Blood Cancer Symptoms in Hindi – ब्लड कैंसर के शुरूआती लक्षण, कारण तथा इलाज
Medically Reviewed By
Dr Divya Rohra
Written By Meenakshi
on Feb 3, 2024
Last Edit Made By Meenakshi
on Mar 18, 2024
ब्लड कैंसर, जिसे हेमेटोलॉजिकल कैंसर या मेडिकल भाषा में ल्यूकेमिया (Leukemia) कहा जाता है। एक खतरनाक बीमारी है जिसका नाम सुनते ही लोग घबरा जाते है, दुनियाभर में लोगो की मौत का दूसरा कारण कैंसर है ,आमतौर पर तंबाकू शराब गुटखा आदि को कैंसर होने का कारण माना जाता है। कैंसर कई प्रकार के होते है तथा इनके लक्षण भी भिन्न -भिन्न होते है,कैंसर से बचाव मुमकिन है प्रौद्योगिकी में बढ़ती हुई प्रगति दुनिया भर के सभी कैंसर रोगियों के लिए आशा की एक किरण पैदा कर रही हैं, जो कैंसर के उपचार को कम दर्दनाक बना रही है। आज के ब्लॉग में हम कैंसर क्या है? इसके कारण तथा लक्षण,इलाज बचाव आदि के बारे में बात करेंगे ताकि समय रहते व्यक्ति कैंसर के लक्षणों को पहचान सके तथा समय पर अपना इलाज करवा सके ।
ब्लड कैंसर क्या है ? What is Blood Cancer
ब्लड कैंसर या रक्त कैंसर शरीर के रक्त संबंधी कोशिकाओं में अनियमित विकास को वर्णित करता है। इसमें शरीर के रक्त कोशिकाएं अनियमित ढंग से विकसित होती हैं और अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं। ये अनियमित कोशिकाएं सामान्य रक्त कोशिकाओं के साथ संख्या और कार्यक्षमता को प्रभावित करती हैं।
ब्लड कैंसर के प्रकार – Types Of Blood Cancer
ब्लड कैंसर कई प्रकार के हो सकते हैं, जिनमें से प्रमुख तीन हैं: ल्यूकीमिया (Leukemia), लिम्फोमा (Lymphoma), और मायेलोमा (Myeloma)। ये तीनों ही ब्लड कैंसर के प्रमुख रूप हैं, और हर एक का चिकित्सा दृष्टिकोण विभिन्न हो सकता है।
1. ल्यूकीमिया (Leukemia):
इसमें असमान्य सफेद रक्त कोशिकाएं बनती हैं और उनका अधिशेष बढ़ता है, जिससे नॉर्मल रक्त कोशिकाओं की उत्पत्ति में रुकावट होती है।
ल्यूकीमिया के चार प्रमुख प्रकार होते हैं: एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकीमिया (ALL), एक्यूट मायलॉयड ल्यूकीमिया (AML), क्रॉनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकीमिया (CLL), और क्रॉनिक मायलॉयड ल्यूकीमिया (CML)।
2. लिम्फोमा (Lymphoma):
लिम्फोमा एक प्रकार का कैंसर है जो लसीका तंतु तंतु प्रणाली (लिम्फेटिक सिस्टम), जो एक हिस्सा है रक्त के परिसर, में आरंभ होता है।
इसमें हॉजकिन लिम्फोमा और गैर-हॉजकिन लिम्फोमा दो प्रमुख प्रकार होते हैं। हॉजकिन लिम्फोमा में रीड-स्टर्नबर्ग कोशिकाएं होती हैं, जबकि गैर-हॉजकिन लिम्फोमा एक विविध समूह को शामिल करता है जो इन कोशिकाओं को नहीं बनाता है।
3. मायेलोमा (Myeloma):
मायेलोमा या मल्टीपल मायेलोमा एक प्रकार का कैंसर है जो प्लाजमा कोशिकाओं में शुरू होता है, जो हड्डी में पाया जाता है।
इसमें असामान्य प्लाजमा कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ती हैं, जो सामान्य कोशिकाओं को भारी होने और हड्डी में ट्यूमर बनाने में मदद करती हैं।
ब्लड कैंसर के लक्षण में थकान, अनौपचारिक वजन कमी, अक्सर संक्रमण, आसानी से ब्रूजिंग या रक्तस्राव, सूजी हुई लसीका तंतु, और हड्डी में दर्द शामिल हो सकते हैं। ब्लड कैंसर का सही निदान और उचित उपचार के लिए व्यावसायिक सलाह लेना महत्वपूर्ण है।
ब्लड कैंसर के स्टेज – Stages of Blood Cancer
ब्लड कैंसर के निम्न स्टेज होते है –
स्टेज 0: यह प्रीकैंसर स्थिति है, जिसमें असामान्य रक्त कोशिकाएं बनने लगती हैं, लेकिन वे अभी तक अनियंत्रित होती हैं और रक्त प्रवाह को प्रभावित नहीं करती हैं। इस स्टेज में लक्षण आमतौर पर नहीं होते हैं और ब्लड कैंसर की पहचान करना मुश्किल हो सकता है।
स्टेज 1: इस स्टेज में कैंसर रक्त और मैरो कोशिकाओं को प्रभावित करने लगता है, लेकिन यह अभी तक एक संगठित रूप में नहीं फैला है। रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ सकती है और इसके साथ ही शरीर के अन्य हिस्सों में भी कैंसर का प्रसार हो सकता है।
स्टेज 2: इस स्टेज में कैंसर अधिक क्षेत्रों में फैलने लगता है। यह सक्रिय रूप से बढ़ता है और रक्त कोशिकाओं के संख्या में और शरीर के अन्य हिस्सों के बीच बांट बढ़त होती है।
स्टेज 3: इस स्टेज में कैंसर विशेष ढंग से फैलने लगता है और अन्य अंगों और अंग-समुदायों को प्रभावित करतहै। रक्त कैंसर के इस स्टेज में कैंसर का प्रसार होता है और शरीर के अन्य हिस्सों जैसे कि लिवर, स्पीन, बोन मैरो, और लंगर को प्रभावित कर सकता है।
स्टेज 4: यह सबसे अधिक प्रगतिशील स्टेज होता है, जिसमें कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों और अंगों को प्रभावित करता है। इस स्टेज में कैंसर दूसरे शरीरीय अंगों तक पहुंच सकता है, जिससे उपचार करना और नियंत्रित करना कठिन हो सकता है।
कैंसर के स्टेज को निर्धारित करने के लिए विभिन्न परीक्षण और जांच की जाती हैं, जैसे कि कैंसर की सेल्स के नमूने, रक्त परीक्षण, एक्सरे और स्कैन जैसे तकनीकी परीक्षण। इन परीक्षणों के आधार पर डॉक्टर कैंसर के स्टेज का मूल्यांकन करते हैं और उपचार की योजना तय करते हैं।
कृपया ध्यान दें कि इन स्टेजों का वर्णन सामान्य रूप से है और यह सभी प्रकार के ब्लड कैंसर के लिए लागू नहीं हो सकता है। ब्लड कैंसर के विभिन्न प्रकार और उनके स्टेजों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, एक विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करना सर्वोत्तम होगा।
ब्लड कैंसर के लक्षण – Symptoms Of Blood Cancer
- अचानक वजन कम होना – sudden weight loss
- चोट या रक्तस्राव जो अस्पष्ट है – Injury or unclear bleeding
- गांठ या सूजन – Lump or swelling
- सांस की तकलीफ (सांस फूलना) – Difficulty breathing (shortness of breath)
- रात को सोते हुए पसीना – Night sweats while sleeping
- संक्रमण जो लगातार, बार-बार होने वाला या गंभीर हो – Ongoing, recurrent, or severe infections
- बुखार (38°C या इससे अधिक) जिसका कोई कारण न बताया गया हो – Fever (38°C or higher) without an identified cause
- त्वचा पर दाने या खुजली होना – Skin lesions or itching
- हड्डियों, जोड़ों या पेट में दर्द – Pain in bones, joints, or abdomen
- थकान जो आराम या नींद से ठीक नहीं होती – Fatigue that does not improve with rest or sleep
- त्वचा में पीलापन – Yellowing of the skin (jaundice)
ब्लड कैंसर के कारण
ब्लड कैंसर के कारण कई कारणों से हो सकता है,जैसे की –
रासायनिक एजेंट्स: कई रासायनिक एजेंट्स और उच्च स्तर के विकासशील उद्योगों के साथ काम करने वाले लोगों को ब्लड कैंसर का सामना करना पड़ सकता है. इसमें रेडिएशन, विभिन्न रासायनिक या उच्च तापमान वाले उत्पादों का संपर्क शामिल हो सकता है.
अविरुद्ध भोजन: अनियमित और अस्वस्थ भोजन के कारण भी ब्लड कैंसर की संभावना बढ़ सकती है. यह खानपान की बुरी आदतों और विशेषतः शराब और धूम्रपान के साथ जुड़ा हो सकता है.
रोगाणु कंटैमिनेशन: कई बार रोगाणु कंटैमिनेशन, जैसे कि HIV या हेपेटाइटिस वायरस, ब्लड कैंसर का कारण बन सकते हैं.
उम्र: बड़े आयु के साथ, ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. वृद्धावस्था में बॉन म्यारो कैंसर और लेकेमिया जैसी अधिकतर ब्लड कैंसर्स हो सकते हैं.
रक्त और मज्जा उत्पादों का उपयोग: जब किसी को लंबे समय तक रक्त या मज्जा उत्पादों का अत्यधिक उपयोग करना पड़ता है, तो उसका ब्लड कैंसर के खतरे को बढ़ सकता है.
रैडिएशन और कीमोथेरेपी: कैंसर के इलाज के लिए किए जाने वाले रैडिएशन और कीमोथेरेपी के उपयोग से भी ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.
ब्लड कैंसर के कारणों में विभिन्न गुणकारी और आपत्तिजनक कारक शामिल हो सकते हैं, और इसमें व्यक्ति की व्यक्तिगत और परिवार की चिकित्सा इतिहास को भी ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।
ब्लड कैंसर का इलाज – Treatment Of Blood Cancer
कैंसर का इलाज अब सम्भव है बढ़ती हुई तकनिक ने कैंसर के इलाज को सम्भव बना दिया है, कैंसर का इलाज निम्न तरीको से किया जाता है –
सर्जरी (Surgery) द्वारा : कैंसर का इलाज के लिए सर्जरी एक आम तकनीक है, जिसमें कैंसर को निकाल दिया जाता है।
केमोथेरेपी (Chemotherapy)द्वारा: यह दवाओं का इस्तेमाल करता है जो कैंसर को मारने के लिए डिजाइन की गई होती हैं।
रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy)के द्वारा:इसमें उच्च ऊर्जा की किरणें कैंसर को मारने के लिए इस्तेमाल होती हैं।
इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy)के द्वारा : इस तकनीक में व्यक्ति के खुद के इम्यून सिस्टम को मजबूत करके कैंसर के खिलाफ लड़ाई को बढ़ावा दिया जाता है।
टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy): यह तकनीक केवल कैंसर को ही प्रभावित करने के लिए डिज़ाइन की जाती है और स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है।
हॉर्मोन थेरेपी (Hormone Therapy): कुछ कैंसर हॉर्मोनों के प्रभाव के आधार पर बढ़ सकते हैं, और इस थेरेपी में यह प्रभाव को कम किया जाता है।
अन्य तकनीकें: इलाज के लिए और भी कई तकनीकें हो सकती हैं, जैसे कि स्टीम सेल थेरेपी, प्रोटीन की थेरेपी, और जेनेटिक थेरेपी।
कैंसर के इलाज की सफलता इसके प्रकार, स्थान, और चरण पर निर्भर करती है, और इसमें रोग के प्रकार और स्थिति का मूल्यांकन किया जाता है। इसलिए, सर्वप्रथम, यदि आपको या किसी अन्य को कैंसर के संदेह हो, तो सबसे अच्छा है कि आप एक चिकित्सक से परामर्श करें और विशेषज्ञ सुझाव लें।
ब्लड कैंसर से बचाव – Prevention of Blood Cancer
ब्लड कैंसर से बचाव मुमकिन है अगर आप निम्न चीजों का पालन करते है तो जैसे की –
स्वस्थ जीवनशैली: एक स्वस्थ और नियमित जीवनशैली बनाए रखें। नियमित व्यायाम करें और सही आहार का पालन करें।
नियमित चेकअप: नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाएं और आपकी स्वास्थ्य स्थिति का निरीक्षण कराएं। इससे समस्याएं पहले ही पहचानी जा सकती हैं और सही समय पर उपचार किया जा सकता है।
नशा मुक्त रहें: तम्बाकू और अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना ब्लड कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है। इन्हें नियंत्रित रखें या बिल्कुल छोड़ दें।
सही आहार: स्वस्थ आहार लें जिसमें फल, सब्जी, अनाज, और पूरे अनाज शामिल हों। विटामिन, खनिज और पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा में सुनिश्चित करें।
वायरस और इन्फेक्शन से बचाव: संबंधित टीकाकरण को अपडेट रखें और इन्फेक्शन से बचने के लिए सावधान रहें।
गैरनियमित रूप से विशेषज्ञ से परामर्श: यदि आपके परिवार में ब्लड कैंसर के किसी भी प्रकार के रोगी हैं, तो आपको भी नियमित रूप से विशेषज्ञ से मिलकर आत्म-जाँच करवाना चाहिए।
गैर-उत्कृष्ट रेडिएशन से बचें: उच्च स्तर की रेडिएशन का अधिक समय तक सीधा संपर्क करना बचाव कर सकता है।
ब्लड कैंसर में क्या खाए
ब्लड कैंसर से पीड़ित व्यक्तो को निम्न आहारों का सेवन करना चाहिए –
अनाज:
ब्राउन राइस, ओट्समील, किनोआ, रोटी, आदि जैसे पूरी अनाज को शामिल करें।
फल और सब्जियां:
सभी प्रकार के रंग-बिरंगे फल और सब्जियां, खासकर लीफी ग्रीन सब्जियां, खाएं।
प्रोटीन स्रोत:
मांस, मछली, दालें, टोफू, पनीर, दही, आदि प्रोटीन से भरपूर आहार लें।
फिटफॉर इंग्रीडिएंट्स:
खाद्य में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन्स, और मिनरल्स की समृद्धि के लिए फिटफॉर इंग्रीडिएंट्स को शामिल करें।
हर्ब्स और अन्य सुपरफूड्स:
तुलसी, गिलोय, विटामिन से भरपूर अमला, स्वीट पोटेटो, बीटरूट, गाजर, ब्रोकोली, आदि जैसे सुपरफूड्स का सेवन करें।
हाइड्रेटेड रहें:
पानी, नारियल पानी, हर्बल चाय, सादा दूध, आदि आपको हाइड्रेटेड रख सकते हैं।
ध्यान रखे
कैंसर का इलाज बहुत सारी स्तिथियो में सम्भव है तो इसका नाम सुनकर घबराए नहीं धैर्य बनाए रखे तथा दिए गए सुझावों का पालन करने से पहले ,कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें तथा उनके द्वारा दिए गए सलाहों के आधार पर ही उचित कदम उठाए।
FAQS
1. कैसे पता चलता है कि ब्लड कैंसर है?
ब्लड कैंसर के लक्षण में शामिल हो सकते हैं थकान, बार-बार बुखार, भारी साँस लेने में कठिनाई, रक्तस्राव, और बढ़ती हुई स्वेलिंग। डॉक्टर के सुझाव पर विभिन्न टेस्ट्स किए जाते हैं।
2. ब्लड कैंसर में क्या परेशानी होती है?
ब्लड कैंसर में रक्तस्राव में असमान वृद्धि होती है, जिससे रक्त का सामान्य कार्य प्रभावित होता है। इससे थकान, रक्त की कमी, और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
3. क्या ब्लड कैंसर में दर्द होता है?
ब्लड कैंसर में आमतौर पर दर्द नहीं होता है, लेकिन स्थिति के आधार पर शरीर में दर्द या और अनुकूलताएं हो सकती हैं।
4. ब्लड कैंसर का फर्स्ट स्टेज क्या है?
ब्लड कैंसर के फर्स्ट स्टेज को जानने के लिए विशेषज्ञ ब्लड टेस्ट्स, बॉन मैरो बायोप्सी, और अन्य विशेषज्ञ टेस्ट्स करते हैं।
5. कैंसर के लिए कौन सा ब्लड टेस्ट होता है?
कैंसर के लिए CBC (Complete Blood Count), ब्लड स्मीयर, और बोन मैरो बायोप्सी जैसे टेस्ट्स किए जा सकते हैं।
6. ब्लड कैंसर के इलाज में कितना खर्च आता है?
ब्लड कैंसर के इलाज का खर्च इलाज के प्रकार और स्थिति पर निर्भर करता है, और यह बहुतेरे लाखों रुपए तक हो सकता है।
7. क्या Blood cancer पूरी तरह ठीक हो सकता है?
ब्लड कैंसर का पूरी तरह से इलाज संभाव है, लेकिन यह इलाज की अवस्था, प्रकार, और व्यक्ति के उत्तरदाता पर निर्भर करता है।
8. सबसे खतरनाक कैंसर कौन सा होता है?
सबसे खतरनाक कैंसर का मूल्यांकन विभिन्न प्रकार किया जा सकता है, लेकिन लंबी अवधि तक बच्चों में ब्रेन कैंसर, लंग्स कैंसर, और प्रोस्टेट कैंसर में वृद्धि हो सकती है।
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2 Comments
Waghmare Amulya Madhav
Oct 1, 2024 at 1:39 AM.
Fantastic
Myhealth Team
Oct 4, 2024 at 6:04 PM.
We are glad you found the information helpful. If you have any more questions, feel free to ask!
Jagdish prasad
Jul 10, 2024 at 4:14 PM.
Mere papa sugar 387 hai leucocyte count 15000 cells/cumm hai kya cencer ho sakta hai
MyHealth Team
Jul 11, 2024 at 4:44 PM.
Aap chinta kar rahe hain to aapko apne papa ko ek achhe doctor se milwana chahiye, jo unke sugar level aur leucocyte count ko samajh sake aur sahi salah de sake. Cancer ke liye aksar alag tests aur investigations ki jarurat hoti hai jise doctor recommend karte hain, agar wo zaroori samjhe to. Isliye, apne papa ko regular check-ups aur doctor ki salah ke anusaar treatment lena chahiye.