थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है? कारण, लक्षण और उपचार

Medically Reviewed By
Dr. Mayanka Lodha Seth
Written By Komal Daryani
on Nov 19, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Nov 19, 2025

थायराइड आज के समय में बहुत ही आम समस्या बन चुकी है। लोग अक्सर एक ही सवाल पूछते हैं -
"थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है?"
सीधी बात करें तो थायराइड कोई एक-दो दिन में ठीक होने वाली बीमारी नहीं है,
थायराइड एक-दो दिन में ठीक होने वाली बीमारी नहीं है।
ज़्यादातर मामलों में 6–12 हफ्ते लगते हैं थायराइड लेवल को कंट्रोल में आने में, अगर दवाइयाँ ठीक समय पर ली जाएँ और डॉक्टर की सलाह फॉलो की जाए।
लेकिन…
- अगर थायराइड हल्का है (सब-क्लीनिकल) → 2–3 महीने में काफी बेहतर होता है
- अगर थायराइड पुराना है → कंट्रोल में रहता है, पूरी तरह खत्म भी हो सकता है लेकिन समय लगता है
- अगर ऑटोइम्यून थायराइड है (जैसे Hashimoto) → लॉन्ग-टर्म मैनेजमेंट चाहिए
आइए जानते हैं थायराइड क्या है, थायराइड कितने दिन में ठीक होता है, इसके क्या लक्षण होते हैं, और थायराइड को कंट्रोल करने के क्या उपाय हैं।
थायराइड क्या है?
थायराइड हमारे गले में मौजूद एक छोटी सी तितली के आकार की ग्रंथि (ग्लैंड) है। छोटी जरूर है, लेकिन काम बहुत बड़ा करती है। ये हमारे शरीर की मेटाबॉलिज़्म मशीन की तरह काम करती है – यानी शरीर में एनर्जी कैसे बनेगी, वजन कैसे कंट्रोल होगा, दिल कैसे धड़केगा, पाचन, त्वचा, बाल… सब चीज़ों पर इसका असर पड़ता है।
सीधे शब्दों में कहें तो-
थायराइड वो ग्लैंड है जो हमारे शरीर की स्पीड और एनर्जी को कंट्रोल करती है।
अगर ये ठीक से काम करे तो शरीर एकदम बैलेंस में रहता है। लेकिन अगर ये ज्यादा या कम काम करने लगे तो परेशानी शुरू हो जाती है।
थायराइड कितने दिन में ठीक होता है?
थायराइड का ठीक होना इस बात पर निर्भर करता है कि आपको हाइपोथायराइड है या हाइपरथायराइड।
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हाइपोथायराइड (थायराइड कम होना)
- इसमें शरीर में थायरॉक्सिन हार्मोन कम बनता है।
- सही दवाई (Levothyroxine) शुरू करने के बाद लगभग 4–6 हफ्ते में हार्मोन लेवल कंट्रोल में आने लगते हैं।
- ज़्यादातर मामलों में 2–3 महीने में मरीज को काफी राहत मिल जाती है।
- लेकिन कई लोगों को दवाई लाइफटाइम भी लेनी पड़ सकती है, क्योंकि थायराइड ग्रंथि दोबारा नॉर्मल काम नहीं करती।
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हाइपरथायराइड (थायराइड ज्यादा होना)
- इसमें हार्मोन ज़्यादा बनते हैं।
- दवाइयाँ असर दिखाने में लगभग 2–3 हफ्ते लेती हैं।
- पूरी तरह कंट्रोल होने में 2–3 महीने भी लग सकते हैं।
- कुछ लोगों को रेडियोआयोडीन या अन्य उपचार की जरूरत पड़ती है, ताकि रोग दोबारा न बढ़े।
क्या थायराइड हमेशा के लिए ठीक हो सकता है?
- हाइपरथायराइड कई मामलों में पूरी तरह ठीक हो सकता है।
- हाइपोथायराइड ज्यादातर लंबे समय का मामला होता है—दवाई लेने से यह पूरी तरह कंट्रोल में रहता है, लेकिन पूरी तरह “खत्म” नहीं होता।
थायराइड जल्दी कंट्रोल करने के 5 आसान उपाय
- दवाई रोज़ समय पर लें
- आयोडीन, सेलेनियम और जिंक वाली चीजें खाएं
- स्ट्रेस कम करें
- नींद पूरी लें
- हर 6–8 हफ्ते में TSH टेस्ट कराएं
थायराइड के लक्षण क्या होते हैं?
थायराइड की दिक्कत धीरे-धीरे बढ़ती है और शुरुआत में लोग इसे थकान या साधारण कमजोरी समझकर नजरअंदाज़ कर देते हैं। आइए जानते हैं थायराइड के सबसे आम लक्षण:
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लगातार थकान और कमजोरी
बिना ज्यादा काम किए भी थकान बने रहना थायराइड का सबसे कॉमन लक्षण है।
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वजन बढ़ना या अचानक कम होना
डाइट वैसी ही हो, पर वजन बढ़ जाए या बिना वजह कम होने लगे—तो यह थायराइड की तरफ इशारा करता है।
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बालों का झड़ना
थायराइड बिगड़ने पर बाल कमज़ोर होकर गिरने लगते हैं और हेयर वॉल्यूम भी कम हो जाता है।
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त्वचा का रूखापन
स्किन ड्राय, बेजान और खुरदुरी होने लगती है।
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मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन
थोड़ी सी बात पर गुस्सा, उदासी feel होना या बेचैनी—ये भी थायराइड के संकेत हैं।
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दिल की धड़कन का तेज़ या धीमा होना
हार्टबीट अनियमित होना, धड़कन अचानक तेज़ होना या धीरे होना – दोनों ही स्थितियाँ थायराइड से जुड़ी हो सकती हैं।
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गले में सूजन या गाठ जैसा महसूस होना
गर्दन के बीच वाली जगह में सूजन दिखना या निगलने में दिक्कत आना थायराइड ग्लैंड के बढ़ने का लक्षण हो सकता है।
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ठंड या गर्मी ज़्यादा लगना
- हाइपोथायराइड में ज्यादा ठंड लगती है।
- हाइपरथायराइड में ज्यादा गर्मी महसूस होती है।
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महिलाओं में पीरियड अनियमित होना
पीरियड टाइम से न आना, ज्यादा या कम फ्लो होना भी थायराइड से जुड़ा एक बड़ा लक्षण है।
थायराइड को कंट्रोल करने के क्या उपाय हैं?
थायराइड आजकल एक बहुत ही आम समस्या बन चुकी है। यह हमारे शरीर के मेटाबॉलिज़्म, ऊर्जा स्तर और हार्मोन संतुलन को नियंत्रित करता है। अगर थायराइड असंतुलित हो जाए—चाहे वह हाइपोथायरॉयड हो या हाइपरथायरॉयड- तो शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान और वैज्ञानिक उपाय अपनाकर थायराइड को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
सही आहार (Diet) अपनाएं
- आयोडीन युक्त भोजन
- थायरॉयड हार्मोन बनाने के लिए आयोडीन जरूरी है। इसके लिए
- आयोडीन युक्त नमक
- समुद्री शैवाल
- दही
- अंडे
- मछली
- का सेवन फायदेमंद रहता है।
सेलेनियम वाले खाद्य पदार्थ
- यह थायराइड की हेल्थ को मजबूत करता है।
- ब्राज़ील नट्स
- सूरजमुखी के बीज
- राजमा
- दालें
- जिंक से भरपूर चीजें
- कद्दू के बीज
- पालक
- मशरूम
स्ट्रेस को कम करें
- स्ट्रेस थायराइड को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इसे नियंत्रित करने के लिए—
- रोजाना 10–15 मिनट मेडिटेशन
- योग जैसे प्राणायाम, anulom-vilom
- गहरी सांस लेने के अभ्यास
बहुत असरदार साबित होते हैं।
नियमित एक्सरसाइज़ करें
- थायराइड संतुलित रखने के लिए रोजाना कम से कम
- 30 मिनट तेज़ वॉक
- योग
- हल्का स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
- बहुत फायदेमंद होती है। इससे मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और वजन भी नियंत्रित रहता है।
नींद पूरी लें
कम नींद हार्मोनल संतुलन बिगाड़ देती है।
दिन में 7–8 घंटे की नींद थायराइड को कंट्रोल करने के लिए बेहद जरूरी है।
गले के आसपास मसाज
थायराइड ग्रंथि गर्दन के निचले हिस्से में होती है। हल्की मालिश और गर्दन की स्ट्रेचिंग थायराइड फंक्शन को सुधारने में मदद करती है।
प्रोसेस्ड फूड और चीनी कम करें
- पैकेज्ड फूड
- अतिरिक्त चीनी
- कोल्ड ड्रिंक्स
- अल्कोहल
- थायराइड को असंतुलित कर सकते हैं। जितना कम हो, उतना अच्छा।
विटामिन D और B12 की जांच करवाएं
थायराइड मरीजों में अक्सर यह दोनों कम होते हैं। डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लेना फायदेमंद रहता है।
नियमित रूप से थायराइड टेस्ट करवाएं
TSH, T3, T4 जैसे टेस्ट समय-समय पर करवाते रहने से थायराइड लेवल की निगरानी आसान होती है और समय पर उपचार मिल जाता है।
दवाई डॉक्टर की सलाह से ही लें
- कई लोग दवाइयां अपने-आप कम–ज्यादा कर देते हैं, जो खतरनाक हो सकता है।
- थायराइड दवा सुबह खाली पेट, डॉक्टर की सलाह अनुसार ही लें।


