Calcium ki Kami ke Lakshan: पहचानें इसकी निशानियां
Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta
Written By Kirti Saxena
on Sep 6, 2024
Last Edit Made By Kirti Saxena
on Sep 6, 2024
अगर आपको रोज़मर्रा के कामों में जल्दी थकान महसूस होती है, तो इसे हल्के में न लें। यह कैल्शियम की कमी के लक्षण हो सकते हैं, और इसे हाइपोकैल्सीमिया भी कहा जाता है। इसके लक्षण धीरे-धीरे प्रकट होते हैं, और समय पर इलाज न होने पर यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
आइए जानते हैं कैल्शियम की कमी के लक्षण, कौन से खाद्य पदार्थों से कैल्शियम की कमी पूरी हो सकती है, कैल्शियम की कमी से कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं, आदि सवालों के जवाब इस ब्लॉग के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे।
कैल्शियम की कमी के लक्षण ( Symptoms of Calcium Deficiency )
कैल्शियम हमारे शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण खनिज है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है, और साथ ही मांसपेशियों, तंत्रिका तंत्र, और हार्मोनल संतुलन के लिए भी आवश्यक है। जब शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है, तो इससे कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। आइए जानते हैं कैल्शियम की कमी के सामान्य लक्षण क्या होते हैं:
1. हड्डियों में दर्द और कमजोरी
कैल्शियम की कमी के कारण हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं, जिससे दर्द, ऐंठन, और हड्डियों में कमजोरी का अनुभव हो सकता है।
2. मांसपेशियों में ऐंठन
कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और खिंचाव महसूस हो सकता है, खासकर पैरों और हाथों में।
3. दांतों की समस्याएँ
कैल्शियम की कमी से दांत कमजोर हो सकते हैं और उनमें कैविटी की समस्या हो सकती है।
4. नाखूनों में कमजोरी
नाखून भी कैल्शियम की कमी से कमजोर हो सकते हैं और टूट-फूट का शिकार हो सकते हैं।
5. त्वचा की समस्याएँ
त्वचा की समस्याएँ जैसे खुजली, सूजन, और सूखापन भी कैल्शियम की कमी के संकेत हो सकते हैं।
6. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
कैल्शियम की कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है, जिससे ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है और मूड स्विंग्स हो सकते हैं।
7. पेशाब में कमी और कब्ज़
कैल्शियम की कमी के कारण कुछ लोग पेशाब में कमी और कब्ज़ की समस्या का अनुभव कर सकते हैं।
8. हृदय की समस्याएँ
कैल्शियम की कमी हृदय की धड़कन और रक्तचाप को प्रभावित कर सकती है, जिससे अनियमित हृदय धड़कन और उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
कैल्शियम की कमी पूरी करने वाले खाद्य पदार्थ ( Foods that help to overcome calcium deficiency )
कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए आपको अपने आहार में कुछ विशेष खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। यहाँ कुछ कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है:
1. दूध और दुग्ध उत्पाद
दूध: कैल्शियम का प्रमुख स्रोत, रोजाना दूध पीना कैल्शियम की कमी को पूरा कर सकता है।
दही: कैल्शियम से भरपूर और पाचन के लिए भी फायदेमंद।
पनीर: कैल्शियम की उच्च मात्रा प्राप्त करने के लिए अच्छा विकल्प।
2. हरी पत्तेदार सब्जियाँ
पालक: हरी पत्तेदार सब्जियों में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है।
सर्सों का साग: इसमें भी कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है।
मेथी: कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर।
3. अखरोट और बीन्स
बादाम: कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों का भी अच्छा स्रोत।
संज़ा (ड्राई बीन्स): इनमें भी कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है।
4. मछली और समुद्री खाद्य पदार्थ
साल्मन: इस मछली में कैल्शियम के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है।
सार्डिन: हड्डियों के साथ खाया जाने वाला इस मछली में भी कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है।
5. फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ
फोर्टिफाइड जूस: कुछ फलों के रस में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाई जाती है।
फोर्टिफाइड अनाज: कई अनाजों में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाई जाती है।
6. सोया उत्पाद
टोफू: कैल्शियम से भरपूर और एक अच्छा प्रोटीन स्रोत।
सोया दूध: कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन भी प्रदान करता है।
7. संतरे और फल
संतरा: इसमें कैल्शियम की थोड़ी मात्रा होती है, और यह विटामिन C का अच्छा स्रोत है।
अखरोट: कैल्शियम के साथ-साथ अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करता है।
कैल्शियम की कमी से कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं
कैल्शियम की कमी से कई स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख बीमारियाँ और समस्याएँ हैं जो कैल्शियम की कमी से हो सकती हैं:
- हड्डियों की समस्याएँ
- मांसपेशियों में समस्याएँ
- त्वचा और नाखूनों की समस्याएँ
- पाचन समस्याएँ
- तंत्रिका तंत्र की समस्याएँ
- मनोवैज्ञानिक समस्याएँ
FAQ
1. कैसे पता करें कि शरीर में कैल्शियम की कमी है?
कैल्शियम की कमी की पहचान शरीर में दर्द, हड्डियों की कमजोरी, मांसपेशियों में ऐंठन, दांतों और नाखूनों की समस्याओं, त्वचा में सूखापन, मूड स्विंग्स, और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई से की जा सकती है। सही पहचान के लिए सीरम कैल्शियम, विटामिन D, और पैराथायरोइड हार्मोन (PTH) की जांच की जाती है, और हड्डियों की घनत्व की जांच (डेक्सा स्कैन) भी की जा सकती है।
2. सबसे ज्यादा कैल्शियम कौन से खाने में होता है?
दूध और उसके उत्पाद (दही, पनीर) कैल्शियम के प्रमुख स्रोत हैं। हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक और सर्सों का साग, बादाम, ड्राई बीन्स, साल्मन और सार्डिन जैसी मछलियाँ, और फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ (जूस, अनाज) भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं। सोया उत्पाद, जैसे टोफू, भी कैल्शियम का अच्छा स्रोत हैं।
3. क्या कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना सुरक्षित है?
यदि आहार से पर्याप्त कैल्शियम प्राप्त नहीं हो पा रहा है, तो कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना एक विकल्प हो सकता है। हालांकि, सप्लीमेंट्स लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है ताकि सही मात्रा और प्रकार का चयन किया जा सके।
4. क्या कैल्शियम की कमी से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है?
हाँ, कैल्शियम की कमी से मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। इससे मूड स्विंग्स, अवसाद, और चिंता की समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। कैल्शियम तंत्रिका तंत्र के सामान्य कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए इसकी कमी से मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है।
5. क्या कैल्शियम की कमी का उपचार केवल आहार से किया जा सकता है?
कैल्शियम की कमी का उपचार अक्सर आहार सुधार और जीवनशैली परिवर्तन के माध्यम से किया जा सकता है। हालांकि, गंभीर मामलों में डॉक्टर कैल्शियम सप्लीमेंट्स या अन्य चिकित्सा उपचार की सलाह दे सकते हैं।