Seizure Meaning in Hindi – दौरे पड़ने के कारण, लक्षण,उपचार तथा बचाव
Medically Reviewed By
Dr. Ragiinii Sharma
Written By Komal Daryani
on Feb 3, 2024
Last Edit Made By Komal Daryani
on Jan 7, 2025

सीज़र्स जिसे दौरा या फिट्स कहते है,अगर दौरे दो से अधिक बार पड़ते है तो उसे मिर्गी कहा जाता है इस स्थिति में व्यक्ति की मानसकि हालत ठीक नहीं होती,दिमाग में किसी तरह का इलेक्ट्रिकल डिस्टर्बेंस पैदा होने की वजह से दौरे पड़ते है। सीजर्स के दौरान व्यक्ति का व्यवहार, सोचने और समझने की क्षमता प्रभावित होती है जो खतरनाक हो सकता है। इस ब्लॉग में हम सीज़र्स यानि फिट्स के बारे में विस्तार से जानेंगे तथा इसके कारण,लक्षण,उपचार तथा बचाव आदि के बारे में बात करेंगे।
सीजर्स (दौरे) का अर्थ – Meaning of Seizures
सीजर्स ऐसी मेडिकल स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अचानक और अनियंत्रित रूप से उबकाई, तंगी, ऐंठन या अन्य शारीरिक या मानसिक लक्षणों का एहसास होता है ,इसके दौरान, व्यक्ति अपने विचारों और क्रियाओं को नियंत्रित नहीं कर पाता है।
सीज़र्स (दौरे ) के प्रकार – Types of Seizures
सीज़र्स (दौरे ) कई प्रकार के होते है जिसमे से मुख्य दौरे के प्रकार निम्नलिखित है –
ग्रैंड मैल सीज़र्स (Grand Mal Seizures):
ये सबसे सामान्य प्रकार की सीज़र्स हैं।
इसमें व्यक्ति अचानक बेहोश हो जाता है और उसका शरीर बहुतेतर सक्रिय हो जाता है, जिसमें आंतरिक भूचालन हो सकता है।
पेटीट मैल सीज़र्स (Petit Mal Seizures) या अपेप्टिट मैल सीज़र्स:
इसमें व्यक्ति का चेहरा एक अलग तरीके से तेजी से चलने लगता है, लेकिन व्यक्ति चेहरे की भावनाओं में बदलाव को नहीं महसूस करता है।
फोकल सीज़र्स (Focal Seizures) या दंड सीज़र्स:
इसमें एक हिस्सा या अंग अचानक से सक्रिय हो जाता है और यहाँ तक कि इसमें चेहरे की मुस्कान, होनहारी आंखें या अन्य अंगों की सक्रियता में परिवर्तन हो सकता है।
अप्सन्स सीज़र्स:
इसमें व्यक्ति को ज़ोन कर लिया जाता है, और वह अपने चर्चाओं से बाहर होता है, जो इस समय चल रही हो सकती हैं, लेकिन व्यक्ति इसे स्मरण नहीं करेगा।
मायोक्लोनिक सीज़र्स:
इसमें अचानक और अधिक तेजी से शरीर के किसी हिस्से में अचानक आने वाली मुस्कान होती है, जिससे व्यक्ति कुछ गिर सकता है।
सीजर्स (दौरे) या फिट्स के लक्षण – Symptoms of Seizures
सीजर्स यानि दौरा पड़ने से पहले व्यक्ति को निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव होता है जैसे की –
- अचानक डर लगना (Suddenly feeling fear)
- बीमार महसूस करना (Feeling unwell)
- चक्कर आना (Dizziness)
- देखने की क्षमता पर असर पड़ना (Impact on vision)
- हाथ और पैर का बैलेंस ठीक नहीं होना (Lack of balance in hands and legs)
- शरीर में अकड़न पैदा होना (Stiffening of the body)
- मुंह से झाग जैसे निकलना (Foam-like substance from the mouth)
- अचानक से गिर जाना (Sudden falling)
- दांत पीसना (Tooth grinding)
- जीभ काट लेना (Biting the tongue)
- अचानक तेजी से आंखों का घूमना (Sudden rapid eye movement)
- आवाज में बदलाव आना (Change in voice)
- बेहोश हो जाना (to become unconscious) आदि।
सीजर्स (दौरे) या फिट्स के कारण – causes of Seizures
सीजर्स यानि दौरे पड़ने के कई कारण हो सकते है जैसे –
- दिमाग में चोट के कारण ब्रेन में ब्लीडिंग होना (Head Injury Resulting in Brain Bleeding)
- मेनिंजाइटिस बुखार आना (Onset of Meningitis Fever)
- नींद कम आना (Insomnia or Reduced Sleep)
- बॉडी में सोडियम की मात्रा कम होना (Low Sodium Levels in the Body)
- पेन किलर्स ज्यादा खाना (Excessive Consumption of Painkillers)
- स्ट्रोक आना (Stroke Occurrence)
- ब्रेन ट्यूमर होना (Presence of Brain Tumor)
- ड्रग्स का सेवन करना (Substance Abuse)
- ज्यादा शराब पीना (Excessive Alcohol Consumption)
- सीजर्स स्ट्रोक (Seizures or Stroke)
- सिर में कोई गंभीर चोट लगना (Serious Head Injury)
- किसी तरह का इंफेक्शन ( Any Kind of Infection)
दौरे,सीजर्स या फिट्स पड़ने पर क्या करें – What to do in case of Seizure attack
यदि किसी व्यक्ति को दौरे पड़ते है तो उस समय आप निम्न उपायों का पालन करे –
- दौरे पड़ने की स्थिति में घबराए नहीं अधिकांश दौरे एक या दो मिनट में अपने आप रुक जाते हैं।
- व्यक्ति को कि सीढ़ियाँ या नुकीली वस्तुवो से दूर करे जिससे चोट लग सकती है।
- यदि व्यक्ति के गले में तंग कपड़े है तो उन्हें खोल दे।
- व्यक्ति को एक तरफ करवट करके सुलाए।
- सिर के नीचे तकिया रखें।
- व्यक्ति के साथ रहें
- जितना जल्दी हो सके डॉक्टर को बुलायें
- दौरे पड़ने पर लोगों द्वारा कही सुनी बातों पर भरोसा न करे और तुरंत ही डॉक्टर को दिखाएँ तथा इन बातों का भी ध्यान रखें:
- व्यक्ति के मुंह में चम्मच या कोई और वस्तु न रखे।
- व्यक्ति की जीभ को पकड़ने की कोशिश न करे।
इन सभी बातो का पालन करके व्यक्ति को सुरक्षित रखा जा सकता है।
सीजर्स(दौरे) का इलाज – Treatment of seizure
- दौर (Seizure) का इलाज व्यक्ति के आदर्श, उसके दौरे के प्रकार और कारणों पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य दौर के इलाज हैं –
- दवाइयां (Medications): बहुत से लोगों को दौरों के इलाज के लिए दवाएं लेनी पड़ती हैं। एंटी-एपाइलेप्टिक दवाएं (Antiepileptic drugs) डॉक्टर द्वारा परामर्श के आधार पर ली जाती हैं। यह दवाएं दौरों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।
- कैथेटर विधि (Ketogenic Diet): कई बार, केटोजेनिक डाइट का उपयोग दौरों के इलाज में किया जाता है। इसमें कम कार्बोहाइड्रेट और उच्च चरबी वाला आहार होता है जो दौरों को कम करने में मदद कर सकता है।
- शल्यचिकित्सा (Surgery): कुछ मामलों में, शल्य इलाज भी किया जा सकता है। इसमें उच्च दौरों वाले भागों के निकाल लिए जा सकते हैं या एक विशेष क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए कई तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है।
- कारगर थेरेपी (Effective Therapy): किसी व्यक्ति को उसके दौर के प्रकार के आधार पर कारगर थेरेपी मिल सकती है, जो उसे दौरों से निपटने में मदद कर सकती हैं।
जीवनशैली और आहार: स्वस्थ जीवनशैली, नियमित व्यायाम, और सही आहार भी दौरों को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
सीजर्स (दौरे) से बचने के उपाय – Prevention of Seizures
सीजर्स (दौरे) से बचने के लिए आप निम्नलिखित उपायों का अनुसरण कर सकते हैं:
नियमित और पर्याप्त नींद: नींद की कमी सीजर्स को बढ़ा सकती है। सुनिश्चित करें कि आप नियमित रूप से 7-8 घंटे की नींद पर्याप्त मिल रही है।
नियमित भोजन: स्वस्थ और नियमित भोजन करना भी सीजर्स को कम करने में मदद कर सकता है। उत्तेजक खाद्य जैसे कि अधिक शर्करा युक्त और पैकेज्ड आहार से बचें।
योग और मेडिटेशन: योग और मेडिटेशन से मानसिक स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है और सीजर्स के जोखिम को कम किया जा सकता है।
दवाइयाँ: जिन लोगों को सीजर्स की समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह लेकर दवाइयों का इस्तेमाल करना चाहिए।
सीजर्स का कारगर प्रबंधन: अपने डॉक्टर से सीजर्स के कारगर प्रबंधन के लिए योजना तैयार करें। डॉक्टर की सलाह पर ध्यान दें और निर्धारित दवाओं का सही तरीके से सेवन करें।
तनाव प्रबंधन: तनाव भी सीजर्स को बढ़ा सकता है, इसलिए योग, मेडिटेशन, और शांति प्रदान करने वाली गतिविधियों का अभ्यास करें।
स्वस्थ जीवनशैली: स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जैसे कि तंबाकू और शराब का सेवन कम करना, और नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों को अपनाना।
सीजर्स की स्थिति व्यक्ति के स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर कर सकती है, इसलिए इन सुझावों को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
सीजर्स(दौरे) का निदान – Diagnosis of Seizures
सिजर का निदान मुख्यतः एक व्यक्ति के लक्षणों और चिकित्सा इतिहास के आधार पर किया जाता है। यदि किसी को सिजर की शक्ति के लक्षण होते हैं, तो उन्हें एक विशेषज्ञ चिकित्सक, जैसे कि न्यूरोलॉजिस्ट, की सलाह लेना चाहिए।
सामान्यत: सिजर्स का निदान निम्नलिखित प्रक्रियाओं पर आधारित हो सकता है:
रोगी का इतिहास (Medical History): चिकित्सक द्वारा मरीज का सिजर्स से संबंधित पूरा इतिहास लिया जाता है, जिसमें उनके सिजर्स के लक्षण, उत्पन्न होने की विशेष परिस्थितियाँ, और इनकी विचारशीलता का विवेचन शामिल होता है।
शारीरिक जाँच (Physical Examination): मरीज की शारीरिक जाँच करना महत्वपूर्ण है ताकि चिकित्सक सिजर्स के अन्य संभावित कारणों को बाहर कर सके।
उपयुक्त जाँच (Diagnostic Tests): यह मानक है कि चिकित्सक सिजर्स का निदान करने के लिए विभिन्न जाँचों का सुझाव देंगे, जैसे कि:
ईईजी (EEG – Electroencephalogram): यह ब्रेन वेव्स को ग्राफिक रूप में दर्शाता है और सिजर्स की गतिविधि को ट्रैक करने में मदद करता है।
मृदुरेखा चित्रण (MRI – Magnetic Resonance Imaging): इससे ब्रेन की चित्रण होती है, जिससे किसी अन्य संभावित कारणों को बाहर किया जा सकता है।
परीक्षण और मॉनिटरिंग: कई बार, मरीज को सिजर के लक्षणों को मॉनिटर करने के लिए एक विशेष प्रकार का परीक्षण किया जा सकता है, जिससे चिकित्सक को बेहतर से समझ मिले कि सिजर्स किस प्रकार के हैं।
ध्यान रखें – Things to keep in Mind
यदि आपको दौरा पड़ता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको मिर्गी है। यह आवश्यक नहीं है कि आप जीवनभर दौरे की समस्या से पीड़ित रहेंगे। कम से कम 10% लोगों को अपने जीवन में कहीं न कहीं किसी समय दौरा होता है, जबकि 26 लोगों में से 1 को मिर्गी का विकास हो सकता है।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सामान्य सूचना के लिए है, यदि आपको सीज़र्स यानि दौरे पड़ते है तो आप अपने चिकित्सक से जरूर सलाह ले, बिना किसी सलाह के कोई भी अनावश्यक कदम ना उठाए।
FAQS
1. सीजर की बीमारी क्या होती है?
सीजर एक न्यूरोलॉजिकल रोग है जिसमें व्यक्ति को एक अचानक और अनियमित रूप से होने वाले आवृत्ति दौरे होते हैं।
2. क्या दौरा ठीक हो सकता है?
हां, कई मामलों में दौरा दवाओं के सहारे से नियंत्रित किया जा सकता है।
3. दौरे के लक्षण क्या होते हैं?
दौरे के लक्षण व्यक्ति के शरीर की हिचक, अचानक बेहोशी, आंखों का घूमना, या मस्तिष्क के दर्द को शामिल कर सकते हैं।
4. दौरे पड़ने का कारण क्या है?
दौरे का कारण आमतौर पर मस्तिष्क में विस्फोट होना होता है जिससे न्यूरॉन्स की असामान्य गतिविधि होती है।
5. मिर्गी और दौरे में क्या अंतर है?
मिर्गी और दौरा दोनों ही न्यूरोलॉजिकल रोग हैं, लेकिन उनके लक्षण और कारण में कुछ अंतर हो सकता है।
6. मिर्गी का दौरा कब पड़ता है?
मिर्गी का दौरा आमतौर पर तेज रौशनी, सुबह का समय, और उच्च ध्वनि के कारण हो सकता है।
7. क्या मिर्गी ठीक हो जाती है?
मिर्गी का सम्पूर्ण ठीक होना संभावनाशील है, लेकिन कुछ मामलों में नियंत्रण में रखा जा सकता है।
8. क्या बिना दवाओं के दौरे बंद हो सकते है ?
कुछ मामलों में हां, लेकिन अधिकांश में दवाओं की आवश्यकता होती है।
9. मिर्गी के लिए कौन सा टेस्ट किया जाता है?
मिर्गी का निदान करने के लिए इलेक्ट्रोएंसेफालोग्राफी (EEG) टेस्ट किया जा सकता है।
Leave a comment
5 Comments
Rajan kumar yadav
Oct 24, 2024 at 5:33 PM.
Suger hone se bhi seizure hota hai kya
Myhealth Team
Oct 30, 2024 at 2:49 PM.
हाँ, शुगर के स्तर में अत्यधिक परिवर्तन, जैसे हाइपोग्लाइसीमिया (कम शुगर) या हाइपरग्लाइसीमिया (ज्यादा शुगर), seizures का कारण बन सकते हैं। जब रक्त शर्करा बहुत कम होती है, तो मस्तिष्क को ऊर्जा नहीं मिलती, जिससे दौरे पड़ सकते हैं। यदि दौरे की समस्या हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Hemwant Kumar
Aug 21, 2024 at 8:10 AM.
My son is 21 years old, he continues on anty epileptic medicine since very long time 2006, but not any improvement in his condition.
MyHealth Team
Aug 21, 2024 at 12:25 PM.
If your son has been on anti-epileptic medication since 2006 without significant improvement, it might be time to revisit his treatment plan. Sometimes, the current medication may not be the best fit, or the dosage might need adjustment. Additionally, exploring other treatment options, like different medications, combination therapy, or even advanced treatments such as vagus nerve stimulation, could be beneficial. It's essential to consult with his neurologist to discuss his ongoing symptoms and consider a comprehensive review of his condition.
Amandeep Hospital
Apr 23, 2024 at 7:37 AM.
Amazing post and I might truly want to thank for your article it's truly useful.
MyHealth Team
Apr 24, 2024 at 12:04 PM.
Hi Amandeep, You're welcome! We are glad you found the information helpful. If you have any more questions or need further assistance, feel free to ask. Your health and well-being are important, and we are here to support you in any way we can.
Arun Kumar
Apr 15, 2024 at 5:42 PM.
Mirgi doro in 8month
Myhealth Team
Apr 16, 2024 at 11:24 AM.
Hi, You need to take advice from your doctor on this. It might be a serious condition.
Babu khan
Apr 4, 2024 at 1:04 AM.
Thanks you for your suggestion
Myhealth Team
Apr 4, 2024 at 2:30 PM.
Hi Babu Khan, Thankyou you have liked the information.