Diarrhea Meaning in Hindi: डायरिया के लक्षण, कारण , उपचार
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Muskan Taneja
on Oct 10, 2024
Last Edit Made By Muskan Taneja
on Nov 15, 2024

डायरिया, जिसे हम हिंदी में "दस्त" कहते हैं और आम भाषा में "लूज़ मोशन" बोलते हैं, एक पाचन संबंधी समस्या है। क्या आपको पता है डायरिया क्या है? (Diarrhea Meaning in Hindi): यह एक ऐसी स्थिति है जो खाने या पीने के माध्यम से उत्पन्न हो सकती है, और इसमें परजीवी, बैक्टीरिया या वायरस शामिल हो सकते हैं। यह समस्या किसी को भी हो सकती है, लेकिन यह ज़्यादातर बुज़ुर्गों या बच्चों में अधिक देखी जाती है।
इस पाचन समस्या में एक व्यक्ति को बार-बार या पतला मल त्याग हो सकता है। यह समस्या तब होती है जब हमारा पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं कर पाता, और इसके पीछे खाने या पीने में आई खराबी हो सकती है।
वैसे तो यह 2-3 दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन अगर यह समस्या ज़्यादा दिनों तक बनी रहती है, तो यह गंभीर रूप ले सकती है। खासकर जब हमारा शरीर उचित आहार जैसे कार्ब्स, फैट्स, या प्रोटीन नहीं प्राप्त कर पाता, तब हमारा शरीर कमजोर होने लगता है, जिसकी वजह से और स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं।
इसी वजह से डायरिया के बारे में जानना और इसके लक्षण और कारणों का पता होना बहुत ज़रूरी है। आइए देखते हैं, डायरिया क्या होता है, इसके लक्षण क्या हैं, डायरिया के लिए कौन सा टेस्ट कराएं और इसके उपचार! जानिए इस ब्लॉग के माध्यम से विस्तार में!
5 महत्वपूर्ण दस्त (डायरिया) के लक्षण (5 Important Symptoms of Diarrhea )
डायरिया, जिसे दस्त भी कहा जाता है, एक आम समस्या है, लेकिन हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि यह क्यों होता है और इसके क्या लक्षण हो सकते हैं।
डायरिया के 5 मुख्य लक्षण हैं:
बार-बार मल त्यागना:
बार-बार मल त्यागने से हम समझ सकते हैं कि खाना ठीक से पचा नहीं है। यदि यह बार-बार हो रहा है, तो यह डायरिया का लक्षण हो सकता है।
पेट में दर्द:
जब भी आपको लगे कि आपके पेट में दर्द बढ़ रहा है या आपको बेचैनी का अनुभव हो रहा है, तो यह डायरिया का संकेत हो सकता है।
बुखार:
बुखार भी डायरिया का संकेत हो सकता है। अगर आपके पेट में दर्द के साथ हल्का बुखार है, तो यह डायरिया की ओर इशारा कर सकता है।
अवसाद:
कमजोरी या थकान महसूस होना आम है। जब शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिलते, तो व्यक्ति खुद को थका हुआ और निराश महसूस कर सकता है।
मतली और उल्टी:
कुछ लोगों को डायरिया के साथ मतली या उल्टी का अनुभव भी हो सकता है, जो स्थिति को और भी खराब बना सकता है।
दस्त के लिए कौन से टेस्ट करवाने चाहिए ( दस्त के लिए कौन से टेस्ट करवाने चाहिए )
डायरिया जल्दी से ठीक करना आवश्यक है क्योंकि यह कई दिनों तक शरीर में कमजोरी दे सकता है। नीचे दिए गए टेस्ट हैं, जिनसे पता चलता है कि समस्या कितनी गंभीर है। इन टेस्ट को कराने से आपको डायरिया की स्थिति का पता चलेगा और आप जल्दी से इस समस्या का निदान कर पाएंगे:
1. स्टूल टेस्ट ( Stool Culture Test )
स्टूल टेस्ट से आपके मल में बैक्टीरिया, वायरस या परजीवियों की उपस्थिति की जांच की जाती है। यह टेस्ट आपको बताता है कि क्या दस्त का कारण संक्रमण है।
2. ब्लड टेस्ट ( Blood Test )
कुछ मामलों में, रक्त परीक्षण से यह पता लगाया जा सकता है कि क्या आपके शरीर में कोई संक्रमण या सूजन है। यह टेस्ट आपके इम्यून सिस्टम की स्थिति को भी दर्शाता है।
3. एंडोस्कोपी टेस्ट
अगर दस्त लंबे समय तक जारी रहता है और अन्य टेस्टों से कोई कारण नहीं मिलता, तो डॉक्टर एंडोस्कोपी की सिफारिश कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में एक पतली ट्यूब को आपके गले से पेट में डालकर आंतों की जांच की जाती है।
डायरिया के 7 मुख्य कारण ( 7 Main Causes of Diarrhea )
वायरल संक्रमण (Viral Infections):
विभिन्न वायरस, जैसे नॉर्वा वायरस और रोटावायरस, आंतों में संक्रमण पैदा कर सकते हैं, जिससे डायरिया होता है। ये संक्रमण आमतौर पर दूषित भोजन या पानी के सेवन से फैलते हैं।
बैक्टेरियल संक्रमण (Bacterial Infections):
कुछ बैक्टीरिया जैसे ई. कोलाई, साल्मोनेला, और शिगेला दूषित भोजन या पानी से आंतों में संक्रमण पैदा करते हैं। ये संक्रमण गंभीर डायरिया का कारण बन सकते हैं।
पैरासिटिक संक्रमण (Parasitic Infections):
कुछ परजीवी, जैसे गिआर्डिया और अमीबा, आंतों में संक्रमण का कारण बन सकते हैं। ये संक्रमण अक्सर दूषित पानी या खाद्य पदार्थों के माध्यम से फैलते हैं।
दूषित पानी (Contaminated Water):
पीने के पानी में कीटाणु या बैक्टीरिया होने से डायरिया हो सकता है। खासकर, विकासशील देशों में यह एक सामान्य समस्या है।
अस्वास्थ्यकर भोजन (Unhealthy Food):
तले हुए, मसालेदार, या बासी भोजन का सेवन डायरिया का कारण बन सकता है। खाद्य विषाक्तता के कारण भी डायरिया हो सकता है।
लैक्टोज असहिष्णुता (Lactose Intolerance):
कुछ लोग दूध और दूध से बने उत्पादों में लैक्टोज को पचा नहीं पाते। इसका सेवन करने से उन्हें डायरिया हो सकता है।
दवाओं का प्रभाव (Medication Side Effects):
कुछ दवाएं, जैसे एंटीबायोटिक्स, आंतों में बैक्टीरिया के संतुलन को बिगाड़ सकती हैं, जिससे डायरिया की समस्या हो सकती है।
डायरिया का उपचार ( Treatment of Diarrhea )
डायरिया का उपचार सही समय पर और सही तरीके से करना आवश्यक है क्योंकि जितनी देर हम करेंगे, उतनी ही जल्दी यह आपको कमजोरी का शिकार बना सकता है। इसलिए, डायरिया का उपचार जल्द से जल्द करना बहुत जरूरी है।
उपचार के उपाय:
हाइड्रेशन
डायरिया के दौरान शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए अधिक से अधिक तरल पदार्थ (जैसे पानी, सूप, और इलेक्ट्रोलाइट्स) पिएं।
संतुलित आहार
हल्का और आसान पचने वाला खाना खाएं, जैसे कि चावल, केले, और टोस्ट। तला हुआ और मसालेदार खाना न खाएं।
दवाएं
ओआरएस (Oral Rehydration Solution) का उपयोग करें। यदि लक्षण गंभीर हैं, तो डॉक्टर की सलाह से एंटीबायोटिक्स या अन्य दवाएं लें।
आराम करें
अपने शरीर को आराम दें और तनाव से दूर रहें।
डॉक्टर से संपर्क करें
यदि लक्षण 48 घंटे से अधिक समय तक बने रहते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।