898 898 8787

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण जानें कारण और उपाय

Health

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण जानें कारण और उपाय

Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta

Written By Komal Daryani
on Apr 9, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Apr 9, 2025

share
महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण
share

विटामिन डी हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह इम्यून सिस्टम से लेकर हड्डियों की मजबूती तक, शरीर के कई जरूरी कार्यों में सहायक होता है। विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद मानी जाती है।

भारत जैसे देश में पुरुषों की तुलना में महिलाओं में विटामिन डी की कमी अधिक देखने को मिलती है। वैसे तो यह विषय सभी के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन आज हम विशेष रूप से महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण, कारण और उपाय को इस ब्लॉग के माध्यम से जानने और समझने की कोशिश करेंगे।

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण ( Symptoms of Vitamin D Deficiency in Women ) 

जानिए महिलाओं में विटामिन डी की कमी के कुछ आम लक्षण:

हड्डियों और जोड़ों में दर्द ( Bone and joint pain ) 

अगर बिना किसी चोट या भारी काम के भी हड्डियों और जोड़ों में दर्द महसूस होता है, तो यह विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है।

थकान और कमजोरी ( Fatigue and weakness )

बिना ज्यादा काम किए भी थकान महसूस होना या शरीर में हमेशा कमजोरी लगे, तो यह इस कमी की ओर इशारा करता है।

बालों का झड़ना ( Hair loss ) 

अत्यधिक बालों का झड़ना या बालों की ग्रोथ रुक जाना भी एक लक्षण हो सकता है।

डिप्रेशन या मूड स्विंग्स ( Depression or mood swings )

विटामिन डी का सीधा संबंध मानसिक स्वास्थ्य से भी होता है। इसकी कमी से मूड बार-बार बदलना या डिप्रेशन जैसी स्थिति बन सकती है।

इम्यूनिटी कमजोर होना ( Weakening of immunity ) 

बार-बार बीमार पड़ना, सर्दी-जुकाम जल्दी लगना या घाव का जल्दी न भरना – ये सब इम्यूनिटी कमज़ोर होने के लक्षण हैं, जो विटामिन डी की कमी से हो सकते हैं।

कमर और पीठ में दर्द ( back and waist pain ) 

विशेष रूप से महिलाओं में पीठ के निचले हिस्से में लगातार दर्द रहना भी इस कमी का संकेत हो सकता है।

हड्डियों में कमजोरी या फ्रैक्चर का खतरा ( Bone weakness or risk of fractures ) 

बिना ज्यादा चोट के भी हड्डी में दरार आ जाना या फ्रैक्चर हो जाना, हड्डियों के कमजोर होने का संकेत है।

You May Also Read: https://redcliffelabs.com/myhealth/vitamin/vitamin-deficiencies-diseases-causes-symptoms-and-more/

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के कारण ( Causes of Vitamin D Deficiency in Women );

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के प्रमुख कारण

धूप में कम निकलना ( less exposure to the sun )

विटामिन डी का सबसे बड़ा स्रोत सूर्य की किरणें हैं। आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी और घर-ऑफिस के काम के चलते महिलाएं धूप में कम समय बिताती हैं, जिससे शरीर को जरूरी विटामिन डी नहीं मिल पाता।

कवर पहनावे और सनस्क्रीन का अधिक इस्तेमाल ( Wearing coveralls and using more sunscreen ) 

पूरी बॉडी को ढक कर रखना या नियमित रूप से सनस्क्रीन का प्रयोग करना शरीर को सूरज की किरणों से मिलने वाले विटामिन डी को अवशोषित करने से रोकता है।

संतुलित आहार की कमी ( Lack of balanced diet ) 

विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे अंडे की ज़र्दी, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध, मछली आदि का सेवन कम करना भी इसकी कमी का बड़ा कारण है।

शारीरिक वजन का अधिक होना (ओबेसिटी) ( Excess body weight (obesity) ) 

मोटापे के कारण शरीर में विटामिन डी की उपलब्धता और उसका उपयोग करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

गर्भावस्था और स्तनपान ( Pregnancy and breastfeeding ) 

इन अवस्थाओं में महिलाओं की विटामिन डी की ज़रूरत बढ़ जाती है। यदि इस दौरान पर्याप्त सप्लीमेंट या धूप नहीं मिलती, तो कमी हो सकती है।

किडनी और लिवर की समस्याएं ( Kidney and liver Problems ) 

ये अंग विटामिन डी को सक्रिय रूप में बदलने का काम करते हैं। इनकी कार्यक्षमता कमजोर होने पर विटामिन डी की कमी हो सकती है।

बढ़ती उम्र ( Growing old ) 

उम्र बढ़ने के साथ शरीर की विटामिन डी को बनाने की क्षमता कम हो जाती है, जिससे महिलाओं में इसकी कमी देखी जाती है।

महिलाओं में विटामिन डी की कमी को ठीक करने के आसान और असरदार उपाय (Ways to Cure Vitamin D Deficiency in Women)

महिलाओं में विटामिन डी की कमी को दूर करने के उपाय

धूप में समय बिताएं ( Spend time in the sun ) 

हर दिन सुबह 7 से 10 बजे के बीच 15 से 20 मिनट तक सीधी धूप में रहना सबसे अच्छा तरीका है विटामिन डी पाने का। कोशिश करें कि धूप शरीर की त्वचा पर सीधे पड़े।

विटामिन डी युक्त आहार लें ( Eat a vitamin D-rich diet ) 

अपने खाने में विटामिन डी से भरपूर चीज़ें शामिल करें, जैसे –

  • अंडे की ज़र्दी

  • मशरूम

  • फोर्टिफाइड दूध और अनाज

  • फैटी फिश (जैसे सैल्मन, ट्यूना)

  • चीज़ और दही

सप्लीमेंट्स का सेवन ( Intake of supplements ) 

डॉक्टर की सलाह से विटामिन डी की गोली या कैप्सूल ले सकते हैं। कुछ मामलों में इंजेक्शन भी दिया जा सकता है।

शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा लें ( Participate in physical activities ) 

नियमित योग, वॉक या हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और विटामिन डी का असर भी बेहतर होता है।

लिवर और किडनी का ध्यान रखें ( Take care of your liver and kidneys ) 

क्योंकि ये अंग विटामिन डी को सक्रिय बनाने में मदद करते हैं, इसलिए इनके स्वास्थ्य का भी खास ध्यान रखें।

संतुलित जीवनशैली अपनाएं ( Adopt a balanced lifestyle ) 

नींद पूरी लेना, तनाव से दूर रहना और सही समय पर खाना विटामिन्स के बेहतर अवशोषण में मदद करता है।

Leave a comment

Consult Now

Share this Blog