Rheumatoid Arthritis in Hindi, लक्षण, कारण और उपचार
Medically Reviewed By
Dr Sohini Sengupta
Written By Kirti Saxena
on Feb 27, 2024
Last Edit Made By Kirti Saxena
on Apr 30, 2024
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जब इंसान की उम्र बढ़ती है, तो उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिसके कारण वह कई बीमारियों का सामना कर सकता है। रूमेटाइड आर्थराइटिस भी उन बीमारियों में से एक है। इस बीमारी से पीड़ित आदमी को असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता है। यहाँ रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जैसे कि इसके कारण, लक्षण, और इलाज।
रूमेटॉयड आर्थरिटीज क्या हैं और इसका इलाज क्या हैं? (What is Rheumatoid Arthritis and what is its treatment?)
रूमेटॉयड आर्थरिटीज मतलब रूमेटाइड गठिया यह एक ऐसी बीमारी है, जो की हमारे शरीर के जोड़ो में होती हैं, जिससे हमें जोड़ो में दर्द और सूजन की समस्या होती हैं। रूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या ज्यादा तब होती जब हमारा इम्यूनिटी सिस्टम ठीक से काम न करे या बहुत ज्यादा कमजोर हो तो तब यह जोड़ो के अस्तर (साइनोवियम) पर हमला कर देता हैं, जिससे की हमारे जोड़ो में दर्द होना शुरू हो जाता हैं, यह दर्द हाथ , घुटनों और एड़ियों को ज्यादा प्रभावित करता हैं।
यह सिर्फ जोड़ो पर असर नहीं करती बल्कि यह शरीर के दूसरे अंगों पर भी असर करता हैं जैसे की आंखें, दिल circulatory system, और फेफड़े पर भी रूमेटाइड आर्थराइटिस असर करता हैं।अगर देखा जाए तो पुरुषों के मुकाबले महिलाएं इस बीमारी से ज्यादा पीड़ित होती हैं,जबकि इसके पीछे आज तक डॉक्टर्स और वैज्ञानिक कोई भी मुख्य कारण का पता नहीं लगा पाए हैं। आमतौर पर जिन महिलाओं की उम्र 30 से 60 होती है उनमें रूमेटाइड आर्थराइटिस के लक्षण ज्यादा होती है।चलिए आइए जानते हैं की रूमेटाइड आर्थराइटिस क्यो होता हैं।
रूमेटाइड आर्थराइटिस क्यों होता हैं? (Why does rheumatoid arthritis occur?)
कभी कभी हमारा ही इम्यूनिटी सिस्टम हमारी बॉडी पर हमला करने लगता हैं क्योंकि हमारा इम्यूनिटी सिस्टम हमारे ही शरीर को फॉरेन ऑब्जेक्ट समझ कर उस पर हमला कर देता हैं।रूमेटाइड आर्थराइटिस को हम ऑटोइमुन डिजीज भी कह सकते हैं,साफ भाषा में बोले तो हमारा ही इम्युनिटी सिस्टम हमारे शरीर के उत्तकों को बाहरी बीमारी समझ कर (बैक्टीरिया और वायरस) समझ कर उन पर हमला कर देता हैं। हमारा इम्यूनिटी सिस्टम बाहरी cells से लड़ने के लिए हमारी बॉडी में इनफ्लेमेटरी केमिकल भेजता हैं,उसके बाद हमारा इम्यूनिटी सिस्टम सायनोवियम पर हमला करके उसके ओर पास फ्लूड बनाने में लग जाता हैं,क्योंकि जो हमारे शरीर के जोड़ हैं, वो ठीक से अपना काम करने लगे ऐसा करते समय सायनोवियम में सूजन आ जाती हैं। साइनोवियम एक झिल्ली की परत है जो जोड़ों के चारों तरफ होती है। जब इसमें किसी कारण सूजन आ जाती है तो कार्टिलेज और जोड़ों के बीच की हड्डी खराब होने लगती है।
रूमेटाइड आर्थराइटिस के कौन कौन से लक्षण होते हैं? (What are the symptoms of rheumatoid arthritis?)
रूमेटाइड आर्थराइटिस की शुरुआत बीमारी में भले ही हमको जोड़ो में दर्द या सूजन ज्यादा दिखाई न दे, लेकिन उससे जुड़े हुए हिस्सो में हल्का हल्का दर्द शुरूआत में ही होने लगता हैं। रूमेटाइड आर्थराइटिस के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं : जैसे की
- जोड़ो में दर्द सूजन आना पैरों के जोड़ों में
- अंगो का नरम पड़ना , अकड़न आना।
- अकड़न सुबह और शाम दोनों समय आधे आधे घंटे तक रहती है।
- एक से ज्यादा आँगो के हिस्सों में लक्षण महसूस होने लगते हैं
- छोटे जोड़ (कलाई,हाथ ,पैर आदि ) पहले प्रभावित होते हैं।
- शरीर के दोनो तरफ के हिस्सो का एक एक अंग एक साथ प्रभावित होना।
- जिन लोगो को रूमेटाइड आर्थराइटिस की बीमारी होती हैं उनको ज्यादा थकावट महसूस होती हैं, वो जल्दी थक जाते हैं।
- कभी कभी इस बीमारी में बुखार भी महसूस होता हैं । यह बीमारी जिन लोगो को होती हैं, उनको अक्सर पसीना भी बहुत आते हैं।
- इससे आंखे भी प्रभावित होती हैं, जिसे की वो सूख जाती हैं और लाल हो जाती हैं
- यह बीमारी दिल पर भी प्रभावित करती हैं,जिससे की इंसान के सीने में दर्द होने लगता हैं,और फेफड़ों पर भी असर होता हैं।
जैसे की हमने ऊपर आपको लक्षण बताए हैं, अगर आपको यह लक्षण आपके शरीर में पिछले 4—6 महीने ss नज़र आ रहे हैं,तो तुरंत डॉक्टर्स के पास जाकर अपनी जांच करवाए। डॉक्टर्स तुरंत आपकी बीमारी के हिसाब से आपके शरीर का इलाज करना शुरू कर देंगे जिसे की आपको और दर्द या परेशानी से न गुजरना पड़े,आपको जल्द जल्द इस बीमारी से राहत मिले
रूमेटाइड आर्थराइटिस का इलाज क्या हैं? (What is the treatment for rheumatoid arthritis?)
रूमेटाइड आर्थराइटिस का इलाज एक ऐसा इलाज हैं जिसे कि एक लंबे समय के लिए दर्द होता हैं उसको काम करता हैं, जब रूमेटाइड आर्थराइटिस बीमारी के लक्षण दिखते हैं तो डॉक्टर्स इन उपायों को अपने हैं जैसे की :
- सूजन को जल्द से जल्द रोकने के लिए जल्द जल्द से उसका उपाय करते हैं।
- लक्षण दिख रहे हैं या नहीं बीमारी की जांच करके मरीज को उस बीमारी से जल्द निजात करना।
- सूजन कम करने के लिए हर प्रयास करना।
- दर्द से जल्द से जल्द छुटकारा दिलाना।
- अगर आपका वजन बहुत ज्यादा हैं तो कम करें क्योंकि हमारे शरीर का वजन हमारे जोड़ों पर पड़ता हैं,जो की हमारे शरीर का वजन उठाते हैं, इसलिए रूमेटाइड आर्थराइटिस के मरीजों का वजन कम होना चाहिए।
- जहां ध्रूमपान हो रहा हो उस जगह से दूर रहें और न कभी ध्रूमपान करें।
- जोड़ों की गति बनाए रखने के लिए शरीर की एक्टिविटी करते रहना बहुत जरूरी हैं,क्योंकि जो रूमेटाइड आर्थराइटिस के मरीज हैं,उनके शरीर के आस पास की मांसपेशियां बहुत कमजोर हो जाती हैं जिसके लिए सुबह शाम दोनों समय व्यायाम करना जरूरी हैं, और व्यायाम ऐसा करना चाहिए जिससे की शरीर के जोड़ो का ज्यादा खिंचाव न करना पड़े।
रूमेटाइड आर्थराइटिस का निदान कैसे होता हैं? (How is rheumatoid arthritis diagnosed?)
यदि आप रूमेटाइड आर्थराइटिस के शिकार हैं, तो आप ब्लड टेस्ट, एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड के माध्यम से इस बीमारी का पता लगा सकते हैं। इस बीमारी के इलाज में दर्द और सूजन को कम करने के लिए प्रयास किया जाता है। इस समय स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधियों की मदद से आप इससे राहत पा सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है:
- अपने आहार में गेहूं, जौ, चावल, फल, और सब्जियों जैसी हेल्दी चीजें शामिल करें।
- धूम्रपान और शराब से दूर रहें।
- नियमित रूप से शारीरिक गतिविधियों जैसे व्यायाम का अभ्यास करें।
- कैल्शियम और विटामिन डी की आवश्यकता को पूरा करें।
- अपनी डाइट में विटामिन सी, बी6, बी12, ई, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, जिंक, और सेलेनियम को शामिल करें।
- फैट, सैचुरेटेड फैट, और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम करें।
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1 Comments
Darshan lal Batra
Oct 31, 2024 at 3:47 PM.
Pain and stiffness both foot and hand finger and cold.
Myhealth Team
Nov 5, 2024 at 2:44 PM.
Pain, stiffness in the hands and feet, along with a cold sensation, can indicate poor circulation, arthritis, or an inflammatory condition like rheumatoid arthritis. It’s essential to stay warm, exercise regularly, and consider anti-inflammatory foods. Consulting a healthcare provider for proper diagnosis and treatment can help manage symptoms effectively.