महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण और उपाय
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Komal Daryani
on Apr 1, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Apr 1, 2025

क्या आपके जोड़ों में अक्सर दर्द रहता है? क्या आपको जल्दी थकान या कमजोरी महसूस होती है? अगर हां, तो हो सकता है कि आपके शरीर में कैल्शियम की कमी हो।
यह समस्या किसी भी व्यक्ति—चाहे पुरुष हो या महिला—को हो सकती है, लेकिन आज हम विशेष रूप से महिलाओं में कैल्शियम की कमी के लक्षण, कारण और उपाय के बारे में इस ब्लॉग के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे।
महिलाओं में कैल्शियम की कमी के 10 लक्षण ( 10 Symptoms of Calcium Deficiency in Women )
कैल्शियम हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी खनिज है, खासकर महिलाओं के लिए। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपके शरीर में भी कैल्शियम की कमी हो रही है, तो इन लक्षणों पर ध्यान दें:
हड्डियों और जोड़ों में दर्द ( Pain in bones and joints )
कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे घुटनों, कमर और जोड़ों में दर्द बना रहता है।
मांसपेशियों में ऐंठन और झनझनाहट ( muscle cramps and tingling )
अगर आपकी मांसपेशियां बार-बार खिंचती हैं या झनझनाहट महसूस होती है, तो यह कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकता है।
दांतों की कमजोरी ( Weakness of teeth )
कैल्शियम की कमी से दांत जल्दी सड़ने लगते हैं, मसूड़े कमजोर हो जाते हैं और दांतों में दर्द बना रहता है।
बालों का झड़ना और नाखूनों का कमजोर होना ( Hair loss and weakening of nails )
कमजोर और पतले बाल कैल्शियम की कमी का संकेत हो सकते हैं। साथ ही, नाखून भी जल्दी टूट सकते हैं।
त्वचा की रूखापन और खुजली ( Dryness and itching of the skin )
शरीर में कैल्शियम कम होने पर त्वचा रूखी और बेजान हो सकती है, जिससे खुजली और जलन की समस्या हो सकती है।
थकान और कमजोरी ( Fatigue and weakness)
हर समय थकान और कमजोरी महसूस होना, ऊर्जा की कमी का संकेत हो सकता है, जो कैल्शियम की कमी के कारण हो सकता है।
हृदय की धड़कन का अनियमित होना ( Irregular heartbeat )
कैल्शियम दिल की धड़कन को नियंत्रित करता है। इसकी कमी से हृदय गति असामान्य हो सकती है।
चिड़चिड़ापन और अवसाद ( irritability and depression )
मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और तनाव कैल्शियम की कमी से हो सकते हैं, क्योंकि यह न्यूरो ट्रांसमिशन को प्रभावित करता है।
नींद न आना (अनिद्रा) ( Sleeplessness (insomnia) )
कैल्शियम मेलाटोनिन हार्मोन को प्रभावित करता है, जो नींद को नियंत्रित करता है। इसकी कमी से अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
मासिक धर्म की समस्याएं ( Menstrual problems )
कैल्शियम की कमी से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं और इस दौरान अधिक दर्द और ऐंठन हो सकती है।
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महिलाओं में कैल्शियम की कमी के कारण ( Causes of calcium deficiency in women)
ई कारणों से उनके शरीर में इसकी कमी हो सकती है। यह कमी न सिर्फ हड्डियों को कमजोर बनाती है बल्कि अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को भी जन्म देती है। आइए जानते हैं महिलाओं में कैल्शियम की कमी के प्रमुख कारण:
सही आहार न लेना ( not eating the right diet )
दूध, दही, पनीर, हरी सब्जियां और नट्स जैसी कैल्शियम युक्त चीजें न खाने से शरीर में इसकी कमी हो सकती है।
विटामिन D की कमी ( Vitamin D deficiency )
शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन D जरूरी होता है। धूप में कम जाने या सही डाइट न लेने से यह कमी हो सकती है।
उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों का कमजोर होना ( Weakening of bones with aging )
30-35 साल के बाद महिलाओं की हड्डियों में कैल्शियम की कमी होने लगती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों के कमजोर होने की बीमारी) का खतरा बढ़ जाता है।
प्रेग्नेंसी और स्तनपान ( Pregnancy and breastfeeding )
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान शरीर को अधिक कैल्शियम की जरूरत होती है। अगर इस दौरान सही डाइट न ली जाए, तो शरीर में इसकी कमी हो सकती है।
हार्मोनल असंतुलन ( hormonal imbalance )
मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी होती है, जिससे शरीर में कैल्शियम का अवशोषण कम हो जाता है।
अत्यधिक कैफीन और फास्ट फूड का सेवन ( Excessive caffeine and fast food consumption )
चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और जंक फूड का ज्यादा सेवन शरीर से कैल्शियम को बाहर निकाल सकता है।
अधिक नमक (सोडियम) का सेवन ( Excess salt (sodium) intake )
ज्यादा नमक खाने से शरीर में कैल्शियम की मात्रा कम हो सकती है, क्योंकि यह पेशाब के जरिए बाहर निकल जाता है।
शारीरिक गतिविधि की कमी ( Lack of physical activity )
व्यायाम और योग न करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और कैल्शियम का अवशोषण सही से नहीं हो पाता।
थायरॉइड और अन्य बीमारियां ( Thyroid and other diseases )
हाइपरथायरायडिज्म, किडनी से जुड़ी समस्याएं या पाचन तंत्र की बीमारियां भी कैल्शियम की कमी का कारण बन सकती हैं।
महिलाओं में कैल्शियम की कमी के उपाय
कैल्शियम की कमी महिलाओं में एक सामान्य समस्या है, जो हड्डियों और स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। इसे दूर करने के लिए कुछ सरल और प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं।
कैल्शियम युक्त आहार अपनाएं
कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आहार में कैल्शियम की मात्रा बढ़ाना बहुत जरूरी है।
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डेयरी उत्पाद: दूध, दही, पनीर
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हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, मेथी, बथुआ
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सूखे मेवे और बीज: बादाम, तिल, अखरोट
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अन्य स्रोत: अंजीर, सोया उत्पाद, राजमा, चना
नियमित शारीरिक गतिविधि करें
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कैल्शियम को शरीर में सही तरीके से अवशोषित करने के लिए शारीरिक गतिविधि जरूरी है।
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वॉकिंग, योग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग: हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए ये सबसे अच्छे उपाय हैं।
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वेट-बेयरिंग एक्सरसाइज: जैसे कि दौड़ना, कूदना, और उठाना, जो हड्डियों की मजबूती के लिए लाभकारी होते हैं।
कैफीन और सोडियम का सेवन कम करें
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ज्यादा चाय, कॉफी और सॉफ्ट ड्रिंक्स कैल्शियम को बाहर निकाल सकते हैं। इसलिए इनका सेवन सीमित करें।
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अधिक नमक (सोडियम) का सेवन भी कैल्शियम के नुकसान का कारण बन सकता है, इसलिए नमक का सेवन नियंत्रित करें।
कैल्शियम सप्लीमेंट्स का सेवन करें (डॉक्टर की सलाह से)
यदि आहार से पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह से कैल्शियम सप्लीमेंट्स ले सकते हैं।
हड्डियों की स्वास्थ्य जांच करवाएं
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महिलाओं को 30 के बाद हड्डियों की मजबूती और कैल्शियम स्तर की जांच करवानी चाहिए।
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मेनोपॉज के बाद बोन डेंसिटी टेस्ट कराना भी फायदेमंद होता है