Dehydration Meaning in Hindi (लक्षण कारण और उपचार)
Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta
Written By Muskan Taneja
on Sep 5, 2024
Last Edit Made By Muskan Taneja
on Sep 5, 2024
हमारे शरीर का लगभग 70% हिस्सा पानी से भरा हुआ है। यह तथ्य हमें यह समझने में मदद करता है कि पानी हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है और इससे यह भी पता चलता है कि निर्जलीकरण (Dehydration) की वजह से हमारे शरीर पर कितना प्रभाव पड़ सकता है।
आइए जानते हैं कि डिहाइड्रेशन क्या होता है, डिहाइड्रेशन के लक्षण क्या हैं, आदि इस ब्लॉग के माध्यम से जानने की कोशिश करेंगे।
डिहाइड्रेशन क्या होता है? (what is Dehydration meaning in Hindi )
डिहाइड्रेशन तब होता है जब आपके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, यानी जब आप जितना पानी पीते हैं, उससे ज़्यादा पानी शरीर से निकल जाता है। यह समस्या तब गंभीर हो सकती है जब शरीर को पर्याप्त पानी नहीं मिलता और इससे शरीर के महत्वपूर्ण कार्यों में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
डिहाइड्रेशन के लक्षण ( Symptoms of dehydration )
डिहाइड्रेशन के कई लक्षण होते हैं, जो इस समस्या को जल्दी पहचानने में मदद कर सकते हैं:
- प्यास लगना:
डिहाइड्रेशन का सबसे प्रारंभिक और सामान्य लक्षण प्यास का लगना है। जब शरीर में तरल पदार्थ की कमी होती है, तो यह मस्तिष्क को संकेत भेजता है कि अधिक पानी की आवश्यकता है। अगर आप बार-बार प्यास महसूस कर रहे हैं, तो इसे अनदेखा न करें, क्योंकि यह डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकता है।
- सूखा मुँह और सूखे होंठ:
डिहाइड्रेशन का एक और स्पष्ट लक्षण मुँह और होंठों का सूखना है। जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो यह लार का उत्पादन कम कर देता है, जिससे मुँह सूखने लगता है। सूखे मुँह और होंठों के साथ-साथ, कुछ लोगों को गले में खराश भी महसूस हो सकती है।
- थकान और कमजोरी:
जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो मेटाबोलिक प्रक्रियाएँ धीमी हो जाती हैं, जिससे आपको थकान और कमजोरी महसूस होती है। यह स्थिति दिनभर की गतिविधियों को करने में कठिनाई पैदा कर सकती है, और यदि गंभीर हो, तो व्यक्ति को बेहोशी भी महसूस हो सकती है।
- सिरदर्द:
डिहाइड्रेशन के कारण सिरदर्द एक आम समस्या है। मस्तिष्क के चारों ओर फ्लूइड की कमी से यह दर्द उत्पन्न हो सकता है। पानी की कमी से रक्त वाहिकाओं में सूजन हो सकती है, जिससे सिर में भारीपन और दर्द महसूस हो सकता है। यह दर्द हल्का या तीव्र हो सकता है और अक्सर पानी पीने से राहत मिलती है।
- चक्कर आना:
शरीर में पानी की कमी से ब्लड प्रेशर में गिरावट हो सकती है, जो चक्कर आने का कारण बनती है। डिहाइड्रेशन से रक्त की मात्रा में कमी हो सकती है, जिससे दिल को पर्याप्त मात्रा में रक्त पंप करने में कठिनाई हो सकती है। यह स्थिति खड़े होते समय या अचानक से उठते समय और भी अधिक बढ़ जाती है, जिससे चक्कर आने की संभावना बढ़ जाती है।
डिहाइड्रेशन के उपचार:
पानी का सेवन बढ़ाएं: डिहाइड्रेशन का सबसे सरल और प्रभावी उपचार है, पानी का सेवन बढ़ाना। दिनभर में नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें।
इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें: यदि आपका शरीर अधिक मात्रा में पानी खो रहा है (जैसे पसीने के कारण), तो इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे नमक, पोटेशियम और ग्लूकोज का सेवन करना महत्वपूर्ण है। ये इलेक्ट्रोलाइट्स शरीर में खोए हुए खनिजों की पूर्ति करते हैं।
फल और सब्जियों का सेवन: खीरा, तरबूज, नारियल पानी, संतरा जैसे फलों और सब्जियों का सेवन करें, जो पानी की अच्छी मात्रा प्रदान करते हैं और आपको हाइड्रेटेड रखते हैं।
डॉक्टर से परामर्श लें: यदि डिहाइड्रेशन के लक्षण गंभीर हैं, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। डॉक्टर आपको विशेष इलाज और सलाह दे सकते हैं।
कितना पानी पीना ज़रूरी है?
दिनभर में आपको कितना पानी पीना चाहिए, यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि आपकी उम्र, वजन, वातावरण, और आपकी गतिविधियाँ। आमतौर पर एक स्वस्थ वयस्क को दिनभर में 8-10 गिलास (लगभग 2-3 लीटर) पानी पीना चाहिए। अगर आप अधिक शारीरिक कार्य करते हैं, तो यह मात्रा बढ़ भी सकती है।
याद रखें, पानी आपके शरीर के लिए अमृत के समान है। इसे सही मात्रा में पीते रहें और डिहाइड्रेशन से बचें। हमेशा अपने शरीर के संकेतों को समझें और उन्हें अनदेखा न करें। स्वस्थ रहना आपके हाथ में है, बस पानी का सेवन बढ़ाएं और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।
FAQ
1 - अगर डिहाइड्रेशन हो जाए तो क्या करना चाहिए?
अगर आपको डिहाइड्रेशन के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय का सेवन करें। अगर स्थिति गंभीर हो, जैसे अत्यधिक कमजोरी, बेहोशी, या लगातार उल्टी-दस्त हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2- क्या डिहाइड्रेशन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं?
हां, अगर डिहाइड्रेशन को समय पर ठीक नहीं किया जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे किडनी की समस्याएँ, हीट स्ट्रोक, या शारीरिक अंगों का सही से काम न करना। इसलिए इसके लक्षणों को अनदेखा नहीं करना चाहिए और तुरंत उपचार करना चाहिए।
3- डिहाइड्रेशन से बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा खतरा क्यों होता है?
बच्चों और बुजुर्गों को डिहाइड्रेशन से ज्यादा खतरा होता है क्योंकि उनका शरीर तरल पदार्थों की कमी से जल्दी प्रभावित हो सकता है। बच्चों में डिहाइड्रेशन तेजी से हो सकता है, खासकर जब वे उल्टी या दस्त से पीड़ित हों। बुजुर्गों में प्यास की अनुभूति कम हो जाती है, जिससे वे कम पानी पी सकते हैं।
4- क्या डिहाइड्रेशन का इलाज घर पर किया जा सकता है?
हल्का डिहाइड्रेशन घर पर अधिक पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय का सेवन करके ठीक किया जा सकता है। हालांकि, अगर लक्षण गंभीर हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
5- क्या डिहाइड्रेशन केवल गर्मी में ही होता है?
नहीं, डिहाइड्रेशन किसी भी मौसम में हो सकता है। ठंडे मौसम में भी, अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं या अत्यधिक शारीरिक गतिविधि करते हैं, तो डिहाइड्रेशन का खतरा हो सकता है। गर्मी में पसीना अधिक निकलने से यह अधिक आम होता है, लेकिन सर्दियों में भी शरीर को पानी की आवश्यकता होती है।