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एड़ी के दर्द का पक्का इलाज जानें आसान घरेलू उपाय

Health

एड़ी के दर्द का पक्का इलाज जानें आसान घरेलू उपाय

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Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta

Written By Komal Daryani
on Apr 8, 2025

Last Edit Made By Komal Daryani
on Apr 8, 2025

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एड़ी के दर्द
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हम दिनभर सभी का ख्याल रखते हैं — परिवार, ऑफिस और जिम्मेदारियों का — लेकिन जब बात अपने शरीर की आती है, तो हम अक्सर उसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं। चाहे ऑफिस के लिए लंबी दूरी तक चलना हो, मेट्रो में घंटों तक खड़े रहना हो या फिर गलत फुटवियर पहनना — ये सभी एड़ी के दर्द के प्रमुख कारण बन चुके हैं।

शुरुआत में हल्का दर्द हम नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन समय के साथ यही दर्द तेज़, चुभन भरा और लगातार बना रहने वाला हो जाता है। खासतौर पर महिलाएं और वे लोग जो लंबे समय तक खड़े होकर काम करते हैं, उनमें यह समस्या तेजी से बढ़ती है।

इसलिए आज हम एड़ी के दर्द के कारण, लक्षण और पक्के इलाज के बारे में बात करेंगे। हम ऐसे उपाय भी बताएंगे जिन्हें अपनाकर आप खुद को बेहतर महसूस कर सकते हैं। इन सभी सवालों के जवाब हम इस ब्लॉग के माध्यम से देने की कोशिश करेंगे।

एड़ी के दर्द के लक्षण ( Symptoms of Heel Pain ) 

एड़ी के दर्द के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन उसके कुछ प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:

सुबह उठते ही एड़ी में तेज दर्द होना 

जब आप सुबह बिस्तर से उठते हैं और पहला कदम रखते हैं, तो एड़ी में चुभन जैसा दर्द महसूस होता है। यह लक्षण प्लांटर फ़ेसिटिस का संकेत हो सकता है।

लंबे समय तक खड़े रहने पर दर्द बढ़ना

अगर आप ज्यादा देर खड़े रहते हैं और एड़ी में भारीपन या जलन जैसा दर्द महसूस होता है, तो यह ओवरयूज़ या थकावट की वजह से हो सकता है।

चलने या दौड़ने पर दर्द का बढ़ना

दौड़ते या तेज चलने पर एड़ी में दर्द बढ़ना, खासकर खेल-कूद करने वाले लोगों में आम होता है।

एड़ी के नीचे या पीछे सूजन आना

एड़ी के नीचे या पीछे हल्की-फुल्की सूजन या लालिमा आना भी एड़ी के दर्द का एक लक्षण हो सकता है।

एड़ी को दबाने पर दर्द महसूस होना

जब आप अपनी एड़ी को हल्का-सा दबाते हैं और दर्द होता है, तो यह संकेत हो सकता है कि अंदरूनी ऊतक या नसें प्रभावित हैं।

चाल में बदलाव आना (Limping or Walking Abnormally)

दर्द के कारण व्यक्ति की चाल में फर्क आ सकता है। कई बार लोग लंगड़ाकर चलने लगते हैं ताकि दर्द वाली एड़ी पर दबाव कम पड़े।

एड़ी में गर्माहट महसूस होना

अगर एड़ी में लगातार गर्माहट महसूस हो रही है, तो यह सूजन या अंदरूनी सूक्ष्म चोट का संकेत हो सकता है।

एड़ी का अकड़ जाना या जकड़न

सुबह उठते समय या लंबे समय तक आराम करने के बाद एड़ी में अकड़न सी महसूस होना एक आम लक्षण है।

सीढ़ियां चढ़ने-उतरने में परेशानी होना

जब एड़ी में दर्द होता है, तो सीढ़ियां चढ़ना-उतरना तकलीफदेह हो जाता है, खासकर जब पैर पर पूरा वजन पड़ता है।

दर्द का धीरे-धीरे पूरे पैर में फैल जाना

अगर दर्द का सही समय पर इलाज न किया जाए, तो यह एड़ी से शुरू होकर टखने, पिंडली या घुटने तक फैल सकता है।

एड़ी के दर्द के कारण ( Causes of heel pain ) 

एड़ी का दर्द कई कारणों से हो सकता है। कभी यह अचानक होता है, तो कभी धीरे-धीरे बढ़ता है। नीचे दिए गए हैं एड़ी में दर्द होने के कुछ आम और मुख्य कारण:

प्लांटर फैसाइटिस (Plantar Fasciitis)

यह सबसे आम कारणों में से एक है। इसमें एड़ी के नीचे की मांसपेशी (प्लांटर फासिया) में सूजन आ जाती है, जिससे चलने या खड़े होने पर तेज दर्द होता है।

अधिक समय तक खड़े रहना

जो लोग अपने काम की वजह से लंबे समय तक खड़े रहते हैं, उनकी एड़ी पर लगातार दबाव पड़ता है, जिससे दर्द होने लगता है।

गलत जूते पहनना

बहुत सख्त, ऊँची एड़ी या बिना कुशन वाले जूते पहनने से एड़ी में झटका लगता है और दर्द की समस्या बढ़ जाती है।

शरीर का अधिक वजन (मोटापा)

अधिक वजन की वजह से पैरों और एड़ी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे दर्द हो सकता है।

एड़ी की हड्डी में चोट या फ्रैक्चर

कभी-कभी गिरने या तेज झटके से एड़ी की हड्डी में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो जाता है, जो दर्द का कारण बन सकता है।

एड़ी में टेंडन की सूजन (Achilles Tendinitis)

यह तब होता है जब एड़ी के पीछे की नस में सूजन आ जाती है। यह समस्या अधिकतर धावकों या खिलाड़ियों में देखी जाती है।

गठिया (Arthritis)

अगर किसी को ऑस्टियोआर्थराइटिस या रूमेटॉइड आर्थराइटिस है, तो वह एड़ी के जोड़ को भी प्रभावित कर सकता है।

स्नायु या नस पर दबाव

पैर की नस पर अगर कोई दबाव बनता है, तो वह एड़ी तक दर्द पहुंचा सकता है, जिसे नर्व पेन भी कहा जाता है।

एड़ी की हड्डी में कांटा (Heel Spur)

यह एक हड्डीनुमा उभार होता है, जो धीरे-धीरे बनता है और चलने या खड़े रहने पर चुभन जैसी पीड़ा देता है।

एड़ी के दर्द का पक्का इलाज (घरेलू और प्राकृतिक उपाय)

गर्म पानी से सिंकाई

रोजाना 10-15 मिनट तक गुनगुने पानी से पैरों की सिंकाई करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और मांसपेशियों को आराम मिलता है।

हल्दी वाला दूध

हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रोज रात को हल्दी वाला दूध पीने से अंदरूनी सूजन कम होती है।

एड़ी की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज

सुबह और रात को सोने से पहले हल्की स्ट्रेचिंग करें। इससे मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है।

सरसों के तेल की मालिश

हल्के गर्म सरसों के तेल से रोजाना मालिश करें। इससे दर्द और जकड़न में राहत मिलती है।

नमक और पानी का टब

एक टब में गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालें और 15 मिनट पैरों को उसमें डुबोकर रखें।

सही जूते पहनें

मुलायम तलवे वाले और अच्छी कुशनिंग वाले जूते पहनें। हील्स से परहेज़ करें।

वजन नियंत्रण

अगर वजन ज्यादा है तो उसे नियंत्रित करें, क्योंकि अतिरिक्त वजन से एड़ी पर दबाव बढ़ता है।

 

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