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पैरों में सूजन आना कौन सी बीमारी के लक्षण है ? पूरी जानकारी

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पैरों में सूजन आना कौन सी बीमारी के लक्षण है ? पूरी जानकारी

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Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra

Written By Komal Daryani
on Apr 16, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Jul 19, 2025

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क्या आपके पैरों में भी सूजन आती है? क्या जूते टाइट लगने लगते हैं या पैरों में भारीपन महसूस होने लगता है? अगर हाँ, तो यह सिर्फ थकान की वजह नहीं हो सकती। इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं।

अक्सर हमें यह पता ही नहीं चलता कि समस्या अंदरूनी भी हो सकती है। चलिए जानते हैं कि पैरों में सूजन आना कौन सी बीमारी के लक्षण है, इसके कारण क्या हैं, और इसे ठीक करने के उपाय क्या हैं।

आपके मन में भी ऐसे ही कई प्रश्न चल रहे होंगे। हमारा उद्देश्य है कि इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपके सभी सवालों का उत्तर दे सकें। 

पैरों में सूजन आना कौन सी बीमारी के लक्षण है

पैरों में सूजन आना किसी अंदरूनी बीमारी का संकेत भी हो सकता है। नीचे कुछ ऐसी बीमारियों के नाम दिए गए हैं जिनमें पैरों में सूजन एक मुख्य लक्षण हो सकता है:

हृदय संबंधी रोग (Heart Disease)

अगर आपके दिल की पंप करने की क्षमता कमजोर हो जाती है, तो शरीर में खून का संचार ठीक से नहीं हो पाता। इसका असर पैरों में दिखता है और वहां सूजन आने लगती है। इसे हार्ट फेलियर का संकेत भी माना जाता है।

किडनी की समस्या (Kidney Disease)

किडनी शरीर से एक्स्ट्रा फ्लूइड और वेस्ट को बाहर निकालती है। अगर किडनी सही से काम नहीं कर रही हो, तो शरीर में पानी जमा होने लगता है, जिससे पैरों और टखनों में सूजन आ जाती है।

लीवर से जुड़ी बीमारी (Liver Disease)

लीवर शरीर में प्रोटीन बनाने का काम करता है। जब लीवर कमजोर हो जाता है, तो शरीर में प्रोटीन की कमी हो जाती है और पानी पैरों में जमा होने लगता है।

थायरॉइड की गड़बड़ी (Thyroid Issues)

हाइपोथायरॉइडिज्म (थायरॉइड का कम होना) से शरीर का मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है।

शरीर में पोषण की कमी (Malnutrition)

अगर शरीर में प्रोटीन, आयरन या अन्य जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो, तो भी पैरों में सूजन आ सकती है।

गर्भावस्था (Pregnancy)

गर्भवती महिलाओं में हार्मोनल बदलाव और शरीर में फ्लूइड रिटेंशन के कारण पैरों में हल्की सूजन सामान्य है, लेकिन ज्यादा सूजन प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर या प्री-एक्लेम्पसिया का संकेत हो सकता है।

DVT (Deep Vein Thrombosis)

यह एक गंभीर स्थिति होती है जिसमें पैरों की नसों में खून का थक्का जम जाता है। इससे अचानक सूजन, दर्द और लालिमा हो सकती है। यह स्थिति इमरजेंसी होती है।

पैरों में सूजन के मुख्य कारण 

पैरों में सूजन आना एक सामान्य लेकिन ध्यान देने योग्य लक्षण है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जो साधारण थकान से लेकर गंभीर बीमारियों तक हो सकते हैं। नीचे कुछ प्रमुख कारण बताए जा रहे हैं:

लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना

अगर आप लंबे समय तक एक ही पोजिशन में खड़े या बैठे रहते हैं, तो ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है।

चोट या मोच लगना

पैर में किसी तरह की चोट, मोच या फ्रैक्चर होने पर भी सूजन आ जाती है। यह शरीर की नेचुरल हीलिंग प्रक्रिया का हिस्सा होती है।

गर्भावस्था (Pregnancy)

गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल बदलाव और ब्लड फ्लो में बदलाव की वजह से टखनों और पैरों में सूजन आम बात है।

किडनी की खराबी (Kidney Disease)

जब किडनी शरीर से अतिरिक्त पानी और नमक बाहर नहीं निकाल पाती, तो वो पैरों में जमा होकर सूजन पैदा करता है।

हार्ट फेलियर (Heart Failure)

दिल अगर सही से खून पंप नहीं कर पाता, तो खून और फ्लूइड शरीर के निचले हिस्सों में जमा हो जाता है, खासकर पैरों में।

लीवर की बीमारी (Liver Disease)

लीवर जब प्रोटीन बनाना बंद कर देता है तो शरीर में द्रव रुकने लगता है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है।

थायरॉइड की समस्या (Hypothyroidism)

हाइपोथायरॉइडिज्म में मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर में पानी जमा होने लगता है और पैरों में सूजन आ सकती है।

पैरों में सूजन ठीक करने के आसान घरेलू उपाय 

अगर सूजन किसी गंभीर बीमारी की वजह से नहीं है, तो कुछ घरेलू उपाय अपनाकर इसे कम किया जा सकता है। नीचे कुछ असरदार उपाय दिए गए हैं:

पैरों को ऊँचाई पर रखें (Elevate Your Legs)

लेटते समय पैरों के नीचे तकिया रखकर उन्हें दिल की ऊंचाई से ऊपर रखें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और सूजन कम होती है।

नमक का सेवन कम करें

अधिक नमक शरीर में पानी रोकता है, जिससे सूजन बढ़ती है। इसलिए नमक का सेवन सीमित करें।

हल्की एक्सरसाइज़ करें

चलना, पैर हिलाना, एड़ी-टो वॉक आदि हल्की गतिविधियाँ पैरों में ब्लड फ्लो बनाए रखने में मदद करती हैं और सूजन घटती है।

अधिक पानी पिएं

शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है। पानी की कमी से शरीर फ्लूइड रोकने लगता है, जिससे सूजन होती है।

ठंडी सिकाई करें (Cold Compress)

सूजन वाली जगह पर 10-15 मिनट तक बर्फ की सिकाई करें। इससे सूजन और दर्द में राहत मिलती है।

योग और प्राणायाम

वज्रासन, ताड़ासन, और पवनमुक्तासन जैसे योगासनों से शरीर का संतुलन बना रहता है और सूजन कम होती है।

सेंधा नमक से पैर धोएं

गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर उसमें 15-20 मिनट तक पैर डुबोएं। यह उपाय सूजन और थकान दोनों को दूर करता है।

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