898 898 8787

Cervical Cancer in Hindi: लक्षण, कारण और उपचार

Cancer

Cervical Cancer in Hindi: लक्षण, कारण और उपचार

Medically Reviewed By
Dr. Geetanjali Gupta

Written By Muskan Taneja
on Feb 3, 2025

Last Edit Made By Muskan Taneja
on Feb 3, 2025

share
Cervical Cancer in Hindi
share

Cervical Cancer in Hindi: क्या आपको पता है कि 2023 में भारत में लगभग 1,23,907 महिलाएँ सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित पाई गईं? और आपको यह सुनकर बहुत आश्चर्य होगा कि इनमें से 77,348 महिलाओं की मृत्यु हो गई। इतना ही नहीं, पिछले 5 सालों में इसका खतरा 38% से बढ़कर 63% तक पहुँच गया है।

आप जानते ही होंगे कि कैंसर महिलाओं में तीसरा सबसे आम रोग है। सर्वाइकल कैंसर का इलाज और बचाव दोनों संभव हैं, बशर्ते सही समय पर इसकी पहचान हो जाए। लेकिन महिलाओं में जागरूकता की कमी के कारण समय पर इलाज नहीं हो पाता।

आज हम इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे सर्वाइकल कैंसर के लक्षण, इसके उपचार, कौन से खाने से करें परहेज और इससे बचाव के उपाय |

सर्वाइकल कैंसर के 7 प्रमुख लक्षण

अगर इस बीमारी का शुरुआती चरण में पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है। इसलिए, इसके लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। आइए जानते हैं सर्वाइकल कैंसर के 7 प्रमुख लक्षण—

असामान्य योनि स्राव

अगर योनि से दुर्गंधयुक्त, गाढ़ा या रक्त मिश्रित स्राव हो रहा है, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।

अनियमित माहवारी या असामान्य रक्तस्राव

मासिक धर्म के बीच में या रजोनिवृत्ति (menopause) के बाद रक्तस्राव होना चिंता का विषय हो सकता है।

पेशाब में जलन या दर्द

अगर पेशाब करने में परेशानी हो रही है, जलन महसूस हो रही है या बार-बार पेशाब करने की इच्छा हो रही है, तो यह एक लक्षण हो सकता है।

पेट और पेल्विक (निचले पेट) में लगातार दर्द

अगर बिना किसी कारण पेट के निचले हिस्से या कमर में दर्द बना रहता है, तो यह सर्वाइकल कैंसर का संकेत हो सकता है।

अचानक वजन कम होना और कमजोरी

अगर बिना किसी डाइटिंग या एक्सरसाइज के वजन घट रहा है और शरीर में कमजोरी महसूस हो रही है, तो सतर्क रहें।

पैरों में सूजन या दर्द

सर्वाइकल कैंसर बढ़ने पर रक्त संचार प्रभावित होता है, जिससे पैरों में सूजन और दर्द हो सकता है।

You May Also Read: https://redcliffelabs.com/myhealth/cancer/cervical-cancer-symptoms-in-hindi-causes-symptoms-and-treatment/

सर्वाइकल कैंसर मरीजों को किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए?

आइए जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित मरीजों को किन खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए—

प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड

प्रोसेस्ड और जंक फूड में संरक्षक (preservatives) और हानिकारक केमिकल होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को बढ़ा सकते हैं। इसलिए फास्ट फूड, पैकेज्ड स्नैक्स और प्रोसेस्ड मीट से दूर रहें।

अधिक शक्कर वाले पदार्थ

मीठे खाद्य पदार्थ, जैसे कि कोल्ड ड्रिंक्स, कैंडी, केक और पेस्ट्री, शरीर में सूजन को बढ़ा सकते हैं और कैंसर कोशिकाओं के विकास को तेज कर सकते हैं। इसलिए अधिक शक्कर वाले पदार्थों का सेवन न करें।

तला-भुना और अधिक वसायुक्त भोजन

डीप फ्राइड फूड, जैसे समोसा, कचौड़ी, पकौड़े और बर्गर, में ट्रांस फैट होता है, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) को बढ़ाता है। यह कैंसर के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।

अल्कोहल और कैफीन युक्त पदार्थ

शराब और अधिक कैफीन (कॉफी, एनर्जी ड्रिंक्स) का सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर सकता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसलिए इनसे पूरी तरह परहेज करें।

प्रोसेस्ड मीट और रेड मीट

प्रोसेस्ड मीट (सॉसेज, सलामी, बेकन) और रेड मीट (गाय, भेड़ का मांस) में नाइट्रेट्स और अन्य हानिकारक तत्व होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ावा दे सकते हैं। इसलिए इनका सेवन न करें।

अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थ

अचार, नमकीन और अधिक नमक वाला खाना खाने से शरीर में जल प्रतिधारण (water retention) बढ़ता है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए संतुलित मात्रा में नमक का सेवन करें।

अधिक डेयरी उत्पाद

कुछ रिसर्च के अनुसार, अधिक डेयरी उत्पाद, जैसे कि दूध, चीज़ और मक्खन, शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन को बढ़ा सकते हैं, जिससे कैंसर कोशिकाएं बढ़ सकती हैं। इसलिए इनका सेवन सीमित करें।

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के उपाय

आइए जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर से कैसे बचा जा सकता है—

एचपीवी वैक्सीन लगवाएं

सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) होता है। इससे बचने के लिए HPV वैक्सीन लेना सबसे कारगर तरीका है। यह वैक्सीन 9 से 26 वर्ष की उम्र की लड़कियों और महिलाओं को लगवाई जा सकती है।

नियमित पैप स्मीयर टेस्ट कराएं

पैप स्मीयर टेस्ट से शुरुआती चरण में असामान्य कोशिकाओं की पहचान की जा सकती है, जिससे कैंसर का समय रहते इलाज संभव हो जाता है। 21 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को हर 3-5 साल में यह टेस्ट करवाना चाहिए।

धूम्रपान और अल्कोहल से बचें

धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इससे बचा जा सकता है।

स्वस्थ आहार लें

सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए पोषणयुक्त आहार बेहद जरूरी है।

  • एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ जैसे गाजर, पालक, ब्रोकली और टमाटर का सेवन करें।

  • विटामिन C और E से भरपूर फल और सब्जियां खाएं।

  • अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ और साबुत अनाज का सेवन करें।

शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं

योग, ध्यान और नियमित व्यायाम से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे शरीर संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनता है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें

महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता का खास ध्यान रखना चाहिए। खासतौर पर मासिक धर्म के दौरान साफ-सफाई का ध्यान देना जरूरी है।

FAQ

सर्वाइकल कैंसर क्या है?

सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) में होने वाला कैंसर है, जो ज्यादातर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण के कारण होता है।

 सर्वाइकल कैंसर कैसे फैलता है?

यह मुख्य रूप से HPV संक्रमण के कारण होता है, जो असुरक्षित यौन संबंधों, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली और धूम्रपान जैसी आदतों से फैल सकता है।

 क्या सर्वाइकल कैंसर पूरी तरह ठीक हो सकता है?

अगर शुरुआती स्टेज में इसका पता चल जाए, तो सही इलाज से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।

क्या सर्वाइकल कैंसर अनुवांशिक (genetic) होता है?

नहीं, यह ज्यादातर HPV संक्रमण के कारण होता है, लेकिन कुछ मामलों में आनुवंशिक कारण भी हो सकते हैं।

Leave a comment

Consult Now

Share this Blog