Kamar dard ka ilaj: जानें कारण, लक्षण और असरदार उपाय

Medically Reviewed By
Dr. Mayanka Lodha Seth
Written By Ankita Mishra
on Dec 11, 2025
Last Edit Made By Ankita Mishra
on Dec 11, 2025

कमर दर्द वह परेशानी है जो धीरे-धीरे हमारे दिनभर के काम, मूड और नींद- सब पर असर डाल देता है।
कई लोग कहते हैं, सुबह उठते ही कमर भारी लगती है, ऑफिस में 1 घंटे बैठो तो जैसे कसाव हो जाता है, और रात को करवट लेते वक्त दर्द चुभता है।
अगर आपको भी ऐसा महसूस होता है, तो आप अकेले नहीं हैं- कमर दर्द आज हर दूसरे इंसान की हकीकत है।
कमर दर्द क्यों होता है?
1. गलत बैठना
आजकल हम घंटों लैपटॉप पर झुककर बैठते हैं। कुर्सी सही न हो, स्क्रीन लो हो, या खूब देर तक एक ही पोजीशन में बैठे रहें, कमर “प्रोटेस्ट” करना शुरू कर देती है।
2. अचानक वजन उठाना
कभी गैस की सिलिंडर उठाई, कभी भारी बैग…
एक झटका गलत पड़ जाए तो मसल्स खिंच जाते हैं।
3. ज़रा-सी लापरवाही, और दर्द शुरू
बेड पर लेटकर मोबाइल चलाना, टेढ़ी करवट में सोना,
या फिर घंटों स्कूटर चलाना — ये सब धीरे-धीरे कमर को कमजोर करते हैं।
4. बढ़ता वजन
पेट बाहर निकलता है, तो पूरी लोड कमर पर आता है।
यहीं से दर्द की शुरुआत होती है।
5. उम्र का असर
50 के बाद हड्डियाँ और डिस्क कमजोर होने लगती हैं।
हलकी सी भी स्ट्रेन से दर्द ज्यादा महसूस होता है।
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कमर दर्द का इलाज ( kamar dard ka ilaj ) - वे उपाय जो सच में आराम देते हैं
1. गर्म और ठंडी सिकाई
- अगर जकड़न है → गर्म पानी
- अगर सूजन या तेज दर्द है → बर्फ
10–15 मिनट की सिकाई सच में फर्क दिखाती है।
2. हल्की-फुल्की स्ट्रेचिंग
हर सुबह 5–7 मिनट के स्ट्रेच ऐसे लगते हैं जैसे कमर को ‘रिस्टार्ट’ कर रहे हों।
जैसे -
- कैट-काऊ
- ब्रिज
- चाइल्ड पोज़
- हल्की वॉक
3. पेन रिलीफ ऑयल से मालिश
हल्के हाथों से 5 मिनट की मालिश मांसपेशियों को ढील देती है और खून का प्रवाह बढ़ाती है।
दर्द सच में कम महसूस होता है।
4. सही बैठने का तरीका अपनाएँ
अगर 8 घंटे ऑफिस में हैं, तो यह बहुत जरूरी है —
- कुर्सी पर कमर 90° पर
- स्क्रीन आंखों की लेवल पर
- हर 30 मिनट में 30 सेकंड उठकर खड़े हो जाएँ
ये छोटी आदतें बड़े दर्द को रोकती हैं।
5. फिजियोथेरेपी
- कभी-कभी फिजियो की 4–5 सेशन ही दर्द को आधा कर देते हैं।
- पेशेवर स्ट्रेचिंग और मसल्स एक्टिवेशन चमत्कार जैसा काम करता है।
6. पौष्टिक खाना
कैल्शियम, विटामिन D, प्रोटीन जैसे nutrients कमर की हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
ये भी दर्द कम करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
कमर दर्द में क्या करें और क्या न करें
करें
- रोज़ 10 मिनट चलना
- लंबा बैठने से बचें
- मीडियम फर्म मैट्रेस पर सोएँ
- फोन आँखों की लेवल पर रखें
- वजन नियंत्रित रखें
न करें
- भारी सामान अचानक न उठाएँ
- बेड पर तिरछे लेटकर मोबाइल न चलाएँ
- पूरे दिन आराम न करें
- खुद से तेज पेनकिलर न लें
कब डॉक्टर को दिखाना जरूरी है?
- दर्द 2–3 हफ्ते में ठीक न हो
- पैर में सुन्नपन, झनझनाहट
- चलने में दिक्कत
- चोट/गिरने के बाद दर्द
- पेशाब/पाखाने में समस्या
ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से जांच करवाना सबसे सुरक्षित है।
FAQ
Q1. कमर दर्द बार-बार क्यों होता है?
अक्सर इसका कारण गलत बैठना, लंबे समय तक फोन/लैपटॉप का इस्तेमाल करना या मसल्स का कमजोर होना होता है। कई बार हल्की चोट या स्ट्रेस भी दर्द ट्रिगर कर देता है
Q2. क्या कमर दर्द सिर्फ उम्र बढ़ने से होता है?
नहीं, आजकल युवा भी इसके शिकार हैं क्योंकि उनकी लाइफस्टाइल में ज्यादा बैठना, कम मूवमेंट और स्क्रीन टाइम बढ़ गया है।
Q3. कमर दर्द में क्या तुरंत राहत मिल सकती है?
10–15 मिनट की गर्म या ठंडी सिकाई सबसे तेज राहत देती है। हल्का स्ट्रेच और थोड़ा चलना भी दर्द को काफी कम कर देता है।
Q4. क्या बेड पर लेटकर मोबाइल चलाने से कमर दर्द बढ़ता है?
हाँ, क्योंकि इससे रीढ़ की पोज़िशन बिगड़ती है और कमर पर अनइवन प्रेशर पड़ता है।
Q5. क्या रोज़ाना स्ट्रेचिंग करने से कमर दर्द में फायदा होता है?
बिल्कुल। रोज़ 5–7 मिनट की स्ट्रेचिंग, जैसे कैट-काऊ या ब्रिज, मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और दर्द कम करती है।
Q6. क्या कमर दर्द में पूरा आराम करना चाहिए?
नहीं, पूरा दिन लेटे रहना उल्टा दर्द बढ़ा देता है। हल्का चलना और सामान्य काम करना बेहतर होता है।
Q7. क्या वजन बढ़ने से कमर दर्द होता है?
हाँ, पेट के बढ़ने से कमर पर ज्यादा प्रेशर आता है, जिससे दर्द ट्रिगर होता है या पुराना दर्द बढ़ जाता है।


