Testosterone Meaning in Hindi - जानें लक्षण, लेवल और प्रभाव
Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta
Written By Meenakshi
on Jan 15, 2025
Last Edit Made By Meenakshi
on Jan 15, 2025
टेस्टोस्टेरोन एक प्रकार का सेक्स हार्मोन है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाया जाता है, हालांकि महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बहुत ही कम या ना के बराबर होता है।
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का कार्य पुरुषों की दाढ़ी, बाल, सेक्स लाइफ, शारीरिक विकास और प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है।
इतना ही नहीं, टेस्टोस्टेरोन पुरुषों की हड्डियों और मसल्स के विकास के लिए भी जरूरी होता है। उम्र के साथ-साथ मसल्स कमजोर होने लगती हैं, और यह देखा गया है कि 35 साल के बाद टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है, जबकि 19 से 30 साल की उम्र के लोगों में यह बिल्कुल पीक पर होता है।
आइए इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं कि लो टेस्टोस्टेरोन के लक्षण क्या होते हैं, टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए, और कौन से फल हैं जो आपके टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं!
लो टेस्टोस्टेरोन के 8 लक्षण ( 8 Signs of Low Testosterone )
जब टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है, तो यह कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव लाता है। यहां लो टेस्टोस्टेरोन के 8 प्रमुख लक्षण बताए गए हैं:
थकान और ऊर्जा की कमी
कम टेस्टोस्टेरोन के कारण आप दिनभर थकान महसूस कर सकते हैं। भले ही पर्याप्त नींद ले रहे हों, फिर भी ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
मांसपेशियों की कमजोरी
टेस्टोस्टेरोन मांसपेशियों की वृद्धि और मजबूती के लिए आवश्यक है। इसका स्तर कम होने पर मांसपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं।
वजन बढ़ना
लो टेस्टोस्टेरोन के कारण शरीर में वसा की मात्रा बढ़ने लगती है, खासकर पेट के आसपास।
मूड में बदलाव
इस स्थिति में व्यक्ति चिड़चिड़ापन, तनाव, या डिप्रेशन का अनुभव कर सकता है। मानसिक स्थिति पर इसका गहरा प्रभाव पड़ता है।
बाल झड़ना
टेस्टोस्टेरोन बालों की ग्रोथ को प्रभावित करता है। इसका स्तर कम होने पर सिर, चेहरे, या शरीर के अन्य हिस्सों के बाल झड़ सकते हैं।
हड्डियों की कमजोरी
लो टेस्टोस्टेरोन हड्डियों की मजबूती को भी प्रभावित करता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।
नींद में समस्या
टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है। अनिद्रा या बार-बार नींद खुलना आम समस्या है।
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टेस्टोस्टेरोन लेवल कितना होना चाहिए ( what should be the testosterone level )
पुरुषों और महिलाओं दोनों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन मौजूद होता है, लेकिन इसकी मात्रा पुरुषों में अधिक होती है।
पुरुषों के लिए सामान्य टेस्टोस्टेरोन स्तर
- सामान्य रेंज: 300 से 1,000 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (ng/dL)
- औसत: 600 से 800 ng/dL
यदि स्तर 300 ng/dL से कम हो जाता है, तो इसे लो टेस्टोस्टेरोन (Hypogonadism) कहा जाता है।
महिलाओं के लिए सामान्य टेस्टोस्टेरोन स्तर
- सामान्य रेंज: 15 से 70 ng/dL
महिलाओं में लो टेस्टोस्टेरोन के लक्षण दुर्लभ हैं, लेकिन इसका असंतुलन स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
टेस्टोस्टेरोन का स्तर उम्र के साथ कैसे बदलता है?
- 20-30 वर्ष: टेस्टोस्टेरोन का स्तर उच्चतम होता है।
- 30-40 वर्ष: स्तर धीरे-धीरे कम होना शुरू होता है (सालाना लगभग 1% की कमी)।
- 50+ वर्ष: टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी गिर सकता है, जिससे लक्षण अधिक स्पष्ट हो सकते हैं।
कौन से फल हैं जो आपके टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ा सकते हैं ( Which are the fruits that can increase your testosterone level )
जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक होते हैं। यहां कुछ प्रमुख फल दिए गए हैं:
1. अनार (Pomegranate)
यह टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ाने और यौन स्वास्थ्य सुधारने में मदद करता है
2. केले (Bananas)
यह ऊर्जा और सहनशक्ति को भी बढ़ाता है।
3. तरबूज (Watermelon)
तरबूज में सिट्रूलिन नामक अमीनो एसिड होता है, जो रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में मदद करता है।
4. आम (Mango)
आम में विटामिन A और विटामिन E भरपूर मात्रा में होते हैं, जो हार्मोनल बैलेंस बनाए रखने और टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।
5. एवोकाडो (Avocado)
यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को स्थिर करता है।
6. अंजीर (Figs)
यह यौन स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
7. संतरा और अन्य सिट्रस फल (Orange and Citrus Fruits)
यह तनाव को कम करता है, जो टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में मदद करता है।
8. अंगूर (Grapes)
इसमें रेस्वेराट्रॉल होता है, जो टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने और शुक्राणु की गुणवत्ता सुधारने में सहायक है।
9. अनानास (Pineapple)
यह थकान और तनाव को कम करता है।
10. बेरीज (Berries - स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी)
यह टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ावा देती हैं।
FAQ
1- टेस्टोस्टेरोन क्या है?
टेस्टोस्टेरोन एक प्रमुख हार्मोन है, जो पुरुषों में यौन विकास, मांसपेशियों की वृद्धि, और ऊर्जा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। यह महिलाओं में भी होता है, लेकिन कम मात्रा में।
2- क्या महिलाओं को भी लो टेस्टोस्टेरोन हो सकता है?
हाँ, महिलाओं में भी लो टेस्टोस्टेरोन हो सकता है, जिससे यौन इच्छा में कमी, थकान, और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
3- क्या तनाव टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित करता है?
हाँ, अत्यधिक तनाव शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को बढ़ा देता है, जो टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को दबा सकता है।
4- क्या मोटापा टेस्टोस्टेरोन को कम करता है?
हाँ, शरीर में अधिक वसा टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजन (महिला हार्मोन) में बदल सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो जाता है।
5- क्या शराब पीने से टेस्टोस्टेरोन पर असर पड़ता है?
हाँ, अत्यधिक शराब का सेवन टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बाधित करता है और हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है।
6- क्या उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन स्वाभाविक रूप से कम होता है?
जी हाँ, आमतौर पर 30-35 साल की उम्र के बाद हर साल टेस्टोस्टेरोन का स्तर 1-2% कम हो सकता है।
7- क्या नींद की कमी टेस्टोस्टेरोन पर असर डालती है?
हाँ, अपर्याप्त नींद से टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है। रोजाना 7-8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद लेना बेहद जरूरी है।