Breast Cancer kaise hota hai: जाने लक्षण, कारण और इलाज

Medically Reviewed By
Dr. Mayanka Lodha Seth
Written By Komal Daryani
on Dec 4, 2025
Last Edit Made By Komal Daryani
on Dec 4, 2025

Breast Cancer, जिसे हम हिन्दी में स्तन कैंसर कहते हैं, एक ऐसा रोग है जो समय के साथ बढ़ता रहता है। इसके लक्षण एक साथ भी दिखाई दे सकते हैं या धीरे-धीरे भी विकसित हो सकते हैं।
आइए, इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं कि स्तन कैंसर कैसे होता है, इसके कारण और लक्षण क्या हैं और अन्य संबंधित प्रश्नों का उत्तर क्या है।
स्तन कैंसर कैसे होता है? ( Breast Cancer kaise hota hai )
स्तन के अंदर मौजूद कुछ कोशिकाएँ अचानक तेज़ी से और गलत तरीके से बढ़ने लगती हैं। ये बढ़ते-बढ़ते एक गाँठ बना सकती हैं। यही गाँठ बाद में कैंसर का रूप ले लेती है। शुरू में दर्द नहीं होता, इसलिए महिलाएँ इसे नज़रअंदाज़ कर देती हैं।
स्तन कैंसर के कारण ( Causes of breast cancer )
हार्मोन का असर
हमारे शरीर में एस्ट्रोजन नाम का एक हार्मोन होता है। जब यह हार्मोन कई सालों तक अधिक मात्रा में रहता है, तो स्तन की कोशिकाएँ ज़्यादा तेजी से बढ़ने लगती हैं। इसी दौरान अगर किसी कोशिका में छोटी-सी गलती हो जाए और वह बेकाबू होने लगे, तो कैंसर बनने की संभावना बढ़ जाती है।
परिवार में इतिहास
यदि आपकी माँ, बहन, मौसी या दादी को स्तन कैंसर रहा हो, तो आपका जोखिम थोड़ा बढ़ जाता है। परिवार से मिलने वाले ख़राब जीन (BRCA आदि) कैंसर की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
बढ़ती उम्र
उम्र बढ़ने के साथ कोशिकाएँ पुरानी होती जाती हैं और उनमें गलती होने का मौका ज़्यादा होता है। यही कारण है कि 40 वर्ष के बाद स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
जीवनशैली का प्रभाव
हमारी रोज़मर्रा की आदतें भी इस बीमारी में बड़ी भूमिका निभाती हैं, जैसे—
- ज़्यादा तला-भुना या अस्वस्थ भोजन
- व्यायाम की कमी
- बढ़ा हुआ वजन
- शराब का सेवन
ये सभी चीज़ें शरीर में सूजन बढ़ाती हैं, जिससे कैंसर बनने का माहौल तैयार हो सकता है।
हार्मोनल दवाइयाँ
कुछ हार्मोन वाली दवाइयाँ, जैसे लंबे समय तक लिए जाने वाले बर्थ कंट्रोल या हार्मोन रिप्लेसमेंट थैरेपी, एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाकर जोखिम थोड़ा बढ़ा सकती हैं।
जल्दी मासिक धर्म शुरू होना या देर से रजोनिवृत्ति
अगर पीरियड्स कम उम्र (12 साल से पहले) में शुरू हो जाएँ या मेनोपॉज़ 55 साल के बाद हो, तो शरीर में एस्ट्रोजन अधिक समय तक बनता रहता है। इससे भी जोखिम बढ़ सकता है।
देरी से गर्भधारण
जिन महिलाओं की पहली संतान 30 वर्ष या उससे बाद में होती है, उनमें भी स्तन कैंसर का खतरा थोड़ा बढ़ जाता है।
स्तन कैंसर के लक्षण
स्तन कैंसर के शुरुआती समय में अक्सर कोई दर्द नहीं होता। इसलिए इसे पहचानना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। नीचे सबसे आम लक्षण दिए गए हैं जिन्हें पहचानना जरूरी है:
स्तन में गाँठ (Lump in Breast)
- स्तन के किसी हिस्से में सख़्त, न हिलने वाली गाँठ
- शुरू में दर्द नहीं होता, धीरे–धीरे महसूस होती है
निप्पल में बदलाव (Changes in Nipple)
- निप्पल का अंदर की ओर मुड़ जाना
- निप्पल से पानी, पस या खून जैसा स्राव
- निप्पल का रंग या आकार बदल जाना
स्तन के आकार या त्वचा में बदलाव (Breast Shape or Skin Changes)
- एक स्तन का बड़ा या सूजा हुआ लगना
- त्वचा पर लालिमा, सूजन या सिकुड़न
- संतरे की छिलके जैसी त्वचा (dimpling)
बगल में सूजन या गाँठ (Swelling in Armpit)
- बगल में गाँठ या सूजन
- यह संकेत देता है कि कैंसर आसपास के लिम्फ नोड्स तक फैल सकता है
अन्य संकेत (Other Signs)
- स्तन में जलन या खुजली
- स्तन का अचानक भारी महसूस होना
- लगातार दर्द या असुविधा
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स्तन कैंसर का इलाज
स्तन कैंसर, जिसे अंग्रेज़ी में Breast Cancer कहते हैं, महिलाओं में सबसे आम कैंसर में से एक है। लेकिन सही समय पर पहचान और इलाज से इसे नियंत्रित करना पूरी तरह संभव है। आइए जानते हैं इसके इलाज के बारे में सरल शब्दों में।
1. सर्जरी (Surgery)
सर्जरी स्तन कैंसर के इलाज का सबसे आम तरीका है। इसमें कैंसर ग्रस्त ऊतक को हटाया जाता है। सर्जरी के प्रकार:
- Lumpectomy: केवल ट्यूमर को हटाना।
- Mastectomy: पूरा स्तन निकालना।
2. कीमोथेरेपी (Chemotherapy)
कीमोथेरेपी दवाओं के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करती है। यह शरीर में फैले कैंसर को भी नियंत्रित करने में मदद करती है।
3. रेडियोथेरेपी (Radiotherapy)
इसमें उच्च-ऊर्जा किरणों से कैंसर कोशिकाओं को मारते हैं। अक्सर सर्जरी के बाद इसे इस्तेमाल किया जाता है ताकि बची हुई कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जा सके।
4. हार्मोन थेरेपी (Hormone Therapy)
कुछ प्रकार के स्तन कैंसर हार्मोन से प्रभावित होते हैं। हार्मोन थेरेपी उन्हें बढ़ने से रोकती है।
5. इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी (Immunotherapy & Targeted Therapy)
ये नए तरीके हैं जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर या विशेष कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाकर इलाज करते हैं।
6. जीवनशैली और सपोर्ट
- नियमित व्यायाम और संतुलित आहार
- तनाव कम करना और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना
- समय-समय पर डॉक्टर से चेकअप
FAQ
स्तन कैंसर क्या है?
स्तन कैंसर तब होता है जब स्तन की कुछ कोशिकाएँ अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं और गाँठ (लम्प) बनाती हैं।
स्तन कैंसर कैसे पता चलता है?
- स्तन में गाँठ महसूस होना
- निप्पल से स्राव या खून आना
- स्तन का आकार या त्वचा बदलना
- बगल में गाँठ या सूजन
- स्तन कैंसर होने का कारण क्या है?
क्या हर गाँठ कैंसर होती है?
नहीं। हर गाँठ कैंसर नहीं होती, लेकिन किसी भी गाँठ या असामान्य बदलाव को डॉक्टर को दिखाना ज़रूरी है।
स्तन कैंसर सिर्फ महिलाओं में होता है?
अत्यधिक कम, लेकिन पुरुषों में भी हो सकता है। इसलिए किसी भी अनियमित बदलाव को नजरअंदाज न करें।
स्तन कैंसर जल्दी पकड़ में आने पर क्या फायदा है?
जल्दी पकड़ में आने पर इलाज आसान और सफल होता है। इसलिए जागरूक रहना और समय पर जाँच कराना बहुत जरूरी है।


