. Coli) (ई. कोली) बैक्टीरिया के कारण होता है। इस प्रकार बैक्टीरिया आमतौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (GI) ट्रैक्ट में पाया जाता है।
- यूरेथ्रा का इंफेक्शन – जब GI बैक्टीरिया गुदा से यूरेथ्रा तक फैल जाता है। यूरेथ्रा का इन्फेक्शन हर्पीस, गोनोरिया, क्लैमाइडिया और माइकोप्लाज्मा जैसे यौन संचारित इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है। महिलाओं का यूरेथ्रा योनि के करीब होता है इसीलिए महिलाओं में UTI की संभावना ज्यादा होती है।
- कमजोर इम्यून सिस्टम – जिन लोगों की रोग प्रतिकारक शक्ति कम होती है उन्हें भी UTI हो सकता है। खास कर के डायबिटीज के मरीजों को कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है और यूटीआई उनमें से एक है।
- कैथेटर का उपयोग – जिन लोगों को सर्जरी, बीमारी के कारण बिस्तर पर पड़े रहने या अन्य कारणों से अपने आप बाथरूम इस्तेमाल करने में कठिनाई होती है, वे कैथेटर नामक ट्यूब का उपयोग करते हैं। इस्तेमाल किया हुआ या स्टेरलाइज नहीं गए कैथेटरों से यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है।
- बर्थ कंट्रोल – बर्थ कंट्रोल के लिए डायाफ्राम का उपयोग करने से यूटीआई का खतरा बढ़ सकता है। शुक्राणुनाशक (Spermicidal) एजेंट भी रिस्क बढ़ा सकते हैं।
- महिलाओं की शारीरिक रचना – चूंकि महिलाओं का यूरेथ्रा पुरुषों की तुलना में छोटा होता है, बैक्टीरिया के लिए ब्लैडर तक पहुंचने की दूरी कम होती है, इसलिए वे तेजी से फैलते हैं और इन्फेक्शन ज्यादा जल्दी होता है।
- सेक्सुअल एक्टिविटी– असुरक्षित यौन संबंध बनाना, सेक्सुअली एक्टिव रहना या नए यौन साथी के होने से अधिक यूटीआई होता है।
- मेनोपॉज – मेनोपॉज के दौरान एस्ट्रोजन कम हो जाता है जिससे यूरिनरी ट्रैक्ट में कुछ बदलाव होते है। इस बदलाव से यूटीआई का खतरा बढ़ सकता है।
- अस्वच्छ या गलत आदतें।
- ब्लैडर को पूरी तरह से खाली करने में समस्या होना।
- बढ़ा हुआ प्रोस्टेट, संकुचित यूरेथ्रा, या कुछ भी जो यूरिन के फ्लो में रुकावट करता है।
- किडनी स्टोन्स।
- लंबे समय तक बैठे रहना।
- गर्भावस्था।
- यूरिनरी ट्रैक्ट से जुड़ी सर्जरी या अन्य प्रक्रिया।
- लंबे समय तक पेशाब रोकना।
- अपर्याप्त पानी पीना और व्यायाम न करना।
अगर यूरिन इन्फेक्शन का समय पर इलाज न किया जाए तो क्या होगा?
- बार-बार इन्फेक्शन होना और उसका बढ़ते जाना।
- जन्म के समय बच्चे का वजन कम होना या समय से पहले डिलीवरी।
- किडनी डैमेज।
- प्रोस्टेट इन्फेक्शन।
- सेप्सिस।
यूटीआई की जांच के लिए कौन से टेस्ट होते हैं?
यदि आप में इनमें से कोई भी लक्षण है तो आपको निश्चित रूप से डॉक्टर से मिलना चाहिए। डॉक्टर आपसे कुछ टेस्ट करवाने के लिए कहेंगे। कई बार इन्फेक्शन ज्यादा न हो तो एंटीबायोटिक्स उपयोगी होते हैं।
● यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन पैनल
यूरिन इन्फेक्शन या UTI से बचाव और उपाय
खूब सारा पानी पियें। यह यूरिन के साथ बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है।
क्रैनबेरी जूस पिएं।
अपने निजी अंगों को हर रोज साफ करें, खासकर वॉशरूम का उपयोग करने के बाद।
सेक्स करने के बाद खुद को साफ करें और अपने ब्लैडर को खाली कर लें। पहले पानी पीना फायदेमंद रहेगा।
फेमिनाइन प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से बचें। केवल पानी से साफ करना बेहतर है क्योंकि स्त्री योनि सेल्फ क्लीनिंग अंग है।
गुप्तांगों पर डिओड्रेंट और पाउडर लगाने से बचें।
शुक्राणुनाशक (Spermicide) से उपचारित कंडोम का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। बर्थ कंट्रोल के लिए डॉक्टर से पूछें।
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2 Comments
Mahendra Giri Goswami
Sep 13, 2024 at 3:01 PM.
Meri mummy age 60. Ko wbc count 20900 aaya hai.. Docter ne urine infection bataya hai... Unko tez bukhaar aa raha tha jo thik nahi ho raha tha.
MyHealth Team
Sep 13, 2024 at 3:54 PM.
A WBC count of 20,900 suggests a urine infection, which is likely causing your mother's persistent high fever. Follow the doctor's prescribed treatment, including antibiotics, and monitor her condition closely. Seek further medical attention if the fever continues.
Satyajit kumar
May 12, 2024 at 3:39 PM.
Bukh nhi lagata
Myhealth Team
May 13, 2024 at 10:42 AM.
Agar aapko bhuk nahi lag rahi hai, toh yeh digestion-related samasya ho sakti hai. Aap chhote-chhote bhojanon ko baar-baar khayein aur adhik sai adhik paani piyein. Agar samasya bani rahe, toh doctor se pramarsh kare.